हनुमान चालीसा ऑडियो

  1. ‎Hanuman Chalisa
  2. श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर
  3. ‎Hanuman Chalisa
  4. श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर
  5. श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर
  6. ‎Hanuman Chalisa
  7. ‎Hanuman Chalisa
  8. श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर


Download: हनुमान चालीसा ऑडियो
Size: 35.56 MB

‎Hanuman Chalisa

भगवान श्री राम और भगवान हनुमान के भक्तों के लिए शुभ समाचार 'श्री हनुमान चालीसा ऑडियो ऐप' को विनजिट टेक्नोलॉजीज को पेश करने पर गर्व है। इस ऐप के साथ अपनी भक्ति को शक्ति दीजिए । हनुमान चालीसा के अलावा, ऐप में अनूप जलोटा, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, एमएस सुब्बुलक्ष्मी और कई अन्य कलाकारों के भजन शामिल हैं। यह ऐप 2 जी / 3 जी / 4 जी / वाईफ़ाई पर अच्छी तरह से काम करता है, फिर ऐप डाउनलोड करें अब सर्वोच्च शांति का अनुभव करें और खुद को संकट मोचन राम सेवक हनुमान की भक्ति में विसर्जित करें। हनुमान चालीसा - बजरंग बाली के शब्द, उनकी आभा, उनकी बाहुबल (शक्ति) हनुमान चालीसा की आवाज भक्त को मनोशान्ति देà...

श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर… पढ़िए पूर्ण हनुमान चालीसा हिंदी में ( hanuman chalisa in hindi) हनुमान चालीसा महा कवि तुलसीदास द्वारा लिखित हिन्दू देवता हनुमान जी की स्तुति में एक प्रसिद्ध भक्ति भजन है। हनुमान चालीसा हिंदी के अलावा मराठी, अवधी, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और गुजराती सहित कई भाषाओं में भी उपलब्ध है। • जानें • ये भी पढ़िए – हनुमान चालीसा पाठ दोहा दोहा : – श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। हनुमान चालीसा हिंदी में चौपाई चौपाई : – जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर। रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी। कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रूप धरि लंक जरावा। भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये, श्रीरघुबीर हरषि उर लाये। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा।। जम कुबेर दिगपाल जहां ते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा।। तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना। जुग सहस्र जोजन पर भानू, लील्यो त...

‎Hanuman Chalisa

भगवान श्री राम और भगवान हनुमान के भक्तों के लिए शुभ समाचार 'श्री हनुमान चालीसा ऑडियो ऐप' को विनजिट टेक्नोलॉजीज को पेश करने पर गर्व है। इस ऐप के साथ अपनी भक्ति को शक्ति दीजिए । हनुमान चालीसा के अलावा, ऐप में अनूप जलोटा, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, एमएस सुब्बुलक्ष्मी और कई अन्य कलाकारों के भजन शामिल हैं। यह ऐप 2 जी / 3 जी / 4 जी / वाईफ़ाई पर अच्छी तरह से काम करता है, फिर ऐप डाउनलोड करें अब सर्वोच्च शांति का अनुभव करें और खुद को संकट मोचन राम सेवक हनुमान की भक्ति में विसर्जित करें। हनुमान चालीसा - बजरंग बाली के शब्द, उनकी आभा, उनकी बाहुबल (शक्ति) हनुमान चालीसा की आवाज भक्त को मनोशान्ति देà...

श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर… पढ़िए पूर्ण हनुमान चालीसा हिंदी में ( hanuman chalisa in hindi) हनुमान चालीसा महा कवि तुलसीदास द्वारा लिखित हिन्दू देवता हनुमान जी की स्तुति में एक प्रसिद्ध भक्ति भजन है। हनुमान चालीसा हिंदी के अलावा मराठी, अवधी, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और गुजराती सहित कई भाषाओं में भी उपलब्ध है। • जानें • ये भी पढ़िए – हनुमान चालीसा पाठ दोहा दोहा : – श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। हनुमान चालीसा हिंदी में चौपाई चौपाई : – जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर। रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी। कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रूप धरि लंक जरावा। भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये, श्रीरघुबीर हरषि उर लाये। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा।। जम कुबेर दिगपाल जहां ते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा।। तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना। जुग सहस्र जोजन पर भानू, लील्यो त...

श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर… पढ़िए पूर्ण हनुमान चालीसा हिंदी में ( hanuman chalisa in hindi) हनुमान चालीसा महा कवि तुलसीदास द्वारा लिखित हिन्दू देवता हनुमान जी की स्तुति में एक प्रसिद्ध भक्ति भजन है। हनुमान चालीसा हिंदी के अलावा मराठी, अवधी, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और गुजराती सहित कई भाषाओं में भी उपलब्ध है। • जानें • ये भी पढ़िए – हनुमान चालीसा पाठ दोहा दोहा : – श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। हनुमान चालीसा हिंदी में चौपाई चौपाई : – जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर। रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी। कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रूप धरि लंक जरावा। भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये, श्रीरघुबीर हरषि उर लाये। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा।। जम कुबेर दिगपाल जहां ते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा।। तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना। जुग सहस्र जोजन पर भानू, लील्यो त...

‎Hanuman Chalisa

भगवान श्री राम और भगवान हनुमान के भक्तों के लिए शुभ समाचार 'श्री हनुमान चालीसा ऑडियो ऐप' को विनजिट टेक्नोलॉजीज को पेश करने पर गर्व है। इस ऐप के साथ अपनी भक्ति को शक्ति दीजिए । हनुमान चालीसा के अलावा, ऐप में अनूप जलोटा, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, एमएस सुब्बुलक्ष्मी और कई अन्य कलाकारों के भजन शामिल हैं। यह ऐप 2 जी / 3 जी / 4 जी / वाईफ़ाई पर अच्छी तरह से काम करता है, फिर ऐप डाउनलोड करें अब सर्वोच्च शांति का अनुभव करें और खुद को संकट मोचन राम सेवक हनुमान की भक्ति में विसर्जित करें। हनुमान चालीसा - बजरंग बाली के शब्द, उनकी आभा, उनकी बाहुबल (शक्ति) हनुमान चालीसा की आवाज भक्त को मनोशान्ति देà...

‎Hanuman Chalisa

भगवान श्री राम और भगवान हनुमान के भक्तों के लिए शुभ समाचार 'श्री हनुमान चालीसा ऑडियो ऐप' को विनजिट टेक्नोलॉजीज को पेश करने पर गर्व है। इस ऐप के साथ अपनी भक्ति को शक्ति दीजिए । हनुमान चालीसा के अलावा, ऐप में अनूप जलोटा, मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, एमएस सुब्बुलक्ष्मी और कई अन्य कलाकारों के भजन शामिल हैं। यह ऐप 2 जी / 3 जी / 4 जी / वाईफ़ाई पर अच्छी तरह से काम करता है, फिर ऐप डाउनलोड करें अब सर्वोच्च शांति का अनुभव करें और खुद को संकट मोचन राम सेवक हनुमान की भक्ति में विसर्जित करें। हनुमान चालीसा - बजरंग बाली के शब्द, उनकी आभा, उनकी बाहुबल (शक्ति) हनुमान चालीसा की आवाज भक्त को मनोशान्ति देà...

श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi – भाग्यवीर

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर… पढ़िए पूर्ण हनुमान चालीसा हिंदी में ( hanuman chalisa in hindi) हनुमान चालीसा महा कवि तुलसीदास द्वारा लिखित हिन्दू देवता हनुमान जी की स्तुति में एक प्रसिद्ध भक्ति भजन है। हनुमान चालीसा हिंदी के अलावा मराठी, अवधी, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और गुजराती सहित कई भाषाओं में भी उपलब्ध है। • जानें • ये भी पढ़िए – हनुमान चालीसा पाठ दोहा दोहा : – श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। हनुमान चालीसा हिंदी में चौपाई चौपाई : – जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर। रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी। कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रूप धरि लंक जरावा। भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये, श्रीरघुबीर हरषि उर लाये। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा।। जम कुबेर दिगपाल जहां ते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा।। तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना। जुग सहस्र जोजन पर भानू, लील्यो त...