जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण

  1. संज्ञा की परिभाषा , प्रकार उदाहरण , व्यक्ति वाचक , जातिवाचक भाववाचक संज्ञा
  2. Jativachak Sangya


Download: जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
Size: 71.52 MB

संज्ञा की परिभाषा , प्रकार उदाहरण , व्यक्ति वाचक , जातिवाचक भाववाचक संज्ञा

संज्ञा की परिभाषा ( संज्ञा किसे कहते हैं) संज्ञा वह विकारी शब्द होता है जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव, जीव तथा स्थान का बोध होता हो, अर्थात संज्ञा विश्व में अस्तित्व की प्रत्येक प्रक्रिया का नाम है, जो प्राणी , पदार्थ, धर्म तथा चेतना के रूप में उपलब्ध है। हिन्दी व्याकरण में संज्ञा के पाँच भेद हैं। ये हैं- संज्ञा की परिभाषा ( संज्ञा किसे कहते हैं) 1. व्यक्तिवाचक संज्ञा (vyakti vachak sangya) जिस शब्द से किसी एक वस्तु या व्यक्ति का बोध होता है , उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे – रमेश, महेश, गंगा, हिमालय। व्यक्तिवाचक संज्ञा में व्यक्तियों , दिशाओं, देशों, राष्ट्रीयता, समुद्रों, नदियों, पर्वतों, सडकों, पुस्तकों, समाचार-पत्रों, देशों, राष्ट्रीयता, समुद्रों, नदियों, पर्वतों, स़डकों, पुस्तकों, समाचार पत्रों, घटनाओं, दिन-महीनों, त्यौहार-उत्सवों इत्यादि को स्थान दिया जाता है । श्याम, सुरेश, उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, भारतीय, भारत, हिन्द, महासागर, हिमालय, दिल्ली, ऋग्वेद, दैनिक जागरण, मई, बुधवार, होली, दिवाली, जैसे, शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा है। (sangya kise kahate hain) व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण ( vyaktivachak sangya ke udhahran) व्यक्तिवाचक संज्ञा के प्रमुख उदाहरण निम्नवत् दिए गए हैं। राकेश, मधुरेश, रमेश, सीता, गीता,सुरेश, श्याम, क्रष्ण, राम, इन्द्र, विष्णु, महादेव, पार्वती, दुर्गा, सरस्वती, गीता, रामायम , कामायनी, गोदान, हिन्दुस्तान, जनसत्ता, गगा, ब्रम्हपुत्र, महानदी, कावेरी, सिन्धु, एशिया, यूरोप, अमेरिका, ब्रिटेन, जनवरी, फरवरी, सूर्य, चन्द्रमा, दशहरा, भारतीय , रूसी, हंगेरियन, स्पेनिश, पुर्तगीज, फ्रांसीसी। स 2. जातिवाचक संज्ञा ( jativachak sangya) जिस शब्द से एक ही प्रकार ...

Jativachak Sangya

Table of Contents • • • • • • • • • • Jativachak Sangya इस लेख में हम जातिवाचक संज्ञा (JatiVachak Sangya) के बारे में विस्तारपूर्वक बता रहे हैं। इस लेख में हम आपको जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा (Definition of Jati Vachak Sangya in Hindi), जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण (Examples of Jati Vachak Sangya in Hindi), जातिवाचक संज्ञा के कुछ अन्य उदाहरण (More Examples of Jati Vachak Sangya in Hindi) के बारे में विस्तारपूर्वक बता रहे हैं। अतः जातिवाचक संज्ञा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए पुरे लेख को सावधानीपूर्वक पढ़ें। संज्ञा की परिभाषा, संज्ञा के प्रकार (Sangya Ke Prakar) एवं उदाहरणों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- Jativachak Sangya जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा (Definition of Jati Vachak Sangya in Hindi) Jativachak Sangya Kise Kahate Hain – किसी प्राणी, वस्तु या स्थान विशेष की जाति या सम्पूर्ण वर्ग का बोध करवाने वाले शब्द को जाति वाचक संज्ञा (JatiVachak Sangya) कहते हैं। जाति वाचक संज्ञा में किसी एक प्राणी, वस्तु या स्थान विशेष का बोध नहीं होता, बल्कि उस प्राणी, वस्तु या स्थान विशेष की सम्पूर्ण जाति या वर्ग का बोध होता है। जैसे: नदी, पहाड़, जानवर, शहर, गाँव इत्यादि। जैसे: मनुष्य, घर, पहाड़, गाय, बकरी इत्यादि। रमेश, महेश, राधा या घनश्याम अलग-अलग व्यक्तियों के नाम हैं। अतः ये सभी व्यक्ति वाचक संज्ञा हैं, लेकिन सम्पूर्ण व्यक्तियों को मनुष्य कह कर सम्बोधित कर सकते हैं। मनुष्य कहने से सम्पूर्ण जाति का बोध होता है। अतः मनुष्य जातिवाचक संज्ञा है। • प्राणी – मनुष्य, मानव, लड़का, लड़की, सेना, बिल्ली, कुत्ता, घोड़ा, मोर, सभा इत्यादि। • वस्तु – प...