हनुमान जी के 1008 नाम

  1. 108 Names Of Lord Hanuman in Hindi
  2. हनुमान जी के 108 नाम उनके अर्थ व मंत्र सहित (Hanuman ji ke 108 naam unke arth v mantra sahit in hindi)
  3. हनुमान जी के 108 नाम, जिनको जपने से मिलते हैं मनोवांछित फल
  4. 108 Names of Hanuman Ji in Hindi
  5. Hanuman Chalisa PDF 1 Page


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108 Names Of Lord Hanuman in Hindi

भगवान हनुमान जी के 108 नाम (108 Names Of Lord Hanuman in Hindi) जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े. हनुमान जी का नाम पुरे भारतवर्ष में ऐसा कोई नहीं होगा जो प्रभु हनुमान जी को नहीं जानता होगा| हनुमान जी के माता पिता का नाम पवनपुत्र अंजनीपुत्र और वनराज केशरी है. हनुमान जी का जन्म तब हुआ जब एक बार अयोध्या के राजा दशरथ अपनी पत्नियों के साथ पुत्रेष्टि हवन कर रहे थे। यह हवन पुत्र प्राप्ति के लिए हो रहा था| हवन समापन के बाद गुरुदेव ने प्रसाद की खीर तीनों रानियों में थोड़ी थोड़ी बांट दी. खीर का एक छोटा सा भाग एक कौआ अपने साथ एक जगह ले गया जहा अंजनी मां तपस्या कर रही थी| यह सब भगवान शिव और वायु देव के इच्छा अनुसार हो रहा था। तपस्या करती अंजना के हाथ में जब खीर आई तो उन्होंने उसे शिवजी का प्रसाद समझ कर ग्रहण कर लिया। इसी प्रसाद की वजह से हनुमान जी का जन्म हुआ. हनुमान जी का दिन मंगलवार है, हर मंगलवर को लोग मंदिरों में जाते हैं और उनकी पूजा आराधना व् हनुमान चालीसा पढते है. हनुमान जी और श्री राम जी का रिश्ता बेहद अटूट है| जी हाँ हनुमान जी और राम जी एक दुसरे के बिना नहीं रह सकते| कोई पूछे की हनुमान जी के कितने नाम ? है, तो आप बता देना हनुमान जी के 108 नाम है| हनुमान जी बचपन से ही ब्रह्मचारी हैं, हनुमान जी को ब्रह्मा, विष्णु, महेश जी से वरदान प्राप्त हैं| उनके पास असीम शक्तियाँ है. जो कोई हनुमान जी को सच्चे दिल से पुकारे तो हनुमान जी उसकी जरुर सुनते हैं| हनुमान जी के नाम 108 प्रकार के नाम है, हनुमान जी के सारे नाम और हनुमान जी के सारे नाम अर्थ सहित नीचे दिए गये है. • आंजनेया : अंजना का पुत्र • महावीर : वीरों के वीर • हनूमत : जिसके गाल फूलें हुए हो • मारुतात्मज : पवन देव के लिए रत्न जैसे प...

हनुमान जी के 108 नाम उनके अर्थ व मंत्र सहित (Hanuman ji ke 108 naam unke arth v mantra sahit in hindi)

नमस्कार, दोस्तों हनुमान जी के कुछ नाम जैसे संकट मोचन, पवनसुत, महाबली, केसरी नंदन आदि से तो हम सब भली भांति परिचित है, पर आज के इस लेख में हम बजरंगबली के 108 नामों को उनके मंत्र व अर्थ सहित जानेंगे। दोस्तों हनुमान जी के 108 नामों को भक्त पढ़ तो लेते हैं, पर क्या यह भक्त हनुमान जी के 108 नामों का अर्थ भी जानते हैं। जब हम किसी पाठ या नामों को उनके अर्थ के अनुसार जानकर पढ़ते हैं तो उस पाठ को और अधिक अच्छी तरह से हम उसे समझ पाते हैं। 5 नाम :- तत्त्वज्ञानप्रद मंत्र :- ॐ तत्त्वज्ञानप्रदाय नमः अर्थ:- बुद्धि देने वाले। 6 नाम :- सीतादेविमुद्राप्रदायक मंत्र :- ॐ सीतादेविमुद्राप्रदायक नमः अर्थ:- सीता माता की अंगूठी भगवान राम को देने वाले। 7 नाम :- अशोकवनकच्छेत्रे मंत्र :- ॐ अशोकवनकच्छेत्रे नमः अर्थ:- अशोक वाटिका का विनाश करने वाले। 8 नाम :- सर्वमायविभंजन मंत्र :- ॐ सर्वमायविभंजनाय नमः अर्थ:- माया का विनाश करने वाले। 9 नाम :- सर्वबंधविमोक्ते मंत्र :- ॐ सर्वबंधविमोक्ते नमः अर्थ:- सभी बंधनों से मुक्त करने वाला। 10 नाम :- रक्षोविध्वंसकारक मंत्र :- ॐ रक्षोविध्वंसकारकाय नमः अर्थ:- रक्षसो का वध करने वाले। 11 नाम :- परविद्यापरिहार मंत्र :- ॐ परविद्यापरिहाराय नमः अर्थ:- दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले। 12 नाम :- परशोर्यविनाशन मंत्र :- ॐ परशोर्यविनाशनाय नमः अर्थ:- शत्रु के शौर्य का विनाश करने वाले। 13 नाम :- परमंत्रनिरकत्रे मंत्र :- ॐ परमंत्रनिरकत्रे नमः अर्थ:- राम नाम का जप करने वाले। 14 नाम :- परयंत्रप्रभेदक मंत्र :- ॐ परयंत्रप्रभेदकाय नमः अर्थ:- दुश्मनों के उद्देश्य को नष्ट करने वाले। 15 नाम :- सर्वग्रहविनाशी मंत्र :- ॐ सर्वग्रहविनाशने नमः अर्थ:- ग्रहों के बुरे प्रभाव को खत्म करने वाले। 16 न...

हनुमान जी के 108 नाम, जिनको जपने से मिलते हैं मनोवांछित फल

मंगलवार को हनुमान जी का वार कहा जाता है और इस दिन हनुमान जी के भक्त पूरी श्रद्धा से बजरंगबली की पूजा अर्चना करते हैं। कहा जाता है कि भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी की पूजा अर्चना जो भी भक्त पूरी श्रद्धा से करता है उसे बुद्धि, तेज और बल की प्राप्ति होती है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा और बजरंगबाण का पाठ करना अति शुभ माना गया है। इसके साथ ही यदि आप हनुमान जी के 108 नामों का भी इस दिन सुबह या शाम की पूजा करते समय जाप करते हैं तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति होती है और आपके तेज में वृद्धि होती है। आज हम आपको हनुमान जी के 108 नाम और इन नाम के अर्थों के बारे में बताएंगे। हनुमान जी के 108 नाम और उनका अर्थ 1.आंजनेया : माता अंजना के पुत्र 2.हनूमत : जिनके गाल फूले हुए हैं 3.महावीर : वीरों से भी वीर, सबसे बहादुर 4.सर्वबन्धविमोक्त्रे : मोह-माया के बंधनों को दूर करने वाले 5.तत्वज्ञानप्रद : सद्दबुद्धि देने वाले 6.सीतादेविमुद्राप्रदायक : माता सीता की अंगूठी भगवान राम को पहुंचाने वाले 7.परविद्या परिहार : दुष्ट और बुरी शक्तियों का नाश करने वाले 8.सर्वमायाविभंजन : छल के विनाशक 9.मारुतात्मज : पवन देव के लिए रत्न जैसे प्रिय 10.रक्षोविध्वंसकारक : राक्षसों का वध करने वाले 11.अशोकवनकाच्छेत्रे : अशोक वाटिक का विनाश करने वाले 12.परशौर्य विनाशन : शत्रु के शौर्य को खंडित करने वाले 13.परमन्त्र निराकर्त्रे : भगवान राम को जपने वाले 14.सर्वग्रह विनाशी : ग्रहों के अशुभ प्रभावों को दूर करने वाले 15.परयन्त्र प्रभेदक : दुश्मनों के उद्देश्य को नष्ट करने वाले 16.भीमसेन सहायकृथे : भीम की सहायता करने वाले 17.सर्वदुखः हरा : सारे दुखों का अंत करने वाले 18.सर्वलोकचारिणे : हर जगह वास करने वाले 19.मनोजवाय : जिसक...

108 Names of Hanuman Ji in Hindi

108 Names of Hanuman Ji in Hindi ( Hanuman Ji Ke 108 Naam )– हनुमान जी, श्री राम के परम भक्त, मित्र और दूत थे. इन्हें शिव का 11 वां अवतार माना जाता हैं. रामायण में इनका चरित्र-चित्रण बड़ा रोचक और मनोहारी हैं जिसमें ये दुष्टों का नाश करते हैं और भक्त जनों का उद्धार करते हैं. इस पोस्ट में दिए हनुमान जी के 108 नामों को जरूर जानें. हनुमान जी के 108 नाम | 108 Names of Hanuman Ji in Hindi • हनुमान – विशाल और टेढी ठुड्डी वाले । • श्रीप्रद – शोभा प्रदन करने वाले । • वायुपुत्र – वायु के पुत्र • रुद्र – जो रुद्र के अवतार हैं (हनुमान जी एकादश रुद्र हैं) • अनघ – पाप से रहित • रामधारी – राम को हृदय में धारण करने वाले • अजर – वृद्धावस्था से रहित • अमृत्य – मृत्यु से रहित • वीरवीर – वीरों में अग्रणी • ग्रामवास – गाँवों में निवास करने वाले • जनाश्रय- समस्त जनों को आश्रय प्रदान करने वाले • धनद -धन धान्य देनेवाले • निर्गुण -सतोगुण,रजोगुण एवं तमोगुण से रहित । • अकाय -भौतिक देह से रहित । • वीर – पराक्रमी । • निधिपति – नवनिर्धायों के स्वामी । • मुनि – वेद शास्त्रों के गूहार्थ के ज्ञाता । • पिंगाक्ष – पीले-पीले नेत्रों वाले । • वरद – मनोवांछित वरदान देने वाले । • वाग्मी – कुशल वक्ता । • सीताशोकविनाशन – सीता जी के शोक को मिटाने वाले । • शिव – मंगलमय । • सर्व -सर्वस्वरूप । • पर – प्रकृति से भी परे । • अव्यक्त -अव्यक्त स्वरूपवाले । • रसाधर- पृथ्वी को धारण करने वाले । • पिंगरोम -पीले रोम वाले । • पिंगकेश -पीले केशों वाले । • श्रुतिगम्य: -जो श्रुतियों द्वारा जानने योग्य है । • सनातन -सदैव विद्यमान रहने वाले । • अनादि – आदि से रहित । • विश्वहेतु -जगत् के मूल कारण । • निरामय -नीरोग । • आरोग्यकर्ता – आर...

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4.8/5 - (5 votes) Hanuman Chalisa PDF 1 Page| हनुमान चालीसा | मान्यता है, कि हनुमान जी अमर हैं। भगवान श्री हनुमान जी कि प्रतिदिन पुजा आराधना करने और हनुमान चालीसा के पाठ करने से अपने मन से और अपने आसपास से नकारात्मक शक्तियों , भय दूर होता है, क्लेश मिटते हैं, मनुष्य के सभी संकट दूर हो जाते हैं। Hanuman Chalisa PDF 1 Page आज हम शुद्ध हनुमान चालीसा का हिन्दी, इंग्लिश और बंगाली भाषा में पीडीऍफ़ ( Hanuman Chalisa PDF 1 Page) दे रहे हैं। क्योंकि ज्यादातर लोगों के पास हनुमान चालीसा नहीं रहने की वजह से वह पाठ नहीं कर पाते हैं। इसीलिए आपकी सुबिधा के लिए हमारा यह प्रयास। आप बहुत ही आसानी से श्री हनुमान चालीसा का पीडीएफ ( Hanuman Chalisa PDF 1 Page) प्रिंट लेकर पाठ कर सकते हैं। और अपने जीवन में नई आशा की किरण प्रज्वलित करें। तो चलिए शुरू करते हैं हनुमान चालीसा का पाठ। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Hanuman Chalisa in Hindi| शुद्ध हनुमान चालीसा| Hanuman Chalisa PDF 1 Page सम्पूर्ण हनुमान चालीसा ||दोहा|| श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार | बल बुधि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार || ||चौपाई|| जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥ राम दूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥ कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥ हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥ शंकर सुवन केसरी नंदन तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥ विद्यावान गुनी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर॥७॥ प्रभु चरित्र सुनिबे...