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  1. स्वर संधि के कितने भेद होते हैं
  2. संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
  3. वाक्य क्या हैं? वाक्य के भेद, परिभाषा, उदाहरण, हिंदी व्याकरण, रचना, मराठी vaky in hindi, sentence in hindi, types
  4. शिवाजी महाराज
  5. अव्यय किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  6. Know The Difference Between Hydration And Moisturisation Both Are Necessary For Skin
  7. क्रिया के भेद, परिभाषा, उदहारण


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स्वर संधि के कितने भेद होते हैं

स्वर संधि के कितने भेद होते हैं | स्वर संधि के कितने प्रकार होते हैं | swar sandhi ke kitne bhed hote hain –हिंदी व्याकरण हिंदी भाषा का एक महत्वपूर्ण अंग हैं. तथा हिंदी भाषा को शुध्द रूप से लिखने और बोलने के लिए हिंदी व्याकरण में विभिन्न नियम दीए गए हैं. जिसका प्रयोग कर के कोई भी व्यक्ति हिंदी भाषा को आसानी से सिख सकता हैं. इस आर्टिकल में हम हिंदी व्याकरण के एक महत्वपूर्ण पाठ स्वर संधि और स्वर संधि के भेद या प्रकार के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने वाले हैं. स्वर संधि के कितने भेद होते हैं | स्वर संधि के कितने प्रकार की होती हैं | swar sandhi ke kitne bhed hote hain स्वर संधि पांच प्रकार की होती हैं. इन पांच प्रकारों के नाम निम्न अनुसार हैं: • दीर्घ स्वर संधि • गुण स्वर संधि • वृध्दि स्वर संधि • यण स्वर संधि • अयादी स्वर संधि दीर्घ स्वर संधि किसे कहते हैं जब एक ही स्वर के ह्रस्व और दीर्घ रूपों को संधि में मिलाया जाता हैं. तो दीर्घ स्वर बन जाता हैं. इस प्रकार की संधि को दीर्घ स्वर संधि कहा जाता हैं. जैसे अ स्वर का ह्रस्व रूप अ और दीर्घ रूप आ को मिलाया जाता हैं. तो आ बन जाएगा. • युग + अंतर = युगांतर • दिव्य + अस्त्र = दिव्यास्त्र • हस्त + अंतरण = हस्तांतरण • ध्वंस + अवशेष = ध्वंसावशेष • आग्नेय + अस्त्र = आग्नेयास्त्र • दिवस + अंत = दिवसांत • राष्ट्र + अध्यक्ष = राष्ट्राध्यक्ष • लोहित + अंग = लोहितांग (मंगल ग्रह) • नयन + अभिराम = नयनाभिराम • उदय + अचल = उदयाचल • अस्त + अचल = अस्ताचल • उप + अध्याय (अधि + आय) = उपाध्याय वचन बदलो क्या हैं? चिड़िया का बहुवचन (chidiya ka bahuvachan) इ / ई + इ / ई = ई • प्राप्ति + इच्छा = प्राप्तीच्छा • अति + इंद्रिय = अतींद्रिय • कवि + इ...

संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

हमारे आस पास की ज्यादातर चीज़े संज्ञा है। फिर चाहे वो किसी व्यक्ति का नाम हो, वस्तु हों या मानवीय भाव हों। Sangya या noun in Hindi से संबंधित संपूर्ण जानकारी, संज्ञा के कितने भेद होते हैं तथा 70+ महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्न इस ब्लॉग में दिए गए हैं, जो संज्ञा से संबंधित आपका ज्ञान बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे। यह भी पढ़ें : पर्यायवाची शब्द संज्ञा वाक्य के 10 उदाहरण • राम एक बुद्धिमान बालक है। • यह किताब उसकी है। • पीतल के बर्तन में खाना बनाओ। • मैं उस से प्रेम करता हूं। • टेबल पर अंगूर का गुच्छा पड़ा है। • राम और श्याम अच्छे मित्र हैं। • उसने सोने की अंगूठी पहन रखी है। • जयपुर राजस्थान की राजधानी है। • मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। • राधा एक सुंदर लड़की है। संज्ञा के कितने भेद होते हैं? संज्ञा के पांच भेद होते हैं • व्यक्तिवाचक (Proper noun) • जातिवाचक (Common noun) • भाववाचक (Abstract noun) • समूहवाचक (Collective noun) • द्रव्यवाचक (Material noun) 1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi) जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति , वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। • व्यक्ति का नाम: संध्या, धर्मेश, सुरेश, सचिन आदि। • वस्तु का नाम: गीता, रामायण, कार, घर आदि। • स्थान का नाम: कच्छ, गुजरात, मुंबई, दिल्ली आदि। • दिशाओं के नाम: उत्तर, पश्चिम, पूर्व, दक्षिण • नदियों के नाम: गंगा, जमुना, सरस्वती,कावेरी , नर्मदा आदि। व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण • विकासफुटबॉल खेलता है। • राममेरा दोस्त है। • प्रेमचंदएक उपन्यासकार हैं। • रोनाल्डोफुटबॉल के महान खिलाड़ी हैं। • महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। 2) जातिवाचक संज्ञा (Common Noun in Hindi) जिस शब्...

वाक्य क्या हैं? वाक्य के भेद, परिभाषा, उदाहरण, हिंदी व्याकरण, रचना, मराठी vaky in hindi, sentence in hindi, types

By Aug 4, 2018 वाक्यकीपरिभाषा • शब्दोंकेएकसार्थकसमूहकोहीवाक्यकहतेहैं। • सार्थककामतलबहोताहैअर्थरखनेवाला।यानीशब्दोंकाऐसासमूहजिससेकोईअर्थनिकलरहाहो, वहवाक्यकहलाताहै। जैसे: वाक्योंकावर्गीकरण • रचनाकेआधारपर • अर्थकेआधारपर रचनाकेआधारपरवाक्यकेभेद रचनाकेआधारपरवाक्यकेतीनभेदहोतेहैं: • सरलवाक्य • सयुंक्तवाक्य • मिश्रित/ मिश्रवाक्य 1. सरलवाक्य ऐसावाक्यजिसमेएकहीक्रियाएवंएकहीकर्ताहोताहैयाजिसवाक्यमेंएकहीउद्देश्यएवंएकहीविधेयहोताहै, वेवाक्यसरलवाक्यकहलातेहैं। उदाहरण: • रोहनखेलताहै। • मीतादौड़तीहै। • आकाशभागतारहताहै। • श्यामपढ़ाईकरताहै। • सीताखानाखातीहै। • संगीताचलतीहै। (सरलवाक्यकेबारेमेंअधिकजाननेकेलिएयहाँक्लिककरें– 2. सयुंक्तवाक्य ऐसावाक्यजिसमेदोयादोसेअधिकउपवाक्यहोएवंसभीउपवाक्यप्रधानहों, ऐसेवाक्यकोसयुंक्तवाक्यकहतेहैं। उदाहरण : • वहसुबहगयाऔरशामकोलौटआया। • दिनढलगयाऔरअन्धेराबढ़नेलगा। • प्रियबोलोपरअसत्यनहीं। • मैंनेबहुतपरिश्रमकियाइसलिएसफलहोगया। • मैंबहुततेज़दौड़ाफिरभीट्रेननहींपकड़सका। (संयुक्तवाक्यकेबारेमेंअधिकजाननेकेलिएयहाँक्लिककरें– 3. मिश्रवाक्य • ऐसेवाक्यजिनमेंसरलवाक्यकेसाथ-साथकोईदूसराउपवाक्यभीहो, वेवाक्यमिश्रवाक्यकहलातेहैं। • मिश्रवाक्योँकीरचनाएकसेअधिकऐसेसाधारणवाक्योँसेहोतीहै, जिनमेँएकप्रधानवाक्यहोताहैएवंदूसरावाक्यआश्रितहोताहै। उदाहरण : • जोऔरतवहांबैठीहैंवोमेरीमाँहै। • जोलड़काकमरेमेंबैठाहैवहमेराभाईहै। • यदिपरिश्रमकरोगेतोउत्तीर्णहोजाओगे। • मैंजानताहूँकितुम्हारेअक्षरअच्छेनहींबनते। (मिश्रवाक्यकेबारेमेंअधिकजाननेकेलिएयहाँक्लिककरें– अर्थकेआधारपरवाक्यकेभेद अर्थकेआधारपरवाक्यकेआठभीहोतेहैं: • विधानवाचकवाक्य • इच्छावाचकवाक्य • आज्ञावाचकवाक्य • निषेधवाचकवाक्य • प्रश्नवाचकवाक्य • विस्मयादिबोधकवाक्य • संकेतवाचक...

शिवाजी महाराज

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अव्यय किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • • • • अव्यय किसे कहते हैं? अव्यय ऐसे शब्द क्यों कहते हैं जिन शब्दों में संस्कृत भाषा की एक उक्ति “न व्ययेती इति अव्ययम” के अनुसार जिस किसी भी शब्दों में लिंग, वचन या विभक्ति आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होती है, वह अवयव कहलाती है। जैसे: लेकिन, किंतु, परंतु, यद्यपि, अंदर, बाहर, कब, कल, आज। अव्यय के भेद अव्यय के पांच प्रकार होते हैं। • क्रिया-विशेषण • समुच्चय बोधक • संबंध बोधक • विस्मयादि बोधक • निपात क्रिया-विशेषण किसे कहते हैं? ऐसे शब्द जो क्रिया की विशेषता को बताता है, वह क्रिया-विशेषण कहलाते हैं। जैसे कि: • राधा प्रतिदिन पत्र लिखती है। • गाय प्रतिदिन घास खाता है। • राधा धीरे धीरे चलती है। • हिरन तेज दौड़ता है। • राम बहुत अच्छा बोलता है। ऊपर दिए गए उदाहरण में लिखना प्रतिदिन, बहुत, अच्छा, खाना जैसे शब्द चलना, दौड़ना की विशेषता भी कर प्रकट करता है, इसलिए इन शब्दों को क्रिया-विशेषण कहते हैं। क्रिया विशेषण के मुख्य चार प्रकार हैं। • काल वाचक • स्थान वाचक • परिणाम वाचक • रीति वाचक 1. कालवाचक कालवाचक ऐसी भी क्रिया विशेषण हैं, जो किसी शब्द के क्रिया के होने के बारे में बताएं या उस शब्द के क्रिया की विशेषता बताता है, उन्हें काल वाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे कि: • सीता प्रतिदिन खेलती है। • श्याम कल आएगा। • आज दिन भर वर्षा होगी। ऊपर दिए गए उदाहरणों में प्रतिदिन, कल, दिन, भर आदि काल वाचक क्रिया विशेषण है, इनके अलावा आज, तुरंत, अभी, हर बार, आदि भी कालवाचक क्रिया विशेषण है। 2.स्थान वाचक स्थान वाचक क्रिया विशेषण ऐसे शब्द हैं, जो शब्द क्रिया के स्थानीय दिशा का पता लगाएं, उन्हें स्थान वाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे कि: • तुम इधर उधर मत जाया करो। • राम ऊपर जा...

Know The Difference Between Hydration And Moisturisation Both Are Necessary For Skin

चेहरे की नमी को हवा सोख लेती है और रूखा बना देती है. उसी रूखेपन की वजह से चेहरे पर रिंकल्स दिखाई देने लगते हैं, जिस वजह से चेहरे की खूबसूरती बिगड़ने लगती है. जब भी नमी की बात होती है तो दो शब्द बहुत इस्तेमाल किए जाते हैं वह हैं हाइड्रेशन और मॉइश्चराइजेशन. आमतौर पर लोग इन दो शब्दों में कंफ्यूज हो जाते हैं और दोनों को एक समझने की गलती कर बैठते हैं. लेकिन दोनों में थोड़ा अंतर होता है. आइए जानते हैं कि हाइड्रेशन और मॉइश्चराइजेशन में क्या अंतर होता है. हाइड्रेशन क्या होता है? हाइड्रेशन का मतलब है पानी की कमी को पूरी करना. हाइड्रेशन आपकी त्वचा ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के लिए ही जरूरी है. डिहाइड्रेशन का शिकार होने पर व्यक्ति की तबीयत खराब हो सकती है और गंभीर हालत में उसकी मौत भी हो सकती है. इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए हमें दिनभर में कई बार पानी पीना पड़ता है. मगर त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए क्या सिर्फ पानी ही पर्याप्त है? जवाब है नहीं. आपने देखा होगा कि जब आप पानी से चेहरे को धोते हैं, तो कुछ देर तक तो आपको ठीक लगता है, लेकिन इसके बाद त्वचा में रूखापन आने लगता है. इसका कारण यह है कि पानी त्वचा के नैचुरल ऑयल के साथ इवापोरोट होकर उड़ जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है. मॉइश्चराइजेशन क्या है? मॉइश्चराइजेशन कई तेल और जेल्स को मिलाकर बनाई गई एक क्रीम होती है जो आपकी त्वचा पर एक परत बना देती है. इस परत के नीचे नमी और नैचुरल ऑयल लॉक हो जाते हैं, जिससे त्वचा डिहाइड्रेट नहीं होती है. बाहर की हवा मॉइश्चराइजर को आपकी त्वचा से नैचुरल ऑयल को उड़ाती नहीं है, इसलिए त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहती है. इस तरह अगर देखें तो मॉइश्चराइजेशन का अर्थ है त्वचा की नैचुरल नमी और तेल को लॉक करना. हाइ...

क्रिया के भेद, परिभाषा, उदहारण

क्रिया – क्रिया के भेद (Kriya – Kriya ke bhed in Hindi) के अंतर्गत हम – क्रिया की परिभाषा, क्रिया के उदहारण, क्रिया के भेद – कर्म के आधार पर क्रिया के भेद – सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया, रचना के आधार पर क्रिया के भेद – सामान्य क्रिया, संयुक्त क्रिया, नामधातु क्रिया, प्रेरणार्थक क्रिया, पूर्वकालिक क्रिया के बारे में पड़ेगे | क्रिया की परिभाषा –जिन शब्दों से किसी कार्य के करने या होने का पता चलता है उन्हें क्रिया कहते हैं | कबूतर दाना चुग रहे हैं | बच्चे पटाखे चला रहे हैं | बादलों में बिजली चमक रही है | वर्षा हो रही है | धातु ( Dhatu ) → क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं | क्रिया के भेद (Kriya ke bhed in Hindi) कर्म के आधार पर क्रिया के भेद (Karm ke aadhar par Kriya ke bhed in Hindi) (1) अकर्मक क्रिया ( Akarmak Kriya ) (2) सकर्मक क्रिया ( Sakarmak Kriya ) अकर्मक क्रिया ( Akarmak Kriya ) “अकर्मक” शब्द का अर्थ है→ “बिना कर्म के” → जिस क्रिया के कार्य का फल कर्ता पर पड़ता है, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं | जैसे → राधा सो रही है | मोहन हँसने लगा | बच्चे जा रहे हैं | पक्षी उड़ते हैं | सकर्मक क्रिया ( Sakarmak Kriya ) जिस क्रिया के कार्य का फल कर्म पर पड़ता है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं | जैसे → प्रताप गाड़ी चला रहा है | पिताजी समाचार पत्र पढ़ रहे हैं | अकर्मक क्रिया तथा सकर्मक क्रिया की पहचान क्रिया के साथ “क्या”, किसे तथा “किसको” प्रश्न करें पर यदि उत्तर नहीं मिलता है, तो वह अकर्मक क्रिया होती है | नोट – यदि क्रिया के साथ क्या, किसे, किसको प्रश्न करने पर यदि उत्तर में “कर्ता” की प्राप्ति होती है तो भी क्रिया अकर्मक होती है | जैसे → → दादाजी हँसते हैं | प्रश्न -‘क्या’ हँसते हैं...