हिंदी स्वर और व्यंजन चार्ट

  1. Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) हिंदी व्याकरण
  2. हिंदी मात्रा चार्ट
  3. Hindi Matra
  4. हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित
  5. हिंदी बारहखड़ी
  6. Hindi varnamala चार्ट, वीडियो, Worksheet, उच्चारण, चित्र सहित
  7. हिंदी वर्णमाला (स्वर और व्यंजन)
  8. हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित
  9. Hindi Matra
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Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) हिंदी व्याकरण

Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) हिंदी व्याकरण – Vowels and Consonants Hello Students हमारी मात्र भाषा हिंदी से सम्बंधित एक Complete हिंदी व्याकरण Swar and Vyanjan हिंदी व्याकरण जिसे English में Vowels and Consonants भी कहा जाता है पूरी जानकारी हिंदी के साथ आपसे पूरा चार्ट शेयर कर रहे है जो कि उदाहरण के साथ समझाया गया है यह स्वर और व्यंजन Vowels and Consonants हिंदी व्याकरण बहुत -सी परीक्षाओ मे पूछे जाते है जो भी Students हमारी इस Article को पढ़ेगा उनसे हम आशा करते है की वे इसे पूरा पढ़े और ध्यान से पढ़े पर्याप्त न होने पर • • Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) – Vowels & Consonants स्वर और व्यंजन Swar and Vyanjan हिंदी वर्णमाला में वर्णों को दो भागों में बाँटा गया है – १. स्वर २. व्यंजन। स्वर और उसके भेद / प्रकार स्वर : जिन वर्णों का स्वतंत्र उच्चारण किया जा सके या जिन ध्वनियों के उच्चारण के समय हवा बिना किसी रुकावट के निकलती है, वे स्वर कहलाते हैं, जैसे – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, (ऋ), ए, ऐ, ओ, औ, (ऑ)। यहाँ उल्लेखनीय है कि ऋ हिन्दी में उच्चारण की दृष्टि से स्वर नहीं है, लेखन की दृष्टि से ऋ स्वर है । इसी प्रकार ऑ अंग्रेजी के डॉक्टर, कॉलेज, नॉलेज आदि शब्दों में उच्चारण के कारण स्वर के रूप में प्रचलित हो गया है । अतः ऑ उच्चारण की दृष्टि से स्वर है । नोट : मानक रूप से हिंदी में स्वरों की संख्या 11 मानी गई है। निम्नलिखित वर्णों को कई जगह स्वर के रूप में लिखा जाता है जो कि गलत है। अनुस्वार : अं विसर्ग : अः Swar स्वर के प्रकार : उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वर के दो (प्लुत सहित तीन) प्रकार हैं: ह्स्व स्वर : जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्स्व स्वर कहते है...

हिंदी मात्रा चार्ट

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मात्रा की परिभाषा (Matra Ki Paribhasha) जब स्वरों का प्रयोग व्यंजनों के साथ मिलाकर किया जाता हैं तब उनका स्वरूप बदल जाता हैं, उन्हेमात्राकहते हैं। यानि कि किसी भी ध्वनि और वर्ण के उच्चारण को मात्रा कहते है। मात्राएँ केवल हिंदी में कितनी मात्राएं होती है? वैसे तो हिंदी में मात्राओं की संख्या 11 है लेकिन सिर्फ 10 मात्रा का ही प्रयोग किया जाता है। क्योंकि ‘अ’ स्वर की कोई मात्रा नहीं होती। ‘अ’ को उदासीन स्वर कहा जाता है। मात्रा के प्रकार उच्चारण के आधार पर मात्राओं के तीन प्रकार हैं: • ह्रस्व • दिर्घ • पल्तु ह्रस्व हस्व स्वर के मात्रा वाले वर्णो के उच्चारण में बहुत कम समय लगता है। इसमें केवल एक मात्रा का समय लगता है, इसीलिए इन्हें एक मात्रिक एवं मूल स्वर के नाम से भी जाना जाता है। हिंदी व्याकरण में स्वर की कुल 4 संख्या है और इन्ही की मदद से बनने वाली मात्रा को हस्व मात्रा बोलते हैं। अ, इ, उ, ऋ यह ह्रस्व स्वर के उदाहरण है। दीर्घ स्वर दीर्घ स्वर का निर्माण एक स्वर में जब उसी तरह के दूसरे स्वर मिलते हैं तब इसका निर्माण होता है।जैसे अ + अ = आ, इ + इ = ई, उ+ उ = ऊ, अ+ इ = ए, अ + ओ = ओ, अ + ऊ = औ। दीर्घ मात्रा वाले वर्णों के उच्चारण में 2 मात्राओं का समय लगने के कारण इसे द्वि-मात्रिक वर्ण भी कहा जाता है। यह हृस्व मात्रा से भी ज्यादा उच्चारण करने में समय लेता है। आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, यह हिंदी व्याकरण के दीर्घ स्वर है। प्लतु मात्रा प्लतु मात्रा वाले वर्ण का उच्चारण काफी ज्यादा लंबा होता है। यह दिर्घ से भी लंबा उच्चारित होता है। पल्तु मात्रा का कोई भी चिन्ह नहीं होता, इसे ३ से दर्शाया जाता है। उदाहरण के लिए ‘ओ३म्’। लेकिन पल्तु मात...

Hindi Matra

Hindi Matra : दोस्तों अगर आपको हिंदी भाषा से लगाव है और आप चाहते है की हम अच्छी तरह से Hindi Matra (हिंदी मात्रा) को इस्तेमाल करना सिख जाये तो आप बिलकुल सही लेख पर आये है यहाँ इस लेख में आपको Hindi Matra Kya Hai, Hindi Matra Ka Prayog Kaise Hota Hai, Hindi Matra Wale Shabd, Hindi Matra Wale Vakya और Barakhadi आदि के बारे में बताएँगे। • • • • • • • • • • • Hindi Matra (मात्रा क्या है) स्वर और व्यंजन से मिलकर एक नया रूप बनते है और स्वर के उस नये रूप को मात्रा (Matra) कहा जाता है, मात्रा हम व्यंजन को नहीं कह सकते है, मात्राएँ स्वर होते है जैसे – आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ स्वर 11 होते है पर हम 10 स्वर को ही मात्रा कह सकते है। अगर हम थोडा स्वर के बारे में बाताये तो स्वर उन वर्णो को कहा जाता है, जिनका उच्चारण किसी दुसरे वर्ण की सहायता के बिना होता है यानि इसके उच्चारण कंठ यां तालू से होता है स्वर उच्चारण करते समय किसी चिन्ह की सहायता लेनी पड़ती है उसे ही मात्रा“Hindi Matra” कहते है हमारे हिंदी भाषा में शब्दों या वाक्यों को लिखने या पढने के लिए मात्राओ की जरूरत पड़ती है। हिंदी मात्रा को हमेशा स्वर वर्ण के चिन्ह के रूप के लिए जाता है जैसे आप जिसको अच्छे से समझने के लिए निचे देख सकते है। हिंदी स्वर अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ हिंदी मात्रा ा ि ी ु ू ृ े ॅ ै ो ॉ ौ हिंदी स्वर और उनके संकेत (Hindi Matra) स्वर साइन/चिन्ह लिखने का तरीका अ N/A क् + अ क आ (-T) क् + आ का इ ि क् + इ कि ई ( ◌ी ) क् + ई की उ ( ◌ु) क् + उ कु ऊ (◌ू) क् + ऊ कू ऋ (◌ृ) क् + ऋ कृ ए ( ◌े) क् + ए के ऐ (◌ै) क् + ऐ कै ओ (◌ो) क् + ओ को औ (-◌ौ) क् + औ कौ अं (◌ं) क् + अं कं अ: ( : ) क् + अ: कः हिंदी स्वर से मात्राओ का उपयोग ब...

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित

विषय सूची • • • • • • • हिंदी वर्णमाला क्या होती है? कई लोगों का सवाल होता है कि हिंदी वर्णमाला क्या होती है? जिस भाषा के माध्यम से हम अपने विचारों को दूसरे के सामने रखते है और जो बोलते हैं, वे ध्वनियां हैं। इन सभी की अभिव्यक्ति के लिए हमें किसी वर्णमाला की जरूरत होती है। वर्णमाला के माध्यम से हम अपने विचार और भावनाएं लिख सकते है और अन्य लोगों को समझा सकते हैं। ध्वनियों को लिखने या समझने के लिए चिन्ह का उपयोग होता है, चिन्हों को हिंदी वर्णमाला में वर्ण और अक्षर की संख्या हिंदी वर्णमाला में अलग-अलग वर्ण और अक्षर होते हैं। उच्चारण के आधार पर 45 वर्ण हैं, जिसे अलग-अलग विभाजित किया गया है, इसमें 10 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं। यदि आप इन्हें लिखते है तो यह 52 वर्ण होते हैं, जिनमें 13 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 4 इनमे आपको कुछ अपवाद भी देखने को मिलते है, कुछ व्याकरण वर्णों की कुल संख्या 47 बताते हैं। जिनमें 10 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 2 दूसरी भाषा के व्यंजन ज़ और फ़ को शामिल करते हैं। लेकिन अधिकतर 52 वर्ण और अक्षर की सूचि को सही मानते है। वर्णों के प्रकार हिंदी वर्णमाला के अनुसार वर्णो को मुख्यतः 2 भागो में बांटा गया है, जिसमे स्वर और व्यंजन आते है। स्वर किसे कहते है? स्वर वह शब्द कहलाते है, जिन्हें हम स्वतंत्र रूप से बोल सकते है। जिन वर्णों के उच्चारण करने के लिये हमें किसी दूसरे वर्ण की आवश्यकता नहीं होती, उन्हें हम स्वर कहते है। हिंदी वर्णमाला के अनुसार इनकी संख्या 13 मानी गयी है लेकिन व्याकरण में उच्चारण की दृष्टि से 10 है। स्वर–“अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ” स्वरों का वर्गीकरण स्वरों को बोलने के लिए हमें किसी ना किसी के आधार की आवश्यकता होती है, जिसके आधार पर इसे 4 भागों में ब...

हिंदी बारहखड़ी

Hindi Barakhadi: दोस्तों हिंदी भाषा को बोलने और लिखने के लिए सबसे जरुरी चीज होती है हिंदी बारहखड़ी और दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से पूण रूप से हिंदी बारहखड़ी आपको सिखाने वाले है और साथ में फ्री हिंदी बारहखड़ी चार्ट और Hindi Barakhadi Pdf भी देने वाले है इस पोस्ट में आपको हिंदी बारहखड़ी के बारे में पूण रूप से जानकरी देंगे की हिंदी बारहखड़ी में कितने स्वर और व्यंजन होते है और उनके सहयोग से क्या बनता है तो चलिए जानते है Hindi Barakhadi बारहखड़ी क्या है व्यंजन तथा स्वर के सयोग से बनने वाले अक्षरों के क्रम को बारहखड़ी कहते है जिसमे अ से ज्ञ तक के स्वर और व्यंजनों का समावेश होता है और बारहखड़ी का उपयोग बोलने और लिखने के लिए किया जाता है हिंदी स्वर| Hindi Swar स्वर अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं अः स्वर की मात्राएँ – ा ि ी ु ू े ै ो ौ ं ः a aa i ee u oo e ai o au am ah Hindi Swar हिंदी व्यंजन | Hindi Vyanjan क ख ग घ ड़ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ Hindi Vyanjan Barakhadi In Hindi यहाँ पर आपको Hindi Barakhadi Chart बताया गया है “क” से “ज्ञ”तक का क का कि की कु कू के कै को कौ कं कः ख खा खि खी खु खू खे खै खो खौ खं खः ग गा गि गी गु गू गे गै गो गौ गं गः घ घा घि घी घु घू घे घै घो घौ घं घः च चा चि ची चु चू चे चै चो चौ चं चः छ छा छि छी छु छू छे छै छो छौ छं छः ज जा जि जी जु जू जे जै जो जौ जं जः झ झा झि झी झु झू झे झै झो झौ झं झः ट टा टि टी टु टू टे टै टो टौ टं टः ठ ठा ठि ठी ठु ठू ठे ठै ठो ठौ ठं ठः ड डा डि डी डु डू डे डै डो डौ डं डः ढ ढा ढि ढी ढु ढू ढे ढै ढो ढौ ढं ढः ण णा णि णी णु णू णे णै णो णौ णं णः त ता ति ती तु तू ते तै तो तौ तं तः थ था थि थी थु ...

Hindi varnamala चार्ट, वीडियो, Worksheet, उच्चारण, चित्र सहित

अगर आप हिन्दी भाषा सीखना चाहते है तो Hindi varnamala उतना ही जरूरी है जितना अंग्रेजी भाषा में Alphabet | यदि आप एक माता-पिता है और चाहते हैं कि आपके बच्चे हिन्दी भाषा को पढ़ और लिख सके तो उनके लिए जरुरी है की सबसे पहले Hindi varnamala को अच्छे से सीखे | क्योकि इसकी शुरुआत ही varnamala से होती है | और अगर आप एक वयस्क है जो हिंदी सीखना चाहते है या फिर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो हमने इस लेख में Hindi varnamala को बहुत आसान तरीके से विस्तार (deeply) से समझाया है | हमने इस varnamala in Hindi लेख को चार्ट, ऑडियो (sounds), उच्चारण, चित्र, उदहारण, वीडियो, और worksheet की मदद से समझाया है | 👉 Table of Contents • • • • • • • • • • • • Hindi Varnamala (हिंदी वर्णमाला क्या है) Hindi varnamala एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित वर्णों या अक्षरों का एक समूह है जिसका उपयोग हिंदी भाषा को बोलने और लिखने के लिए किया जाता है | वैसे तो Hindi varnamala में उच्चारण (pronounciation) के आधार पर 44 वर्ण होते है | जिनमें 11 स्वर (Vowel) और 33 व्यंजन (consonant) है | और लेखन के आधार पर 52 वर्ण होते है जिसको आगे हम चर्चा करेंगे | जिनमें 13 स्वर, 33 व्यंजन, 2 द्विगुण व्यंजन (binary consonant) और 4 संयुक्त व्यंजन (combined consonant) है | लेकिन भारत सरकार द्वारा मानक हिंदी वर्णमाला (standard Hindi vernmala) में 44 वर्ण होते है जिनमे 11 स्वर और 33 व्यंजन हैं। मतलब इन 44 वर्णो को अधिकारिक रूप से मान्यता मिली है | और पारंपरिक हिंदी वर्णमाला (traditional Hindi vernmala) के अनुसार 52 वर्ण होते है जिनमे 13 स्वर, 33 व्यंजन, 2 द्विगुण व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन शामिल है | अगर आप हिंदी सीखना चाहते ह...

हिंदी वर्णमाला (स्वर और व्यंजन)

हिंदी भाषा को समझने और सीखने के लिए Hindi Varnamala को सीखना और समझना बहुत आवश्यक है। Hindi Varnamala (हिंदी वर्णमाला) में हिंदी भाषा में सभी ध्वनियों को शामिल किया गया है, जिनके बारे में हम इस Article में जानेंगे। वर्ण या अक्षरों के क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं। इसलिए हिंदी भाषा में समस्त वर्णों के क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित समूह को Hindi Varnamala कहते हैं। Hindi Varnamala में 44 अक्षर होते हैं, जिसमें ग्यारह स्वर एवं 33 व्यंजन हैं। प्रत्येक भाषा अपने आप में एक व्यवस्था है। हिंदी में भी सभी वर्णों को एक व्यवस्था में रखा गया है, जिसे हम उस भाषा की वर्णमाला (Varnamala) के नाम से जानते हैं। हिंदी वर्णमाला (Varnamala in hindi) में कुल अक्षरों की संख्या 52 होती है। वर्णमाला (Varnamala) में एक रूपता बनाए रखने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीनस्थ संस्था केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा हिंदी वर्णमाला (Varnamala) का मानक रूप तैयार किया गया है. जो निम्नलिखित है- Sawar Akshar in Hindi (स्वर) हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) में ग्यारह स्वर होते हैं। हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) में अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ इत्यादि स्वर(Vowel) होते हैं। ॠ, ऌ एवं ॡ को हिंदी वर्णमाला में शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि इन वर्णों का संस्कृत (Sanskrit) भाषा में किया जाता है, हिंदी (Hindi) में नहीं। Vyanjan in Hindi (व्यंजन) हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) में 33 व्यंजन होते हैं, जो निम्नलिखित हैं- क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह Sanyukt Vyanjan (संयुक्त व्यंजन) दो या दो से अधिक व्यंजनों के योग से बने व्यंजनों को सयुंक्त व्यंजन कहते हैं...

हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन सहित

विषय सूची • • • • • • • हिंदी वर्णमाला क्या होती है? कई लोगों का सवाल होता है कि हिंदी वर्णमाला क्या होती है? जिस भाषा के माध्यम से हम अपने विचारों को दूसरे के सामने रखते है और जो बोलते हैं, वे ध्वनियां हैं। इन सभी की अभिव्यक्ति के लिए हमें किसी वर्णमाला की जरूरत होती है। वर्णमाला के माध्यम से हम अपने विचार और भावनाएं लिख सकते है और अन्य लोगों को समझा सकते हैं। ध्वनियों को लिखने या समझने के लिए चिन्ह का उपयोग होता है, चिन्हों को हिंदी वर्णमाला में वर्ण और अक्षर की संख्या हिंदी वर्णमाला में अलग-अलग वर्ण और अक्षर होते हैं। उच्चारण के आधार पर 45 वर्ण हैं, जिसे अलग-अलग विभाजित किया गया है, इसमें 10 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं। यदि आप इन्हें लिखते है तो यह 52 वर्ण होते हैं, जिनमें 13 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 4 इनमे आपको कुछ अपवाद भी देखने को मिलते है, कुछ व्याकरण वर्णों की कुल संख्या 47 बताते हैं। जिनमें 10 स्वर और 35 व्यंजन के साथ 2 दूसरी भाषा के व्यंजन ज़ और फ़ को शामिल करते हैं। लेकिन अधिकतर 52 वर्ण और अक्षर की सूचि को सही मानते है। वर्णों के प्रकार हिंदी वर्णमाला के अनुसार वर्णो को मुख्यतः 2 भागो में बांटा गया है, जिसमे स्वर और व्यंजन आते है। स्वर किसे कहते है? स्वर वह शब्द कहलाते है, जिन्हें हम स्वतंत्र रूप से बोल सकते है। जिन वर्णों के उच्चारण करने के लिये हमें किसी दूसरे वर्ण की आवश्यकता नहीं होती, उन्हें हम स्वर कहते है। हिंदी वर्णमाला के अनुसार इनकी संख्या 13 मानी गयी है लेकिन व्याकरण में उच्चारण की दृष्टि से 10 है। स्वर–“अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ” स्वरों का वर्गीकरण स्वरों को बोलने के लिए हमें किसी ना किसी के आधार की आवश्यकता होती है, जिसके आधार पर इसे 4 भागों में ब...

Hindi Matra

Hindi Matra : दोस्तों अगर आपको हिंदी भाषा से लगाव है और आप चाहते है की हम अच्छी तरह से Hindi Matra (हिंदी मात्रा) को इस्तेमाल करना सिख जाये तो आप बिलकुल सही लेख पर आये है यहाँ इस लेख में आपको Hindi Matra Kya Hai, Hindi Matra Ka Prayog Kaise Hota Hai, Hindi Matra Wale Shabd, Hindi Matra Wale Vakya और Barakhadi आदि के बारे में बताएँगे। • • • • • • • • • • • Hindi Matra (मात्रा क्या है) स्वर और व्यंजन से मिलकर एक नया रूप बनते है और स्वर के उस नये रूप को मात्रा (Matra) कहा जाता है, मात्रा हम व्यंजन को नहीं कह सकते है, मात्राएँ स्वर होते है जैसे – आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ स्वर 11 होते है पर हम 10 स्वर को ही मात्रा कह सकते है। अगर हम थोडा स्वर के बारे में बाताये तो स्वर उन वर्णो को कहा जाता है, जिनका उच्चारण किसी दुसरे वर्ण की सहायता के बिना होता है यानि इसके उच्चारण कंठ यां तालू से होता है स्वर उच्चारण करते समय किसी चिन्ह की सहायता लेनी पड़ती है उसे ही मात्रा“Hindi Matra” कहते है हमारे हिंदी भाषा में शब्दों या वाक्यों को लिखने या पढने के लिए मात्राओ की जरूरत पड़ती है। हिंदी मात्रा को हमेशा स्वर वर्ण के चिन्ह के रूप के लिए जाता है जैसे आप जिसको अच्छे से समझने के लिए निचे देख सकते है। हिंदी स्वर अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ हिंदी मात्रा ा ि ी ु ू ृ े ॅ ै ो ॉ ौ हिंदी स्वर और उनके संकेत (Hindi Matra) स्वर साइन/चिन्ह लिखने का तरीका अ N/A क् + अ क आ (-T) क् + आ का इ ि क् + इ कि ई ( ◌ी ) क् + ई की उ ( ◌ु) क् + उ कु ऊ (◌ू) क् + ऊ कू ऋ (◌ृ) क् + ऋ कृ ए ( ◌े) क् + ए के ऐ (◌ै) क् + ऐ कै ओ (◌ो) क् + ओ को औ (-◌ौ) क् + औ कौ अं (◌ं) क् + अं कं अ: ( : ) क् + अ: कः हिंदी स्वर से मात्राओ का उपयोग ब...

Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) हिंदी व्याकरण

Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) हिंदी व्याकरण – Vowels and Consonants Hello Students हमारी मात्र भाषा हिंदी से सम्बंधित एक Complete हिंदी व्याकरण Swar and Vyanjan हिंदी व्याकरण जिसे English में Vowels and Consonants भी कहा जाता है पूरी जानकारी हिंदी के साथ आपसे पूरा चार्ट शेयर कर रहे है जो कि उदाहरण के साथ समझाया गया है यह स्वर और व्यंजन Vowels and Consonants हिंदी व्याकरण बहुत -सी परीक्षाओ मे पूछे जाते है जो भी Students हमारी इस Article को पढ़ेगा उनसे हम आशा करते है की वे इसे पूरा पढ़े और ध्यान से पढ़े पर्याप्त न होने पर • • Swar and Vyanjan (स्वर और व्यंजन) – Vowels & Consonants स्वर और व्यंजन Swar and Vyanjan हिंदी वर्णमाला में वर्णों को दो भागों में बाँटा गया है – १. स्वर २. व्यंजन। स्वर और उसके भेद / प्रकार स्वर : जिन वर्णों का स्वतंत्र उच्चारण किया जा सके या जिन ध्वनियों के उच्चारण के समय हवा बिना किसी रुकावट के निकलती है, वे स्वर कहलाते हैं, जैसे – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, (ऋ), ए, ऐ, ओ, औ, (ऑ)। यहाँ उल्लेखनीय है कि ऋ हिन्दी में उच्चारण की दृष्टि से स्वर नहीं है, लेखन की दृष्टि से ऋ स्वर है । इसी प्रकार ऑ अंग्रेजी के डॉक्टर, कॉलेज, नॉलेज आदि शब्दों में उच्चारण के कारण स्वर के रूप में प्रचलित हो गया है । अतः ऑ उच्चारण की दृष्टि से स्वर है । नोट : मानक रूप से हिंदी में स्वरों की संख्या 11 मानी गई है। निम्नलिखित वर्णों को कई जगह स्वर के रूप में लिखा जाता है जो कि गलत है। अनुस्वार : अं विसर्ग : अः Swar स्वर के प्रकार : उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वर के दो (प्लुत सहित तीन) प्रकार हैं: ह्स्व स्वर : जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्स्व स्वर कहते है...