जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या-क्या प्रबंध किए?

  1. जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या
  2. जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या क्या प्रबंध किए?
  3. NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 इस जल प्रलय में
  4. CBSE Free NCERT Solution of 9th hindi
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  6. NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1
  7. NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 1


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जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या

लेखक को जब अहसास हुआ कि बाढ़ का बढ़ता पानी उसके इलाके में भी घुस सकता है तो वह चिंतित हो उठा। उसने मोमबत्ती, दियासलाई, सिगरेट, पीने का पानी और कॉपोज की गोलियाँ आदि की व्यवस्था की। उसने राजेंद्र नगर चौराहे पर ‘मैगज़ीन कॉर्नर’ की सीढ़ियों पर बिछी पत्र-पत्रिकाओं में से कई हिंदी-बाँग्ला और अंग्रेजी की सिने पत्रिकाएँ खरीद लिया। उसका सोचना था कि इन पत्रिकाओं को पढ़ते हुए हफ्ते भर का समय आराम से बिताया जा सकता है।

जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या क्या प्रबंध किए?

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 इस जल प्रलय में पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास प्रश्न 1. बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे? उत्तर- बाढ़ की खबर सुनकर लोग अपनी सुरक्षा के प्रबंध और अत्यावश्यक सामानों को जुटाने में लग गए। उन्होंने आवश्यक ईंधन, आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, पीने का पानी और कंपोज की गोलियाँ इकट्ठी कर लीं ताकि बाढ़ से घिर जाने पर कुछ दिनों तक गुजारा चल सके। प्रश्न 2. बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाढ़ का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था? उत्तर- लेखक उस क्षेत्र का रहने वाला था जहाँ बाढ़ ग्रस्त लोग शरण लिया करते थे। वह बाढ़ पीड़ितों की मदद कई तरह से कर चुका था। उसने बाढ़ तो देखा था पर बाढ़ घिरने, बहने या भोगने का अनुभव नहीं किया था। वह का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए उत्सुक था। वह बाढ़ के प्रति जिज्ञासु था जिसे शांत करने के लिए वह बहुत बेचैन था। प्रश्न 3. सबकी जुबान पर एक ही जिज्ञासा-‘पानी कहाँ तक आ गया है?’-इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भावनाएँ व्यक्त होती हैं? उत्तर- ‘पानी कहाँ तक आ गया है-यह जिज्ञासा सबके मन में थी। सब अपनी जबान से यही शब्द कह रहे थे। इससे जनसमूह की उत्सुकता, सुरक्षा तथा कौतुहल की भावना प्रकट होती है। सब लोग नए अनुभव को अपनी आँखों से देखना चाहते हैं। वे जीवन-मृत्यु के खेल को देखने का मोह छोड़ नहीं पाते। इस खेल में गहरा आकर्षण होता है। प्रश्न 4. मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है और क्यों? उत्तर- बाढ़ को गेरुआ-झाग-फेन वाला पानी जो मोटी डोरी की शक्ल में निरंतर बढ़ता आ रहा था, जो लोगों के मन में भय उत्पन्न कर रहा था तथा सब कुछ धीरे-धीरे डुबोता हुआ आ रहा था, ऐसे पानी को ‘मृत्यु का तरल दूत’ कहा गया है। इसका कारण यह है कि ऐ...

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Q. सागर के यात्रियों को पानी के कारण बहुत परेशानी होती थी। बताओ– (क) उन्हें पानी के कारण क्या-क्या परेशानियाँ हुई? (ख) क्या तुम्हारे आसपास भी पानी की समस्या होती है, उसके बारे में बताओ। (ग) उस समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है?

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 इस जल प्रलय में

प्रश्न 1. बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे? उत्तर: लोग बाढ़ की खबर सुनकर चिंतित हो गए। बाढ़ के कारण उन्हें अनेक परेशानियाँ झेलनी पड़ती हैं। इन सभी आने वाली कठिनाइयों का ध्यान में रख कर लोग अपने घर ईंधन, आलू, दियासलाई, कंपोज की गोलियाँ, मोमबत्तियाँ, पीने का पानी, सिगरेट आदि का प्रबंध करने लगे। सबसे ज्यादा परेशान दुकान वाले थे। वे अपने सामान को जल्दी से जल्दी सुरक्षित स्थान पर पहुँचाना चाहते थे। लोग अपने सामान को रिक्शा, टमटम, टैम्पो और ट्रकों में लादकर अन्यत्र जाने की तैयारी कर रहे थे। प्रश्न 2. बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाढ़ का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था? उत्तर: लेखक ने बाढ़ को कई बार देखा था। उसने अनेक बार बाढ़-पीड़ितों की सहायता भी की थी। परंतु किसी नगर में, विशेषकर अपने नगर में पानी किस प्रकार घुसेगा-यह जानना बिल्कुल नया अनुभव था। इसलिए उसे घुसते हुए पानी को देखने की बड़ी उत्सुकता थी। उसने रिक्शावाले को यही शब्द कहे थे- “चलो, पानी कैसे घुस गया है, वही देखना है।” प्रश्न 3. सबकी जुबान पर एक ही जिज्ञासा-‘पानी कहाँ तक आ गया है?’-इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भावनाएँ व्यक्त होती हैं? उत्तर: सन् 1967 में पटना में लगातार अठारह घंटे तक वर्षा होती रही। इससे अपने इलाके में पानी घुस आने के भय से लोगों की जिज्ञासा बढ़ती जा रही थी कि पानी कहाँ तक आ गया है? हर व्यक्ति यह जानना चाहता था कि बाढ़ कहाँ तक आई है और उसकी कॉलोनी में पहुँचने में कितना समय लग सकता है। जिन इलाकों को वे सुरक्षित समझ रहे थे, वे सुरक्षित हैं भी या नहीं। इस प्रकार जनसमूह के कथन में उत्कट जिज्ञासा, कुतूहल तथा नया अनुभव प्राप्त करने की भावनाएँ व्यक्त हो रही हैं। प्रश्न 4. ‘मृत्यु का तरल दूत...

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Popular Questions of Class 9 Hindi - Kritika • Q:- अच्छा है, कुछ भी नहीं। कलम थी, वह भी चोरी चली गई। अच्छा है, कुछ भी नहीं- मेरे पास।’-मूवी कैमरा, टेप रिकॉर्डर आदि की तीव्र उत्कंठा होते हुए भी लेखक ने अंत में उपर्युक्त कथन क्यों कहा? • Q:- खरीद-बिक्री बंद हो चुकने पर भी पान की बिक्री अचानक क्यों बढ़ गई थी? • Q:- सच, अकेलेपन का मज़ा ही कुछ और है’-इस कथन के आधार पर लेखिका की बहन एवं लेखिका के व्यक्तित्व के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए। • Q:- ईह! जब दानापुर डूब रहा था तो पटनियाँ बाबू लोग उलटकर देखने भी नहीं गए…अब बूझो!’-इस कथन द्वारा लोगों की किस मानसिकता पर चोट की गई है? • Q:- ‘विस्थापन की समस्या’ पर एक अनुच्छेद लिखिए। • Q:- लेखक के हिंदी लेखन में कदम रखने का क्रमानुसार वर्णन कीजिए। • Q:- शिक्षा बच्चों का जन्मसिद्ध अधिकार है’-इस दिशा में लेखिका के प्रयासों का उल्लेख कीजिए। • Q:- लेखिका ने अपनी नानी को कभी देखा भी नहीं फिर भी उनके व्यक्तित्व से वे क्यों प्रभावित थीं • Q:- रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद बात-बात पर ”एक हमारा ज़माना था…” कहकर अपने समय की तुलना वर्तमान समय से करते हैं। इस प्रकार की तुलना करना कहाँ तक तर्कसंगत है? • Q:- लेखक ने अपने जीवन में जिन कठिनाइयों को झेला है, उनके बारे में लिखिए। Recently Viewed Questions of Class 9 Hindi - Kritika • Q:- सच, अकेलेपन का मज़ा ही कुछ और है’-इस कथन के आधार पर लेखिका की बहन एवं लेखिका के व्यक्तित्व के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए। • Q:- अपनी बेटी का रिश्ता तय करने के लिए रामस्वरूप उमा से जिस प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा कर रहे हैं, वह उचित क्यों नहीं है? • Q:- रीढ़ की हड्डी’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। • Q:- डराने-धमकान...

01: इस जल प्रलय में: फणीश्वरनाथ रेणु / Kritika

मे रागाँव ऐसे इलाके में है जहाँ हर साल पश्चिम, पूरब और दक्षिण की कोसी, पनार, महानंदा और गंगा की बाढ़ से पीिड़त प्राणियों के समूह आकर पनाह 1 लेते हैं, सावन-भादोे में ट्रेन की खिड़कियों से विशाल और सपाट परती 2 पर गाय, बैल, भैंस, बकरों के हज़ारोें झुंड-मुंड देखकर ही लोग बाढ़ की विभीिषका 3 का अंदाज़ा लगाते हैं परती क्षेत्र में जन्म लेने के कारण अपने गाँव के अधिकांश लोगों की तरह मैं भी तैरना नहीं जानता किंतु दस वर्ष की उम्र से पिछले साल तक-ब्वॉय स्काउट, स्वयंसेवक, राजनीतिक कार्यकर्ता अथवा रिलीफ़वर्कर की हैसियत से बाढ़-पीड़ित क्षेत्रों में काम करता रहा हूँ और लिखने की बात? हाईस्कूल में बाढ़ पर लेख लिखकर प्रथम पुरस्कार पाने से लेकर-धर्मयुग में ‘कथा-दशक’ के अंतर्गत बाढ़ की पुरानी कहानी को नए पाठ के साथ प्रस्तुत कर चुका हूँ जय गंगा (1947), डायन कोसी (1948), हड्डियों का पुल (1948) आदि छुटपुट रिपोर्ताज के अलावा मेरे कई उपन्यासों में बाढ़ की विनाश-लीलाओं के अनेक चित्र अंकित हुए हैं किंतु, गाँव में रहते हुए बाढ़ से घिरने, बहने, भंसने और भोगने का अनुभव कभी नहीं हुआ वह तो पटना शहर में सन् 1967 में ही हुआ, जब अट्ठारह घंटे की अविराम वृष्टि के कारण पुनपुन का पानी राजेंद्रनगर, कंकड़बाग तथा अन्य निचले हिस्सों में घुस आया था अर्थात बाढ़ को मैंने भोगा है, शहरी आदमी की हैसियत से इसीलिए इस बार जब बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा, पटना का पश्चिमी इलाका छातीभर पानी में डूब गया तो हम घर में ईंधन, आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, पीने का पानी और कांपोज़ की गोलियाँ जमाकर बैठ गए और प्रतीक्षा करने लगे सुबह सुना, राजभवन और मुख्यमंत्री-निवास प्लावित 1 हो गया है दोपहर में सूचना मिली, गोलघर जल से घिर गया है! (यों, सूचना बाँग्ल...

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1 इस जल प्रलय में are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for इस जल प्रलय में are extremely popular among Class 9 students for Hindi इस जल प्रलय में Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 9 Hindi Chapter 1 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 9 Hindi are prepared by experts and are 100% accurate. Answer: 30 अगस्त, 2007 में लाइव इंडिया चैनल ने सर्वोदय विद्यालय की एक अध्यापिका उमा खुराना पर स्टिंग आपरेशन करके पूरे भारत में सनसनी फैला दी थी। चैनल की माने तो, उन पर अपने ही विद्यालय की छात्राओं से वेश्वावृति करवाने का आरोप लगाया गया था। अन्य चैनलों ने भी बिना सच्चाई जाने इस घटना को और बढ़-चढ़कर दिखाया। इसका परिणाम यह हुआ कि दरियागंज इलाके में हिंसा भड़क उठी तथा पूरे दिल्ली शहर में अशांति छा गई। विद्यालय पर तथा उमा खुराना के घर के बाहर पथराव होने लगे। लोग सड़कों पर उतर आए और सरकार और विद्यालय के विरूद्ध जमकर नारे लगाने लगे। इसका परिणाम यह हुआ कि उमा खुराना को तुरंत निलबिंत कर दिया गया। पुलिस ने भी उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लोगों ने सामूहिक रूप से उमा खुराना के साथ मारपीट की तथा उनके साथ दुर्व्यव्हार किया। बाद में जब इस विषय पर पुलिस द्वारा हस्तेक्षप किया गया , तो पाया गया कि अध्यापिका पर हुआ स्टिंग आपरेशन फर्ज़ी था। चैनल ने स्टिंग आपरेशन करने वाले प्रकाश सिंह पर यह आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लिया कि रिपोर...

NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 1

बाढ़ की खबर से सारे शहर में आतंक मचा हुआ था। लोग अपने सामान को नीचली मंजिल से ऊपरी मंजिल में ले जा रहे थे। सारे दुकानदार अपना सामान रिक्शा, टमटम, ट्रक और टेम्पो पर लादकर उसे सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे थें। खरीद-बिक्री बंद हो चुकी थी। लोग घरों में खाने का सामान, दियासलाई, मोमबत्ती, दवाईयाँ, किरोसीन आदि का प्रबन्ध करने में लगे हुए थे। 2. बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाढ़ का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था ? उत्तर लेखक ने पहले बाढ़ के बारे में सुना जरूर था पर कभी देखा नही था। उसने अपनी कई रचनाओ में बाढ़ की विनाशलीला का उल्लेख किया था। वह स्वयं अपनी आँखों से बाढ़ के पानी को शहरमें घुसते और उसकी विनाशलीला के बारे में जानने को उत्सुक था। 3. सबकी जुबान पर एक ही जिज्ञासा - "पानी कहाँ तक आ गया है?" इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भवनाएं व्यक्त होती हैं? उत्तर इस कथन से जनसमूह में जिज्ञासा के भाव उठते हुए जान पड़ते हैं। लोग बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पैदल उस जगह जा रहे थे। सब के मन में व आँखों में एक ही प्रश्न जिज्ञासा का रुप ले चुका था - पानी कहाँ तक पहुँच गया होगा? उनके मन में यही प्रश्न उठ रहे थे कि पानी कौन -कौन से हिस्से को निगल गया होगा? उन्हें अभी बाढ़ के पानी का भय नहीं सता रहा था। वे बस बाढ के पानी की गति के विषय में जिज्ञासु थे। 4.'मृत्यु का तरल दूत' किसे कहा गया है और क्यों? उत्तर बाढ़ के लगातार बढ़ते जल को 'मृत्यु का तरल दूत' कहा गया है। बाढ़ के इस आगे बढ़ते हुए जल ने न जाने कितने प्राणियों को उजाड़ दिया था, बहा दिया था और बेघर करके मौत की नींद सुला दिया था। इस तरल जल के कारण लोगों को मरना पड़ा, इसलिए इसे मृत्यु का तरल दूत कहना बिल्कुल सही है। 5. ...