ह्वेनसांग भारत कब आया किसके शासनकाल में

  1. ह्वेनसांग किसके शासनकाल में भारत आया था?
  2. मगध की आरंभिक राजधानी कौन सी थी?
  3. चीनी यात्री फाह्यान भारत कब आया? – ElegantAnswer.com
  4. चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत कब आया किसके शासनकाल में? – ElegantAnswer.com
  5. [Solved] ह्वेन त्सांग किस देश से भारत आया था?


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ह्वेनसांग किसके शासनकाल में भारत आया था?

चीनी यात्री ह्वेनसांग ने हर्ष के शासन-काल में भारत आया था। इसने अपनी यात्रा 29 वर्ष की अवस्था में प्रारम्भ की। यात्रा के दौरान ताशकन्द, समरकन्द होता हुआ यह (करीब 630 में) चन्द्र की भूमि (भारत) के गांधार प्रदेश पहुंचा। गांधार पहुंचने के बाद ह्येनसांग ने कश्मीर, पंजाब, कपिलवस्तु, वाराणसी, गया एवं कुशीनगरकी यात्रा की। कन्नौज के राजा हर्ष के नियंत्रण पर वह हर्ष के राज्य में करीब आठ वर्ष रहने के पश्चात् (करीब 643 में) स्वदेश वापस लौट गया। ह्येनसांग ने उस समय रेशम एवं सूत से निर्मित 'कौशेय' नामक वस्त्र का जिक्र किया है, जिसका केन्द्र वाराणसी था। इसके अतिरिक्त क्षौम, लिनन, कम्बल जैसे वस्त्रों का भी उल्लेख किया। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना का कमांडर कौन था?

मगध की आरंभिक राजधानी कौन सी थी?

प्रश्न. मगध की आरंभिक राजधानी कौन सी थी? (Magadh Ki Aarambhik Raajdhani Kya Hai) (A) वाराणसी (B) राजगाह (C) पाटलिपुत्र (D) मथुरा Explanation : चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में मगध की राजधानी ‘राजगाह’ (राजगृह) थी। यह पाँच पहाड़ियों से घिरा नगर था। कालांतर में मगध की राजधानी पाटलिपुत्र में स्थापित हुई। मगध प्राचीन भारत में 16 महाजनपदों में से एक था। मगध बुद्धकालीन समय में एक शक्तिशाली राजतंत्रों में से एक था। प्रारंभ में यह दक्षिणी बिहार में स्थित था, जो बाद में उत्तर भारत का सर्वाधिक शक्तिशाली महाजनपद बन गया।…. और आगे पढ़ें Post navigation

चीनी यात्री फाह्यान भारत कब आया? – ElegantAnswer.com

चीनी यात्री फाह्यान भारत कब आया? इसे सुनेंरोकेंफाह्यान भारत में 399 ईस्वी में भारत में आया था। जब भारत पर चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का शासन था। फाह्यान भारत में 13 वर्षों तक रहा था एक चीनी यात्री था, उन्होंने भारत में रहकर बहुत सारे पुस्तको को चीनी भाषा में अनुवाद करके लिखा था। भारत आने वाला पहला चीनी यात्री कौन थे? इसे सुनेंरोकेंफाह्यान भारत आने वाला पहला चीनी यात्री था, जिसने चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के समय भारत की यात्रा की थी। चीनी यात्री ह्वेनसांग अपने साथ भारत के अमूल्य ग्रंथ क्यों ले जाना चाहता था? इसे सुनेंरोकेंऐसा माना जाता है कि ह्वेन त्सांग भारत से 657 पुस्तकों की पांडुलिपियां अपने साथ ले गया था। चीन पहुंचकर उसने अपना शेष जीवन इन ग्रंथों का अनुवाद करने में बिता दिया। बुद्ध की जन्मस्थली में धम्म का प्रचार और वैभव देखकर ह्वेन त्सांग निहाल हो गया था। चीनी यात्रियों में सर्वाधिक महत्व ह्वेनसांग का ही है। ह्वेन त्सांग की भारत यात्रा का उद्देश्य क्या था? इसे सुनेंरोकेंह्वेन त्सांग की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य बौद्ध धर्म का ज्ञान प्राप्त करना और इसके धार्मिक ग्रंथों को एकत्र करना था। चूंकि उन्हें चीनी सम्राट के भारत आने की अनुमति नहीं मिली, इसलिए वह 629 ईस्वी में वहां से खिसक गए। चीन से भारत की यात्रा लगभग एक वर्ष में उनके द्वारा कवर की गई थी। चीनी यात्री ह्वेनसांग की पुस्तक का क्या नाम है? इसे सुनेंरोकेंउसने अपनी पुस्तक सी-यू-की में अपनी यात्रा तथा तत्कालीन भारत का विवरण दिया है। चीनी यात्री ह्वेनसांग के भारतीय समाज के बारे में क्या विचार हैं? इसे सुनेंरोकेंचीनी यात्री ह्वेनसांग जब भारत आया था तो वह भारतीय संस्कृति से बहुत प्रभावित हुआ था। यह चक्रवर्ती सम्रा...

चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत कब आया किसके शासनकाल में? – ElegantAnswer.com

चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत कब आया किसके शासनकाल में? इसे सुनेंरोकेंह्वेन त्सांग (चीनी: 玄奘; pinyin: Xuán Zàng; Wade-Giles: Hsüan-tsang) एक प्रसिद्ध चीनी बौद्ध भिक्षु था। वह हर्षवर्द्धन के शासन काल में भारत आया था। वह भारत में 15 वर्षों तक रहा। उसने अपनी पुस्तक सी-यू-की में अपनी यात्रा तथा तत्कालीन भारत का विवरण दिया है। ह्वेनसांग भारत क्यों आया था? इसे सुनेंरोकेंह्वेनसांग यह एक चीनी विद्वान , बौद्ध भिक्षु और प्रवासी थे। उनका जन्म ईसवी सन 602 में चीन में हुआ था। वे भारत भारतीय बौद्ध धर्म और चीनी बौद्ध धर्म के परस्पर विचार का अभ्यास करने आये थे। वे 7वी सदी में भारत आये थे। ह्वेनसांग कहाँ का निवासी था? इसे सुनेंरोकेंव्हेनसांग चीन के थे भारत आये थे ,हर्षवर्धन के समय इनका लिखा यात्रा वृतांत ,कई स्थान पर भारतीय इतिहास के साक्ष्य की तरह प्रयोग किया जाता ,समय निर्धारित करनेवाले साक्ष्य की तरह प्रयोग किया जाता है। ह्वेनसांग ने भारत के बारे में क्या लिखा? इसे सुनेंरोकेंह्वेन त्सांग ने भारत को एक समृद्ध और समृद्ध देश बताया। ह्वेन त्सांग ने भारत की धार्मिक स्थिति के बारे में भी लिखा है। उन्होंने वर्णन किया कि भारत में ब्राह्मणवाद, बौद्ध धर्म और जैन धर्म सभी लोकप्रिय धर्म थे। सभी धार्मिक धर्मों के लोगों के बीच पूर्ण सहिष्णुता थी और लोगों ने स्वेच्छा से अपने धर्मों को बदल दिया। गुप्त काल में कौन चीनी यात्री भारत आया था? इसे सुनेंरोकेंगुप्त काल में चीनी यात्री फाह्यान शासन काल में भारत आया था | चीनी यात्री फाह्यान ने 399 ई. से 414 ई. तक भारत का भ्रमण किया था। चीनी यात्री फाह्यान की पुस्तक का नाम क्या है? इसे सुनेंरोकेंचौथी शताब्दी में फाहियान नाम का एक बौद्ध भिक्षु अपने तीन अन्य भिक्षु-सा...

[Solved] ह्वेन त्सांग किस देश से भारत आया था?

सही उत्‍तर है → चीन Key Points • चीनी यात्री ह्वेनत्सांग, सम्राट हर्ष के काल में भारत आया था। • उन्होंने (627-643) के दौरान यात्रा की। • जब वे चीन वापस गए, तो उन्होंने अपनी पुस्तक 'सी-यू-की' या 'रिकॉर्ड ऑफ द वेस्टर्न कंट्रीज' में हर्ष के शासनकाल के दौरान भारत का विस्तृत विवरण लिखा। • उनके विवरण को उस समय की भारत की प्रशासनिक, सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति को जानने का सर्वोत्तम उपलब्ध स्रोत माना गया है। • ह्वेन त्सांग की भारत यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य बौद्ध धर्म का ज्ञान प्राप्त करना और उसके धार्मिक ग्रंथों को एकत्र करना था।