हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की दूरी

  1. हस्तिनापुर
  2. कुरुक्षेत्र युद्ध
  3. हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ की दूरी कितनी है?
  4. Hastinapur (हस्तिनापुर) Guide
  5. शुक्रताल से बिजनौर की दूरी कितनी है?
  6. गांधार से लेकर हस्तिनापुर तक, आज भी मौजूद हैं महाभारत काल की ये मशहूर जगहें, जानिए
  7. कुरुक्षेत्र शहर में घूमने लायक दर्शनीय स्थल की जानकारी
  8. हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की दुरी ? हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की यात्रा का समय


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हस्तिनापुर

अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 वर्तमान स्थिति • 3 संक्षिप्त इतिहास • 4 जनांकिक • 5 स्थानीय नरेश • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ इतिहास [ ] वर्तमान स्थिति [ ] वर्तमान में हस्तिनापुर उत्तर प्रदेश के दोआब क्षेत्र में स्थित एक शहर, हस्तिनापुर है, जो मेरठ से ३७ किलोमीटर और दिल्ली से ११० किमी दूर है। यह २९ डिग्री ०९'३१.५०" डिग्री उत्तर और ७७ डिग्री ५९'१९.४६" पूर्व संक्षिप्त इतिहास [ ] ऐतिहासिक विवरण: हस्तिनापुर का इतिहास महाभारत के काल से शुरू होता है। यह भी शास्त्रों में गजपुर, हस्तिनापुर, नागपुर, असंदिवत, ब्रह्मस्थल, शांति नगर और कुंजरपुर आदि के रूप में वर्णित है। सम्राट अशोक के पौत्र, राजा सम्प्रति ने यहाँ अपने साम्राज्य के दौरान कई मंदिरों का निर्माण किया है। प्राचीन मंदिर और स्तूप आज यहाँ नहीं हैं। हस्तिनापुर शहर पवित्र नदी गंगा के किनारे पर स्थित था। हस्तिनापुर में खुदाई १९५० के दशक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के बी.बी. लाल द्वारा किया गया। जनांकिक [ ] 2001 की जनगणना के रूप में, हस्तिनापुर की आबादी २१,२४८ थी जिसमे पुरुषों का प्रतिशत ५३ ओउर महिलाओं का ४७ था। हस्तिनापुर की साक्षरता दर ६८% है जो औसत साक्षरता ५९.५% के राष्ट्रीय औसत से ऊपर की दर है। स्थानीय नरेश [ ] प्रमुख राजाओं की सूचीः • • • • • • • • • इन्हें भी देखें [ ] • सन्दर्भ [ ] • अवधी • भोजपुरी • বাংলা • বিষ্ণুপ্রিয়া মণিপুরী • Català • Cebuano • Deutsch • English • Esperanto • Español • فارسی • Français • Bahasa Hulontalo • ગુજરાતી • Bahasa Indonesia • Italiano • 日本語 • Jawa • ಕನ್ನಡ • 한국어 • मैथिली • Malagasy • മലയാളം • मराठी • Bahasa Melayu • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • ਪੰਜਾਬੀ • Kapampangan • Polski • پنجابی • پښتو...

कुरुक्षेत्र युद्ध

तिथि विभिन्न तिथियाँ, ५६०० ईसा पूर्व-१००० ईसा पूर्व स्थान परिणाम कौरवों की पराजय, पाण्डवों को सत्ता प्राप्त योद्धा सेनानायक शक्ति/क्षमता 7 १५,३०,९०० सैनिक 11 २४,०५,७०० सैनिक मृत्यु एवं हानि सभी योद्धाओ में से केवल 8 ज्ञात वीर ही बचे-पाँचों पाण्डव, कृष्ण, सात्यकि, युयुत्सु सभी योद्धाओ में से केवल ३ ज्ञात वीर ही शेष -अश्वत्थामा, कृपाचार्य, कृतवर्मा कुरुक्षेत्र युद्ध [ युद्ध की ऐतिहासिकता विद्वानों की चर्चा का विषय बनी हुई है। [ अनुक्रम • 1 पृष्ठभूमि • 2 ऐतिहासिकता • 3 श्रीकृष्ण द्वारा शांति का अंतिम प्रयास [26] • 4 युद्ध की तैयारियाँ और कुरुक्षेत्र की ओर प्रस्थान [27] • 5 सेना विभाग एवं संरचनाएँ, हथियार और युद्ध सामग्री • 5.1 दोनों पक्षों की सेनाएँ [28] • 5.2 सेना विभाग • 5.3 हथियार और युद्ध सामग्री • 5.4 सैन्य संरचनाएँ • 5.5 महाभारत काल के सबसे शक्तिशाली योद्धा [35] • 6 युद्ध का प्रारम्भ और अंत • 6.1 युद्ध का विवरण एवं घटनाक्रम • 7 कुरुक्षेत्र युद्ध के परिणाम • 8 सन्दर्भ • 9 टीका एवं स्रोत • 10 इन्हेंभीदेखें • 11 सन्दर्भ • 12 बाहरी कड़ियाँ पृष्ठभूमि [ ] • महाभारत युद्ध को आमतौर पर • विश्व विख्यात भारतीय गणितज्ञ एवं खगोलज्ञ • विश्व विख्यात भारतीय गणितज्ञ एवं खगोलज्ञ • • • अधिकतर पश्चिमी यूरोपीय विद्वानों जैसे मायकल विटजल के अनुसार भारत युद्ध • कुछ पश्चिमी यूरोपीय विद्वानों जैसे पी वी होले महाभारत में वर्णित ग्रह-नक्षत्रों की आकाशीय स्थितियों का अध्ययन करने के बाद इसे • अधिकतर भारतीय विद्वान् जैसे बी ऐन अचर, एन एस राजाराम, के. सदानन्द, सुभाष काक ग्रह-नक्षत्रों की आकाशीय गणनाओं के आधार पर इसे • भारतीय विद्वान् पी वी वारटक • कुछ विद्वानों जैसे पी वी वारटक • मोहनजोदड़ो में १९२७ ...

हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ की दूरी कितनी है?

Facebook WhatsApp हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ की दूरी कितनी है? अगर आप Hastinapur To Kurukshetra तथा कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ जाने का प्लान बना रहे हैं। तो आपको इनके बीच की दूरी तथा रूट के बारे में भी पता होना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दे Hastinapur To Kurukshetra की दूरी 174 किलोमीटर दूर है। जबकि कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ की दूरी 162 किलोमीटर है। हस्तिनापुर, कुरुक्षेत्र तथा इंद्रप्रस्थ के नजदीकी रेलवे स्टेशन कौन सा है? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हस्तिनापुर के नजदीकी रेलवे स्टेशन Khatauli Railway Station है। जबकि कुरुक्षेत्र का नजदीकी रेलवे स्टेशन Kurukshetra Junction है। इसके अलावा इंद्रप्रस्थ का नजदीकी रेलवे स्टेशन मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन। हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र तथा कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ बस के द्वारा कैसे पहुंच सकते हैं ? आप Hastinapur To Kurukshetra बस से डायरेक्ट नहीं पहुंच सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको हस्तिनापुर से मेरठ के लिए बस को पकड़ना होगा। उसके बाद Meerut से कुरुक्षेत्र के लिए बस से यात्रा करनी होगी। कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ यानी मेरठ के लिए आपको सीधी बस मिल जाएगी। आप हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र तथा कुरुक्षेत्र से इंद्रप्रस्थ ट्रेन के द्वारा कैसे पहुंच सकते हैं ? आप Hastinapur To Kurukshetra जाने के लिए सबसे पहले हस्तिनापुर के नजदीकी रेलवे स्टेशन Khatauli Junction पर जाएंगे। खतौली जंक्शन से आपको दिल्ली जाने के लिए ट्रेन मिल जाएगी। दिल्ली से ट्रेन आपको कुरुक्षेत्र जाने के लिए मिल जाएगी। फिर कुरुक्षेत्र से आपको Delhi के लिए ट्रेन मिलेगी। दिल्ली से मेरठ के लिए ट्रेन ले सकते हैं। उसके बाद आप बस या किसी अन्य साधन से...

Hastinapur (हस्तिनापुर) Guide

प्राचीन काल से ही, हस्तिनापुर में कई हिंदू ग्रंथों, अर्थात् महाभारत और पुराणों का उल्लेख है। पवित्र गंगा के तट पर स्थित, पहले यह कौरवों के प्रसिद्ध कुरु साम्राज्य की राजधानी थी। हस्तिनापुर के कुछ अन्य नाम नागपुर, गजपुरम, ब्रह्मस्थलम, शांति नगरम आदि हैं। प्रसिद्ध "महाभारत" की कहानियों से यह उल्लेख किया गया था कि राजा धृतराष्ट्र और रानी गांधारी के सौ (लोकप्रिय रूप से कौरवों के रूप में जाने जाते थे) इसी स्थान पर पैदा हुए थे। इतिहास में हस्तिनापुर का महत्व इसलिए है क्योंकि भारत के इतिहास में पांडवों और कौरवों के बीच प्रसिद्ध युद्ध यहीं हुआ था। युद्ध जीतने के बाद, पांडव 36 वर्षों तक हस्तिनापुर पर शासन करते रहे। हस्तिनापुर का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू जैन समुदाय का इतिहास है। कई प्रसिद्ध जैन मंदिरों जैसे अष्टपद मंदिर, कमल मंदिर, दिगंबर मंदिर आदि के कारण हस्तिनापुर में कई तीर्थस्थल देखे जा सकते हैं। पुराना पांडेश्वर मंदिर भगवान शिव से जुड़ा है। माना जाता है कि मंदिर के अंदर मौजूद शिवलिंग कर्ण (सूत पुत्र) द्वारा दिया गया था। वह कुंती (पांडवों की मां) के सबसे बड़े पुत्र हैं, जिसे उन्होंने शादी से पहले जन्म दिया था। भगवान सूर्य को कर्ण का गॉडफादर माना जाता है। कर्ण ने महाभारत में कौरवों के पक्ष में पांडवों के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह एक असाधारण सेनानी था लेकिन बाद में अर्जुन के हाथों मारा गया। यहाँ देवी काली की एक मूर्ति भी है, जो इस क्षेत्र के पास रहने वाले लोगों के बंगाली वर्ग द्वारा निर्मित है। मंदिर एक छोटे से टीले के शीर्ष पर स्थित है और हस्तिनापुर का शानदार दृश्य प्रदान करता है। हस्तिनापुर और उत्तर प्रदेश में अनुकूलित ट्रेकिंग, कैम्पिंग और दर्शनीय स्थलों की...

शुक्रताल से बिजनौर की दूरी कितनी है?

Facebook WhatsApp अगर आप शुक्रताल से बिजनौर की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि Shukratal To Bijnor की दूरी कितनी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रताल से बिजनौर की दूरी लगभग 35 किलोमीटर दूर है। आप बस या ट्रेन से शुक्रताल से बिजनौर जा सकते हैं। शुक्रताल और बिजनौर का नजदीकी रेलवे स्टेशन कौन सा है ? बता दे कि शुक्रताल से बिजनौर उत्तर प्रदेश राज्य में पड़ता है। शुक्रताल के पास नजदीकी रेलवे स्टेशन Muzaffarnagar Railway Station है। जबकि बिजनौर के पास नजदीकी रेलवे स्टेशन Bijnor Railway Station है। शुक्रताल से बिजनौर बस से कैसे जा सकते हैं ? शुक्रताल से बिजनौर डायरेक्ट बस से नहीं जा सकते हैं। इसके लिए आपको सुकरताल से मुजफ्फरनगर बस से जाना होगा। उसके बाद मुजफ्फरनगर से बस के द्वारा आप सुकरताल पहुंच सकते हैं। क्योंकि शुक्रताल से बिजनौर की दूरी 33 किलोमीटर दूर है। इसलिए आप मात्र 55 Minutes में यह दूरी तय कर सकते हैं। शुक्रताल से बिजनौर ट्रेन द्वारा कैसे जा सकते हैं ? शुक्रताल से बिजनौर डायरेक्ट ट्रेन का कोई रूट नहीं है। लेकिन आप शुक्रताल से पहले बस के द्वारा Muzzffarnagar पहुंच सकते हैं। उसके बाद आप मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के द्वारा बिजनौर के Railway Station पर पहुंच सकते हैं। सुकरताल से बिजनौर हवाई जहाज द्वारा यात्रा कैसे कर सकते हैं ? शुक्रताल से बिजनौर हवाई जहाज की यात्रा का कोई डायरेक्ट रूट नहीं है। साथ ही शुक्रताल से बिजनौर की Distance काफी कम है। शुक्रताल से बिजनौर की दूरी कितनी है ? शुक्रताल से बिजनौर की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है।

गांधार से लेकर हस्तिनापुर तक, आज भी मौजूद हैं महाभारत काल की ये मशहूर जगहें, जानिए

हस्तिनापुर महाभारत-काल का सबसे प्रमुख नगर था, अब यह मेरठ में है. जहां महाभारत का युद्ध हुआ वो कुरुक्षेत्र था, यह अब हरियाणा का जिला है. मथुरा, जहां स्‍वयं भगवान ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया, अब एक जिला है. भारत भूमि के हजारों साल के इतिहास में ऐसे अनेक नगर हैं, जो आज भी आबाद हैं. जहां पौराणिक निशानियां मिलती हैं और उनसे हमारा गरिमामयी इतिहास झलकता है. यहां हम आपको महाभारतकाल के कुछ उन मशहूर जगहों के बारे में बता रहे हैं, जिनका वर्णन ग्रंथों में हैं. महाभारत सबसे बड़ा महाकाव्य है, जिसमें 1 लाख से अधिक श्लोक और गद्य-संकलन हैं. इसी प्राचीन पुस्‍तक में बहुत सी जगहों और स्थानों के बारे में उल्‍लेख था, बीते हजारों साल में उन जगहों के रंग-रूप अथवा नाम तक में बदलाव आ चुका है. पंडित रामचंद्र जोशी से जानते हैं इन शहरों के बारे में. 1. हस्तिनापुर: द्वापर युग में महाभारत की सबसे चर्चित नगरी, जो उस वक्‍त राजा धृतराष्ट्र का राष्‍ट्र थी. महाभारत-काल की पूरी कथा हस्तिनापुर के इर्द-गिर्द ही घूमती रही. यह कुरु वंश की राजधानी थी. वर्तमान में यह जगह यूपी के मेरठ जिले में आती है. यह भी पढ़ें: पारसी विवाह में दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे पर फेंकते हैं चावल, जानिए और भी रस्में 2. कुरुक्षेत्र: यहीं द्वापर युग का 18 दिनों वाला सबसे विनाशकारी युद्ध हुआ था, जिसे महाभारत का युद्ध कहा गया. इसी युद्ध के कारण धरती वीरों से खाली हो गई थी. शास्त्रों के अनुसार, एक बार भगवान ब्रह्मा ने यहां अनुष्ठान किया था, जिस कारण यहां ब्रह्म सरोवर बना. यह जगह आज के अंबाला के निकट है. ब्रह्म सरोवर में अब भी भक्त सूर्य ग्रहण के दौरान पवित्र स्नान करने के लिए आते हैं. 3. इंद्रप्रस्थ: पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ ही थी. ह...

कुरुक्षेत्र शहर में घूमने लायक दर्शनीय स्थल की जानकारी

4/5 - (1 vote) Kurukshetra Tourism In Hindi : कुरुक्षेत्र पर्यटन स्थल भारत के हरियाणा राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। कुरुक्षेत्र वही भूमि हैं जहां भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। कौरवो और पांडवो के बीच हस्तानापुर के राज सिंहासन के लिए लड़ी जाने वाली कुरुक्षेत्र की लड़ाई इसी स्थान पर हुई थी जिसे महाभारत के युद्ध के नाम से जाना जाता हैं। कुरुक्षेत्र का यह भीषण युद्ध धर्म की स्थापना के लिए लड़ा गया था। जिसमे भगवान श्री कृष्ण ने धर्म का पक्ष लेते हुए पांड्वो का साथ दिया जबकि सामने कौरवो की विशाल 11 अक्षाणी सेना थी। महाभारत के इस युद्ध में पूरे भारत वर्ष के राजा महाराजाओं के अलावा विदेशी सल्तानातो से भी वीरो-महावीरो ने भाग लिया था। कुरुक्षेत्र की भूमि अनगिनत वीरो के रक्त से लाल हुई थी और इस युद्ध में दिव्य अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग किया गया, जिससे भीषण नरसंहार हुआ। कुरुक्षेत्र को ब्रह्मक्षेत्र (ब्रह्मा की भूमि), ब्रह्मादेवी, उत्तरादेवी और धर्मक्षेत्र (पवित्र शहर) जैसे कई नामों से जाना जाता है। कुरुक्षेत्र दर्शन भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यदि आप भी कुरुक्षेत्र की इस पावन भूमि के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े – 1. कुरुक्षेत्र का इतिहास – Kurukshetra History In Hindi कुरुक्षेत्र का इतिहास बहुत प्राचीन हैं और कुरुक्षेत्र का नाम राजा कुरु के नाम पर रखा गया था जोकि महाभारत में पांडवों और कौरवों के पूर्वज थे। वामन पुराण के अनुसार राजा कुरु ने इस स्थान का चयन सरस्वती नदी के तट पर आठ गुणों के साथ धर्मशास्त्र को बताने के लिए किया था। जोकि सत्य, दया, यज्ञ, तपस्या, क्षमा, ब्रह्मचार्य, दान और पवित...

हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की दुरी ? हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की यात्रा का समय

Facebook WhatsApp दोस्तों आपने यदि किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा की है तो हस्तिनापुर से क्षेत्र तक की दूरी अवश्य देखी होगी लेकिन यदि आप पहली बार हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र जा रहे हैं तो आपके सामने एक प्रश्न खड़ा होता है कि आखिर हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के बीच की दूरी कितनी है? आज के इस पोस्ट में ह हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के बीच की दूरी दूरी 165.4km है। यदि आप NH709A पर यात्रा करते हैं तो यह दूरी इतनी ही है यदि आप अन्य किसी रास्ते से दूरी तय करते हैं तो यह दुरी कम या ज्यादा हो सकता है। हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के बीच की दूरी दूरी 165.4km हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की यात्रा का समय 4 घंटे 7 मिनट में 165.4 किलोमीटर की दूरी हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की यात्रा का समय यदि आप गाड़ी से यात्रा करते हैं तो औसतन स्पीड को ध्यान में रखते हुए आप 4 घंटे 7 मिनट में 165.4 किलोमीटर की दूरी तय कर लेंगे। वही बात करें यदि आप मोटरसाइकिल पर यात्रा करते हैं तो आपको 3 घंटे 50 मिनट का समय लगता है। हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र की बस हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के बीच कोई भी रेलगाड़ी सुविधा मौजूद नहीं है यहां केवल बस की मदद से यात्रा की जा सकती हैं। हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र तक की बस का किराया लगभग ₹200 के आसपास का है।हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र जाने के लिए सार्वजनिक बस से लेकर निजी बस और मिनी बस तक की सुविधाएं उपलब्ध हैं लेकिन हमारा आपको यही सजेशन रहेगा यदि आप बस से यात्रा कर रहे हैं तो आपको सार्वजनिक बस में ही यात्रा करनी चाहिए। हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के बीच का मध्य मार्ग हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र जाने में 4 घंटे लगते है इस बीच यदि आप विश्राम करना चाहते हैं तो करनाल मेरठ हाईवे पर ऐसे बहुत सारे ढाबे और...