Jagdish ji ki aarti

  1. Aarti: Om Jai Jagdish Hare
  2. Om Jai Jagdish Hare Aarti
  3. Jagdish Aarti
  4. Vishnu Ji Ki Aarti: ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे…विष्णु जी की आरती
  5. ॐ जय जगदीश हरे आरती: Aarti Om Jai Jagdish Hare Lyrics Hindi
  6. Vishnu Ji Ki Aarti, Om Jai Jagdish Hare
  7. Vishnu Aarti: ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे… भगवान विष्णु की पूजा इस आरती के बिना है अधूरी


Download: Jagdish ji ki aarti
Size: 37.46 MB

Aarti: Om Jai Jagdish Hare

हिन्दी में पढ़ें The most used Aarti in the world. This aarti is basically devoted to Lord Vishnu, but this aarti is sung / performed on every worship and festival. Some devotees believe that by meditating on this aarti, all the gods and goddess get the virtue of the Aarti. Om Jaye Jagdish Hare, Swami Jaye Jagdish Hare॥ Bhagt Jano Ke Sankat, Khshan Mein Door Kare॥ Jo Dhaywe Phal Pave, Dukh Vinse Man Ka॥ Sukh Sampati Ghar Aave, Kasht Mite Tan Ka॥ Maat-Pita Tum Mere, Sharan Gahun Kiskee॥ Tum Bin Aur Na Duja, Aas Karun Jiskee॥ Tum Puran Parmatma, Tum Antaryami॥ Par-Brahm Parmeshwar, Tum Sabke Swami॥ Tum Karuna Ke Saagar, Tum Palankarta॥ Main Moorakh Khal Kami, Mein Sewak Tum Swami, Kripa Karo Bharta ... Tum Ho Ek Agochar, Sabke Pran Pati॥ Kis Vidhi Milun Dayamay, Tumko Main Kumti॥ Deenbandhu Dukh Harta, Thakur Tum Mere, Swami Rakshak Tum Mere॥ Apne Hath Uthaao, Apni Sharan Lagao, Dwar Para Tere ... Vishay Vikaar Mitaao, Paap Haro Deva॥ Shradha Bhakti Badhaao, Santan Ki Sewa॥ Om Jaye Jagdish Hare, Swami Jaye Jagdish Hare॥ Bhagt Jano Ke Sankat, Khshan Mein Door Kare॥ ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ Read Also • • • • • • • • • • • • Aarti Bhagwan Vishnu Aarti Jagdish Aarti Popular Aarti Om Jai Jagdish Aarti Most Common Aarti Shri Hari Aarti Jagdish Hare Aarti Shri Vishnu Aarti Other Popular Aarti: Om Jai Jagdish Hare Video

Om Jai Jagdish Hare Aarti

Table of Contents • • • • Mark Favorite Om Jai Jagdish Hare aarti bhagwan Jagadishwar Shri Hari Narayan Vishnu bhagwan ki pooja archna karne ka ek madhyam hai, jis prakar mantrao ka ucharan aur paath bhi ek madhyam ho sakta hai. Om Jai Jagdish Hare lyrics english aur hindi me niche diye gaye hain. Iske alawa bhagwan ki aur bhi pratishthit aartiyan hain jese ki ॐ जय जगदीश हरे आरती भगवान जगदीश्वर श्री हरि नारायण विष्णु भगवान की पूजा करने का एक मध्यम है, जिस प्रसार मंत्रों का ऊंचारण तथा पाठ भी एक मध्यम हो सकता है। ॐ जय जगदीश हरे आरती के बोल अंग्रेजी और हिंदी में निचे दिए गए हैं। इसके अलावा भगवान की और भी प्रतिष्ठित आरतीयां हैं जैसे की Aarti Om Jai Jagdish Hare Lyrics | आरती ॐ जय जगदीश हरे गीत Jagdish Ji ki Aarti हिन्दी में ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट क्षण में दूर करें ॥1॥ ॐ जय जगदीश हरे जो ध्यावै फल पावै, दुःख बिन से मन का । सुख-सम्पति घर आवै, कष्ट मिटै तन का ॥2॥ ॐ जय जगदीश हरे मात पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी । तुम बिन और न दूजा, आस करूँ मैं जिसकी ॥3॥ ॐ जय जगदीश हरे तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी । पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी ॥4॥ ॐ जय जगदीश हरे तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता । मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता ॥5॥ ॐ जय जगदीश हरे तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति । किस विधि मिलूँ दयामय ! मैं तुमको कुमति ॥6॥ ॐ जय जगदीश हरे दीन-बन्धु दुःखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे । अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे ॥7॥ ॐ जय जगदीश हरे विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा । श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा ॥8॥ ॐ जय जगदीश हरे तन मन धन, सब कुछ है तेरा । तेरा तुझ को अ...

Jagdish Aarti

Jagdish Aarti जगदीश आरती ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट क्षण में दूर करे || ॐ जय || जो ध्यावे फल पावे दुःख विनाशे मनका सुख संपति घर आवे कष्ट मिटे तनका || ॐ जय || मात पिता तुम मेरे शरण गहुँ किसकी तुम बिन और न दूजा आस करू जिसकी || ॐ जय || तुम पूरण परमात्मा तुम अंतर्यामी पारब्रम्हा परमेश्वर तुम सबके स्वामी || ॐ जय || तुम करुणा के सागर तुम पालन करता मैं मुरख खलकामी कृपा करो भरता || ॐ जय || तुम हो एक अगोचर सबके प्राण पती किसविधि मिलूं गुसाई तुमको मैं कुमती || ॐ जय || दीनबंधु दुःख हरता तुम रक्षक मेरे अपने हाथ उठाओ द्वार पड़ा तेरे || ॐ जय || विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा श्रद्धा भक्ति बढाओ संतान की सेवा || ॐ जय || तन मन धन जो कुछ है, सब ही है तेरा तेरा तुझको अर्पण, क्या लगत मेरा || ॐ जय || According to Hindu Mythology singing Jagdish Aarti on a regular basis is the best way to please God Jagdish and get his blessing. How to chant Jagdish Aarti To get the best result you should sing Jagdish Aarti early morning after taking bath and in front of God Jagdish Idol or picture. You should first understand the Jagdish Aarti meaning in hindi to maximize its effect. Benefits of Jagdish Aarti Regular recitation of Jagdish Aarti gives peace of mind and keeps away all the evil from your life and makes you healthy, wealthy and prosperous. Jagdish Aarti in Tamil/Telgu/Gujrati/Marathi/English Use Google Translator to get Jagdish Aarti in language of your choice. Download Jagdish Aarti PDF By clicking below you can Free Download Jagdish Aarti in PDF format or also can Print ...

Vishnu Ji Ki Aarti: ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे…विष्णु जी की आरती

आज कार्तिक पूर्णिमा है। जिसे साल में आने वाली सभी पूर्णिमाओं में से सबसे अधिक महत्व दिया जाता है। इस दिन भगवान शिव और विष्णु जी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। कहा जाता है कि देवताओं के आग्रह पर इसी दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। जिस खुशी में सभी देवताओं ने शिव की नगरी काशी में जाकर दीपदान किया। इसलिए इस दिन गंगा स्नान करके दीपदान करने का विशेष महत्व माना जाता है। कहा ये भी जाता है कि भगवान विष्णु के पहले अवतार मत्स्य का जन्म भी कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के दिन ही हुआ था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा के समय इस आरती को जरूर उतारें। विष्णु जी की आरती (Vishnu Ji Ki Aarti) : ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥

ॐ जय जगदीश हरे आरती: Aarti Om Jai Jagdish Hare Lyrics Hindi

Table of Contents • • Aarti Om Jai Jagdish Hare Lyrics Aarti Om Jai Jagdish Hare Lyrics Hindi ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट क्षण में दूर करे ॥ ॥ ॐ जय जगदीश हरे॥ जो ध्यावे फल पावे -दुःख बिनसे मन का स्वामी दुःख बिनसे मन का सुख सम्पति घर आवे सुख सम्पति घर आवे कष्ट मिटे तन का ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ मात पिता तुम मेरे शरण गहूं किसकी स्वामी शरण गहूं मैं किसकी तुम बिन और न दूजा तुम बिन और न दूजा आस करूं मैं जिसकी ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ तुम पूरण परमात्मा तुम अन्तर्यामी स्वामी तुम अन्तर्यामी पारब्रह्म परमेश्वर पारब्रह्म परमेश्वर तुम सब के स्वामी ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता स्वामी तुम पालनकर्ता मैं मूरख फलकामी मैं सेवक तुम स्वामी कृपा करो भर्ता ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ तुम हो एक अगोचर सबके प्राणपति स्वामी सबके प्राणपति किस विधि मिलूं दयामय किस विधि मिलूं दयामय तुमको मैं कुमति ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ दीन-बन्धु दुःख-हर्ता ठाकुर तुम मेरे स्वामी रक्षक तुम मेरे अपने हाथ उठाओ अपने शरण लगाओ द्वार पड़ा तेरे ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ विषय-विकार मिटाओ पाप हरो देवा स्वमी पाप(कष्ट) हरो देवा श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ सन्तन की सेवा ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ तन मन धन सब कुछ है तेरा स्वामी सब कुछ है तेरा तेरा तुझको अर्पण तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट क्षण में दूर करे ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट क्षण में दूर करे ॥ ॐ जय जगदीश हरे ॥ Om Jai Jagdish Hare Aarti Lyrics English Font Om Jai Jagdish Hare Swami Jaya J...

Vishnu Ji Ki Aarti, Om Jai Jagdish Hare

Om Jai Jagdish Hare, Swami Jai Jagdish Hare॥ Bhagt Jano Ke Sankat, Khshan Mein Door Kare॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Jo Dhaywe Phal Pave, Dukh Vinse Man Ka॥ Sukh Sampati Ghar Aave, Kasht Mite Tan Ka॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Maat-Pita Tum Mere, Sharan Gahun Kiskee॥ Tum Bin Aur Na Duja, Aas Karun Jiskee॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Tum Puran Parmatma, Tum Antaryami॥ Par-Brahm Parmeshwar, Tum Sabke Swami॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Tum Karuna Ke Saagar, Tum Palankarta॥ Main Moorakh Khal Kami, Mein Sewak Tum Swami, Kripa Karo Bharta ... Om Jai Jagdish Hare॥ Tum Ho Ek Agochar, Sabke Pran Pati॥ Kis Vidhi Milun Dayamay, Tumko Main Kumti॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Deenbandhu Dukh Harta, Thakur Tum Mere, Swami Rakshak Tum Mere॥ Apne Hath Uthaao, Apni Sharan Lagao, Dwar Para Tere ... Om Jai Jagdish Hare॥ Vishay Vikaar Mitaao, Paap Haro Deva॥ Shradha Bhakti Badhaao, Santan Ki Sewa॥ Om Jai Jagdish Hare॥ Om Jai Jagdish Hare, Swami Jai Jagdish Hare॥ Bhagt Jano Ke Sankat, Khshan Mein Door Kare॥ Om Jai Jagdish Hare॥

Vishnu Aarti: ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे… भगवान विष्णु की पूजा इस आरती के बिना है अधूरी

Lord Vishnu Aarti: हिंदू धर्म में कोई भी पूजा बिना आरती को उतारे पूरी नहीं मानी जाती। खासकर सुबह शाम पूजा के समय भगवान विष्णु की आरती को जरूर गाया जाता है। भगवान विष्णु जगत के पालनकर्ता हैं। देव उठनी एकादशी से भगवान विष्णु फिर से जाग्रत अवस्था में आ गए हैं। चार महीनों के विश्राम के बाद भगवान हरि अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। जो भक्त इनकी सच्चे मन से अराधना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। जानिए भगवान विष्णु की आरती ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे… भगवान जगदीश्वर की आरती (Vishnu Ji Ki Aarti, Om Jai Jagdish Hare) : ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥ मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी। तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय…॥ तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥ पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय…॥ तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता। मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…॥ तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति। किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥ दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे। अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥ विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा। श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥ तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा। तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥ जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे। कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय…॥ वैसे तो भगवान विष्णु को प्रसन्न करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद खुद ब खुद प्राप्त हो जाता है। लेकिन अगर आप उनकी अराधना करना चाहते हैं। तो पूजा के समय रोजाना इस आरती को जरूर उतारें। लक्ष्मी जी की आरती (Lakshmi Mata Ki Aarti) : मां लक्ष्‍मी की आरती ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक...