जड़त्व का नियम क्या है

  1. जड़त्व का नियम क्या है उदाहरण सहित समझाइए?
  2. जड़त्व का नियम क्या है? » Jadatva Ka Niyam Kya Hai
  3. जड़ता के क्षण का भौतिक महत्व क्या है? – ElegantAnswer.com
  4. जड़त्व का नियम क्या है ?`?
  5. जड़त्व तथा द्रव्यमान में क्या संबंध है


Download: जड़त्व का नियम क्या है
Size: 50.40 MB

जड़त्व का नियम क्या है उदाहरण सहित समझाइए?

विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • जड़त्व किसी पिंड का वह गुण जिसके कारण पिण्ड विराम की अवस्था में अथवा एकसमान वेग से गति की अवस्था में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करता है इसे ही जड़त्व (law of inertia in Hindi) कहते हैं। हमारे दैनिक जीवन में अनेकों घटनाएं घटित होती हैं। उनमें जड़त्व को आसानी से देखा जा सकता है। किसी वस्तु का भार जितना अधिक होगा वह वस्तु अपने में परिवर्तन का उतना ही अधिक विरोध करती है अतः जड़त्व की परिभाषा स्पष्ट होता है कि उस वस्तु का जड़त्व भी अधिकतम होगा। जड़त्व का नियम इस नियम के अनुसार यदि कोई वस्तु विरामावस्था में है तो वह विरामावस्था में ही रहेगी। अथवा कोई वस्तु एकसमान वेग से एक सीधी सरल रेखा में गतिशील है तो वह गति करती ही रहेगी। जब तक उस वस्तु पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए। इसे जड़त्व का नियम कहते हैं। Note जड़त्व के नियम को न्यूटन का गति का प्रथम नियम भी कहा जाता है। जड़त्व के प्रकार जड़त्व को तीन भागों में बांटा गया है। अर्थात् किसी वस्तु में जड़त्व को तीन प्रकार से देखा जा सकता है। (1) विराम का जड़त्व (2) गति का जड़त्व (3) दिशा का जड़त्व 1. विराम का जड़त्व जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि किसी वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह वस्तु अपनी विराम की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है। विराम का जड़त्व कहते हैं। उदाहरण द्वारा विराम के जड़त्व को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। उदाहरण (i) जब किसी बस के अचानक चलने पर उसमें खड़े यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं। इसका कारण यह है कि यात्री विराम की अवस्था में होता है एवं बस के चलने पर उसका शरीर बस की गति का विरोध करता है। अतः विराम के जड़त्व के कारण यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं। (ii) पेड़ को अचानक हिलाने ...

जड़त्व का नियम क्या है? » Jadatva Ka Niyam Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। यदि कोई व्यक्ति या वस्तु का इतिहास था मैं तो करती है उसका में रहेगी तथा विराम अवस्था में के विराम अवस्था में रहेगी जब तक उस वस्तु पर कोई बाहर न लगाया जाए इसे जड़त्व नियम भी कहते हैं

जड़ता के क्षण का भौतिक महत्व क्या है? – ElegantAnswer.com

जड़ता के क्षण का भौतिक महत्व क्या है? इसे सुनेंरोकेंजड़त्व आघूर्ण का भौतिक महत्व क्योंकि किसी पिंड का द्रव्यमान ही उसके जड़त्व की माप है। अन्य अंतर किसी पिंड का जड़त्व केवल उसके द्रव्यमान पर निर्भर करता है जबकि पिंड का जड़त्व आघूर्ण पिंड के द्रव्यमान एवं घूर्णन अक्ष के चारों ओर द्रव्यमान के वितरण पर भी निर्भर करता है। यही जड़त्व आघूर्ण भौतिक महत्व है। मोमेंट ऑफ इंडिया क्या है? इसे सुनेंरोकेंकिसी पिण्ड की घूर्णन की दर के परिवर्तन के प्रति प्रतिरोध की माप उस पिण्ड का जड़त्वाघूर्ण (Moment of inertia) कहलाता है। इसे सुनेंरोकेंबल आघूर्ण किसी वस्तु पर बल लगाने की मात्रा का माप है जो उसे घुमाने का कारण बना सकती है। कोणीय त्वरण का उत्पादन करने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण उस वस्तु के द्रव्यमान के वितरण पर निर्भर करता है जिसे जड़त्त्वाघूर्ण द्वारा वर्णित किया जाता है। इसलिए बल आघूर्ण ( ) कोणीय त्वरण (a) और जड़त्त्वाघूर्ण (I) का गुणनफल है। घूर्णन गतिज ऊर्जा क्या है? इसे सुनेंरोकें(rotational kinetic energy and work done in hindi) घूर्णन गतिज ऊर्जा व घूर्णन में किया गया कार्य : किसी भी पिण्ड में विद्यमान गतिज ऊर्जा पिण्ड में गति के कारण होती है और पिंड की इस गति में घूर्णन गति भी शामिल है , अर्थात घूर्णन गति कर रहे पिण्ड में इसकी घूर्णन गति के कारण इसमें गतिज ऊर्जा होती है और पिंड की इस उर्जा को … जड़त्व का नियम क्या है इसे किस वैज्ञानिक ने प्रतिपादित किया? इसे सुनेंरोकेंन्यूटन का प्रथम नियम पदार्थ के एक प्राकृतिक गुण जड़त्व को परिभाषित करता है जो गति में बदलाव का विरोध करता है। इसलिए प्रथम नियम को जड़त्व का नियम भी कहते है। गति का जड़त्व क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंकिसी वस्तु का वह गुण ज...

जड़त्व का नियम क्या है ?`?

किसी वस्तु का वह गुण जो उसकी गति की अवस्था में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करता है, जड़त्व कहलाता है। 'गति की अवस्था में परिवर्तन' का मतलब है - उसकी चाल में परिवर्तन, उति की दिशा में परिवर्तन, या चाल और दिशा दोनों में परिवर्तन। दूसरे शब्दों में, जड़त्व ही वह गुण है जिसके कारण वस्तु बिना दिशा बदले, एक सरल रेखा में, समान वेग से चलती रहती है। जड़त्व का माप द्रव्यमान होता हैं। अगर किसी वस्तु का द्रव्यमान अधिक है तो उस वस्तु की गति का प्रतिरोध भी अधिक होगा। न्यूटन के गति के नियम (Newton’s Laws of Motion) • गति के नियमों को सबसे पहले सर आइजक न्यूटन ने सन् 1687 ई० में अपनी पुस्तक प्रिंसीपिया (Principia) में प्रतिपादित किया। इसीलिए इस वैज्ञानिक के सम्मान में इन नियमों को न्यूटन के गति नियम कहते हैं। Read Also — मापन और मात्रक ( Measurement and Units ) 1 . न्यूटन के गति का प्रथम नियम ( जड़त्व का नियम ) 2 . न्यूटन के गति का द्वितीय नियम ( संवेग का नियम ) न्यूटन के गति के नियम तीन प्रकार के है। जो निम्न है — 1 . न्यूटन के गति का प्रथम नियम ( जड़त्व का नियम ) 2 . न्यूटन के गति का द्वितीय नियम ( संवेग का नियम ) 3 . न्यूटन के गति का तीसरा नियम ( क्रिया – प्रतिक्रिया का नियम ) 3 . न्यूटन के गति का तीसरा नियम ( क्रिया – प्रतिक्रिया का नियम ) • इस नियम के अनुसार “प्रत्येक क्रिया के बराबर, परन्तु विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है।” अर्थात् दो वस्तुओं की पारस्परिक क्रिया में एक वस्तु जितना बल दूसरी वस्तु पर लगाती है, दूसरी वस्तु भी विपरीत दिशा में उतना ही बल पहली वस्तु पर लगाती है। इसमें से किसी एक बल को क्रिया व दूसरे बल को प्रतिक्रिया कहते हैं। इसीलिए इस नियम को क्रिया-प्रतिक्रिया ...

जड़त्व तथा द्रव्यमान में क्या संबंध है

Table of Contents Show • • • • • • • • • • • • • • • • जड़त्व किसी पिंड का वह गुण जिसके कारण पिण्ड विराम की अवस्था में अथवा एकसमान वेग से गति की अवस्था में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करता है इसे ही जड़त्व (law of inertia in Hindi) कहते हैं। हमारे दैनिक जीवन में अनेकों घटनाएं घटित होती हैं। उनमें जड़त्व को आसानी से देखा जा सकता है। किसी वस्तु का भार जितना अधिक होगा वह वस्तु अपने में परिवर्तन का उतना ही अधिक विरोध करती है अतः जड़त्व की परिभाषा स्पष्ट होता है कि उस वस्तु का जड़त्व भी अधिकतम होगा। जड़त्व का नियम इस नियम के अनुसार यदि कोई वस्तु विरामावस्था में है तो वह विरामावस्था में ही रहेगी। अथवा कोई वस्तु एकसमान वेग से एक सीधी सरल रेखा में गतिशील है तो वह गति करती ही रहेगी। जब तक उस वस्तु पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए। इसे जड़त्व का नियम कहते हैं। Note जड़त्व के नियम को न्यूटन का गति का प्रथम नियम भी कहा जाता है। जड़त्व के प्रकार जड़त्व को तीन भागों में बांटा गया है। अर्थात् किसी वस्तु में जड़त्व को तीन प्रकार से देखा जा सकता है। (1) विराम का जड़त्व (2) गति का जड़त्व (3) दिशा का जड़त्व 1. विराम का जड़त्व जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि किसी वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह वस्तु अपनी विराम की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है। विराम का जड़त्व कहते हैं। उदाहरण द्वारा विराम के जड़त्व को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। उदाहरण (i) जब किसी बस के अचानक चलने पर उसमें खड़े यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं। इसका कारण यह है कि यात्री विराम की अवस्था में होता है एवं बस के चलने पर उसका शरीर बस की गति का विरोध करता है। अतः विराम के जड़त्व के कारण यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं। (ii) पेड़...