Hiv ke lakshan in hindi

  1. एचआईवी के लक्षण, कारण व इलाज । HIV symptoms in hindi.
  2. H.I.V. AIDS की जानकारी
  3. एचआईवी एड्स का इलाज 2020 HIV AIDS Treatment in Hindi (Overview)
  4. HIV AIDS in Hindi
  5. हिस्टीरिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  6. HIV AIDS ke Lakshan
  7. पुरुषों में एचआईवी के लक्षण
  8. एचआईवी के लक्षण होने पर होते है शरीर में ये 10 बदलाव


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एचआईवी के लक्षण, कारण व इलाज । HIV symptoms in hindi.

HIV symptoms in hindi. HIV / AIDS का नाम सुनकर अधिकतर लोग सकते में पड़ जाते है । क्योंकि यह एक ऐसा रोग है जिनका अभी तक कोई इलाज नहीं है । HIV का संक्रमण बॉडी के तरल पदार्थ जैसे खून, वीर्य, स्तनपान से एक से दूसरे लोगों में फैलता है । HIV के कुल चार चरण होते है जैसे उष्मायन काल, तीव्र संक्रमण, विलंब चरण और अंत मे एड्स । शुरुआती दिनों में यानी संक्रमित होने के 2 से 6 हप्ते में फ्लू जैसे सामान्य लक्षण ( HIV symptoms in hindi. ) नजर आते है जैसे फीवर, सर्दी जुकाम, थकान, लिंफ नॉड्स में सूजन, दर्द आदि । इसलिए आवश्यक है इनके शुरुआती लक्षण HIV Symptoms in Hindi. को ध्यान में रखकर टेस्ट करके बचा जा सकता है । Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • एच आई वी दिवस । WORLD AIDS DAY in hindi. HIV AIDS एक ऐसा संक्रमण है जो शरीर के इम्मयून सिस्टम को कमजोर करता है । और धीरे धीरे शरीर को अनेकों बीमारियां घेर लेती है । इस रोग का आम कारण असुरक्षित यौन संबंध है । HIV 1 और HIV 2 के बाद पिछले 2 दर्शकों से HIV संक्रमण की दर में इजाफा हुआ है । यूएनएड्स के अनुसार वर्तमान में करीब 3 करोड़ 80 लाख लोग एड्स के साथ जीवन व्यतीत कर रहे है । वही अब तक 3 करोड़ 60 लाख लोग मौत की चपेट में आ चुके हैं । जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रति वर्ष 1 दिसम्बर को WORLD AIDS DAY मनाया जाता है हालांकि इसे घबराने की आवश्यकता नहीं है एच आई वी से संक्रमित व्यक्ति अपनी जीवन शैली में बदलाव करके लंबा जीवन जिया जा सकता है तो चलिए जानते है – HIV symptoms in Hindi. Also read ◆ ◆ एचआईवी क्या है ? What is HIV in hindi. HIV यानी Human Immunodeficiency Virus । एचआईवी एक प्रकार का वायरस होता है जो इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देत...

H.I.V. AIDS की जानकारी

HIV AIDS ka ilaj पूरी जानकारी – बचाव और रामबाण घरेलु इलाज. HIV AIDS KI JANKARI BACHAV AUR SAHAYAK ILAJ, hiv ayurvedic treatment in hindi hiv aids एड्स जिसका पूरा नाम है “एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियंसी सिंड्रोम”. यह रोग पहली बार 1981 में अमरीका के लॉस एंजिलिस और न्यू यॉर्क जैसे बड़े शहरों के चिकित्सकों को तब पता चला जब उनके पास “समलैंगिक यौन क्रिया” के कुछ व्यक्ति अपना इलाज कराने आये. कई तरह की जांच और इलाज के बाद भी रोग ला इलाज रहा और वो लोग बचाए ना जा सके. लेकिन ये तथ्य सामने आया के समलैंगिको की रोग प्रतिरोधक शक्ति नष्ट हो चुकी थी. प्राण लेवा यह बीमारी तब से संसार के अनेकों विकसित और अविकसित देशों में लोगों को अपने मुंह में खींच रही है. एड्स ला इलाज क्यों हैं. Hiv Aids ka rog La ilaj kyon hai ? एड्स के ला इलाज होने का प्रमुख कारण अति सूक्षम H.I.V. रेट्रोवायरस है जिसके दो प्रकार – टाइप – 1 और टाइप – II पाए गएँ हैं. पहले दोनों को टाइप – III (H.T.L.V. III) कहा जाता था. ये शरीर की रक्षा करने वाली श्वेत कणों को नष्ट कर देते हैं. HIV aids KYA HAI ? H.I.V. – Human Immuno Deficiency Virus अर्थात मानव की प्रतिरक्षा प्रणाली को नष्ट करने वाला विषाणु. मनुष्य के शरीर में रोगों से बचाव के लिए विशेष व्यवस्था है. खून में पाए जाने वाले सफ़ेद कोशाणु जिनको White Blood Corpuscles या WBC कहा जाता है जो रोगों से बचाव के लिए महत्वपूर्ण हैं इस के अलावा शरीर के कई अंग जैसे जिगर, तिल्ली, लसिका ग्रंथियां व् थाईमस ग्रंथि एक रोग प्रतिरोधक प्रणाली बनाते हैं. जिसमे रोग के जीवाणु या विषाणुओं को शरीर में घुसते ही प्रभावहीन और नष्ट करने की क्षमता है. इसी के अंतर्गत एक जटिल प्रक्रिया द्वारा कुछ प्रतिरक्षा तत्व...

एचआईवी एड्स का इलाज 2020 HIV AIDS Treatment in Hindi (Overview)

Table of Content • • • • • • • • • एचआईवी एड्स क्या है What is HIV/AIDS? एचआईवी (HIV) का अर्थ होता है ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus)। यह वो वायरस होता है जिसके कारण किसी भी व्यक्ति को HIV एचआईवी का संक्रमण होता है। HIV शब्द उस वायरस का नाम दर्शाता है। एड्स (AIDS) का अर्थ होता है अक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम (Acquired immunodeficiency syndrome)। यह HIV के संक्रमण का उच्च या आखरी अवस्था होता है। एचआईवी HIV महुष्य के शारीर में घुसने के बाद शारीर में संक्रमण के प्रति लड़ने वाले CD4 कोशिकाओं(Cells) और प्रतिरक्षा प्रणाली(Immune System) को नष्ट कर देता है। इन दो महत्वपूर्ण चीजों के नष्ट हो जाने के कारण शारीर को संक्रमण और कैंसर जैसे बड़ी बिमारियों से लड़ने में बहुत मुश्किल होती है। जैसे-जैसे यह CD4 और Immune System को नष्ट करते चला जाता है उस व्यक्ति के शारीर में AIDS का अवस्था बढ़ने लगता है। एचआईवी एड्स का इलाज 2020 HIV AIDS Treatment in Hindi (Overview) एचआईवी कैसे फैलता है How HIV is Spread? एचआईवी HIV तब फैलता है जब किसी भी एक HIV संक्रमित व्यक्ति का शरीर द्रव (Body Fluid) किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर द्रव से संपर्क में आता है। ये शारीर द्रव (Body Fluid) हो सकते हैं – • रक्त Blood • वीर्य Semen • पूर्व लाभदायक तरल पदार्थ Pre-seminal fluid • योनि तरल पदार्थ Vaginal fluids • गुदा तरल पदार्थ Rectal fluids • स्तन का दूध Breast milk एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में एचआईवी के फैलने को एचआईवी संचरण (HIV Transmission) कहते हैं। एक HIV संक्रमित गर्भवती महिला से जन्म के समय या स्तन पान करते समय बच्चे को एचआईवी संक्रमण होने को मां से बच्चे को संचरण (Moth...

HIV AIDS in Hindi

एड्स नाम अपने आपमें भयावह और दर्दनाक एहसास दिला देता है। बीमारियाँ वैसे तो बदनाम होती ही हैं पर एड्स को बिमारी नहीं बल्कि कई जानलेवा बीमारियों का जरिया कहना गलत नहीं होगा। यह एक ऐसी बीमारी है जिससे पीड़ित व्यक्ति जीने की उम्मीद खोकर मरने की राह देखने लगता है। इसलिए हम सभी को एड्स के बारे में पूरी जानकारी होनी ही चाहिए। दरसल एड्स एचआईवी वायरस के कारण होने वाली एक बीमारी है। यह तब होता है जब व्यक्ति का इम्यून सिस्टम इंफेक्शन से लड़ने में कमज़ोर पड़ जाता है। और तब विकसित होता है, जब एचआईवी इंफेक्शन बहुत अधिक बढ़ जाता है। एड्स एचआईवी इंफेक्शन का अंतिम चरण होता है। जब शरीर स्वयं की रक्षा नहीं कर पाता और शरीर में कई प्रकार की बीमारियाँ, संक्रमण हो जाते हैं एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता पर आक्रमण करता है। जिसका काम शरीर को संक्रामक बीमारियों, जो कि जीवाणु और विषाणु से होती हैं से बचाना होता है। एच.आई.वी. रक्त में उपस्थित प्रतिरोधी पदार्थ लसीका-कोशो पर हमला करता है। ये पदार्थ मानव को जीवाणु और विषाणु जनित बीमारियों से बचाते हैं और शरीर की रक्षा करते हैं। जब एच.आई.वी. द्वारा आक्रमण करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षय होने लगती है तो इस सुरक्षा कवच के बिना एड्स पीड़ित लोग भयानक बीमारियों क्षय रोग और कैंसर आदि से पीड़ित हो जाते हैं। और शरीर को कई अवसरवादी संक्रमण यानि आम सर्दी जुकाम, फुफ्फुस प्रदाह इत्यादि घेर लेते हैं। जब क्षय और कर्क रोग शरीर को घेर लेते हैं तो उनका इलाज करना कठिन हो जाता है और मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। अभी तक एचआईवी या एड्स के लिए कोई उपचार उपलब्ध नहीं है। हालाँकि सही उपचार और सहयोग से एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति लम्बा और स्वस्थ जीवन जी सकता है। और ऐसा करने ...

हिस्टीरिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे

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HIV AIDS ke Lakshan

§ गले में दर्द और सुखापन ( Pain in Throat ) : आपने अनुभव किया होगा कि जब आप ज्यादा देर तक पानी नही पीते हो तो आपका अजीब सा हो जाता है किन्तु अगर आप नियमित रूप से अच्छा पानी पीते हो फिर भी आपके गलें में खराश या पकड़न महसूस हो रही है तो ये आपके लिए बुरा संकेत है. इस स्थिति में समझ जाएँ कि वायरस ने अपना कार्य शुरु कर दिया है. एचआईवी एड्स के लक्षण § सिर दर्द ( Headache ) : HIV के इतने लक्षणों में एक लक्षण सिर दर्द भी है, जिसमे संक्रमित व्यक्ति को हर वक़्त सिर में हल्का हल्का दर्द रहता है. कई बार दिन में तो सिर को आराम मिल जाता है किन्तु ये दर्द शाम के समय काफी बढ़ जाता है जो परेशानी का कारण बनता है. एक तरह से देखा जाते तो ये एचआईवी का सबसे बड़ा लक्षण है. - - पातक कालसर्प दोष के बुरे असर से मुक्ति Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी. इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! प्रार्थनीय जागरण टुडे टीम sir, MAi lab pe work karta kuch din pahle ek ladka HIV positive blood ki janch kr raha tha glapes pahan ke fir kuch der bad usne mujhse hath milaya mujhe tab pata na chala fir mai aise simple pani se hath dhul liya fir ghar jake apne muh k pimples ko dabaya aur blood nikalne laga ,sir kya kuch ho sakta plese tell me? प्योर देसी गाय के उपले / कंडे - यहाँ क्लिक करें ....... ----------------------------------------- पहली बार कंप्यूटर हार्डवेयर सम्पुर्ण हिंदी में - CLICK ON FOLLOWING LINK TO G...

पुरुषों में एचआईवी के लक्षण

एचआईवी एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं और पुरुषों दोनों में हो सकती है. एचआईवी यानि ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस एक लेंटिवायरस है, जो अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बनता है. यह एक घातक स्थिति है, जिससे इम्यून सिस्टम कमज़ोर होने लगता है. इसके परिणामस्वरूप जानलेवा पुरुषों में एचआईवी/एड्स के लक्षण एचआईवी से संक्रमित ज्यादातर लोग फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं. यह लक्षण संक्रमित होने के कुछ हफ्तों के बाद सामने आती हैं. यह भी संभव है की इसके लक्षण कई सालों तक अनुभव ना हो. एचआईवी से संक्रमित ज्यादातर पुरुषों को फ्लू जैसे लक्षण होते हैं. हालाँकि, यह लक्षण किसी और कारण से भी हो सकते है.. इनमे सबसे आम लक्षण हैं: 1. वजन कम होना: - एचआईवी से ग्रस्‍त मरीज का वजन अचानक कम नहीं होता, रोजाना शरीर पर कुछ असर पड़ता रहता है. इससे वजन में कमी आती रहती है. अगर बीते दो महीनों में बिना किसी कोशिश के भी आपका वजन कम हो रहा है, तो आपको अपनी जांच करवानी चाहिए. 2. रेशैज होना: - त्‍वचा पर रेशेज कई कारणों से हो सकते है. यह किसी संक्रमण के कारण भी हो सकते हैं. लेकिन, आपके शरीर पर हल्‍के लाल रंग के चकत्ते या रेशैज हो रहे हैं तो यह एचआईवी का लक्षण हो सकता है. 3. अनावश्यक 4. सूखी खांसी: - यह भी एचआईवी का एक लक्षण हो सकते है जब बिना गंभीर खांसी के भी कफ बना रहता है. इसके अलावा कफ में खून न आना, मुंह का स्‍वाद बिगड़ा रहना आदि भी एचआईवी के लक्षण हो सकते हैं. इसके साथ ही हर समय मतली आना या फिर खाना खाने के तुरंत बाद उल्‍टी होना भी शरीर में एच आई वी के वायरस के संक्रमण का इशारा करते हैं. 5. जुकाम: - सर्दी जुकाम किसी भी मौसम में हो सकते है, लकिन यदि अनुकूल मौसम में भी नाक बहना जैसी समस्या स...

एचआईवी के लक्षण होने पर होते है शरीर में ये 10 बदलाव

एचआईवी के लक्षण (Hiv ke Lakshan in Hindi ) मांसपेशियों में जकड़न एचआईवी से संकर्मित होने पर हमारे शरीर की मांसपेशियों पर काफी प्रभाव पड़ता है।इससे इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति की मांसपेशियों में जकड़न होने लगती है जो एचआईवी का शुरुआती का लक्षण माना जाता है। थकान एचआईवी वायरस (HIV virus) हमारे शरीर के कार्यशमता पर काफी बुरा प्रभाव डालता है। इसीलिए यदि आपको ज्यादा थकान महसूस होने लगी है तो आपको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि ज्यादा वजन कम होना एचआईवी के मरीज का वजन एकदम से नहीं धीरे-धीरे घटना शुरू हो जाता है। बहुत से लोग सोचते है तो उनकी वजन कम हो रहा है लेकिन इस मामूली बात न समझे बल्कि डॉक्टर की सलाह जरूर लें। बार बार बुखार आना वैसे तो बुखार आना एक सामान्य बात होती है लेकिन यदि बुखार आपको बार बार आता है और लम्बे समय तक रहता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि हर 2-3 दिन में बुखार महसूस होना और तेज बुखार आना एच आई वी का सबसे पहला लक्षण होता है। शरीर पर नीले निशान पड़ना एचआईवा होने पर मुंह, आंखों के नीचे और नाक पर लाल, नीले और बैगनी रंग के निशान पड़ जाते हैं, जिसे आप अक्सर इग्नोर कर देते हैं। इन्हे मामूली धब्बे न समझे बल्कि डॉक्टरी जांच करवाएं। दस्त लगना अगर आपको 2-3 हफ्ते से भी ज्यादा पतले दस्त हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं। कुछ लोग दस्त लगने की समस्या को मामूली समझ लेते हैं लेकिन ऐसी भूल बिल्कुल न करें। 2-3 हफ्ते से ज्यादा दस्त एचआईवी का संकेत होता है। सूखी खांसी मौसम में बदलाव के कारण तो अक्सर खांसी की समस्या हो जाती है लेकिन 3-4 हफ्ते तक खांसी रहना एचआईवी का संकेत होता है। इसके अलावा एचआईवी के कारण गले में खराश और गला पकने की समस्या भी हो जाती है। बेवजह तन...

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