होली कब है 2023 में

  1. Holi 2023 On Which Date Holi Will Be Celebrated In March 2023 Know The Date And Auspicious Time
  2. 2023 में होली कब है और होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है
  3. Holi 2023
  4. 2023 में होली कब है_Holi kab hai 2023_होली कितनी तारीख को है 2023
  5. 2023 में होली कब है, जाने होलिका दहन का समय


Download: होली कब है 2023 में
Size: 56.20 MB

Holi 2023 On Which Date Holi Will Be Celebrated In March 2023 Know The Date And Auspicious Time

Holi 2023 Date: होली का पावन पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा के अगले दिन मनाया जाता है. दरअसल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन (Holika Dahan 2023) मनाया जाता है. इस दिन लोग होलिका जलाते हैं. इसके बाद अगली सुबह रंग-अबीर से होली खेली जाती है. साल 2023 का आगाज हो चुका है. ऐसे में इस साल होली (Holi 2023) कब मनाई जाएगी इसको लेकर लोग काफी उत्सुक हैं. आइए जानते हैं कि नए साल 2023 में होली कब मनाई जाएगी और इसके लिए शुभ मुहूर्त क्या है. होलिका दहन की पूजा अगर मुहूर्त में न की जाए तो यह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है. होलिका दहन सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है. फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 6 मार्च 2023 को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी, जिसका समापन 7 मार्च 2023 को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा. भद्रा पूँछ - सुबह 12:43 - सुबह 02:01 भद्रा मुख - सुबह 02:01 - सुबह 04:11 होलिका दहन मुहूर्त - शाम 06 बजकर 31- रात 08 बजकर 58 (7 मार्च 2023) अवधि - 02 घंटे 27 मिनट होली का महत्व | Importance of Holi हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक हिरण्यकश्यपु राक्षसों का राजा था. उसका पुत्र प्रह्लाद, भगवान विष्णु का सबसे बड़ा भक्त था. राजा हिरण्यकश्यपु भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानता था. जब उसे पता चला कि प्रह्लाद विष्णु भक्त है, तो उसने प्रह्लाद को रोकने की कोशिश की. लेकिन प्रह्लाद के न मानने पर हिरण्यकश्यपु प्रह्लाद को यातनाएं देने लगा. हिरण्यकश्यपु ने प्रह्लाद को पहाड़ से नीचे गिराया, हाथी के पैरों से कुचलने की कोशिश की, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गया. हिरण्यकश्यपु की होलिका नाम की एक बहन थी. उसे वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी. हिरण्यकश्यपु के कहने पर होलिका प्रह्लाद को ...

2023 में होली कब है और होली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है

हमारे भारत देश में होली का त्योहार को हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. पर क्या आपको पता है होली का त्यौहार क्या है? होली को कब से मनाया जाता है? होली में क्या बनता है? होली का त्यौहार क्या है? होली में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? और भी काफी सारे होली से जुड़ी जानकारी को हम इस ब्लॉग में देने वाले हैं. और हम आपको बताने जा रहे हैं इस साल होली कौन से दिन होने वाले हैं? भारत में हर साल कई सारे त्यौहार मनाया जाता है. इस देश की अलग-अलग धर्म के लोग अलग-अलग त्योहार पालन करते हैं पर फिर भी सभी धर्म के लोग सभी त्योहारों को एक दूसरे के साथ मिलकर मनाते हैं. इन तिहारो में से एक तैयार है होली, जिसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है, जो भारत की सबसे बरे त्योहारों में से एक है. बुरा ना मानो होली है, आई मस्तानों की टोली है, हरे लाल नीले गुलाबी है रंग, जानिए किस रंग रखे अपने संग. दोस्तों आप सभी को हमारे तरफ से होली के लिए बहुत-बहुत शुभकामना. हम सभी होली के इंतजार काफी दिनों से करते आए हैं, आखिर और रंगों के दिन आ ही चुके हैं. रंगों के साथ रूबरू होने का दिन, स्वादिष्ट खाना और दोस्त परिवार के साथ खूब मस्ती करने का दिन आ चुका है.कुछ ही दिनों में होली है और इसलिए आपको होली जैसी बड़ी त्यौहार की जानकारी होना बहुत जरूरी है, कैसे आप एक स्वस्थ और हरियाली होली मना सकते हैं वह आपको मैं आज इस ब्लॉग में बताने वाला हूं. Also Read: • • • • • • • • • • • • • • होली महोत्सव के त्यौहार क्या है? सबसे पहले चलिए हम थोड़ा छोटे शब्दों से जान लेते हैं होली का त्योहार क्या है. दोस्तों होली को बसंत उत्सव के नाम से भी जाना जाता है. होली को बसंत उत्सव के रूप में हर साल फाल्गुन महीने के पूर्णिमा के दिन मना...

Holi 2023

होली की रात्रि चार पुण्यप्रद महारात्रियों में आती है। होली की रात्रि का जागरण और जप बहुत ही फलदाई है। ऋतू परिवर्तन के 10 - 20 दिनों में नीम के 15 - 20 कोमल पत्तो के साथ 2 काली मिर्च चबाकर खाने से वर्ष भर आरोग्य ढृढ़ रहता है। नमक बिना का भोजन 15 दिन लेनेवाले की आयु और प्रसन्नता में बढ़ोत्तरी होती है। तो आइये की इस बार *🔸होली की रात्रि चार पुण्यप्रद महारात्रियों में आती है। होली की रात्रि का जागरण और जप बहुत ही फलदायी होता है। इसलिए इस रात्रि में जागरण और जप कर सभी पुण्यलाभ लें। यह उत्सव प्राकृतिक रंगों द्वारा स्वास्थ्य-सुरक्षा, आनंद-उल्लास के साथ ज्ञान, ध्यान, जागरण, जप के द्वारा आंतर चेतना जगानेवाला तथा अंतर आराम और अंतरात्मा की प्रीति देनेवाला पर्व है।* 01. भारतीय संस्कृति वर्ष भर के त्योहारों एवं पर्वों की अनवरत शृंखला की वैज्ञानिक वयवस्था करती है। वसंत ऋतू में आने वाला होली का त्यौहार कूदने-फांदने एवं प्राकृतिक रंगों से होली खेलने का उत्सव है। इसका स्वास्थ्य पर उत्तम प्रभाव पड़ता है। इन दिनों पलाश के फूलों के रंगो से होली खेलने से शरीर में गर्मी सहन करने की शक्ति बढ़ती है तथा मानसिक संतुलन बना रहता है , साथ ही मौसम-परिवर्तन से प्रकुपित होने वाले रोगो से रक्षा होती है। परन्तु वर्तमान समय में रासायनिक रंगों के अंधादुंध प्रयोग से विभिन्न प्रकार की बीमारियां पैदा हो रही हैं, जिसकी पुष्टि चिकित्स्कों ने भी की है। 01. केसरिया रंग : पलाश के फूलों से यह रंग सरलता से तैयार किया जा सकता है। पलाश के फूलों को रात को पानी में भिगो दो। सुबह इस केसरिया रंग को ऐसे ही प्रयोग में लाएं या उबाल कर होली का आनंद उठायें। यह रंग होली खेलने के लिए सबसे बढ़िया है। शास्त्रों में भी पलाश के फूलों से हो...

2023 में होली कब है_Holi kab hai 2023_होली कितनी तारीख को है 2023

2023 में होली कब है_Holi kab hai 2023_होली कितनी तारीख को है 2023 हेलो दोस्तों आप सोच रहे होंगे कि होली कब है 2023 में आइए जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से आपको पूरी जानकारी मिलने वाली है होली कब है 2023 में Holi Kab Hai 2023 mein सनातन धर्म का प्रमुख पर्व होली फाल्गुन माह में मनाया जाता है। इस साल होली 08 मार्च 2023, बुधवार को मनाई जाएगी। होली भारतीय लोगों के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। होली Holi 2023 से एक दिन पहले होलिका दहन Holika Dahan होता है। जिसके दूसरे दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर पर्व की शुभकामनाएं देते हैं। चलिए अब जानते है की 2023 में होली कब है Holi Kab Hai 2023 Mein होली कितनी तारीख को है 2022 2023 mein Holi Kab Hai सनातन पंचांग के अनुसार होली का त्यौहार, फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. साल 2023 में होली 08 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी, इसे भारतीय लोग धुलैंडी और बड़ी होली के नाम से जानते हैं। वर्ष 2023 की होली के लिए होलिका दहन 07 मार्च को किया जायेगा, जिसे बहुत सी जगह पर छोटी होली भी बोला जाता है। होली क्यों मनाई जाती है होली क्यों मनाई जाती है होली की दर्जनों लोक कथाएं प्रचलित है। इसकी मुख्य कथा के अनुसार एक नगर में हिरण्यकश्यप नाम का दानव राजा हुआ करते थे. जो लोगों से भगवान की पूजा छोड़कर उनकी था। जिसके चलते राजा से प्रजा बेहद ही दुखी थी. राजा का एक पुत्र प्रह्लाद था। जो कि भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था।हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रहलाद को बुलाकर राम का नाम न जपने को कहा तो प्रहलाद ने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं नहीं लूंगा। यह बात सुनकर अहंकारी हिरण्यकश्यप क्रोधित हो उठा और उसने सिपाहियों से बोला कि इसको ले जाओ मेरी आँखों के सामने से और जं...

2023 में होली कब है, जाने होलिका दहन का समय

दोस्तों मैं आपको इस आर्टिकल में बताने वाला हु. की Holi Kab Hai 2023 – होली कब है 2023 में और आपको यह जानना है. तो आप हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. और दोस्तों होली का त्यौहार फाल्गुन महीने के अंदर मनाते हैं. और इस साल कि मैं बात करूं. तो इस साल होली 8 मार्च 2023 यानी कि बुधवार के दिन मनाया जाएगा. और होली का त्योहार हमारे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. और होली का जो दहन होता है. और वह होलिका के एक दिन पहले मनाया जाता है. और होलिका के दूसरे दिन बाद बहुत सारे लोग मिलकर एक दूसरे को नॉर्मल रंग लगाकर त्यौहार को इंजॉय करते हैं. और चलिए मैं आपको 2023 के अंदर होली कब है. और उसके बारे में बताने जा रहा हूं. तो आप इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. Table of Contents • • • • 2023 मैं होली कब है – holi Kab Hai 2023 Mein दोस्तों फाल्गुन महीने के अंदर होली का त्यौहार पूर्णिमा तिथि के दिन सेलिब्रेट किया जाता है. और 2023 के अंदर होली का त्योहार 8 मार्च यानी कि बुधवार के दिन मनाते हैं. और हमारे भारत देश में उसे धुलेटी के नाम से लोग जानते हैं. और 2023 साल के अंदर होलिका जो दहन होता है. और वह 7 मार्च को मनाया जाएगा. और बहुत सारी ऐसी जगह है. और जहां पर इसे छोटी होली से भी लोग जानते है. होली क्यों मनाई जाती है दोस्तों होली के रिलेटेड तो आपको बहुत सारी ऐसी कथा जानेको मिलेगी. मगर जो बहुत प्रचलित कथा है. और वह मैं आपको बताने वाला हूं. और वह कथा है. कि एक जंगल था. और उसके अंदर हिरण्यकश्यप नाम का एक राक्षस राजा मौजूद था. और हिरण्यकश्यप ने बहुत सारे लोगों को भगवान को पूजा करने से रोका था. और खुद की पूजा करने को कहा था. और इसके कारण वहां की जो प्रजा थी. और वह राजा से बहुत हताश थी. और हिरण्य...