हिंदी के प्रथम मौलिक उपन्यास एवं उनके लेखक का नाम लिखिए

  1. हिन्दी उपन्यास का विकास 
  2. हिन्दी साहित्यकार एवं उनके प्रसिद्ध रचनाएँ
  3. हिंदी की प्रथम कहानी और उसके लेखक का नाम बताइए?
  4. हिन्दी साहित्य : प्रथम महाकाव्य, कवि, नाटक,रचनाए एवं उपन्यास
  5. हिन्दी का प्रथम मौलिक उपन्यास
  6. UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य


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हिन्दी उपन्यास का विकास 

40 Shares आज की पोस्ट में हम हिंदी साहित्य के इतिहास में हिन्दी उपन्यास का विकास(Hindi Upanyas) को विस्तार से पढेंगे ,आप इस टॉपिक को अच्छे से तैयार करें हिन्दी उपन्यास का विकास(Hindi Upanyas) ’उपन्यास’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- हिन्दी उपन्यास का आधुनिक स्वरूप यूरोपीय साहित्य से पूर्णतः प्रभावित है, जिसका सूत्रपात आधुनिक युग में हुआ। हिन्दी का प्रारंभिक उपन्यास साहित्य अंग्रेजी तथा बांग्ला से प्रभावित था। हिन्दी का प्रथम उपन्यास Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • विद्वान उपन्यासकार उपन्यास प्रकाशन वर्ष डाॅ. गोपाल राय पं. गौरीदत्त देवरानी जेठानी की कहानी 1870 ई. डाॅ. विजयशंकर मल्ल श्रद्धाराम फिल्लौरी भाग्यवती 1877 ई. आचार्य रामचंद्र शुक्ल श्री निवासदास परीक्षा गुरु 1882 ई. मुंशी प्रेमचंद को यदि हिंदी उपन्यास का केन्द्र बिन्दु माना जाए तो हिंदी उपन्यास को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है:- (1) प्रेमचंद पूर्व हिंदी उपन्यास (2) प्रेमचंद युगीन हिंदी उपन्यास (3) प्रेमचंदोत्तर हिन्दी उपन्यास प्रेमचंद पूर्व उपन्यास सामाजिक उपन्यास उपन्यासकार उपन्यास गौरीदत्त (1) देवरानी जेठानी की कहानी (1870 ई.) श्रद्धाराम फिल्लौरी (1) भाग्यवती (1877 ई.) लाला श्री निवासदास (1) परीक्षा गुरु (1882 ई.) बाल कृष्ण भट्ट (1) रहस्य कथा (1879) (2) नूतन ब्रह्मचारी (1886) (3) सौ अजान एक सुजान (1892) राधाकृष्ण दास (1) निस्सहाय हिन्दू (1890) ठाकुर जगमोहन सिंह (1) श्यामा स्वप्न (1888) लज्जाराम मेहता (1) धूर्त रसिक लाल (1899) (2) स्वतंत्र रमा और परतंत्र लक्ष्मी (1899) (3) आदर्श दम्पत्ति (1904) (4) बिगङे का सुधार (1907) (5) आदर्श हिंदु (1914) किशोरी लाल गोस्वामी (1) लंवगलता या आदर्शबाला (1890...

हिन्दी साहित्यकार एवं उनके प्रसिद्ध रचनाएँ

इस लेख में आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले हिंदी साहित्य प्रसिद्ध रचनाएँ (Hindi Literature Book for UPSC Notes) हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar Question pdf) के हिंदी साहित्य (Hindi जैसे- उपन्यास (Hindi Novels), काव्य संग्रह (Poetry), काव्य नाटक, कहानी संग्रह, सामाजिक व ऐतिहासिक उपन्यास (Historical Novel), कहानियां, आत्मकथा, जीवनी, निबंध, रचनाएँ के नाम एवं प्रश्नोत्तरी (Hindi Literature Quizzes) इस प्रकार है- हिन्दी साहित्यकार एवं उनके रचनाएँ (Hindi Literature Book Name) मुंशी प्रेमचंद की रचनाएँ उपन्यास गोदान, सेवा सदन, प्रेमाश्रय, निर्मला, रंगभूमि, कर्मभूमि, कालाकल्प, गबन, प्रेमा, रूठी रानी (प्रेमचंद का एक मात्र ऐतिहासिक उपन्यास), प्रतिज्ञा (अपने उर्दू उपन्यास ‘हमखुशी एक हमसुबाब‘ के हिन्दी रूपान्तर ‘प्रेमा अर्थात् ‘दो सखियों का विवाह‘ को परिष्कृत तथा नये रूप में प्रकाशित कराया), वरदान (अपने उर्दू उपन्यास ‘जलवए ईसार‘ का हिन्दी रूपान्तर), मंगल सूत्र (प्रेमचंद का अंतिम और अपूर्ण उपन्यास) कहानी संग्रह नवविधि, प्रेम पूर्णिमा, लाल फीता, नमक का दारोगा, प्रेम पचीसी, प्रेम प्रसून, प्रेम द्वाद्वशी, प्रेम तीर्थ, प्रेम प्रतिज्ञा, सप्त सुमन, प्रेम पंचगी, प्रेरणा, समरयात्रा, पंच प्रसून, नव जीवन, बड़े घर की बेटी, सप्त सरोज प्रतिनिधि कहानियां पंच परमेश्वर, सज्जनता का दंड, ईश्वरी न्याय, दुर्गा का मंदिर, आत्माराम, बूढ़ी काकी, सवा सेर गेहूं, शतरंज के खिलाड़ी, माता का हृदय, सुजान भगत, इस्तीफा, अलग्योझा, पूस की रात, बड़े भाई साहब, होली का उपहार, ठाकुर का कुआं, बेटों वाली विधवा, ईदगाह, प्रेम प्रमोद, नशा, दफन नोट– 1. मुंशी प्रेमचंद पहले ‘नवाब राय‘के नाम से लिखते थे। 2. प्रेमचंद उपनाम स...

हिंदी की प्रथम कहानी और उसके लेखक का नाम बताइए?

हिन्दी की सर्वप्रथम कहानी कौन सी है, इस विषय में विद्वानों में जो मतभेद शुरू हुआ था वह आज भी जैसे का तैसा बना हुआ है। हिन्दी की सर्वप्रथम कहानी समझी जाने वाली कड़ी के अर्न्तगत सैयद इंशाअल्ला खाँ की 'रानी केतकी की कहानी' (सन् 1803 या सन् 1808), राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की 'राजा भोज का सपना' (19 वीं सदी का उत्तरार्द्ध), किशोरी लाल गोस्वामी की 'इन्दुमती' (सन् 1900), माधवराव सप्रे की 'एक टोकरी भर मिट्टी' (सन् 1901), आचार्य रामचंद्र शुक्ल की 'ग्यारह वर्ष का समय' (सन् 1903) और बंग महिला की 'दुलाई वाली' (सन् 1907) नामक कहानियाँ आती हैं। परन्तु किशोरी लाल गोस्वामी द्वारा कृत 'इन्दुमती' को मुख्यतः हिन्दी की प्रथम कहानी का दर्जा प्रदान किया जाता है।

हिन्दी साहित्य : प्रथम महाकाव्य, कवि, नाटक,रचनाए एवं उपन्यास

नमस्कार इस पोस्ट में हम हिंदी में प्रथम जैसे कि हिंदी का प्रथम महाकाव्य ( hindi ka pratham mahakavya ), हिंदी का प्रथम नाटक ( hindi ka pratham natak ), हिंदी साहित्य का प्रथम कवि ( hindi sahitya ka pratham kavi ) एवं हिंदी का प्रथम उपन्यास ( hindi ka pratham upanyas ) इसी तरह के प्रश्नों के उत्तर जानेंगे जो कि एग्जाम में बार-बार पूछे जाते हैं | तो शुरु करते हैं हिंदी में प्रथम महाकाव्य, कवि, नाटक, रचनाए एवं उपन्यास से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नो को- प्रथम महाकाव्य, कवि, नाटक, रचनाए एवं उपन्यास Q1.अपभ्रंश के प्रथम महाकवि कौन थे ? उत्तर रामकुमार वर्मा ने स्वयंभू को अपभ्रंश का प्रथम महाकवि कहां है Q2. हिंदी का प्रथम महाकाव्य ( hindi ka pratham mahakavya ) माना जाता है- उत्तर पृथ्वीराज रासो को हिंदी का प्रथम महाकाव्य कहा जाता है पृथ्वीराज रासो के रचनाकार चंदबरदाई है जो कि पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि थे Q3. हिंदी साहित्य के इतिहास का प्रथम लेखक कौन है उत्तर गार्सा द तार्सा हिंदी साहित्य के इतिहास के प्रथम लेखक हैं Q4. हिंदी का प्रथम बड़ा महाकाव्य कौन सा है ? उत्तर पद्मावत हिंदी का प्रथम बड़ा महाकाव्य है जोकि जायसी जी की रचना है Q5. हिंदी का प्रथम नाटक कौन सा है ? उत्तर नहुष (गोपाल चंद) हिंदी का प्रथम नाटक है प्रथम महाकाव्य, कवि, नाटक, रचनाए एवं उपन्यास Q6. हिंदी के प्रथम कवि कौन है ? उत्तर सराहपाद (नौवीं शताब्दी) हिंदी के प्रथम कवि हैं Q7. हिंदी का प्रथम उपन्यास कौन सा है उत्तर परीक्षा गुरु (श्रीनिवास दास) हिंदी का प्रथम उपन्यास है Q8. कृष्ण भक्ति का प्रथम व प्रधान ग्रंथ है कौन सा है उत्तर गीता कृष्ण भक्ति का प्रथम व प्रधान ग्रंथ है Q9. खड़ी बोली के प्रथम कवि माने जाते हैं उत्...

हिन्दी का प्रथम मौलिक उपन्यास

आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी का पहला मौलिक उपन्यास परीक्षा गुरु (सन १८८२ ई.) को माना है, अंग्रेज़ी नॉवेल शैली का समावेश पहली बार इसी उपन्यास में किया गया था। सन १८७३ ई. तक कहानी और उपन्यास में कोई विभाजन रेखा नहीं थी। हिंदी में उपन्यास और नॉवेल शब्दों का सबसे पहला प्रयोग भारतेंदु हरिश्चंद्र ने किया जब हरिश्चंद्र मैगज़ीन के प्रथम अंक, अक्टूबर १८७३ ई. के आवरण पृष्ठ पर अंग्रेज़ी का नावेल शब्द रोमन लिपि में प्रयुक्त हुआ था, इसके बाद सन १८७५ ई. में मासिक पत्र हरिश्चंद्र चंद्रिका के फरवरी, अंक में उपन्यास शब्द का प्रयोग किया गया। फरवरी और मार्च के इस संयुक्तांक में मालती नामक उपन्यास अपूर्ण रूप से प्रकाशित हुआ।

UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य

UP Board Solutions for Class 10 Hindi गद्य-साहित्य के विकास पर आधारित These Solutions are part of हिन्दी गद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय विशेष-पाठ्यक्रम के नवीनतम प्रारूप के अनुसार हिन्दी गद्य के विकास का संक्षिप्त परिचय’ के अन्तर्गत केवल शुक्ल और शुक्लोत्तर युग (छायावादोत्तर युग) ही निर्धारित हैं, किन्तु अध्ययन की दृष्टि से यहाँ सभी युगों के विकास से सम्बन्धित प्रश्नों को संक्षेप में दिया जा रहा है, क्योंकि एक-दूसरे से घनिष्ठता के कारण कभी-कभी निर्धारित युग से अलग प्रश्न भी पूछ लिये जाते हैं। लघु उत्तरीय प्रश्न, केवल विस्तृत अध्ययन के लिए दिये गये हैं। इससे प्रायः अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ही पूछे जाते हैं, जिसके लिए कुल 5 अंक निर्धारित है। अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्य-साहित्य के विकास पर आधारित प्रश्न 1 गद्य का अर्थ लिखिए। उत्तर गद्य हमारे दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाली भाषा का (UPBoardSolutions.com) नाम है। इसकी विषय-वस्तु हमारी बोध-वृत्ति पर आधारित होती है तथा इसमें किसी विषय को विस्तार से कहने की प्रवृत्ति या भावना होती है। गद्य वास्तविकता और व्यावहारिकता से ओत-प्रोत होता है। प्रश्न 2 गद्य और पद्य (काव्य) में अन्तर बताइट। उत्तर गद्य मस्तिष्क के तर्कप्रधान चिन्तन की उपज होता है और छन्दबद्ध, भावपूर्ण तथा ओजयुक्त रचनाएँ काव्य कहलाती हैं। गद्य में विस्तार, वास्तविकता तथा व्यावहारिकता अधिक होती है, जबकि काव्य में संकेत-रूप में बात कही जाती है। इसमें काल्पनिकता का प्राधान्य होता है। प्रश्न 3 गद्य का प्रथम विकास किस रूप में होता है ? उत्तर गद्य का प्रथम विकास सामान्य बोल-चाल की भाषा के रूप में होता है। प्रश्न 4 भाषा-रूपों के विकास की दृष्टि से गद्य की कितनी कोटियाँ उपलब्ध हैं ...