हनुमान जी की तीनों पत्नियों के नाम

  1. कैसे हुआ पवनपुत्र हनुमान जी का जन्म, जानने चाहते हैं तो क्लिक ज़रूर करें
  2. हर मंगलवार पढ़ें रामभक्त हनुमान के 108 चमत्कारी नाम
  3. हनुमान जी के तीनों पत्नियों का नाम बताएं? » Hanuman Ji Ke Tatvo Patniyon Ka Naam Bataye
  4. Jai Hanuman: हनुमान जी की 10 कहानियां, कई कहानियां आप पहली बार पढ़ेंगे
  5. हनुमान जी के बारह नाम और नाम की महिमा
  6. हनुमान जी की पत्नी का क्या नाम था
  7. Tuesday: अपना मंगल चाहने वाले मंगलवार को पढ़ें हनुमान जी की गाथाएं


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कैसे हुआ पवनपुत्र हनुमान जी का जन्म, जानने चाहते हैं तो क्लिक ज़रूर करें

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ 08 अप्रैल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि दिन बुधवार को श्री राम के परम भक्त हनुमान जी की जयंती मनाई जाएंगी। शास्त्रों के अनुसार इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। यही कारण है इस दिन को बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। इसके अलावा इस दिन पवनपुत्र कहलाने वाले बजरंगबली की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। धर्म ग्रंथों में हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, इसमें किए उल्लेख के अनुसार इनकी पूजा से केवल इनकी कृपा प्राप्त होती बल्कि इनकी कृपा मात्र से जी जीवन सुखदायी हो जाता है। और चूंकि इन्हें संकटमोचन कहा जाता है तो ज़ाहिर सी बात है कि जिस पर इनकी कृपा होगी उनके जीवन में से समस्त प्रकार के संकटों का टलना तो लाज़मी है। परंतु हनुमान जी कौन हैं? ये किसके अवतार माने जाते हैं? इन्हें अमरता का वरदान कैसे व किस से प्राप्त हुआ? ये ऐसी बातों हैं जो आज भी बहुत लोग नहीं जानते। चो चलिए कोई बात नहीं हम आपको बता देते हैं इन सारे प्रश्नों के उत्तर। जी हां, हम आपको आज अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हनुमान जी के जन्म से जुड़ी ऐसी ही कथा बताने वाले हैं जिसमें आपकी उपरोक्त बताए समस्त प्रश्नों के उत्तर मौज़ूद हैं। चलिए देर न करते हुए आपको बताते हैं इस अद्भुत कथा के बारे में- बजरंगबली के जन्म से जुड़ी अद्भूत कथा- मान्यताओं व प्रचलित कथाओं के वर्णन के अनुसार तो प्राचीन काल में समुद्रमंथन के उपरांत भगवान शिव जी के निवेदन पर असुरों से अमृत की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर देवताओं की सहायता कर अमृत का पान देवताओं को कराया था। परंतु भगवान विष्णु जी का दिव्य रूप मोहिनी देखकर महादेव कामातुर हो गए, जिससे उनका वीर्यपात हो गया। इसी वीर्य को लेकर वायुदेव न...

हर मंगलवार पढ़ें रामभक्त हनुमान के 108 चमत्कारी नाम

हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Lord Hanuman in Hindi) हनुमान की उपासना से जीवन के सारे कष्ट, संकट मिट जाते है। माना जाता है कि हनुमान एक ऐसे देवता है जो थोड़ी-सी प्रार्थना और पूजा से ही शीघ्र प्रसन्न हो जाते है। मंगलवार और शनिवार का दिन इनके पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं। पढ़ें उनके 108 पवित्र नाम... Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है। Vastu tips fro shoe and slipper: पहले के जमाने में लोग अपने जूते चप्पल घर के बाहर उतारक ही घर में जाते थे। घर में सभी बगैर चप्पल के रहते थे। परंतु आजकल कई लोग घर में चप्पल पहनकर रहते हैं। कुछ लोग तो घर में ही ही बाहर के जूते पहनकर आ जाते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि वास्तु के अनुसार घर में चप्पल पहनना चाहिए या नहीं। अशोक बहुत पवित्र पेड़ माना जाता है। इसके पत्तों का पूजा में इ्तेमाल होता है। अ शोक-अशोक नाम से ही स्पष्ट है कि जो शोक मिटाता है। दुख दूर करता है, संताप हरता है। कष्टों से मुक्ति देता है। अशोक के वृक्ष के कई लाभ हैं सबसे पहला तो यही कि शोक यानी दुख को सोख लेता है। अगर यह घर में है तो नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं। चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है, जिन्होंने भी इस नीति का पालन किया वह सुखी हो गया है। आचार्य चाणक्य ने धर्म, राजनीति, अर्थ, राज्य, देश, जीवन, स्त्री, पुरुष सभी विषयों पर अपने विचार चाणक्य नीति में व्...

हनुमान जी के तीनों पत्नियों का नाम बताएं? » Hanuman Ji Ke Tatvo Patniyon Ka Naam Bataye

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Jai Hanuman: हनुमान जी की 10 कहानियां, कई कहानियां आप पहली बार पढ़ेंगे

By कहा जाता है कि भगवान को पाना है तो पहले उनके भक्त को पा लीजिए। हनुमान (hanuman) से बड़ा भगवान का भक्त और कौन है। अगर आप हनुमान जी को पा लिए तो समझिए भगवान अपने आप आपको मिल जाएंगे। हनुमान जी की निश्छल भक्ति हमें तमाम तरह की सीख भी देती है और भगवान की तरफ मुड़ने का रास्ता भी बताती है। तो चलिए ऐसे वीर हनुमान के बारे में आपको 10 ऐसी कहानियां बताते हैं, जिनमें से पक्का है कि कई कहानियां आप पहली बार सुन रहे होंगे। हनुमान जी का ध्यान करिए और उनकी इन कहानियों को पढ़ना शुरू करिए। भगवान हनुमान हम सबका कल्याण करें। 10 10- अर्जुन के अहंकार को हनुमान जी ने तोड़ा। hanuman aur arjun ki kahani 1: जब फल समझ सूर्य को निगल गए हनुमान। bal hanuman ki kahani तो चलिए पहली कहानी आपको सुनाते हैं यह भगवान हनुमान के बालपन की कहानी है। यह बहुत ही प्रचलित कहानी है। इस कहानी को आप जरूर सुने होंगे। एक बार और सुन लीजिए क्योंकि यह भगवान की कहानी है। तो हुआ यह कि एक दिन मां अंजना किसी काम में व्यस्त थीं। उन्होंने बाल हनुमान (bal hanuman) को वहीं कुटी में लिटा दिया था और अपना काम करती रहीं। इस बीच हनुमान जी को भूख लग गई। लेटे-लेटे ही आकाश में उन्हें भगवान सूर्य दिखाई दे दिए। बाल हनुमान को लगा कि वह कोई स्वादिष्ट फल है। फिर क्या था बाल गोपाल ने छलांग लगा दी और उड़ चले सूर्य की तरफ। सूर्यग्रहण का दिन था, राहु जान बचाकर भागे वहां पहुंचकर उन्होंने सूर्य को अपने मुंह में रख लिया। कहते हैं कि उस दिन सूर्यग्रहण था। राहु भी भगवान सूर्य को ग्रास बनाने के लिए उनकी तरफ जा रहा था। हनुमान जी ने समझा कि यह कोई काला फल है तो वह उसकी तरफ भी छलांग लगाए। लेकिन राहु किसी भी तरह खुद को बचाकर भगवान इंद्र की शरण में पहुंचा। र...

हनुमान जी के बारह नाम और नाम की महिमा

हनुमान जी हिन्दू धर्म में एक संकट मोचन भगवान है जो कि देवों के देव महादेव शिव के अवतार है। भगवान शिव के अवतारों में से हनुमान जी सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते है। हनुमान जी हिन्दू धर्म में सात चिंरजीवों में से एक है। हनुमान जी अपने कई नामों से प्रसिद्ध है जिसमें एक नाम मारुति है। हनुमान जी की पुजा व ध्यान करने से हनुमान जी की कृपा व आर्शीवाद प्राप्त होता है। यदि कोई व्यक्ति हनुमान जी का ध्यान करें तो हनुमान जी उसके संकट का निवारण करते है। हनुमान जी के बारह नामों का जाप करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। जो इस प्रकार हैं- हनुमान जी के बारह नाम हनुमान, अंजनीसुत, वायुपुत्र, महाबल, रामेष्ट, फाल्गुणसखा, पिंगाक्ष, अमितविक्रम, उदधिक्रमण, सीता शोक विनाशन, लक्ष्मण प्राणदाता, दशग्रीवदर्पहा नाम की महिमा • प्रातः काल सोकर उठते ही उसी अवस्था में इन बारह नामों को 11 बार जाप करने वाला व्यक्ति दीर्घायु होता है। • नित्य नियम के समय नाम लेने से इष्ट की प्राप्ति होती है। • दोपहर में नाम लेने वाला व्यक्ति धनवान होता है। • संध्या के समय नाम लेने वाला व्यक्ति पारिवारिक सुखों से तृत्प होता है। • रात्रि को सोते समय नाम लेने वाला व्यक्ति शत्रु पर विजयी होता है। उपरोक्त समय के अतिरिक्त इन बारह नामों का निरंतर जाप करने वाले व्यक्ति की श्री हनुमान जी महाराज दसों दिशाओं एवं आकाश पाताल में भी रक्षा करते हैं।

हनुमान जी की पत्नी का क्या नाम था

हनुमान जी की पत्नी का क्या नाम था – हनुमान जी के जीवित होने का सबूत –हनुमान जी को आज के समय में जाग्रत देवता माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से भक्त के सभी कष्ट दूर होते हैं. इसके अलावा हनुमान जी की हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी मनुष्य को काफी लाभ होते हैं. इसलिए हनुमान जी मनोकामना पूर्ण करने वाले देव माने जाते हैं. हनुमान जी की पत्नी का क्या नाम था यह सवाल अकसर पूछा जाता हैं. और आज हम आपको इस सवाल का संपूर्ण जवाब देने वाले हैं. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की हनुमान जी की पत्नी का क्या नाम था . इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. इस ग्रंथ में बताया गया है की हनुमान जी किसी कारण से विवाह किया था. लेकिन विवाह के बाद भी वह ब्रह्मचारी ही रहे थे. इस बात का प्रमाण तेलंगाना के खम्म जिले में देखने को मिलता हैं. इस जिले में एक मंदिर मौजूद है. जहां हनुमान जी अपनी पत्नी सुवर्चला के साथ गृहस्थ रूप में विराजमान हैं. इस पर से कहां जा सकता है की हनुमान जी की पत्नी का नाम सुवर्चला था. सुवर्चला को पत्नी बनाने के पीछे एक कारण था. इसलिए हनुमान जी ने सुवर्चला से शादी की थी. दरअसल बात यह है की हनुमान जी ने भगवान सूर्य देव को गुरु बनाया था. और उनसे हनुमान जी 9 विद्या लेने वाले थे. सूर्य देवता ने हनुमान जी को 9 में से 5 विद्या तो सिखा दी थी. लेकिन बाकि की 4 विद्या के लिए उन्हें शादी करने की जरूरत थी. हनुमान जी की कितनी पत्नी थी वैसे तो हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी थे. उन्होंने विवाह नही किया था. लेकिन पराशर नामक ग्रंथ में उनके विवाह और पत्नी के बारे में बताया...

Tuesday: अपना मंगल चाहने वाले मंगलवार को पढ़ें हनुमान जी की गाथाएं

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