Jada khasi aaye to kya kare

  1. चक्कर आने के कारण, इलाज और घरेलू उपाय
  2. ज्यादा नींद आने के कारण, लक्षण और भगाने के तरीके
  3. ज्यादा नींद आने के कारण और उपाय
  4. सूखी खांसी या ज्यादा खांसी होने पर क्या करे
  5. ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन कैसे करें
  6. पेट में गैस बनने के कारण, लक्षण और इससे निजात पाने के 12 उपाय


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चक्कर आने के कारण, इलाज और घरेलू उपाय

• वर्टिगो (Vertigo) – इसमें सिर चकराने लगता है और ऐसा लगता है कि आसपास की चीजें घूम रही हैं। इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति को उल्टी और चक्कर आना आम है। • डिसइक्विलिब्रियम (Disequilibrium) – इसमें शरीर का संतुलन बनाने में समस्या होती है। इससे पीड़ित कुछ लोगों को पैरों में समस्या महसूस हो सकती है, जबकि कुछ लोगों को सिर का चक्कर महसूस हो सकता है। • प्रीसिंकोप (Presyncope) – इस स्थिति में व्यक्ति को लगता है कि वह बेहोश हो जाएगा, लेकिन ऐसा होता नहीं है। जब व्यक्ति बैठने या लेटने का प्रयास करता है, तो कुछ राहत महसूस कर सकता है। • लाइटहेडनेस (Lightheadedness) – लाइटहेडनेस की स्थिति में सिर के अंदर झंझनाहट महसूस हो सकती है। इस अवस्था में कभी-कभी व्यक्ति को यह महसूस हो सकता है कि उनका सिर उनके शरीर के साथ नहीं जुड़ा हुआ है। स्क्रॉल करें आगे जानते हैं कि चक्कर आने के क्या कारण हैं चक्कर आने के कारण – Causes of Dizziness in Hindi चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ सामान्य कारणों के बारे हम नीचे बता रहे हैं ( • अचानक से बैठने या उठने पर: कई लोग अचानक से बैठने या उठने पर लाइटहेडनेस (Lightheaded) यानी चक्कर आने की एक स्थिति महसूस करते हैं। चक्कर आने का एक कारण यह भी हो सकता है। • बढ़ती उम्र के कारण: बढ़ती उम्र के साथ लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसके कारण उन्हें ज्यादा दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है। इस कारण भी चक्कर आने की समस्या हो सकती है। • अन्य किसी कारण से: कभी-कभी उपरोक्त स्थितियों के अलावा कुछ अन्य कारणों से भी चक्कर आने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में देर किए बिना डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। आगे जानें चक्कर के कारण के बाद यहां हम बता रहे हैं कि च...

ज्यादा नींद आने के कारण, लक्षण और भगाने के तरीके

विषय सूची • • • • • • • • आपको कितनी नींद की आवश्यकता होती है? – How much sleep do you need? कई शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि उम्र के हिसाब से हर किसी की नींद की आवश्यकता अलग होती है। नीचे हम नेशनल स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक उम्र के हिसाब से किसे कितनी नींद की जरूरत होती है, एक तालिका के माध्यम से बता रहे हैं ( उम्र आवश्यक नींद 0-3 महीने 14 से17 घंटे 4-11 महीने 12 से 15 घंटे 1-2 साल 11 से 14 घंटे 3-5 साल 10 से 13 घंटे 6-13 साल 9 से 11 घंटे 14-17 साल 8 से 10 घंटे 18-64 साल 7 से 9 घंटे 65 साल से अधिक 7 से 8 घंटे पढ़ते रहें लेख में आगे ज्यादा नींद आने के प्रकार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। ज्यादा नींद आने के प्रकार – Types of Hypersomnia in Hindi बार-बार नींद आने को हाइपरसोमनिया कहा जाता है। नीचे क्रमवार तरीके से हाइपरसोमनिया यानी ज्यादा नींद आने के प्रकार के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं ( 1. नैरोकोलेप्सी टाइप-1 (एनटी 1) : नार्कोलेप्सी टाइप-1 एक तरह का स्लीप डिसऑर्डर हैं, जो नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को पूरी रात पर्याप्त नींद लेने के बावजूद दिन में अत्यधिक दिन आने की समस्या हो सकती है। यह समस्या मस्तिष्क में मौजूद हाइपोथैलेमिक हाइपोकैट्रिन न्यूरॉन्स के कम होने के कारण और कैटाप्लेक्सी के कारण हो सकती है। बता दें किअचानक मांसपेशियों में कमजोरी को कैटाप्लेक्सी कहते हैं। मजबूत भावनाएं इसे ट्रिगर करती हैं। 2. नैरोकोलेप्सी टाइप-2 : यह भी हाइपरसोमनिया का एक प्रकार है, जो आमतौर पर किशोरों में देखने को मिलता है। एनटी 1 की तरह इसमें भी व्यक्ति हर समय नींद आने की शिकायत से परेशान हो सकता है। बस इसमें कैटाप्लैक्सी की समस्या नहीं होती है। इ...

ज्यादा नींद आने के कारण और उपाय

Jyada neend aane ke karan aur upay in Hindi: क्या आप भी ओवरस्लीपिंग की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर वाकई ऐसा है, तो आपको जल्द से जल्द इसका इलाज तलाशना शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि इसे अनदेखा करने पर आप स्लीप डिसऑर्डर से ग्रसित हो सकते हैं। अधिक नींद आने की समस्या को हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) कहा जाता है। इस लेख में आप जानेगें ज्यादा नींद आने के कारण और ज्यादा नींद आती हो तो क्या करे के बारे में। नींद किसे प्यारी नहीं होती और यदि जरूरत से ज्यादा सो लिया जाए, तो बात ही क्या है। वैसे भी, भरपूर नींद लेने से दिनभर के कामों को करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। पर्याप्त नींद एक स्वस्थ शरीर की पहचान होती है। विशेषज्ञ के अनुसार, एक सामान्य व्यक्ति को अच्छी सेहत के लिए हर दिन 6-8 घंटे की नींद जरूरी है। लेकिन अगर इससे ज्यादा नींद ली जाए, तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वैसे, इसके कुछ फायदे भी हैं, लेकिन ओवरस्लीपिंग सेहत के लिए ज्यादातर हानिकारक होती है। कुछ विशेष स्थितियों में ज्यादा सोना डिप्रेशन, थायराइड और हृदय रोग जैसी बीमारियों का भी संकेत हो सकता है। यदि ओवरस्लीपिंग आपकी आदत बन गई है, तो आप हमारे इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें और समझें, कि कैसे ओवरस्लीपिंग आपको प्रभावित कर सकती है। विषय सूची • • • • • • • • क्यों लोग बहुत सोते हैं? – Why do people sleep a lot in Hindi जो लोग हाइपरसोमनिया से पीड़ित हैं, उन्हें बहुत ज्यादा सोने की आदत होती है। इस स्थिति वाले लोग लगातार कम ऊर्जा और भूलने की समस्याओं जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं। ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया भी एक विकार है, जो सामान्य नींद चक्र को बाधित करता है। कई लोग बहुत ज्यादा (और पढ़े – जरूरत से ज्यादा सोने से क्या होत...

सूखी खांसी या ज्यादा खांसी होने पर क्या करे

(और पढ़ें - खांसी होने पर पहले सांस मुंह से अंदर की तरफ खिंचती है और उसके बाद झटके से बाहर आती है। इस प्रक्रिया में तेज आवाज भी आती है। (और पढ़ें - आमतौर पर खांसी की वजह बैक्टीरिया, वायरस, धुआं या दवाएं होती हैं। हालांकि, ये किसी गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकती है, जिसके लिए इलाज लेना आवश्यक हो सकता है। वैसे तो खांसी अपने आप या कुछ उपाय करने से ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में इसके लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता भी हो सकती है, क्योंकि ज्यादा समय तक खांसी ठीक न होना किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इस लेख में क्या खांसी आना खतरनाक होता है, खांसी हो तो क्या करे, सूखी खांसी में क्या करे, बलगम वाली खांसी होने पर क्या करना चाहिए, खांसी ज्यादा हो तो क्या करें और खांसी के लिए डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है। • • • • • • खांसी एक आम समस्या है जो किसी भी कारणवश हो सकती है। किसी सामान्य कारण की वजह से होने वाली खांसी आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाती है। खांसी के लिए कुछ (और पढ़ें - लगातार खांसी करना थकाने वाली समस्या तो होती ही है और साथ ही साथ इससे अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे बहुत अधिक पसीना आना, (और पढ़ें - कुछ समस्याएं या बीमारियां ऐसी होती हैं जिनका शुरूआती लक्षण होता है खांसी आना, जैसे- • • • • • • • • (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। वैसे तो खांसी छोटे-मोटे उपाय करने से ठीक हो जाती है, ...

ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन कैसे करें

Jyada Der Tak Hastmaithun Kaise Kare पूर्ण यौन संतुष्टि प्राप्‍त करने के लिए ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन कैसे करें यह जानना उन लोगों के लिए आवश्‍यक है जिनके यौन सहभागी उनसे दूर हैं। कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि मास्टरबेशन आपके यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। 95% से अधिक पुरुष हस्‍तमैथुन करते हैं और सोचते हैं कि वे अपने जननांगों और यौन प्रतिक्रिया के बारे में सब कुछ जानते हैं। कुछ लोगों का मानना होता है कि यौन सुख केवल दोनों सहभागियों की मौजूदगी में ही प्राप्‍त होता है। लेकिन ऐसा नहीं है। यदि आप अकेले हैं तब भी आप देर तक हस्‍तमैथुन कर यौन सुख प्राप्‍त कर सकते हैं। इसका उदाहरण हस्‍तमैथुन है जिसे लेकिन अधिकांश महिला और पुरुष हस्‍तमैथुन के दौरान कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और बहुत ही जल्‍दी शांत हो जाते हैं। आज इस आर्टिकल में आप ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन कैसे करें यह जानेगें। आइए जाने देर तक मास्टरबेशन करने का तरीका। विषय सूची 1. 2. • • • • • • • • • 3. • • • 4. ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन क्यों करना चाहिए – Jyada Der Tak Hastmaithun Kyo karna chahiye in Hindi ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन करना आपको अधिक यौन सुख दिलाने का एक तरीका है। महिलाएं और पुरुष दोनों ही अपनी उत्‍तेजना और संभोग पर अधिक नियंत्रण और जागरूकता हासिल के लिए ज्‍यादा देर तक हस्‍तमैथुन करना चाहते हैं। हालांकि यह अलग बात है कि किसी साथी के साथ यौन संबंध बनाने में आपको अधिक आनंद मिलता है। लेकिन इस बात का ध्‍यान रखें कि यौन संबंध बनाने के दौरान शीघ्रता और हस्‍तमैथुन के दौरान होने वाले स्‍खलन में अंतर हो सकता है। क्‍योंकि इन दोनों स्थितियों में संवेदनाएं अलग-अलग होती है। हस्‍तमैथुन के दौरान आपके लक्ष्‍य और यौन स...

पेट में गैस बनने के कारण, लक्षण और इससे निजात पाने के 12 उपाय

पेट से संबंधित कई तरह की समस्याओं में पेट में गैस बनना एक आम समस्या है। छोटी उम्र से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक, हर उम्र के व्यक्ति को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ा है। पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अत्यधिक भोजन करना, ज्यादा देर तक भूखे रहने, तीखा या चटपटा भोजन करना, ऐसा भोजन करना जो पचने में कठि‍न हो, ठीक तरीके से चबाकर न खाना, ज्यादा चिंता करना, शराब पीना, कुछ बीमारियों व दवाओं के सेवन के कारण भी पेट में गैस सकती है। 'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। These fruits remove dirt of body : शरीर में जमी गंदगी यदि बाहर निकल जाती है तो व्यक्ति हर तरह से निरोगी हो जाता है। इससे आयु भी बढ़ती है। योग और आयुर्वेद में शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने के कई तरीके बताए गए हैं, लेकिन इसके लिए आपको पहले चाय, कॉफी, दूध, कोल्ड्रिंक, मैदा, बेसन, बैंगन, समोसे, कचोरी, पोहे, पिज्जा, बर्गर आदि का त्याग करना पड़ता है। पुरषों में डायबिटीज, हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा रहता है। अगर आपने अभी तक फादर्स डे का गिफ्ट नहीं खरीदा है तो आप फिटनेस गैजेट गिफ्ट कर सकते हैं। इन गैजेट की मदद से आप अपने पिता के स्वास्थ को मॉनिटर कर सकते हैं। ये गैजेट आपके पिता के स्वास्थ को बेहतर रखने में मदद भी करेंगे। चलिए जानते हैं इन गैजेट के बारे में.. पिता के महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए हर साल विश्वभर में...