जैविक खेती की विशेषताएं

  1. जैविक खेती क्या है (Organic Farming), इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन
  2. Organic farming information in hindi
  3. जैविक खेती पोर्टल 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन jaivikkheti.in लॉगिन व लाभ
  4. (निबंध) क्या है जैविक खेती
  5. जैविक खेती क्या है (Organic Farming), इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन
  6. जैविक खेती पोर्टल 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन jaivikkheti.in लॉगिन व लाभ
  7. Organic farming information in hindi
  8. (निबंध) क्या है जैविक खेती
  9. राजस्‍थान में 1.20 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र जैविक खेती के लिए होगा चिह्नित – ThePrint Hindi
  10. जैविक खेती क्या है


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जैविक खेती क्या है (Organic Farming), इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन

पृथ्वी मानव व् पर्यावरण के बीच मधुर परस्पर लाभदायिक तथा दीर्घायु सबंधो की अवधारणा को आधार बनाकर आज आर्गेनिक फार्मिंग की परिकल्पना की गयी है समय के बदलते स्वरूप के साथ जैविक कृषि अपने प्रारम्भिक काल के मुकाबले और अधिक जटिल हो गयी है इसके बदलते आयाम के प्रमुख अंग है जैविक खेती ORGANIC FARMING कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरको एवं संश्लेषित कीटनाशकों को अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है और जो भूमि उर्वरक शक्ति को बनाये रखने के लिए फसल चक्र , हरी खाद , कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है। सन1990 के बाद से विश्व में जैविक उत्पादों का बाजार आज काफी हद तक बढ़ा है जैविक कृषि भारत वर्ष में प्राचीन काल से ही की जा रही है जो भारत देश को खद्यान के मामले में हमेशा उच्च स्थान पर ही रहा । जैविक कृषि करने से खाद्यान की उत्पादन में काफी बढ़ोतरी मिली है तथा मिटटी की उर्वरता शक्ति बरक़रार है और मनुष्य एक स्वस्थ्य जीवन यापन कर रहे है भारत में आजादी के बाद बढ़ती हुयी जनसंख्या के कारण देश में खाद्यान उत्पादन बढाने का दबाव बना जिसके कारण देश रासायनिक खेती की और अग्रसर हुआ और आज रासायनिक खेती के कारण ही मनुष्य के स्वास्थ्य में काफी गिरावट आ गयी है। तथा मिटटी की उर्वरता शक्ति में भी कमी आ गयी है। इस लेख में हम आपको जैविक खेती क्या है, इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन कहा करवाए और कौन सी परियोजना सरकार द्वारा चलायी गयी अदि। जैविक खेती क्या है- इसे भी पढ़े- जैविक खेती (Organic Farming )करने के फायदे- • जैविक कृषि करने से उत्पादन में स्थिरिता और किसान को अधिक फायदा होता है पारम्परिक खेती कई कारको पर निर्भर है लेकिन जैविक कृषि मिटटी को स्थिर करने का काम करती है और लम्बे समय तक भूमि की उर्वरा शक्...

Organic farming information in hindi

भारत में इन दिनों ऑर्गेनिक खेती ( Organic farming information in hindi) की खूब चर्चा हो रही है। कई किसान ऑर्गेनिक खेती (Organic kheti) कर रहे हैं इसमें सफलता भी पा रहे हैं। इस खेती में पूरी तरह से प्रकृति द्वारा दी गयी चीजे इस्तेमाल की जाती है। इस खेती (Organic agriculture) को लंबे समय तक कर सकते हैं, इसमें लागत कम आती है साथ ही इसके उत्पाद महंगे होते हैं। इसलिए किसानों को इसमें फायदा होगा। जैविक खेती (Jaivik kheti in hindi) को एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल के तौर प विकसित किया जा सकता है। कई किसान इसे करने के लिए आगे आ रहे हैं। भारत में अभी जैविक के लिए कई मुश्किलें भी हैं। इसलिए जैविक खेती (Organic kheti in hindi) करने से पहले इन बातों को जानना बेहद जरूरी है। किसान अपनी फसलों के ज्यादा उत्पाद के लिए अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों, खरपतवार नाशियो, वृद्धिकारकों (हार्मोन्स) का उपयोग करतेे है जो इंसान के स्वावस्थ और मिट्टी के लिए हानिकारक है। पर्यावरण का निरन्तर ह्रास हो रहा है। जिससे कैंसर, हार्ट अटैक, लो बीपी , हाई बीपी , जैसी कई गम्भीर बीमारियां हो रही है। रासायनिक खेती एवं मशीनीकरण से खेती की लागत बढ़ रही है, वहीं कृषकों को अपनी मेहनत का लाभ नहीं मिल रहा है। स्वस्थ जीवन के लिए जैविक कृषि (Natural farming) क्रियाएं अपनाना ही एक मात्र विकल्प है। जैविक खेती ( Organic farming information in hindi) पुरानी विधि से की जाने वाली खेती है, जो जमीन की प्राकृतिक क्षमता बनाए रखती है। ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) से पर्यावरण शुद्ध बना रहता है, मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है। ऑर्गेनिक खेती ( Organic Farming) में केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता और कम लागत में गुणवत्तापूर्ण पैदाव...

जैविक खेती पोर्टल 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन jaivikkheti.in लॉगिन व लाभ

जैविक खेती को अंग्रेजी भाषा में ऑर्गेनिक खेती कहा जाता है और वर्तमान समय में बड़े पैमाने पर दुनियाभर की सरकारों के द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत भी इस दिशा में काफी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है और इसीलिए भारतीय सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ जैविक खेती पोर्टल को लांच किया गया है। इस पोर्टल का विशेष तौर पर फायदा किसान भाई उठा सकेंगे। पोर्टल के द्वारा वह अपने प्रोडक्ट को बेच सकेंगे, साथ ही लोग जैविक खेती पोर्टल से अनाज, फल, सब्जियां की खरीददारी भी कर सकेंगे। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि “जैविक खेती पोर्टल क्या है। 20 Q: जैविक खेती पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट क्या है? जैविक खेती पोर्टल 2023 Organic Farming Portal 2023 अंतराष्ट्रीय स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सरकार द्वारा जैविक खेती पोर्टल लांच किया गया है। गवर्नमेंट का प्रयास है कि इस पोर्टल के साथ अधिक से अधिक किसान जुड़े क्योंकि इस पोर्टल के द्वारा जैविक खेती करने वाले किसानों को अपने प्रोडक्ट को बेचने की सुविधा प्राप्त होगी, साथ ही किसानों को इस पोर्टल के जरिए जैविक खेती के फायदे से संबंधित मुख्य जानकारी भी हासिल हो सकेगी। बता दें कि इस पोर्टल पर ज्ञान भंडार अनुभाग में केस स्टडी, वीडियो और बेस्ट खेती पद्धति, सफलता की कहानी और जैविक खेती से संबंधित कई प्रकार की सामग्रियां मौजूद है। साथ ही साथ इस पोर्टल की सहायता से सब्जी, फल और दाल तथा अनाज जैसी चीजों की भी खरीदारी की जा सकेगी। • इस पोर्टल पर जो सामान बिकने के लिए उपलब्ध है, उसकी कीमत बहुत ही सामान्य है। इसलिए काफी कम कीमत पर खरीददार इस पोर्टल के जरिए जरूरी सामानों की खरीदारी कर सकेंगे। पोर्टल का नाम: जैविक खे...

(निबंध) क्या है जैविक खेती

मिट्टीकेआवश्यकपोषकतत्वोंकोबनाएरखनेऔरपर्यावरणकेअनुकूलवातावरणमेंटिकाऊउत्पादनमेंमददकरनेकेलिएउनकाउपयोगकियाजाताहै।खाद्यऔरकृषिसंगठनजैविकखेतीकोपरिभाषितकरताहै, “एकअद्वितीयउत्पादनप्रबंधनप्रणालीजोजैवविविधता, जैविकचक्रऔरमिट्टीजैविकगतिविधिसहितकृषिस्वास्थ्यकोबढ़ावादेतीहैऔरबढ़ातीहै”। विभिन्नकृषिपद्धतियोंद्वाराजैविकखेतीकीजासकतीहै।येऑन-फार्मतरीकेपारंपरिककृषिसेअलगहैं।पहाड़ीक्षेत्रोंमेंजैविकखेतीकीबहुतअधिकसंभावनाहैऔरउत्तर-पूर्वीक्षेत्रमेंगेमचेंजरबनसकताहै।ऐसेसमयमेंजबजेनेटिकलीमॉडिफाइड (जीएम) फसलेंकृषिक्षेत्रमेंबढ़तबनारहीहैं, जैविकउत्पादोंकेखिलाफइसके (जीएमक्रॉप) पेशेवरोंऔरविपक्षोंकोतौलनाअनिवार्यहै। भारतसरकारनेभारतमेंजैविकखेतीकोबढ़ावादेनेकेलिएकईपहलकीहै।जैविकखेतीपरराष्ट्रीयपरियोजना 10 वींपंचवर्षीययोजनाकेबादसेनिरंतरकेंद्रीयक्षेत्रयोजनाहै। योजनाआयोगने 10 वींपंचवर्षीययोजनाकेशेषढाईवर्षोंकेलिएपायलटप्रोजेक्टकेरूपमेंयोजनाकोमंजूरीदी।यहयोजना 12 वींपंचवर्षीययोजनाकेअंततकजारीहै।सरकारविभिन्नयोजनाओंकेमाध्यमसेजैविकफसलों, फलोंऔरसब्जियोंआदिकेउत्पादनकोबढ़ावादेरहीहै यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– जैविकखेतीपरभारतसरकारकीयोजनाए • राष्ट्रीयबागवानीमिशन (NHM) • पूर्वोत्तरकेलिएबागवानीमिशन • हिमालयीराज्य (HMNEH) • राष्ट्रीयकृषिविकासयोजना (RKVY) • मृदास्वास्थ्यऔरउर्वरताकेप्रबंधनपरराष्ट्रीयपरियोजना (NPMSHF) • जैविकखेतीपरराष्ट्रीयपरियोजना (NPOF) • भारतीयकृषिअनुसंधानपरिषद (ICAR) • ऑर्गेनीफार्मिंगपरनेटवर्कपरियोजना • कृषिऔरप्रसंस्कृतखाद्यउत्पादनिर्यातविकासप्राधिकरण (APEDA) जैविकखेतीकाउद्देश्य– Purpose of organic farming in Hindi सरकारजैविकखाद्यउत्पादोंकेकाश्तकारोंकोप्रोत्साहनदेकरऔरमामूलीलागतपरकिसानोंकेएक इसतरह, सरकारकाल...

जैविक खेती क्या है (Organic Farming), इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन

पृथ्वी मानव व् पर्यावरण के बीच मधुर परस्पर लाभदायिक तथा दीर्घायु सबंधो की अवधारणा को आधार बनाकर आज आर्गेनिक फार्मिंग की परिकल्पना की गयी है समय के बदलते स्वरूप के साथ जैविक कृषि अपने प्रारम्भिक काल के मुकाबले और अधिक जटिल हो गयी है इसके बदलते आयाम के प्रमुख अंग है जैविक खेती ORGANIC FARMING कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरको एवं संश्लेषित कीटनाशकों को अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है और जो भूमि उर्वरक शक्ति को बनाये रखने के लिए फसल चक्र , हरी खाद , कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है। सन1990 के बाद से विश्व में जैविक उत्पादों का बाजार आज काफी हद तक बढ़ा है जैविक कृषि भारत वर्ष में प्राचीन काल से ही की जा रही है जो भारत देश को खद्यान के मामले में हमेशा उच्च स्थान पर ही रहा । जैविक कृषि करने से खाद्यान की उत्पादन में काफी बढ़ोतरी मिली है तथा मिटटी की उर्वरता शक्ति बरक़रार है और मनुष्य एक स्वस्थ्य जीवन यापन कर रहे है भारत में आजादी के बाद बढ़ती हुयी जनसंख्या के कारण देश में खाद्यान उत्पादन बढाने का दबाव बना जिसके कारण देश रासायनिक खेती की और अग्रसर हुआ और आज रासायनिक खेती के कारण ही मनुष्य के स्वास्थ्य में काफी गिरावट आ गयी है। तथा मिटटी की उर्वरता शक्ति में भी कमी आ गयी है। इस लेख में हम आपको जैविक खेती क्या है, इसके फायदे, कैसे करते है, इसका पंजीयन कहा करवाए और कौन सी परियोजना सरकार द्वारा चलायी गयी अदि। जैविक खेती क्या है- इसे भी पढ़े- जैविक खेती (Organic Farming )करने के फायदे- • जैविक कृषि करने से उत्पादन में स्थिरिता और किसान को अधिक फायदा होता है पारम्परिक खेती कई कारको पर निर्भर है लेकिन जैविक कृषि मिटटी को स्थिर करने का काम करती है और लम्बे समय तक भूमि की उर्वरा शक्...

जैविक खेती पोर्टल 2023: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन jaivikkheti.in लॉगिन व लाभ

जैविक खेती को अंग्रेजी भाषा में ऑर्गेनिक खेती कहा जाता है और वर्तमान समय में बड़े पैमाने पर दुनियाभर की सरकारों के द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत भी इस दिशा में काफी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है और इसीलिए भारतीय सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ जैविक खेती पोर्टल को लांच किया गया है। इस पोर्टल का विशेष तौर पर फायदा किसान भाई उठा सकेंगे। पोर्टल के द्वारा वह अपने प्रोडक्ट को बेच सकेंगे, साथ ही लोग जैविक खेती पोर्टल से अनाज, फल, सब्जियां की खरीददारी भी कर सकेंगे। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि “जैविक खेती पोर्टल क्या है। 20 Q: जैविक खेती पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट क्या है? जैविक खेती पोर्टल 2023 Organic Farming Portal 2023 अंतराष्ट्रीय स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सरकार द्वारा जैविक खेती पोर्टल लांच किया गया है। गवर्नमेंट का प्रयास है कि इस पोर्टल के साथ अधिक से अधिक किसान जुड़े क्योंकि इस पोर्टल के द्वारा जैविक खेती करने वाले किसानों को अपने प्रोडक्ट को बेचने की सुविधा प्राप्त होगी, साथ ही किसानों को इस पोर्टल के जरिए जैविक खेती के फायदे से संबंधित मुख्य जानकारी भी हासिल हो सकेगी। बता दें कि इस पोर्टल पर ज्ञान भंडार अनुभाग में केस स्टडी, वीडियो और बेस्ट खेती पद्धति, सफलता की कहानी और जैविक खेती से संबंधित कई प्रकार की सामग्रियां मौजूद है। साथ ही साथ इस पोर्टल की सहायता से सब्जी, फल और दाल तथा अनाज जैसी चीजों की भी खरीदारी की जा सकेगी। • इस पोर्टल पर जो सामान बिकने के लिए उपलब्ध है, उसकी कीमत बहुत ही सामान्य है। इसलिए काफी कम कीमत पर खरीददार इस पोर्टल के जरिए जरूरी सामानों की खरीदारी कर सकेंगे। पोर्टल का नाम: जैविक खे...

Organic farming information in hindi

भारत में इन दिनों ऑर्गेनिक खेती ( Organic farming information in hindi) की खूब चर्चा हो रही है। कई किसान ऑर्गेनिक खेती (Organic kheti) कर रहे हैं इसमें सफलता भी पा रहे हैं। इस खेती में पूरी तरह से प्रकृति द्वारा दी गयी चीजे इस्तेमाल की जाती है। इस खेती (Organic agriculture) को लंबे समय तक कर सकते हैं, इसमें लागत कम आती है साथ ही इसके उत्पाद महंगे होते हैं। इसलिए किसानों को इसमें फायदा होगा। जैविक खेती (Jaivik kheti in hindi) को एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल के तौर प विकसित किया जा सकता है। कई किसान इसे करने के लिए आगे आ रहे हैं। भारत में अभी जैविक के लिए कई मुश्किलें भी हैं। इसलिए जैविक खेती (Organic kheti in hindi) करने से पहले इन बातों को जानना बेहद जरूरी है। किसान अपनी फसलों के ज्यादा उत्पाद के लिए अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों, खरपतवार नाशियो, वृद्धिकारकों (हार्मोन्स) का उपयोग करतेे है जो इंसान के स्वावस्थ और मिट्टी के लिए हानिकारक है। पर्यावरण का निरन्तर ह्रास हो रहा है। जिससे कैंसर, हार्ट अटैक, लो बीपी , हाई बीपी , जैसी कई गम्भीर बीमारियां हो रही है। रासायनिक खेती एवं मशीनीकरण से खेती की लागत बढ़ रही है, वहीं कृषकों को अपनी मेहनत का लाभ नहीं मिल रहा है। स्वस्थ जीवन के लिए जैविक कृषि (Natural farming) क्रियाएं अपनाना ही एक मात्र विकल्प है। जैविक खेती ( Organic farming information in hindi) पुरानी विधि से की जाने वाली खेती है, जो जमीन की प्राकृतिक क्षमता बनाए रखती है। ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) से पर्यावरण शुद्ध बना रहता है, मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है। ऑर्गेनिक खेती ( Organic Farming) में केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता और कम लागत में गुणवत्तापूर्ण पैदाव...

(निबंध) क्या है जैविक खेती

मिट्टीकेआवश्यकपोषकतत्वोंकोबनाएरखनेऔरपर्यावरणकेअनुकूलवातावरणमेंटिकाऊउत्पादनमेंमददकरनेकेलिएउनकाउपयोगकियाजाताहै।खाद्यऔरकृषिसंगठनजैविकखेतीकोपरिभाषितकरताहै, “एकअद्वितीयउत्पादनप्रबंधनप्रणालीजोजैवविविधता, जैविकचक्रऔरमिट्टीजैविकगतिविधिसहितकृषिस्वास्थ्यकोबढ़ावादेतीहैऔरबढ़ातीहै”। विभिन्नकृषिपद्धतियोंद्वाराजैविकखेतीकीजासकतीहै।येऑन-फार्मतरीकेपारंपरिककृषिसेअलगहैं।पहाड़ीक्षेत्रोंमेंजैविकखेतीकीबहुतअधिकसंभावनाहैऔरउत्तर-पूर्वीक्षेत्रमेंगेमचेंजरबनसकताहै।ऐसेसमयमेंजबजेनेटिकलीमॉडिफाइड (जीएम) फसलेंकृषिक्षेत्रमेंबढ़तबनारहीहैं, जैविकउत्पादोंकेखिलाफइसके (जीएमक्रॉप) पेशेवरोंऔरविपक्षोंकोतौलनाअनिवार्यहै। भारतसरकारनेभारतमेंजैविकखेतीकोबढ़ावादेनेकेलिएकईपहलकीहै।जैविकखेतीपरराष्ट्रीयपरियोजना 10 वींपंचवर्षीययोजनाकेबादसेनिरंतरकेंद्रीयक्षेत्रयोजनाहै। योजनाआयोगने 10 वींपंचवर्षीययोजनाकेशेषढाईवर्षोंकेलिएपायलटप्रोजेक्टकेरूपमेंयोजनाकोमंजूरीदी।यहयोजना 12 वींपंचवर्षीययोजनाकेअंततकजारीहै।सरकारविभिन्नयोजनाओंकेमाध्यमसेजैविकफसलों, फलोंऔरसब्जियोंआदिकेउत्पादनकोबढ़ावादेरहीहै यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– यहैभीपढ़े– जैविकखेतीपरभारतसरकारकीयोजनाए • राष्ट्रीयबागवानीमिशन (NHM) • पूर्वोत्तरकेलिएबागवानीमिशन • हिमालयीराज्य (HMNEH) • राष्ट्रीयकृषिविकासयोजना (RKVY) • मृदास्वास्थ्यऔरउर्वरताकेप्रबंधनपरराष्ट्रीयपरियोजना (NPMSHF) • जैविकखेतीपरराष्ट्रीयपरियोजना (NPOF) • भारतीयकृषिअनुसंधानपरिषद (ICAR) • ऑर्गेनीफार्मिंगपरनेटवर्कपरियोजना • कृषिऔरप्रसंस्कृतखाद्यउत्पादनिर्यातविकासप्राधिकरण (APEDA) जैविकखेतीकाउद्देश्य– Purpose of organic farming in Hindi सरकारजैविकखाद्यउत्पादोंकेकाश्तकारोंकोप्रोत्साहनदेकरऔरमामूलीलागतपरकिसानोंकेएक इसतरह, सरकारकाल...

राजस्‍थान में 1.20 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र जैविक खेती के लिए होगा चिह्नित – ThePrint Hindi

जयपुर, 10 जून (भाषा) राजस्‍थान में 1.20 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र को जैविक खेती के लिए चिह्नित किया जाएगा। इसके तहत किसानों को जैविक बीज, जैव उर्वरक एवं कीटनाशक उपलब्ध कराए जाएंगे। एक सरकारी बयान के अनुसार, राज्‍य सरकार द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1.20 लाख हैक्टेयर क्षेत्र को जैविक क्षेत्र में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत किसानों को जैविक बीज, जैव उर्वरक एवं कीटनाशी उपलब्ध कराए जाएंगे। बयान में कहा गया कि इस वर्ष 1.20 लाख हैक्टेयर क्षेत्र को जैविक क्षेत्र में परिवर्तित कर कृषकों को लाभान्वित किया जाएगा। इसमें लगभग 23.57 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसी प्रकार, 50 हजार कृषकों को जैविक खेती हेतु प्रति कृषक 5,000 रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा। इस राशि से कृषक खेतों की उर्वरकता बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से परियोजना प्रतिवेदन की स्वीकृति प्राप्त होने तक कृषक चयन, कृषक समूह गठन, मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण आदि गतिविधियों के लिए राज्य निधि से पांच करोड़ रुपये की भी स्वीकृति प्रदान की है। भाषा पृथ्‍वी अनुराग पाण्डेय पाण्डेय यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

जैविक खेती क्या है

जब भारत को अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद भी अनाज के लिए दूसरे देशों पर निर्भर होना पड़ता था. उस दौरान हरित क्रांति का उदय हुआ जिसका उद्देश्य देश को अनाज और कृषि आधारित चीजों में आत्मनिर्भर बनाना था. और उस दौरान अधिक उपज लेने के लिए देश के किसानों को रासायनिक खाद और कीटनाशकों के इस्तेमाल के बारें में बताया गया. Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • जैविक खेती जिसके बाद देश के अधिकतर किसान भाई अधिक पैदावार लेने के लिए रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल करने लगे. इनको इस्तेमाल करने से खेत से अधिक मात्रा में उपज प्राप्त होने लगी. जिसके बाद धीरे धीरे इन रासायनिक चीज़ों को हर किसान ने अपना लिया. लेकिन इनके अत्यधिक इस्तेमाल की वजह से वर्तमान में भूमि की पैदावार स्थिर हो चुकी है. क्योंकि भूमि अपनी उर्वरक शक्ति खो चुकी है. ऐसे में अब जैविक खेती की जरूरत होने लगी है. आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जैविक खेती के लिए आवश्यक चीजों और इसके फायदे और नुक्सान के बारें में बताने वाले हैं. जैविक खेती क्या है जैविक खेती वो खेती है जो संश्लेषित रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशियों के इस्तेमाल के बिना की जाती है. जैविक खेती भूमि की उर्वरक शक्ति को बढ़ाती है. जैविक खेती को पुराने तरीके की खेती भी बोल सकते हैं. जिसे प्राचीन काल में किसान किया करते थे. जैविक खेती क्यों आवश्यक है जैविक खेती पूरी तरह से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के इस्तेमाल के बिना की जाती है. जिस कारण जैविक खेती के उत्पादों में किसी भी तरह के रासायनिक पदार्थों का गुण नहीं पाया जाता. इस कारण इसके उत्पाद मानव शरीर के लिए बहुत अच्छे होते हैं. और खाने में भी स्वादिष्ट होते हैं. वर्तमान में जैविक उत्पादों की मांग बढत...