हलासन के फायदे

  1. हलासन से दूर करें ये 7 हेल्थ प्रॉब्लम्स
  2. हलासन कब करना चाहिए? – ElegantAnswer.com
  3. halasana benefits for weight loss best yoga asana to get rid of acidity and obesity in hindi
  4. Halasana Steps & Benefits Hindi: हलासन करने की विधि और फायदे
  5. हलासन कैसे करें? जानें फायदे, सही तरीका और सावधानियां! – YogaHolism
  6. Yoga Mantra: फक्त ॲसिडिटीपासून मुक्ती नाही तर वेट लॉसमध्येही मदत करते हलासन, हे आहेत फायदे
  7. Halasana: हर रोज बस 10 मिनट करें यह आसन, शुगर लेवल होगा कंट्रोल, मिलेंगे और भी कई फायदे
  8. Halasana Yoga in Hindi/ कमर दर्द एवं पीठ दर्द का प्राकृतिक इलाज
  9. Best 6 halasana steps halasana benefits in hindi


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हलासन से दूर करें ये 7 हेल्थ प्रॉब्लम्स

हलासन योग (Halasana Yoga) : योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है, जो तन और मन दोनों को स्वस्थ व निरोग रखती हैं। वैसे तो ऐसे कई योगासन है, जो बीमारियों से बचाने में मददगार है लेकिन आज हम आपको हलासनके बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप हर छोटी बड़ी समस्या का हल कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं हलासन करने का तरीका और उसके फायदे हलासन की विधि इसे करने के लिए समतल जमीन पर कमर के बल सीधा लेट जाएं। अब दोनों हाथों को जांघों के पास जमीन पर रख दें। फिर सांस लेते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को सीधा उठाएं। अब हाथों को नीचे की ओर दबाएं और कमर को मोड़ते हुए पैरों को सिर के पीछे हल की तरह लगा दें। फिर बिना सिर उठाए 2-3 मिनट बाद धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थित में आ जाएं। हलासन के फायदे (Halasana Benefits) हलासन करता हैमांसपेशियांमजबूत नियमित हलासन करने से गर्दन, कंधे और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होगीं। इसके अलावा यह आसन आपके एब्स के लिए भी अच्छा होता है। हलासन ग्रंथियों को रखता है सही हलासन करने से व्यक्ति के पेट के अंदरूनी अंगों और थॉयराइड की ग्रंथियों को उत्तेजित करता है, जिससे आप थायराइड जैसी कई बीमारियों से बची रहती हैं। इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को भी ठीक रखता है। हलासन देता हैतनाव से राहत इससे तंत्रिका तंत्र से संबंधित कोई दिक्कत नहीं होती जिससे आप तनाव, डिप्रेशन और थकान से बचे रहते हैं। महिलाओं के लिए फायदेमंद पीरियड्स दर्द राहत दिलाने में भी यह आसन बेहद फायदेमंद है लेकिन एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। साथ ही हलासन महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षणों को भी कम करता है। हलासन करने से होता हैवजन कन्ट्रोल सुबह खुली जगह में यह आसन करने से मेटाबॉलिज्म तेज होती है,जिससे आपको वजन घटाने में काफी मदद मिलत...

हलासन कब करना चाहिए? – ElegantAnswer.com

हलासन कब करना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंसावधा‍नी: रीढ़ संबंधी गंभीर रोग अथवा गले में कोई गंभीर रोग होने की स्थिति में यह आसन न करें। आसन करते वक्त ध्यान रहे कि पैर तने हुए तथा घुटने सीधे रहें। स्त्रियों को यह आसन योग शिक्षक की सलाह पर ही करना चाहिए। आसन लाभ : हलासन से हमारी रीढ़ सदा जवान बनी रहती है। कब्ज के लिए प्राणायाम? कब्ज की समस्या से परेशान लोगों को योगासन का अभ्यास करना चाहिए। कुछ योगासन खासतौर पर कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। • अधोमुख शवासन: • मत्स्येंद्र आसन: • पवनमुक्तासन: • अनजनेयासन: • बालासन: • उत्तनासन: • सुप्त मत्स्येन्द्रासन: बटरफ्लाई योगा करने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंतितली आसन को अंग्रेजी में बटरफ्लाई पोज कहा जाता है. यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है. यह आपके पेट और एब्डोमेन में होने वाले दर्द हो मिटाता है. यही नहीं, आपके हिप्स, थाइस और पेल्विक एरिया की एक्सरसाइज हो जाती है, जिससे डिलीवरी आसानी से होती है. • तनाव व चिंता दूर करने में लाभप्रद • कमर दर्द में फायदेमंद • प्रजनन अंगों को फायदा होता हैं • मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी • गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद हलासन करने से क्या लाभ होता है? हलासन के फायदे – Halasana ke fayde • दिमाग़ को शांत करता है। • पेट के अंगों और थायराइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है। • कंधो और रीढ़ की हड्डी में खिचाव पैदा करता है। • तनाव और थकान कम कर देता है। (और पढ़ें – थकान मिटाने के उपाय) • कमर दर्द, सिर दर्द, बांझपन, अनिद्रा, साइनस के लिए चिकित्सीय। (और पढ़ें – सिर दर्द के घरेलू उपाय) हलासन कितनी बार करना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंइस योग को रोजाना 5 बार जरूर करें। आइए हलासन के फायदे जानते हैं। इस योग क...

halasana benefits for weight loss best yoga asana to get rid of acidity and obesity in hindi

Yoga For Weight loss And Acidity:खराब जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों की वजह से आज ज्यादातर लोग मोटापे से ही नहीं बल्कि एसिडिटी की समस्या से भी काफी परेशान रहते हैं। एसिडिटी होने पर व्यक्ति खाना खाते ही सीने में जलन, खट्टी डकार और पेट फूलने जैसी समस्याओं की शिकायत करने लगता है। जबकि मोटापा शुगर, बीपी जैसी अन्य समस्याओं को जन्म देता है। अगर आपको भी एसिडिटी या मोटापे की शिकायत है तो अपने रूटिन में हलासन को जरूर शामिल करें। इस आसन को करते समय शरीर हल की तरह दिखता है, इसलिए इसे हलासन कहते हैं। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से मोटापा, कब्ज, अपच और एसिडिटी की समस्या दूर हो सकती है। हलासन करने का तरीका - हलासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेटकर अपने दोनों हाथों को शरीर के पास रखें और हथेलियां को जमीन की तरफ रखें। इसके बाद सांस भीतर की तरफ खींचते हुए अपने पैरों को धीरे-धीरे उठाते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं। अब अपनी पीठ को भी ऊपर की तरफ उठाते हुए सांस को बाहर छोड़ते जाएं। अब धीरे-धीरे अपने पैरों के पंजों को जमीन से छूने की कोशिश करें। ऐसा करते समय सांसों को भीतर की तरफ लें। इस स्थिति में 30 सेकेंड तक बने रहने के बाद धीरे-धीरे अपनी पहली अवस्था में लौट आएं। हलासन करने के फायदे- -हलासन पाचन तंत्र के अंगों की मसाज करते हुए पाचन सुधारने में मदद करता है। - हलासन मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। -हलासन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाकर कमर दर्द में आराम देता है। -हलासन का नियमित अभ्यास करने से स्ट्रेस और थकान से निपटने में भी मदद मिलती है।

Halasana Steps & Benefits Hindi: हलासन करने की विधि और फायदे

इस blog में हलासन क्या है (What is Halasana)?, हलासन कैसे करते हैं? (Halasana procedure) और हलासन लाभ (Halasana benefits) के बारे में बताया गया है| योगासनों का अभ्यास रोग निवारक व रोग प्रतिरोधक होता है| योगासनों का अभ्यास मन-मस्तिष्क व मांसपेशियों को मजबूत बनाता है| योगासन शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों पर अपना प्रभाव डालते हैं| इस प्रकार शरीर सम्पूर्ण रूप से विकसित, चुस्त व शक्तिवान हो जाता है| इसलिए हमें नियमित योगासनों का अभ्यास करना चाहिए| मधुमेह (sugar) को control करने वाला, गर्दन को मजबूत बनाने वाला, रीढ़ को लचीली बनाने वाला, पेट की समस्याओं से आराम दिलाने वाला और पाचन को ठीक कर कब्ज से राहत दिलाने वाला हलासन बहुत महत्वपूर्ण है| Table of Contents • • • • • • • • • हलासन क्या है (What is Halasana/Plow pose)? पीठ के बल लेट कर किये जाने वाला हलासन बहुत महत्वपूर्ण आसन है| यह आसन cervical, पीठ दर्द, रीढ़ व पेट दर्द आदि समस्याओं से निजाद दिलाता है| आसन करते हुए जब हम पूर्णता की स्थिति में आते हैं तो शरीर की आकृति हल के समान दिखाई देती है इसलिए इसे हलासन या plow pose कहते हैं| हलासन की विधि (Halasana steps in Hindi) Step 1: पीठ के बल लेटें| एड़ी-पंजे मिलाएं| Step 2: दोनों भुजाएं शरीर के साथ रखें व हथेलियों का रुख आसन की ओर हो| Step 3: दोनों हाथों पर दबाव देते हुए पैरों को बिना घुटना मोड़ें ऊपर की ओर 90 डिग्री पर उठायें| Step 4: शुरुआत में सुविधा के लिए हाथों से कमर को सहारा देकर ऊपर उठायें| Step 5: धीरे-धीरे सिर से पीछे ले जाते हुए पंजों को आसन पर लगाएं| Step 6: ठोड़ी को वक्ष (सीना) पर दबाएं| Step 7: अब दोनों हाथ आसन पर रखें| Step 8: यह पूर्णता की स्थिति है| सामान्य श्वास लेते रहें...

हलासन कैसे करें? जानें फायदे, सही तरीका और सावधानियां! – YogaHolism

इस आसन में शरीर भारतीय हल जैसा दिखता है, इसलिए इस योग को हलासन के नाम से जाना जाता है| हलासन का नियमित अभ्यास करने के अनेक फायदे सामने आते हैं जिससे आपका शरीर स्वस्थ, दुरुस्त और तंदरूस्त रहता है| आजकल कमजोर पाचनशक्ति और कमर का दर्द आम बात है, अगर आप को भी ये समस्याएँ परेशान कर रही हैं, तो आप नियमित 2-5 मिनट (minute) हलासन जरूर करें| आज इस ब्लॉग के माध्यम से मैं बताऊंगा हलासन करने के फायदे, इसे करने का सही तरीका और सुरक्छित अभ्यास के लिए सावधानियां| वैसे तो हलासन करने के अनेक फायदें हैं, पर उनमे से कुछ महत्वपूर्ण लाभ आप जान कर हैरान रह जाएँगे| हलासन के फायदे/लाभ (Halasana benefits in hindi): 1. हलासन अभ्यास से रीढ़ की हड्डी स्वस्थ और लचीली बनती है, तथा कमर की मस्पेशियाँ (muscles) विस्तृत(extended) और बीमारी रहित(disease free) हो जाती हैं| 2. इस आसन को करने से थाइरोइड ग्रंथि सक्रीय हो जाती है, जिससे मोटापा तथा कमजोरी हटती है और लम्बाई में वृद्धि(height gain) होती है| 3. हलासन करने से डायस्पेप्सिया (पाचन तंत्र में सूजन या संक्रमण), कमजोर पाचन, गैस का बनना, कब्ज , स्पलीन तथा लीवर में वृद्धि और ह्रदय रोग में फायदा मिलता है| 4. यह पैनक्रियाज (अग्नाशय) को सक्रिय करता है जिससे मधुमेह ठीक हो जाता है| 5. हलासन दर्द भरे मासिक चक्र और स्त्री रोग संबंधी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है| 6. इस आसन के करने से रक्त का प्रवाह सर में ज्यादा होता है जिससे बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा मिलता है| 7. हलासन के नियमित अभ्यास से आपके चेहरे पर निखार आने लगता है क्योकी इसमें चेहरे पर रक्त संचार बढ़ता है| 8. बवासीर रोगियों के लिए हलासन फायदेमंद होता है, इसके नियमित अभ्यास से बवासीर ठीक हो जाता है| 9. ह...

Yoga Mantra: फक्त ॲसिडिटीपासून मुक्ती नाही तर वेट लॉसमध्येही मदत करते हलासन, हे आहेत फायदे

Yoga For Weight Loss And Acidity: चुकीची जीवनशैली आणि चुकीच्या खाण्याच्या सवयींमुळे बहुतेक लोक लठ्ठपणानेच नव्हे तर ॲसिडिटीच्या समस्येनेही त्रस्त आहेत. ॲसिडिटीमुळे व्यक्तीला काही खाल्ल्यानंतर छातीत जळजळ, आंबट ढेकर येणे आणि पोट फुगणे यासारख्या समस्या सुरू होतात. तर लठ्ठपणा शुगर, बीपी सारख्या इतर समस्यांना जन्म देतो. जर तुम्हालाही ॲसिडिटी किंवा लठ्ठपणाची तक्रार असेल तर तुमच्या दिनचर्येत हलासनाचा समावेश करा. हे आसन करताना शरीर नांगरासारखे दिसते म्हणून याला हलासन म्हणतात. याचा नियमित सराव केल्यास लठ्ठपणा, बद्धकोष्ठता, अपचन आणि ॲसिडिटीच्या समस्या दूर होतात. हलासन करण्याची पद्धत हलासन करण्यासाठी सर्वप्रथम पाठीवर झोपून दोन्ही हात शरीराजवळ ठेवा आणि तळवे जमिनीकडे ठेवा. यानंतर, श्वास घेत, आपले पाय हळू हळू वर करा आणि ९० अंशांचा कोन करा. आता तुमची पाठ वरच्या दिशेने उचलताना श्वास सोडत रहा. आता हळूहळू तुमच्या पायाच्या बोटांना जमिनीला स्पर्श करण्याचा प्रयत्न करा. हे करत असताना श्वास आत घ्या. ३० सेकंद या स्थितीत राहिल्यानंतर हळूहळू आपल्या पहिल्या स्थानावर परत या.

Halasana: हर रोज बस 10 मिनट करें यह आसन, शुगर लेवल होगा कंट्रोल, मिलेंगे और भी कई फायदे

डीएनए हिंदी: योग स्वस्थ रहने का सबसे सरल और सटीक उपाय है. इसके नियमित अभ्यास से न केवल आप स्वस्थ और सुखी रहतें हैं, बल्कि आपका इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है. शरीर की सक्रियता को बनाए रखने के साथ लचीलेपन को बढ़ावा देने के लिए योग का नियमित अभ्यास करना काफी लाभदायक माना जाता है. योग के कई आसन हैं. इन्हीं में से एक हैै हलासन. आइए इस आर्टिकल में हलासन योग करने के आसान स्टेप्स और उसके फायदों (Benefits of Plow Pose) के बारे में जानते हैं. क्या है हलासन? हलासन दो शब्दों 'हल' और 'आसन' से मिलकर बना है. इस योग को करने में शरीर की मुद्रा हल की तरह होती है. अंग्रेजी में इस आसन को 'प्लो पोज' (Plow Pose) कहते हैं. यह भी पढ़ें- हलासन करने का आसान तरीका • हलासन करने के लिए सबसे पहले समतल और साफ जमीन पर मैट या कोई दरी बिछा लें. • अब इसपर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को मैट पर रखें. • इसके बाद धीरे-धीरे अपने पैरों को एक सीध में ऊपर उठाएं. • फिर कमर के सहारे अपने सिर के पीछे ले जाएं. • इसे तब तक सिर के पीछे ले जाएं, जब तक आपके पैर जमीन को न छू लें. • अब अपनी क्षमता के अनुसार इस मुद्रा में रहें और फिर अपनी नार्मल पोजीशन में आ जाएं. • इस योग को रोजाना 5 बार जरूर करें. • यह पाचन तंत्र के अंगों की मसाज करता है और पाचन सुधारने में मदद करता है. • हलासन वजन घटाने में मदद करता है. • शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. • रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाता है. • कमर दर्द में आराम देता है. • हलासन का अभ्यास स्ट्रेस और थकान से निपटने में भी मदद करता है. • इसके नियमित अभ्यास से दिमाग को शांति मिलती है. यह भी पढ़ें- देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी

Halasana Yoga in Hindi/ कमर दर्द एवं पीठ दर्द का प्राकृतिक इलाज

MysticMind के इस आर्टिकल में हम आपके साथ कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताएंगे जो कमर दर्द के साथ कई प्रकार के दर्द को बिना दवाई राहत देने में कामयाब रहे हैं। यदि आप कमर दर्द अथवा पेट की गैस की समस्या से परेशान हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए अत्यंत उपयोगी है। कमर, शरीर का सबसे मुख्य हिस्सा है जो हमे खड़े होने एवं चलने फिरने के काबिल बनाता है। मेरुदंड कमर को स्वस्थ रखने एवं हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य में अहम रोल निभाता है। अतः कमर अथवा मेरुदंडका दर्द तुरंत ध्यान देने वाली बात है। Advertisement मेरुदंड अथवा रीढ़ की हड्डी शरीर के सम्पूर्ण अंगों को स्वस्थ रखने में सहायक है। विशेष योगासनों का अभ्यास मेरुदंड को लचीला बनाकर उसके स्वास्थ्य के साथ शरीर के अन्य अंगों को भी स्वस्थ करता है। हलासन Halasana Yoga एक ऐसा आसन है जो मेरुदंड को सीधा प्रभावित करता है फलस्वरूप इड़ा एवं पिंगला से प्रवाहित होने वाली ऊर्जा शरीर के अन्य अंगों तक आसानी से पहुंचती है। शरीर के स्वास्थ्य के लिए यह आकाशीय ऊर्जा अत्यंत आवश्यक एवं उपयोगी है। What is Halasana Yoga in Hindi? हलासन योग दो शब्दों हल एवं आसन से मिलकर बना है। हल एक ऐसा यंत्र है जो प्राचीन समय से किसानों के खेती करने का महत्वपूर्ण साधन रहा है। बंजर भूमि को भी हल के माध्यम से खेती करने योग्य बनाया जा सकता है। Advertisement इस एक शब्द के दो अर्थ होते हैं पहला हल जो ज़मीन को उपजाऊ बनाने में तथा उसकी उर्वरा शक्ति को मिलाने में मदद करता है। दूसरा हल अर्थात किसी भी समस्या का समाधान। इस प्रकार देखा जाए तो दोनों ही अर्थ में हलासन योग Halasana Yoga जीवन के कई महत्वपूर्ण तथ्यों को प्राकृतिक रूप से हल करने में मदद करता है। लंबे समय तक व्यायाम की कमी, चिंता अवसाद...

Best 6 halasana steps halasana benefits in hindi

विषय - सूची - Table of Contents • • • • • • • • • • • हलासनकरनेकीविधि, निर्देश, और लाभ – Steps, Instruction and Halasana benefits in hindi हलासन के बारे में –About Halasana हलासन दो शब्दों(हल+आसन) से मिलकर बना है। जहां हल का एक ऐसा यंत्र है जो खेती करने के लिए खेतों को जोतने के लिए इस्तेमाल होता है , इस आसन को करते समय आपके शरीर की आकृति हल की तरह होती है इसलिए हलासन कहते है। इसका अंग्रेजी नाम Plow Pose है। हलासन करने से पहले यह आसन करें – Do these asana before Halasanain hindi हलासन करने से पहले नीचे दिए गए निम्न योग आसनों को करने की सलाह दी जाती है। इन आसनो को करने से आपके रीढ़ में लचीलापन आता है, तथा आपके पीठ, पेट एवं हाथो एवं गर्दन के मांसपेशियों का तापमान बढ़ता है और उन्हें मजबूत बनाता है , जिससे आपको हलासन करने में आसानी होगी। • • • हलासन करने की विधि – Steps of Halasana हलासन करने की विधि नीचे दी गयी है, जिसे ध्यानपूर्वक करने से पहले पढ़ें। इससे आपको हलासन करते समय आसानी होगी।यह आसन पीठ के बल लेट कर किया जाता है। चरण 1- सर्वप्रथम जमीन पर पीठ के बल लेट जाएँ, अपने पैरों को सीधा एवं हाथों को शरीर के बगल में रखें, हथेलियां जमीन की तरफ होनी चाहिए। चरन 2- अब धीरे-धीरे साँस लेते हुए अपने पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं, जब तक कि यह जमीन से लगभग 45 डिग्री न हो जाए, साँस लेने की प्रक्रिया को जारी रखें और पैरों को 90 डिग्री तक उठायें। चरण 3- साँस छोड़ते हुए अपने कमर एवं पीठ को ऊपर उठाते हुए और पैरों को ऊपरी धड़ के तरफ झुकाएं इस स्थिति में अपने हथेलिओं से पीठ को सहारा दे कोहनी को जमीं पर ही टिकाये रखें। चरण 4- साँस छोड़ते हुए अपने पैरों की उंगलिओं को सिर के पीछे जमीन पे टिकाएं(ऊपर दी ग...