हनुमान जी भजन पुस्तक

  1. प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी भजन Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs
  2. [PDF] हनुमान बाहुक संपूर्ण पाठ
  3. Top 10 Hanuman Bhajan: श्री हनुमान जी के 10 सबसे लोकप्रिय भजन
  4. Hanuman Ji Ki Aarti, Bhajan: अंजनि पुत्र महाबलदायी…, हनुमान जयंती पर यहां पढ़ें उनकी आरती


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प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी भजन Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी भजन लिरिक्स Prarthana Hai Yahi Meri Hanuman Ji प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी भजन लिरिक्स (हिन्दी) प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए, राम सीता का दर्शन कराके मुझे, मेरे सपने को साकार कर दीजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। दुःख देते मुझे मेरे ही पाप है, मेरे मन में है क्या जानते आप है, आप हर रुप है इसलिए कर कृपा, मेरी हर एक संकट को हर लिजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। मैं भावुक तो हूँ पर नहीं भक्त हूँ, इसी कारण तो विषयों में आसक्त हूँ, वासना मुक्त कर मेरे मन को प्रभु, राम सीता की भक्ति से भर दीजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। तन निरोगी रहे धन भी भरपूर हो, मन भजन में रहे द्वंद्व दुःख दूर हो, कर्ज भी न रहे मर्ज भी न रहे, फर्ज निभता रहे ऐसा वर दीजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। मैं कथा भी कहूँ तो सियाराम की, मैं भगति भी करूँ तो सियाराम की, सृष्टि राजेश दिखें सियाराममय, दास की दृष्टि में वो असर दीजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए, राम सीता का दर्शन कराके मुझे, मेरे सपने को साकार कर दीजिए, प्रार्थना हैं यही मेरी हनुमान जी, मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए।। Prarthana Hai Yahi Meri Hanuman Ji Lyrics (English Transliteration) prArthanA hai yahI merI hanumAna jI, mere sara para bhI aba hAtha dhara dIjie, rAma sItA kA darshana karAke mujhe, mere sapane ko sAkAra kara dIjie, prA...

[PDF] हनुमान बाहुक संपूर्ण पाठ

हनुमान बाहुक पाठ अर्थ सहित श्रीमद्-गोस्वामी-तुलसीदास-कृत हनुमान बाहुक (हिन्दी भावार्थ सहित) गुरु वंदना छप्पय: सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु । भुजबिसाल, मूरतिकरालकालहुकोकालजनु ॥ गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव । जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ॥ कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित सन्तत निकट । गुन-गनत, नमत, सुमिरत, जपत समन सकल-संकट-विकट ॥ १ ॥ जिनके शरीर का रंग उदयकाल के सूर्य के समान है, जो समुद्र लाँघकर श्रीजानकीजी के शोक को हरने वाले, आजानु-बाहु, डरावनी सूरत वाले और मानो काल के भी काल हैं। लंका-रुपी गम्भीर वन को, जो जलाने योग्य नहीं था, उसे जिन्होंने निःसंक जलाया और जो टेढ़ी भौंहो वाले तथा बलवान् राक्षसों के मान और गर्व का नाश करने वाले हैं, तुलसीदास जी कहते हैं – वे श्रीपवनकुमार सेवा करने पर बड़ी सुगमता से प्राप्त होने वाले, अपने सेवकों की भलाई करने के लिये सदा समीप रहने वाले तथा गुण गाने, प्रणाम करने एवं स्मरण और नाम जपने से सब भयानक संकटों को नाश करने वाले हैं ॥ १ ॥ स्वर्न-सैल-संकास कोटि-रबि-तरुन-तेज-घन । उर बिसाल भुज-दंड चंड नख-बज्र बज्र-तन ॥ पिंग नयन, भृकुटी कराल रसना दसनानन । कपिस केस, करकस लँगूर, खल-दल बल भानन ॥ कह तुलसिदास बस जासु उर मारुतसुत मूरति बिकट । संताप पाप तेहि पुरुष पहिं सपनेहुँ नहिं आवत निकट ॥ २ ॥ वे सुवर्ण-पर्वत (सुमेरु) – के समान शरीरवाले, करोड़ों मध्याह्न के सूर्य के सदृश अनन्त तेजोराशि, विशाल-हृदय, अत्यन्त बलवान् भुजाओं वाले तथा वज्र के तुल्य नख और शरीरवाले हैं, भौंह, जीभ, दाँत और मुख विकराल हैं, बाल भूरे रंग के तथा पूँछ कठोर और दुष्टों के दल के बल का नाश करने वाली है। तुलसीदासजी कहते हैं – श्रीपवनकुमार की डरावनी मूर्ति जिसके हृदय में निवास ...

Top 10 Hanuman Bhajan: श्री हनुमान जी के 10 सबसे लोकप्रिय भजन

श्री हनुमान जी के लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स, रिंगटोन, विडियो व MP3 SONG हमने श्री हनुमान जी के सभी प्रमुख भजनों को क्रमवार लिस्ट के रूप में नीचे दे रहे हैं। आप उस पर क्लिक करके उस भजन का लिरिक्स, रिंगटोन, विडियो व MP3 SONG पा सकते हैं:- 1. 2. 3. 4. 5. बजरंग बाला 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. बाल समय रवि भक्ष लियो 13. Related Posts: • Hanuman Bhajan Lyrics: श्री हनुमान जी के 30 लोकप्रिय भजन • Shiv Bhajan Lyrics: श्री शिव जी के 30 सबसे लोकप्रिय भजन • Ram Bhajan Lyrics: श्री राम जी के 20 सबसे लोकप्रिय भजन • Krishna Bhajan Lyrics: श्री कृष्ण जी के 19 सबसे लोकप्रिय भजन • Best Bhajan Lyrics: 32 सबसे लोकप्रिय भजनों का संग्रह • Kali Mata ke Bhajan: श्री काली माता के 16 सबसे लोकप्रिय भजन… • Shiv Tandav: श्री शिव तांडव स्तोत्र व इसके चमत्कारिक फायदे • Hanuman ji ke Bhajan: आ लौट के आजा हनुमान तुम्हे श्री राम… • Durga Bhajan Lyrics: श्री दुर्गा माता के 17 सबसे लोकप्रिय… • Surya Ashtakam Lyrics: श्री सूर्य अष्टकम व इसे पढ़ने के… • Gulshan Kumar Shiv Bhajan List: टाॅप 12 शिव भजन लिरिक्स • Bajrang Baan: श्री बजरंग बाण व इसके चमत्कारिक फायदे • Sharda Mata ke Bhajan Lyrics: श्री शारदा माता के 15 लोकप्रिय… • Hanuman Gatha: हम आज पवनसुत हनुमान की कथा सुनाते हैं • Hanuman Bahuk Lyrics Hindi English • Hanuman Tumhara Kya Kahna | हनुमान तुम्हारा क्या कहना… • Paar Na Lagoge Shri Ram Ke Bina | पार ना लगोगे श्री राम के… • Surya Dev Bhajan Lyrics: श्री सुर्य देव के सबसे लोकप्रिय… • Hanuman Bhajan Lyrics: दुख में बंदे ना घबराना पढ़ो हनुमान… • Sankat Mochan Hanuman Astak Hindi English

Hanuman Ji Ki Aarti, Bhajan: अंजनि पुत्र महाबलदायी…, हनुमान जयंती पर यहां पढ़ें उनकी आरती

Hanuman Ji Ki Aarti, Jai Hanuman Gyan Gun Sagar Aarti in Hindi: आज हनुमान जयंती का पावन पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। ये त्योहार हर साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। हनुमान जयंती के दिन श्री राम भक्त हनुमान जी की भगवान राम और माता सीता के साथ पूजा की जाती है। इस दिन रामचरितमानस के सुंदर कांड का पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। इनकी मूर्तियों पर सिंदूर और चांदी का व्रक भी चढ़ाया जाता है। प्रसाद स्वरूप भगवान को मालपुआ, लड्डू, हलवा, चूरमा इत्यादि चीजों का भोग लगाया जाता है। लेकिन हनुमान जयंती की पूजा इस आरती को उतारे बिना अधूरी मानी जाती है… Hanuman Jayanti 2020 Puja Vidhi, Muhuart, Mantra: चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है हनुमान जयंती, जानिए हनुमान जी की पूजा की पूरी विधि विस्तार से यहां अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए। लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई। लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे। लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे। पैठी पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखाड़े। बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे। सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे। कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई। लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई। जो हनुमानजी की आरती गावै। बसी बैकुंठ परमपद पावै। आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की। हनुमान जी के भजन (Hanuman Ki Ke Bhajan): हनुमान जी की आरती भजन हनुमान जी के सुपरहिट भजन यहां देखें हनुमान जी के मंत्र (Hanuman Ji Mantra): हनुमान कवच मंत्र “ॐ श्री हनुमते नम:” सर्वकामना पूरक ह...