होली का दहन 2023

  1. होली 2023 पर बन रहे हैं बहुत शुभ संयोग
  2. Holi 2023 On Which Date Holi Will Be Celebrated In March 2023 Know The Date And Auspicious Time
  3. Holika Dahan 2023: 6 या 7 मार्च कब है होलिका दहन? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व
  4. Holika Dahan 2023 Puja Shubh Muhurt, Holi 2023 Date And Story


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होली 2023 पर बन रहे हैं बहुत शुभ संयोग

Holi 2023: फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होली का त्योहार मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार पूर्णिमा तिथि 06 मार्च 2023 दिन सोमवार को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर आरंभ होगी और इस तिथि का समापन 07 मार्च 2023 दिन मंगलवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा। यानी अगले दिन यानी 07 मार्च 2023 को प्रदोष काल में होलिका दहन होगा है। इस बार 19 वर्षों के बाद श्रावण मास में अधिकमास आने के कारण महाशिवरात्रि और होली 10 से 11 दिन पहले आ रही जबकि रक्षा बंधन, गणेश चतुर्थी, दशहरा और दीवाली में करीब 19 दिन की देरी होगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन होता है और दूसरे दिन धुलैंडी मनाई जाती है। अष्टमी से यह त्योहार प्रारंभ हो जाता है। मिथुन संक्रांति 2023 सूर्य देव 15 जून 2023 को मिथुन में प्रवेश कर रहे हैं Sun Transit into Gemini जब सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। 15 जून को सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति कहा जाएगा। 15 जून 2023 को मिथुन संक्रांति का समय शाम को 06 बजकर 29 मिनट पर है। इस समय सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इस परिवर्तन का सारी राशियों पर असर होगा। Budhaditya Yoga 2023: 15 मई को सूर्य ने वृषभ राशि में प्रवेश किया था जो 15 जून तक वहीं गोचर करेंगे। 7 जून को बुध ग्रह ने वृषभ राशि में गोचर किया है। दोनों के एक ही राशि में होने से बुधादित्य योग बना है। शुक्र की राशि वृषभ में इस योग का निर्माण शुभ माना जाता है। ऐसे में 4 राशियों को इससे बहुत लाभ होगा। Mithun sankranti 2023 : सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में गोचर संक्रांति कहलाता है। वृषभ संक्रांति क...

Holi 2023 On Which Date Holi Will Be Celebrated In March 2023 Know The Date And Auspicious Time

Holi 2023 Date: होली का पावन पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा के अगले दिन मनाया जाता है. दरअसल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन (Holika Dahan 2023) मनाया जाता है. इस दिन लोग होलिका जलाते हैं. इसके बाद अगली सुबह रंग-अबीर से होली खेली जाती है. साल 2023 का आगाज हो चुका है. ऐसे में इस साल होली (Holi 2023) कब मनाई जाएगी इसको लेकर लोग काफी उत्सुक हैं. आइए जानते हैं कि नए साल 2023 में होली कब मनाई जाएगी और इसके लिए शुभ मुहूर्त क्या है. होलिका दहन की पूजा अगर मुहूर्त में न की जाए तो यह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है. होलिका दहन सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है. फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 6 मार्च 2023 को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी, जिसका समापन 7 मार्च 2023 को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा. भद्रा पूँछ - सुबह 12:43 - सुबह 02:01 भद्रा मुख - सुबह 02:01 - सुबह 04:11 होलिका दहन मुहूर्त - शाम 06 बजकर 31- रात 08 बजकर 58 (7 मार्च 2023) अवधि - 02 घंटे 27 मिनट होली का महत्व | Importance of Holi हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक हिरण्यकश्यपु राक्षसों का राजा था. उसका पुत्र प्रह्लाद, भगवान विष्णु का सबसे बड़ा भक्त था. राजा हिरण्यकश्यपु भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानता था. जब उसे पता चला कि प्रह्लाद विष्णु भक्त है, तो उसने प्रह्लाद को रोकने की कोशिश की. लेकिन प्रह्लाद के न मानने पर हिरण्यकश्यपु प्रह्लाद को यातनाएं देने लगा. हिरण्यकश्यपु ने प्रह्लाद को पहाड़ से नीचे गिराया, हाथी के पैरों से कुचलने की कोशिश की, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गया. हिरण्यकश्यपु की होलिका नाम की एक बहन थी. उसे वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी. हिरण्यकश्यपु के कहने पर होलिका प्रह्लाद को ...

Holika Dahan 2023: 6 या 7 मार्च कब है होलिका दहन? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व

डीएनए हिंदीः होलिका (Holika Dahan 2023) से एक दिन पूर्व शाम से पूर्णिमा (Purnima) लग रही है. तिथियों के दो दिन होने के कारण लोगों को होलिका और होली (Holi Date) दोनों की डेट को लेकर संशय बना हुआ है. तो चलिए आपके इस कंफ्यूजन को क्लियकर कर दें और बता दें कि 6 या 7 किस दिन होलिका दहन होगा (When Is Holika Dahan) और किस दिन होली खेली जाएगी. साथ ही होलिका का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व क्या है ये भी जान लें और पूजा में किस-किस चीज जरूरत होगी. इस साल होलिका दहन 7 मार्च को होगी है और अगले दिन 8 मार्च को रंग वाली होली खेली जाएगी. हालांकि केवल काशी में 6 मार्च हो होलिका और 7 मार्च को होली होगी.होलिका दहन को लेकर मान्यता है कि अगर होलिका पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल में जलाई जाए तो इसके शुभफल मिलते हैं. इस दौरान भद्रा मुख को त्याग करके रात के समय होलिका दहन करना शुभ होता है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त (Holika Dahan 2023 Shubh Muhurat) पूर्णिमा 6 मार्च की शाम को 4 बजकर 17 मिनट से आरंभ होगी और अगले दिन 7 मार्च को शाम 6 बजकर 9 मिनट समाप्त होगी. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 मार्च, मंगलवार को शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. भद्रा काल का समय 6 मार्च को शाम 4 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगा और 7 मार्च को सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा. होलिका दहन की पूजन विधि (Holika Dahan 2023 Pujan Vidhi) होलिका दहन की पूजा के लिए सबसे पहले पूजा करने वाले जातकों को होलिका के पास जाकर पूर्व दिशा में मुख करके बैठना चाहिए. इसके बाद पूजन सामग्री जिसमें कि जल, रोली, अक्षत, फूल, कच्‍चा सूत, गुड़, हल्‍दी साबुत, मूंग, गुलाल और बताशे साथ ही नई फसल यानी कि गेहूं और चने की पकी बालियां ले लें. इसके बा...

Holika Dahan 2023 Puja Shubh Muhurt, Holi 2023 Date And Story

Holika Dahan 2023 Shubh Muhurt: प्रेम, प्यार और रंगों का त्योहार होली (Holi 2023) आने वाला है. इसको लेकर अभी से तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही है. होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस दिन लोग अपने गिले-शिकवे दूर कर एक दूसरे को गले से लगा लेते हैं और गुलाल, अबीर लगाते हैं. होली का त्योहार फागुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. होली से एक दिन पहले होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है. इस साल होली का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा और इससे एक दिन पहले यानी सात मार्च को होलिका दहन होगा. हमारे देश में होलिका दहन की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. इससे एक पौराणिक कथा जुड़ी है. कहते हैं कि एक समय हिरणकश्यप नाम का असुर था. वो चाहता था कि सब लोग उसे भगवान मानें, लेकिन उसका पुत्र भक्त प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था. जो हिरणकश्यप को पसंद नहीं था. असुर की बहन होलिका को वरदान था कि वो अग्नि में नहीं जल सकती. हिरणकश्यप ने अपने पुत्र को मारने की इच्छा से होलिका को प्रह्लाद के साथ अग्निकुंड में बैठने को कहा लेकिन प्रह्लाद की भक्ति में इतना असर था कि उस अग्नि में होलिका जल गई और प्रह्लाद बच गया. तभी से हर साल होली से पहले होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि इस साल होलिका दहन का शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार 7 मार्च को शाम 6 बजकर 24 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक का है. मतलब होलिका दहन के 2 घंटे 27 मिनट का समय है. इसके साथ ही भद्रा काल का मुहूर्त 6 मार्च 2023 को शाम 4 बजकर 48 मिनट से शुरु होगा और 7 मार्च 2023 को सुबह 5 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. इसके बाद ही होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होगा. होलिका दहन के लिए पूजा के लिए सबसे प...