हिमाचली टोपी

  1. शिमला, मनाली से क्या लायें? सर्वोत्तम हिमाचली स्मारिकाएं
  2. Nati Dance Aromatic Folk Dance Of Himachal Pradesh
  3. PM Narendra Modi At Baba Kedarnath In Special White Mountain Dress And Himachali Topi Know Its Importance
  4. हिमाचल की शान! ओमप्रकाश ने बनाई डिजीटल पहाड़ी टोपी, जो गर्मी में देगी सर्दी का एहसास
  5. PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट
  6. इजरायल में PM मोदी ने क्यों पहनी लाल हिमाचली टोपी, जानिए राज
  7. शिमला, मनाली से क्या लायें? सर्वोत्तम हिमाचली स्मारिकाएं
  8. Nati Dance Aromatic Folk Dance Of Himachal Pradesh
  9. हिमाचल की शान! ओमप्रकाश ने बनाई डिजीटल पहाड़ी टोपी, जो गर्मी में देगी सर्दी का एहसास
  10. PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट


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शिमला, मनाली से क्या लायें? सर्वोत्तम हिमाचली स्मारिकाएं

हिमाचल का नाम सुनते ही हमारे समक्ष मनमोहक प्राकृतिक परिदृश्य, बर्फ से आच्छादित पर्वत श्रंखलायें, लाल चटक सेब, लकड़ी एवं शिलाओं से निर्मित भवन उभर कर आ जाते हैं। अनेक पर्यटक स्वच्छ वायु, शीत वातावरण तथा रोमांचक क्रीड़ाओं के लिए भी हिमाचल का भ्रमण करते हैं। यही सर्वश्रेष्ठ हिमाचली स्मारिकाएं हैं। हिमाचल को देव भूमि भी कहा जाता है। यूँ तो हिमाचल के पर्यटक तन व मन की प्रफुल्लता, स्वास्थ्य तथा सकारात्मकता का भण्डार तो साथ लाते ही हैं, साथ ही हिमाचल की अनेक ऐसी वस्तुएं भी साथ लाते हैं जो वहां की पहचान हैं, लोकप्रिय हैं तथा साथ लाने में आसान भी हैं। यहाँ मैं हिमाचल के प्रसिद्ध वस्तुओं का उल्लेख करने का प्रयास कर रही हूँ जिन्हें आप अपनी आगामी हिमाचल यात्रा से स्मारिका के रूप में ला सकते हैं। शिमला मनाली की हिमाचली स्मारिकायें हिमाचली टोपी यदि आप किसी व्यक्ति को देखें जिसने अपने सर पर ऐसी टोपी पहनी हुई है जिसके सामने एक चमकीली पट्टी हो, तो वह व्यक्ति अवश्य हिमाचली होगा। हिमाचली टोपियों की विशेषता है कि उसे स्त्री तथा पुरुष, दोनों धारण कर सकते हैं। किन्नौरी टोपी – हिमाचल के उपहार यह हिमाचली टोपी हिमाचल यात्रा से अपने साथ लाने के लिए एक सुन्दर वस्तु है। यह आपको हिमाचल के किसी भी पर्यटन बिंदु अथवा बाजार में प्राप्त हो जायेगी। इनका मूल्य भी अधिक नहीं है। आप अपने परिजन व मित्रों के लिए कई टोपियाँ क्रय कर सकते हैं। हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों की टोपियों में किंचित स्थानीय विशेषताओं के साथ भिन्नता आ जाती है। प्रत्येक क्षेत्र की टोपियों की मूल रूपरेखा समान ही होती है, किन्तु सूक्ष्म भिन्नताओं के साथ इनके नामों में भी परिवर्तन आ जाते हैं, जैसे किन्नौरी, कुल्लूवी, बुशहरी तथा लाहौली टोपियाँ। मे...

Nati Dance Aromatic Folk Dance Of Himachal Pradesh

Nati Dance Nati is a famous folk dance form in Himachal Pradesh. This dance is closely associated with the provinces of Himachal Pradesh and Uttrakhand. Nati dance is historically practiced in the districts of Kullu, Shimla, Sirmaur, Chamba, Kinnaur, Uttarkashi, Dehradun (Jaunsar-Bawar), and Tehri Garhwal. It reflects the local culture and is performed mainly during the celebration of major festivals and exhibitions. The dance depicts Raas Lila and tells the story of Krishna and Gopis. Nati dance – Famous Folk Dance Of Himachal Pradesh You will see dancers performing in other stories but they are all associated with Hindu gods and goddesses. During the festival, a variety of traditional dances and traditional songs can be witnessed by travelers. Nati is made for weddings and other fun events. The dance has an intricate sequence and it is also associated primarily with the New Year’s Celebration. Nati dance is also performed in other parts of India such as Uttrakhand and Chandigarh. Nati dance has created a place in the Guinness Book of World Records for a large crowd that enjoys traditional dance. Even in modern times, Himachal has not forgotten the culture and its rich roots. Nati Dance Performance firstly, There is no limitation for male or female dancers, both can participate in Nati dance. In ancient times, both women and men played in different teams. The group of dancers is led by a large male dancer with a fly whisk. At first, all the dancers held hands and formed a...

PM Narendra Modi At Baba Kedarnath In Special White Mountain Dress And Himachali Topi Know Its Importance

PM Modi in Kedarnath: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने छठवीं बार केदारनाथ (Kedarnath) पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए. इस दौरान पीएम मोदी सिर पर हिमाचली टोपी और 'चोडू-डोरा' नामक पहाड़ी पोशाक पहने नजर आए. यह पोशाक प्रधानमंत्री हिमाचल की चुराह विधानसभा सीट से विधायक और डिप्टी स्पीकर डॉ. हंसराज ने उन्हें भेंट स्वरूप दी थी. गौरतलब है कि बीते 13 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल चुनाव के मद्देनजर चम्बा दौरे पर गए हुए थे. इसी दौरान स्थानीय विधायक डॉ. हंसराज ने पीएम मोदी को 'चोडू-डोरा' नामक पहाड़ी पोशाक तोहफे में दी. प्रधानमंत्री को यह पोशाक इतनी पसंद आई कि तोहफा मिलने के हफ्ते भर बाद ही उन्होंने इसे धारण भी कर लिया. यह भी पढ़ें: क्या है इस परिधान की खासियत बता दें कि हिमाचल के चंबा जिला स्थित चुराह, भरमौर में गद्दी और नाथ संप्रदाय को मानने वाले लोगों की अच्छी खासी जनसंख्या है. वहीं, शिवभूमि होने के कारण यहां के लोगों की भगवान शिव के प्रति तगड़ी आस्था है. यहां चुराही संस्कृति में 'नवाला' यानी कि भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है. पूजा के समय इस 'चोडू-डोरा' नामक परिधान को पहना जाता है. अब प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस आस्था और इन्हीं भावनाओं का ख्याल रखते हुए बाबा केदारनाथ दर्शन के दौरान यह परिधान धारण किया. पीएम मोदी को यह परिधान तोहफे में देने वाले चुराह के स्थानीय विधायक और प्रदेश विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. हंसराज ने बताया कि बीते 13 अक्टूबर को जब प्रधानमंत्री बाबा केदार के दर्शन करने खास पोशाक में आते हैं पीएम मोदी गौरतलब है कि पीएम मोदी जब भी बाबा केदार के दर्शन को आते हैं, तो उनका परिधान खास होता है. इससे पहले साल 2019 में भी जब पीएम मोदी केदारनाथ पहुंचे थे, ...

हिमाचल की शान! ओमप्रकाश ने बनाई डिजीटल पहाड़ी टोपी, जो गर्मी में देगी सर्दी का एहसास

सुंदरनगर (मंडी). हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी टोपी (Himachali Cap) लोगों की शान है. सियासत से लेकर कल्चर तक में टोपी का अपना अहम स्थान है. यह टोपी लोगों के दिलों में राज करती है. मंडी जिला के करसोग उपमंडल की सोरता पंचायत के टिकर गांव के ओमप्रकाश ने सिर के ताज को नया रुप दिया है. एक तरह से ओमप्रकाश ने इस टोपी (Cap) को डिजीटल रूप दिया है, ताकि गर्मी में भी यह सर्दी का एहसास लोगों को दे सके. छोड़ दी थी 12वीं की पढ़ाई दरअसल, ओमप्रकाश ने घर में बेकार इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान को इकट्ठा करना शुरू किया. उन्होंने हिमाचली टोपी को नया रूप देकर डिजीटल टोपी तैयार की है. इस टोपी में गर्मी से राहत देने के लिए पंखे के साथ एलईडी लाइट लगाई गई है. " isDesktop="true" id="3161412"> हैरानी की बात यह है कि जिंदगी में कुछ अलग करने की चाह रखने वाले ओम प्रकाश को दिल के रोग से ग्रसित होने के कारण जमा दो में ही पढ़ाई छोड़कर घर बैठना पड़ा था. ऐसे में उनकी डिजीटल बुशहरी पहाड़ी टोपी क्षेत्र के लोगों के बीच चर्चा का भी विषय बन गया है. गर्मी में मैदानी इलाकों में होती थी परेशानी बता दें कि देश और विदेश में प्रसिद्ध हिमाचली टोपी पहनना प्रदेश के लोगों की शान है, लेकिन गर्मियों में टोपी पहनने पर गर्मी का अहसास होता है. ऐसे में गर्मी पड़ने से टोपी को बार-बार सिर से हटाना पड़ता है. लोगों की इसी परेशानी को देखते हुए ओम प्रकाश के मन में ऐसी टोपी तैयार करने का विचार आया, जिसे भीषण गर्मी पड़ने पर भी सिर से न हटाना पड़े. इसको लेकर ओमप्रकाश ने ऐसी टोपी तैयार की, जिसे पंखा चलाकर ठंडा किया जाता है. लाइट्स भी लगाई यही नहीं टोपी में लगे फूलों की शान बढ़ाने के लिए एलईडी लाइट भी लगाई गई हैं. इससे रात के समय टोपी एलईडी की कई तरह की लाइट...

PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट

pm modi dress details prime minister narendra modi wears dress made by chamba women of him... PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट PM Modi dress detail during Kedarnath Visit: पीएम मोदी शुक्रवार को जब उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचे तो वह एक खास ड्रेस में नजर आए. पीएम मोदी ने आज सुबह-सुबह बाबा केदार के दर्शन किए और इस दौरान पीएम के सिर पर हिमाचली टोपी दिखी और वे गिफ्ट की हुई पहाड़ी पोशाक में नजर आए. पीएम मोदी को चंबा यात्रा के दौरान वहां की महिलाओं ने यह पोशाक उपहार में दी थी. महिलाओं ने हाथ से इस पोशाक को बनाया था. पीएम मोदी ने वादा किया था कि जब वह इस बार ठंड में कहीं जाएंगे तो इसी ड्रेस को पहनेंगे. • Last Updated :October 21, 2022, 09:41 IST • Reported by अमन शर्मा • Edited by Shankar Pandit 01 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को उत्तराखंड दौरे पर हैं, जहां उन्होंने सुबह-सुबह बाबा केदारनाथ का दर्शन किया. पीएम मोदी जब बाबा केदार की पावन धरती पर पहुंचे तो वह एक अलग पोशाक में नजर आए. पीएम मोदी के सिर पर पहाड़ी टोपी थी और उनके बदन पर पहाड़ी पोशाक. केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के दौरान पीएम मोदी ने जो ड्रेस पहनी थी, उसका नाता हिमाचल प्रदेश के चंबा से है. 02 जी हां, पीएम मोदी अभी बाबा केदार की पावन भूमि में हैं और इस अवसर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश के चंबा की महिलाओं द्वारा हाथ से बनाई गई पोशाक पहन रखी है. पीएम मोदी ने जो पोशाक पहनी है, उसे चोल डोरा के नाम से जाना जाता है. यह पोशाक प्रधानमंत्री मोदी को उनकी हाल की हिमाचल प्रदेश यात्रा के दौरान उपहार में दी गई थी और इस पर फाइन हैंडवर्क ...

इजरायल में PM मोदी ने क्यों पहनी लाल हिमाचली टोपी, जानिए राज

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शिमला, मनाली से क्या लायें? सर्वोत्तम हिमाचली स्मारिकाएं

हिमाचल का नाम सुनते ही हमारे समक्ष मनमोहक प्राकृतिक परिदृश्य, बर्फ से आच्छादित पर्वत श्रंखलायें, लाल चटक सेब, लकड़ी एवं शिलाओं से निर्मित भवन उभर कर आ जाते हैं। अनेक पर्यटक स्वच्छ वायु, शीत वातावरण तथा रोमांचक क्रीड़ाओं के लिए भी हिमाचल का भ्रमण करते हैं। यही सर्वश्रेष्ठ हिमाचली स्मारिकाएं हैं। हिमाचल को देव भूमि भी कहा जाता है। यूँ तो हिमाचल के पर्यटक तन व मन की प्रफुल्लता, स्वास्थ्य तथा सकारात्मकता का भण्डार तो साथ लाते ही हैं, साथ ही हिमाचल की अनेक ऐसी वस्तुएं भी साथ लाते हैं जो वहां की पहचान हैं, लोकप्रिय हैं तथा साथ लाने में आसान भी हैं। यहाँ मैं हिमाचल के प्रसिद्ध वस्तुओं का उल्लेख करने का प्रयास कर रही हूँ जिन्हें आप अपनी आगामी हिमाचल यात्रा से स्मारिका के रूप में ला सकते हैं। शिमला मनाली की हिमाचली स्मारिकायें हिमाचली टोपी यदि आप किसी व्यक्ति को देखें जिसने अपने सर पर ऐसी टोपी पहनी हुई है जिसके सामने एक चमकीली पट्टी हो, तो वह व्यक्ति अवश्य हिमाचली होगा। हिमाचली टोपियों की विशेषता है कि उसे स्त्री तथा पुरुष, दोनों धारण कर सकते हैं। किन्नौरी टोपी – हिमाचल के उपहार यह हिमाचली टोपी हिमाचल यात्रा से अपने साथ लाने के लिए एक सुन्दर वस्तु है। यह आपको हिमाचल के किसी भी पर्यटन बिंदु अथवा बाजार में प्राप्त हो जायेगी। इनका मूल्य भी अधिक नहीं है। आप अपने परिजन व मित्रों के लिए कई टोपियाँ क्रय कर सकते हैं। हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों की टोपियों में किंचित स्थानीय विशेषताओं के साथ भिन्नता आ जाती है। प्रत्येक क्षेत्र की टोपियों की मूल रूपरेखा समान ही होती है, किन्तु सूक्ष्म भिन्नताओं के साथ इनके नामों में भी परिवर्तन आ जाते हैं, जैसे किन्नौरी, कुल्लूवी, बुशहरी तथा लाहौली टोपियाँ। मे...

Nati Dance Aromatic Folk Dance Of Himachal Pradesh

Nati Dance Nati is a famous folk dance form in Himachal Pradesh. This dance is closely associated with the provinces of Himachal Pradesh and Uttrakhand. Nati dance is historically practiced in the districts of Kullu, Shimla, Sirmaur, Chamba, Kinnaur, Uttarkashi, Dehradun (Jaunsar-Bawar), and Tehri Garhwal. It reflects the local culture and is performed mainly during the celebration of major festivals and exhibitions. The dance depicts Raas Lila and tells the story of Krishna and Gopis. Nati dance – Famous Folk Dance Of Himachal Pradesh You will see dancers performing in other stories but they are all associated with Hindu gods and goddesses. During the festival, a variety of traditional dances and traditional songs can be witnessed by travelers. Nati is made for weddings and other fun events. The dance has an intricate sequence and it is also associated primarily with the New Year’s Celebration. Nati dance is also performed in other parts of India such as Uttrakhand and Chandigarh. Nati dance has created a place in the Guinness Book of World Records for a large crowd that enjoys traditional dance. Even in modern times, Himachal has not forgotten the culture and its rich roots. Nati Dance Performance firstly, There is no limitation for male or female dancers, both can participate in Nati dance. In ancient times, both women and men played in different teams. The group of dancers is led by a large male dancer with a fly whisk. At first, all the dancers held hands and formed a...

हिमाचल की शान! ओमप्रकाश ने बनाई डिजीटल पहाड़ी टोपी, जो गर्मी में देगी सर्दी का एहसास

सुंदरनगर (मंडी). हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी टोपी (Himachali Cap) लोगों की शान है. सियासत से लेकर कल्चर तक में टोपी का अपना अहम स्थान है. यह टोपी लोगों के दिलों में राज करती है. मंडी जिला के करसोग उपमंडल की सोरता पंचायत के टिकर गांव के ओमप्रकाश ने सिर के ताज को नया रुप दिया है. एक तरह से ओमप्रकाश ने इस टोपी (Cap) को डिजीटल रूप दिया है, ताकि गर्मी में भी यह सर्दी का एहसास लोगों को दे सके. छोड़ दी थी 12वीं की पढ़ाई दरअसल, ओमप्रकाश ने घर में बेकार इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान को इकट्ठा करना शुरू किया. उन्होंने हिमाचली टोपी को नया रूप देकर डिजीटल टोपी तैयार की है. इस टोपी में गर्मी से राहत देने के लिए पंखे के साथ एलईडी लाइट लगाई गई है. " isDesktop="true" id="3161412"> हैरानी की बात यह है कि जिंदगी में कुछ अलग करने की चाह रखने वाले ओम प्रकाश को दिल के रोग से ग्रसित होने के कारण जमा दो में ही पढ़ाई छोड़कर घर बैठना पड़ा था. ऐसे में उनकी डिजीटल बुशहरी पहाड़ी टोपी क्षेत्र के लोगों के बीच चर्चा का भी विषय बन गया है. गर्मी में मैदानी इलाकों में होती थी परेशानी बता दें कि देश और विदेश में प्रसिद्ध हिमाचली टोपी पहनना प्रदेश के लोगों की शान है, लेकिन गर्मियों में टोपी पहनने पर गर्मी का अहसास होता है. ऐसे में गर्मी पड़ने से टोपी को बार-बार सिर से हटाना पड़ता है. लोगों की इसी परेशानी को देखते हुए ओम प्रकाश के मन में ऐसी टोपी तैयार करने का विचार आया, जिसे भीषण गर्मी पड़ने पर भी सिर से न हटाना पड़े. इसको लेकर ओमप्रकाश ने ऐसी टोपी तैयार की, जिसे पंखा चलाकर ठंडा किया जाता है. लाइट्स भी लगाई यही नहीं टोपी में लगे फूलों की शान बढ़ाने के लिए एलईडी लाइट भी लगाई गई हैं. इससे रात के समय टोपी एलईडी की कई तरह की लाइट...

PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट

pm modi dress details prime minister narendra modi wears dress made by chamba women of him... PHOTOS: पहाड़ी टोपी व हैंड मेड ड्रेस; केदारनाथ में हिमाचल की पोशाक में नजर आए PM मोदी, जानें किसने किया था गिफ्ट PM Modi dress detail during Kedarnath Visit: पीएम मोदी शुक्रवार को जब उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचे तो वह एक खास ड्रेस में नजर आए. पीएम मोदी ने आज सुबह-सुबह बाबा केदार के दर्शन किए और इस दौरान पीएम के सिर पर हिमाचली टोपी दिखी और वे गिफ्ट की हुई पहाड़ी पोशाक में नजर आए. पीएम मोदी को चंबा यात्रा के दौरान वहां की महिलाओं ने यह पोशाक उपहार में दी थी. महिलाओं ने हाथ से इस पोशाक को बनाया था. पीएम मोदी ने वादा किया था कि जब वह इस बार ठंड में कहीं जाएंगे तो इसी ड्रेस को पहनेंगे. • Last Updated :October 21, 2022, 09:41 IST • Reported by अमन शर्मा • Edited by Shankar Pandit 01 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को उत्तराखंड दौरे पर हैं, जहां उन्होंने सुबह-सुबह बाबा केदारनाथ का दर्शन किया. पीएम मोदी जब बाबा केदार की पावन धरती पर पहुंचे तो वह एक अलग पोशाक में नजर आए. पीएम मोदी के सिर पर पहाड़ी टोपी थी और उनके बदन पर पहाड़ी पोशाक. केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के दौरान पीएम मोदी ने जो ड्रेस पहनी थी, उसका नाता हिमाचल प्रदेश के चंबा से है. 02 जी हां, पीएम मोदी अभी बाबा केदार की पावन भूमि में हैं और इस अवसर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश के चंबा की महिलाओं द्वारा हाथ से बनाई गई पोशाक पहन रखी है. पीएम मोदी ने जो पोशाक पहनी है, उसे चोल डोरा के नाम से जाना जाता है. यह पोशाक प्रधानमंत्री मोदी को उनकी हाल की हिमाचल प्रदेश यात्रा के दौरान उपहार में दी गई थी और इस पर फाइन हैंडवर्क ...