हिंदू धर्म में पत्नी का दूध पीना चाहिए

  1. एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं / एकादशी के दिन सिर धोना चाहिए या नहीं
  2. पूजा में पत्नी का पति के किस ओर बैठना माना गया है शुभ, जानिए
  3. रात में दूध पीने के फायदे और नुकसान
  4. एकादशी पर क्या खाएं और क्या नहीं, जानिए
  5. गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं?, पूरी जानकारी
  6. Muslim धर्म में पत्नी का दूध पीना चाहिए
  7. पति और पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए ?
  8. एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं / एकादशी के दिन सिर धोना चाहिए या नहीं
  9. पति और पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए ?
  10. रात में दूध पीने के फायदे और नुकसान


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एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं / एकादशी के दिन सिर धोना चाहिए या नहीं

हर महीने में दों एकादशी आती हैं. एक कृष्ण पक्ष में आती है. तो दूसरी शुक्ल पक्ष में आती हैं. एकादशी का व्रत करने में भी कुछ नियम का पालन करना होता हैं. जिसके बारे में शायद ही सभी को पता होता हैं. अगर आप भी एकादशी व्रत में रखे जाने वाले नियम के बारे में जानना चाहते है. तो यह आर्टिकल पूरा पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं. तथा इस व्रत से जुड़े अन्य और नियम के बारे में भी बताने वाले हैं. • • • • • • • • एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं जी हां, एकादशी व्रत में दूध पी सकते हैं. एकादशी व्रत में चाय पीना चाहिए या नहीं जी हां, एकादशी व्रत में चाय पिया जा सकता हैं. लेकिन चाय का अधिक मात्रा में उस दिन सेवन न करे तो बेहतर होगा. क्योंकि एकादशी के दिन आपका उपवास होता है. और ऐसे में हमारा पेट खाली होता है. तो अधिक मात्रा में चाय का सेवन करने से एसिडिटी की तथा अन्य समस्या हो सकती हैं. इससे अच्छा आप एकादशी व्रत में दूध का सेवन करे. कलयुग का कड़वा सच क्या है – सम्पूर्ण जानकारी घर में कौन कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए / घर में कितने इंच की मूर्ति रखनी चाहिए इसके अलावा एकादशी के दिन नाख़ून और बाल काटना भी वर्जित माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की इस दिन यह सभी वर्जित काम करने से भगवान विष्णु अप्रसन्न होते हैं. और हमारे घर में धन की हानि होती हैं. एकादशी व्रत के पारण में क्या खाना चाहिए एकादशी व्रत के पारण में आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता आदि अमृत फलों का सेवन कर सकते हैं. ekadashi ke din kya nahi khana chahiye / एकादशी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए एकादशी के दिन व्रतधारी व्यक्ति को गाजर, गोभी, पालक, शलजम बैंगन, सेमफली, जौ आद...

पूजा में पत्नी का पति के किस ओर बैठना माना गया है शुभ, जानिए

हिंदू धर्म में पति-पत्नी का एक साथ पूजा में बैठना अनिवार्य माना गया है। कहते हैं कि पति को कभी भी किसी पूजा में अपनी पत्नी के बिना नहीं बैठना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। यही बात पत्नी पर भी लागू की जाती है। लेकिन कई बार इस पर सवाल उठता है कि पूजा में पत्नी को अपने पति के किस ओर बैठना चाहिए? पूजा में पत्नी का पति के किस ओर बैठना शुभ माना गया है? आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से बता रहे हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि पत्नी को सदैव पूजा में अपने पति के दाएं हाथ की ओर बैठना चाहिए। पूजा में पत्नी का इस तरह से बैठना शुभ माना जाता है। साथ ही यज्ञ, होम, व्रत, दान, स्नान, देवयात्रा तथा विवाह इत्यादि कर्मों में भी पत्नी का अपने पति के दाएं हाथ की ओर आसन ग्रहण करना शुभ माना गया है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस बात का ध्यान रखकर उपरोक्त कर्मों का सही फल प्राप्त किया जा सकता है। कहते हैं कि बैठने की दिशा उचित नहीं होने पर शुभ कर्मों का फल पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं होता। कहा जाता है कि यज्ञ, होम, व्रत, दान, स्नान, देवयात्रा तथा विवाह इत्यादि कर्मों को विधि पूर्वक करना जरूरी है। इन सबके बीच पति-पत्नी के बैठने की दिशा का विशेष रूप से ख्याल रखा जाना चाहिए। इसके अलावा, किसी पूजनीय व्यक्ति के चरण छूते समय, सोते समय और भोजन करते समय के बारे में भी पति-पत्नी की दिशा का निर्धारण किया गया है। कहते हैं कि चरण छूने, सोने और भोजन करने की क्रिया के वक्त पत्नी का सही स्थान पति के बाएं हाथ की ओर है। माना जाता है कि इन कार्यों में दिशा का पालन करने से अच्छा फल प्राप्त होता है। ध्यान रहे कि दिशा के भूल जाने को किसी तरह का अपराध नहीं माना गया है। बल्कि इसस...

रात में दूध पीने के फायदे और नुकसान

दादी-नानी से लेकर मां भी अक्सर रात में सोते समय ही दूध पीने के लिए जोर देती हैं, लेकिन ऐसा क्यों? अगर इसके पीछे की वजह पूछी जाए, तो अधिकतर लोगों का यही जवाब हो सकता है कि दूध के पौष्टिक गुणों की वजह से वो रात को दूध पीने के लिए कहती हैं। संभवत ऐसा कुछ हद तक सही हो सकता है, लेकिन सिर्फ यही इसकी असली वजह नहीं हैं। दरअसल, दिन के मुकाबले रात को दूध पीने के फायदे अधिक होते हैं और इसी विषय पर आप स्टाइलक्रेज के इस लेख में पढ़ सकती हैं। यहां रात में दूध पीने के फायदे विस्तार से बताए गए हैं। साथ ही दूध पीने का सही तरीका व इससे होने वाले नुकसान की भी जानकारी दी गई है। 3. शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए दूध व दूध से बने उत्पाद का सेवन करने से शारीरिक शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। दरअसल, डेयरी उत्पाद में अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक व फास्फोरस की अधिक मात्रा होती है। इस वजह से दूध के सेवन से शरीर को अधिक कैलोरी व ऊर्जा मिल सकती है ()। वहीं, लेख में ऊपर बताया गया है कि रात में दूध पीने के फायदे गहरी नींद में मदद कर सकते हैं, जिस वजह से अधिक आराम की स्थिति में शरीर ऊर्जा का भी अधिक संचय कर सकेगा और सुबह उठने पर शरीर को अधिक ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। 5. त्वचा के लिए त्वचा के लिए सोते समय दूध पीने के फायदे की बात करें, तो दूध में फॉस्फोलिपिड (एक तरह का वसा) होता है, जो स्ट्रेटम कॉर्नियम (त्वचा की ऊपरी परत) में नमी बढ़ाने व त्वचा की सूजन कम करने में मदद कर सकता है। इससे त्वचा के कार्य करने की प्रक्रिया बेहतर हो सकती है। इस तथ्य की पुष्टि एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध रिसर्च पेपर से होती है ( नोट : रात में सोते समय या दिन में कभी भी कच्चा दूध नहीं पी...

एकादशी पर क्या खाएं और क्या नहीं, जानिए

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बड़ा महत्व है। शास्त्रों के अनुसार हर माह दो एकादशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल कृष्ण पक्ष में। सभी धर्मों के नियम भी अलग-अलग होते हैं। खास कर हिंदू धर्म के अनुसार एकादशी व्रत करने की इच्छा रखने वाले मनुष्य को दशमी के दिन से ही कुछ अनिवार्य नियमों का पालन करना चाहिए। इन दिनों कुछ चीजों को सेवन निषेध माना गया है। आइए जानें...

गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं?, पूरी जानकारी

Guruvar ke Vrat me Dudh Pina Chahiye ya Nahi: हिंदू धर्म में व्रत का महत्व अधिक माना जाता है और व्रत को अपने सक्षम अनुसार निर्जल व फलाहारी रूप में करते है। गुरुवार का व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित माना गया है। इस दिन कई लोग साई बाबा का व्रत भी करते है। परंतु बृहस्पति को मजबूत बनाने के लिए भगवान विष्णु का व्रत रखना बहुत ही फलकारी माना जाता है। इस व्रत को कोई भी कर सकता है। ज्यादातर कुंवारी कन्या के लिए यह व्रत शुभ होता है। गुरुवार के व्रत से जुड़ी सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल यह है कि गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं? तो इस सवाल का उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिलेगा। इसलिए इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़ें। गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं?, पूरी जानकारी | Guruvar ke Vrat me Dudh Pina Chahiye ya Nahi Contents • • • • • • गुरुवार का व्रत किसके लिए ज्यादा अच्छा होता है? गुरुवार का व्रत महिला और पुरुष हर कोई कर सकता है। भगवान विष्णु की आराधना के लिए यह व्रत किया जाता है। इस अलावा अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में गुरु कमजोर है और उनकी शादी नहीं हो रही अथवा शादी में विघ्न आ रहे है तो वो भी बृहस्पतिवार का व्रत कर सकते है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से गुरुदोष खत्म होता है और विवाह में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती। 16 गुरुवार करने के बाद विधि पूर्वक उद्यापन करने से पूजा को सफल माना जाता है और भगवान विष्णु की कृपा से अच्छा फल भी प्राप्त होता है। भगवान विष्णु की पूजा व व्रत कोई भी श्रद्धालु भक्त विधि विधान से कर सकते है। गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं ? चलिए अब हम आपको बताते है गुरुवार के व्रत में दूध का सेवन करना चाहिए या नहीं? तो इस...

Muslim धर्म में पत्नी का दूध पीना चाहिए

विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है। ‘‘यदि उसने उससे दूध नहीं पिया है तो इसमें कोई आपत्ति की बात नहीं है, और यदि उसने दूध पी लिया है तो उसके लिए ऐसा करना उचित नहीं है, और इससे वह (औरत) उसके ऊपर हराम नहीं होगी चाहे (दूध पीना) थोड़ा हो या अधिक, क्योंकि आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का फरमान है : “वही दूध पीना हराम करता है जो अंतड़ियों को फाड़ दे (अर्थात जिससे पेट भर जाए), और यह दूध छुड़ाने से पहले हो।” इसे तिर्मिज़ी ने उल्लेख किया है।” अंत हुआ। (दूध पिलाने की अवधि दो वर्ष है) आदरणीय शैख मुहम्मद बिन इब्राहीम रहिमहुल्लाह। “फतावा शैख मुहम्मद बिन इब्राहीम” (11/188). तथा प्रश्न संख्या (47721) का उत्तर देखिए। और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है। जिन बच्चों को एक ही महिला द्वारा नियमित रूप से (तीन से पांच या अधिक बार) स्तनपान कराया जाता है, उन्हें "दूध-भाई-बहन" माना जाता है और उन्हें एक-दूसरे से शादी करने की मनाही होती है। एक आदमी के लिए अपनी दूध माँ से शादी करना मना है (गीली नर्स) या एक महिला के लिए अपनी दूध माँ के पति से शादी करने के लिए। ऐसे में क्या प्रेग्नेंट न होने पर ब्रेस्ट से लिक्विड निकल सकता है? कभी-कभी एक महिला के स्तनों से दूध बनता है, भले ही वह गर्भवती न हो या स्तनपान न करा रही हो। इस स्थिति को कहा जाता है अतिस्तन्यावण (कहते हैं: गुह-कमी-तुह-री-आह)। दूध एक या दोनों स्तनों से आ सकता है। यह अपने आप लीक हो सकता है या केवल तभी जब स्तनों को छुआ जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, क्या मैं इस्लाम में अपनी पत्नी के गुप्तांगों को चूम सकता हूँ? प्राइवेट पार्ट को किस करना जायज़ है? संभोग से पहले पत्नी के ह...

पति और पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए ?

Image: Shutterstock एक कपल जब शादी के बंधन में बंध जाता है, तो उनकी आंखों में आने वाले कल के लिए कई सपने सजने लगते हैं। इन सपनों को पूरा करने और हर लम्हे को खुशी से जीने के लिए यह समझना जरूरी है कि वैवाहिक जीवन कैसा होना चाहिए। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं। यहां हम बताएंगे कि वैवाहिक जीवन का अर्थ क्या है और एक आदर्श शादीशुदा जिंदगी कैसी होनी चाहिए। लेख में आगे हमने विस्तार से बताया है कि पति-पत्नी का वैवाहिक जीवन किस प्रकार का होना चाहिए। पति पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए? | Pati or patni ka rishta kaisa hona chahiye यहां हम क्रमवार तरीके से बता रहे हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए : 1. आपसी समझ – पति-पत्नी के रिश्ते में आपसी समझ होनी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक दूसरे के व्यक्तित्व, पसंद, नापसंद जैसी सभी चीजों के बारे में समझना होगा। जब वो एक दूसरे को अच्छी तरह से समझने लगेंगे, तो रिश्ता मजबूत होता जाता है और दोनों प्यार से अपनी जिंदगी एक साथ बिताते हैं। 4. संयम बरतना आना चाहिए – पति-पत्नी दोनों को संयम बरतना आना चाहिए। इससे रिश्ते में खटास पैदा होने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। कभी-कभी ऐसा होता है कि काम के प्रेशर की वजह से पति-पत्नी एक दूसरे पर अपना गुस्सा निकाल देते हैं। ऐसे में संयम बरतते हुए सामने वाले की परिस्थिति को समझें। इससे विवाद नहीं बढ़ेगा और रिश्ते की मिठास भी बनी रहेगी। 7. दोनों के बीच अच्छा संवाद – खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए दो लोगों के बीच संवाद होते रहना चाहिए। इससे गलतफहमी से बचे रहने में मदद मिलती है। अगर पति और पत्नी दोनों के बीच संवाद में कमी आती है या फिर बातचीत बंद हो जाती है, तो यह अच्छे रिश्ते का संकेत नहीं है। इस...

एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं / एकादशी के दिन सिर धोना चाहिए या नहीं

हर महीने में दों एकादशी आती हैं. एक कृष्ण पक्ष में आती है. तो दूसरी शुक्ल पक्ष में आती हैं. एकादशी का व्रत करने में भी कुछ नियम का पालन करना होता हैं. जिसके बारे में शायद ही सभी को पता होता हैं. अगर आप भी एकादशी व्रत में रखे जाने वाले नियम के बारे में जानना चाहते है. तो यह आर्टिकल पूरा पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं. तथा इस व्रत से जुड़े अन्य और नियम के बारे में भी बताने वाले हैं. • • • • • • • • एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं जी हां, एकादशी व्रत में दूध पी सकते हैं. एकादशी व्रत में चाय पीना चाहिए या नहीं जी हां, एकादशी व्रत में चाय पिया जा सकता हैं. लेकिन चाय का अधिक मात्रा में उस दिन सेवन न करे तो बेहतर होगा. क्योंकि एकादशी के दिन आपका उपवास होता है. और ऐसे में हमारा पेट खाली होता है. तो अधिक मात्रा में चाय का सेवन करने से एसिडिटी की तथा अन्य समस्या हो सकती हैं. इससे अच्छा आप एकादशी व्रत में दूध का सेवन करे. कलयुग का कड़वा सच क्या है – सम्पूर्ण जानकारी घर में कौन कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए / घर में कितने इंच की मूर्ति रखनी चाहिए इसके अलावा एकादशी के दिन नाख़ून और बाल काटना भी वर्जित माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की इस दिन यह सभी वर्जित काम करने से भगवान विष्णु अप्रसन्न होते हैं. और हमारे घर में धन की हानि होती हैं. एकादशी व्रत के पारण में क्या खाना चाहिए एकादशी व्रत के पारण में आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता आदि अमृत फलों का सेवन कर सकते हैं. ekadashi ke din kya nahi khana chahiye / एकादशी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए एकादशी के दिन व्रतधारी व्यक्ति को गाजर, गोभी, पालक, शलजम बैंगन, सेमफली, जौ आद...

पति और पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए ?

Image: Shutterstock एक कपल जब शादी के बंधन में बंध जाता है, तो उनकी आंखों में आने वाले कल के लिए कई सपने सजने लगते हैं। इन सपनों को पूरा करने और हर लम्हे को खुशी से जीने के लिए यह समझना जरूरी है कि वैवाहिक जीवन कैसा होना चाहिए। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं। यहां हम बताएंगे कि वैवाहिक जीवन का अर्थ क्या है और एक आदर्श शादीशुदा जिंदगी कैसी होनी चाहिए। लेख में आगे हमने विस्तार से बताया है कि पति-पत्नी का वैवाहिक जीवन किस प्रकार का होना चाहिए। पति पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए? | Pati or patni ka rishta kaisa hona chahiye यहां हम क्रमवार तरीके से बता रहे हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए : 1. आपसी समझ – पति-पत्नी के रिश्ते में आपसी समझ होनी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक दूसरे के व्यक्तित्व, पसंद, नापसंद जैसी सभी चीजों के बारे में समझना होगा। जब वो एक दूसरे को अच्छी तरह से समझने लगेंगे, तो रिश्ता मजबूत होता जाता है और दोनों प्यार से अपनी जिंदगी एक साथ बिताते हैं। 4. संयम बरतना आना चाहिए – पति-पत्नी दोनों को संयम बरतना आना चाहिए। इससे रिश्ते में खटास पैदा होने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। कभी-कभी ऐसा होता है कि काम के प्रेशर की वजह से पति-पत्नी एक दूसरे पर अपना गुस्सा निकाल देते हैं। ऐसे में संयम बरतते हुए सामने वाले की परिस्थिति को समझें। इससे विवाद नहीं बढ़ेगा और रिश्ते की मिठास भी बनी रहेगी। 7. दोनों के बीच अच्छा संवाद – खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए दो लोगों के बीच संवाद होते रहना चाहिए। इससे गलतफहमी से बचे रहने में मदद मिलती है। अगर पति और पत्नी दोनों के बीच संवाद में कमी आती है या फिर बातचीत बंद हो जाती है, तो यह अच्छे रिश्ते का संकेत नहीं है। इस...

रात में दूध पीने के फायदे और नुकसान

दादी-नानी से लेकर मां भी अक्सर रात में सोते समय ही दूध पीने के लिए जोर देती हैं, लेकिन ऐसा क्यों? अगर इसके पीछे की वजह पूछी जाए, तो अधिकतर लोगों का यही जवाब हो सकता है कि दूध के पौष्टिक गुणों की वजह से वो रात को दूध पीने के लिए कहती हैं। संभवत ऐसा कुछ हद तक सही हो सकता है, लेकिन सिर्फ यही इसकी असली वजह नहीं हैं। दरअसल, दिन के मुकाबले रात को दूध पीने के फायदे अधिक होते हैं और इसी विषय पर आप स्टाइलक्रेज के इस लेख में पढ़ सकती हैं। यहां रात में दूध पीने के फायदे विस्तार से बताए गए हैं। साथ ही दूध पीने का सही तरीका व इससे होने वाले नुकसान की भी जानकारी दी गई है। 3. शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए दूध व दूध से बने उत्पाद का सेवन करने से शारीरिक शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। दरअसल, डेयरी उत्पाद में अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक व फास्फोरस की अधिक मात्रा होती है। इस वजह से दूध के सेवन से शरीर को अधिक कैलोरी व ऊर्जा मिल सकती है ()। वहीं, लेख में ऊपर बताया गया है कि रात में दूध पीने के फायदे गहरी नींद में मदद कर सकते हैं, जिस वजह से अधिक आराम की स्थिति में शरीर ऊर्जा का भी अधिक संचय कर सकेगा और सुबह उठने पर शरीर को अधिक ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। 5. त्वचा के लिए त्वचा के लिए सोते समय दूध पीने के फायदे की बात करें, तो दूध में फॉस्फोलिपिड (एक तरह का वसा) होता है, जो स्ट्रेटम कॉर्नियम (त्वचा की ऊपरी परत) में नमी बढ़ाने व त्वचा की सूजन कम करने में मदद कर सकता है। इससे त्वचा के कार्य करने की प्रक्रिया बेहतर हो सकती है। इस तथ्य की पुष्टि एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध रिसर्च पेपर से होती है ( नोट : रात में सोते समय या दिन में कभी भी कच्चा दूध नहीं पी...