जेपी एसोसिएट्स शेयर प्राइस

  1. जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) में फँसे हैं, और खरीद लें क्या?
  2. Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan
  3. जेपी समूह के लिए बुरी खबर, दिवालिया होने के कगार पर पहुंची कंपनी, नहीं चुकाया 4059 करोड़ का लोन – STOCK NEWS
  4. JP Power Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030
  5. Dalmia Bharat का बड़ा एलान, 5666 करोड़ रुपये में खरीदेगी जेपी ग्रुप का सीमेंट कारोबार
  6. जेपी समूह के लिए बुरी खबर, दिवालिया होने के कगार पर पहुंची कंपनी, नहीं चुकाया 4059 करोड़ का लोन – STOCK NEWS
  7. जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) में फँसे हैं, और खरीद लें क्या?
  8. Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan
  9. Dalmia Bharat का बड़ा एलान, 5666 करोड़ रुपये में खरीदेगी जेपी ग्रुप का सीमेंट कारोबार
  10. Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan


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जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) में फँसे हैं, और खरीद लें क्या?

मोहम्मद सोयेब, अहमदाबाद : मैंने जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) के 1,000 शेयर सितंबर 2018 में 11.10 रुपये के औसत भाव पर खरीदे थे। क्या मुझे इसमें और खरीदारी करनी चाहिए, जिससे मेरी औसत लागत कम हो जाये, या इसे छोड़ दें? ताजा स्थिति : शुक्रवार 22 नवंबर 2019 का बंद भाव 2.12 रुपये (0.93% नीचे) संजीव भसीन, ईवीपी, आईआईएफएल सिक्योरिटीज : सबको पता है कि अभी जयप्रकाश एसोसिएट्स में किस तरह की समस्याएँ चल रही हैं। मेरा यह सुझाव होगा कि इस शेयर में कोई तेजी आने पर आप इससे बाहर निकल जायें। लेकिन यदि आपको पैसा निकालने की हड़बड़ी नहीं हो तो इसमें बैठे रहें। देर-सबेर एनबीसीसी को जेपी इन्फ्रा की परियोजनाओं के लिए बिल्डर नियुक्त कर दिया जायेगा। उनको काफी रियायतें दी गयी हैं, तमाम शुल्क माफ कर दिये गये हैं, और ब्याज सबवेंशन की भी माफी मिल जायेगी। इसके बाद सम ऑफ द पार्ट्स में बैंकों को काफी पैसा वापस मिल जायेगा। इसलिए जब भी इसका समाधान होगा, तो जेपी एसोसिएट्स की बाजार पूँजी (मार्केट कैप) केवल 500 करोड़ रुपये की नहीं होनी चाहिए। मुझे लगता है कि तब इसका भाव 6-8 रुपये पर जा सकता है। इसलिए अगर आप इस निवेश को 1 साल के लिए रखे रह कर बैठ सकते हैं, तो इसमें बने रहें। अगर नहीं रुक सकते, तो इसमें से निकल कर आप वह पैसा फेडरल बैंक में लगा दें, तो आपका पैसा धीरे-धीरे वापस आ जायेगा। लेकिन अभी मैं जेपी एसोसिएट्स में आपको नयी खरीदारी करने की सलाह नहीं दूँगा, क्योंकि एक गिरते हुए शेयर में औसत लागत घटाने के लिए नीचे खरीदने की रणनीति कभी नहीं अपनानी चाहिए। यह आपका सिद्धांत होना चाहिए। अस्वीकरण (Disclaimer): शेयरों में हमारे सौदे होते रहते हैं। अभी फेडरल बैंक में हमारा निवेश है और हम इसके बारे में लोगों को...

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है • • • • • • रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अपने विभिन्न बिजनेसों में वित्त वर्ष 2022 से 2024 के दौरान अपने करीब 3.6 लाख करोड़ रुपये (करीब 45 अरब डॉलर) के निवेश और कैपिटल एक्सपेंडिटर की योजना पर काम कर रही है। विदेशी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म जेपी मॉर्गन (JP Morgan) का कहना है कि रिलायंस के इस कैपिटल एक्सपेंडिचर का लाभ वित्त वर्ष 2025 के वित्तीय नतीजों से दिखना शुरू होगा। जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है। सिंगापुर बेंचमार्क रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट आई है और स्पॉट GRM इस समय 2.2 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि चौथी तिमाही के दौरान यह औसतन 7.6 डॉलर प्रति बैरल था। हालांकि पारेख के मुताबिक, मांग को लेकर संकेत लचीला बना हुआ है और मोबिलिटी फ्यूल की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो GRM को ऊपर आने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, 'हम RIL पर ओवरवेट बने हुए हैं और शेयर प्राइस को आकर्षक रिस्क-रिवॉर्ड ऑफर करते हुए देख रहे हैं।"

जेपी समूह के लिए बुरी खबर, दिवालिया होने के कगार पर पहुंची कंपनी, नहीं चुकाया 4059 करोड़ का लोन – STOCK NEWS

Bank Loan Defaulters JP Associates: जयप्रकाश समूह यानि जेपी ग्रुप (JP Group) से बुरी खबर सामने आ रही है. जेपी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd) को बैंक लोन डिफॉलटर घोषित कर दिया है. बताया जा रहा है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,059 करोड़ रुपया का लोन नहीं चुकाया है. जिसके चलते उसे कई बैंकों ने डिफॉल्ट घोषित किया है. इसमें प्रिंसिपल और ब्याज की दोनों ही राशि शामिल हैं. जानिए जेपी एसोसिएट्स ने क्या कहा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने अपनी एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी है कि कंपनी ने 31 दिसंबर को 1,713 करोड़ रुपये की प्रिंसिपल राशि और 2,346 करोड़ रुपये के ब्याज की रिपेमेंट पर डिफॉल्ट किया गया था. जबकि लोन अलग-अलग बैंकों से संबंधित हैं. क्या है पूरा मामला इस मामले को शुरुआत से समझने की कोशिश करें. सितंबर 2018 में, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के खिलाफ इंसोल्वेंसी याचिका दायर की. लेकिन मामला अभी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की इलाहाबाद बेंच के पास लंबित है. देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI Bank) ने इस साल सितंबर 2022 में जेएएल के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया था. इसमें 15 सितंबर 2022 की तारीख के अनुसार, कुल 6,893.15 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का दावा किया था. डालमिया को बेचे सीमेंट एसेट्स जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उसकी ग्रुप कंपनियों ने पिछले साल 2022 के दिसंबर महीने में उसके बाकी सीमेंट एसेट्स को डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Limited) को बेचने का ऐलान किया था. इसे 5,666 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज वैल्यू पर बेचा. बकाया घटाने के लिए कंपनी इस स...

JP Power Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030

According to Long term forecast, JP Power Share Price Target 2023 will be minimum 9 Rs and maximum 11 Rs, 2025 target will be lower 18 Rs and higher 20 Rs and 2030 Price target will be approx 60 Rs. आज हम बात करेंगे JP Power Share Price Target 2023, 2024, 2025 और 2030 के बारे में। • क्या JP Power भविष्य में मल्टीबैगर शेयर बन सकता है? • क्या JP Power शेयर के निवेशकों को Future में शानदार रिटर्न मिल सकते हैं? • क्या अभी JP Power के Stock में पैसा निवेश करना सही होगा? • और JP Power Share price भविष्य में (2023, 2025 या 2030 तक) कितना बढ़ सकता है? • अतः JP Power के Future Share Price Target कितने हो सकते हैं? इस लेख ( JP Power share price target 2023) में आप 2025 से लेकर 2030 तक JP power price target की पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे। यह लेख आपको जेपी पावर शेयर में पैसा निवेश करना है या नहीं, यह निर्णय लेने में बहुत मदद करेगा। इस पोस्ट में आप जानेंगे- • • • • • • • • • • • • • • • JP Power Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2026, 2027, 2030 in Hindi JP Power Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030 in Hindi JP Power share price target 2023 2023 के अंत तक शेयर प्राइस 11 रुपये तक जाएगा। JP Power share price target 2024 2024 में अधिकतम टारगेट 15 रुपये तक जाने का है। JP Power share price target 2025 2025 में TataPower शेयर का प्राइस 25 रुपये टारगेट तक जा सकता है। JP Power share price target 2030 2030 में Tata Power share की कीमत 60 रुपये तक पहुंच जाएगी। JP Power share price target in hindi: यह सभी टारगेट शार्ट में बताए गए हैं, ज्यादा प्रॉफिट के लिए पूरी जानकारी नीचेे पढ़ें. JP ...

Dalmia Bharat का बड़ा एलान, 5666 करोड़ रुपये में खरीदेगी जेपी ग्रुप का सीमेंट कारोबार

Dalmia Bharat to Acquire Cement Assets of Jaypee Group : डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Ltd) ने सोमवार को जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd) और सहयोगी कंपनियों के सीमेंट कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की. यह अधिग्रहण 5666 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू यानी उद्योग मूल्य पर किया जाएगा. डालमिया भारत ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी पूर्ण सब्सिडियरी कंपनी डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड (Dalmia Cement Bharat Limited-DCBL) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उसकी संबद्ध कंपनियों से क्लिंकर (clinker), सीमेंट (cement) और पॉवर प्लांट (power plants) के अधिग्रहण को लेकर पक्का समझौता किया है. डालमिया भारत की डील में ये है शामिल डील में सालाना 94 लाख टन कैपेसिटी की सीमेंट, 67 लाख टन कैपेसिटी की क्लिंकर और 280 मेगावॉट का थर्मल पॉवर प्लांट शामिल है. यह डील 5,666 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर किया गया है. डालमिया भारत लिमिटेड ने बताया कि ये संपत्तियां मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में स्थित हैं. इस अधिग्रहण से डालमिया को देश के मध्य क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी. यह कंपनी के वित्त वर्ष 2026-27 तक 7.5 करोड़ टन और 2030-31 तक 11 से 13 करोड़ टन क्षमता की सीमेंट कंपनी बनने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. सूत्रों के मुताबिक सौदा जांच-पड़ताल, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के कर्जदाताओं यानी संयुक्त उद्यम भागीदार और रेगुलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी पर निर्भर है. जेपी एसोसिएट्स की सालाना क्षमता है 60 लाख टन बता दें कि जय प्रकाश एसोसिएट्स की कुल क्षमता वर्तमान में करीब 60 लाख टन सालाना है जबकि जयप्...

जेपी समूह के लिए बुरी खबर, दिवालिया होने के कगार पर पहुंची कंपनी, नहीं चुकाया 4059 करोड़ का लोन – STOCK NEWS

Bank Loan Defaulters JP Associates: जयप्रकाश समूह यानि जेपी ग्रुप (JP Group) से बुरी खबर सामने आ रही है. जेपी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd) को बैंक लोन डिफॉलटर घोषित कर दिया है. बताया जा रहा है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,059 करोड़ रुपया का लोन नहीं चुकाया है. जिसके चलते उसे कई बैंकों ने डिफॉल्ट घोषित किया है. इसमें प्रिंसिपल और ब्याज की दोनों ही राशि शामिल हैं. जानिए जेपी एसोसिएट्स ने क्या कहा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने अपनी एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी है कि कंपनी ने 31 दिसंबर को 1,713 करोड़ रुपये की प्रिंसिपल राशि और 2,346 करोड़ रुपये के ब्याज की रिपेमेंट पर डिफॉल्ट किया गया था. जबकि लोन अलग-अलग बैंकों से संबंधित हैं. क्या है पूरा मामला इस मामले को शुरुआत से समझने की कोशिश करें. सितंबर 2018 में, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के खिलाफ इंसोल्वेंसी याचिका दायर की. लेकिन मामला अभी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की इलाहाबाद बेंच के पास लंबित है. देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI Bank) ने इस साल सितंबर 2022 में जेएएल के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया था. इसमें 15 सितंबर 2022 की तारीख के अनुसार, कुल 6,893.15 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का दावा किया था. डालमिया को बेचे सीमेंट एसेट्स जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उसकी ग्रुप कंपनियों ने पिछले साल 2022 के दिसंबर महीने में उसके बाकी सीमेंट एसेट्स को डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Limited) को बेचने का ऐलान किया था. इसे 5,666 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज वैल्यू पर बेचा. बकाया घटाने के लिए कंपनी इस स...

जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) में फँसे हैं, और खरीद लें क्या?

मोहम्मद सोयेब, अहमदाबाद : मैंने जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) के 1,000 शेयर सितंबर 2018 में 11.10 रुपये के औसत भाव पर खरीदे थे। क्या मुझे इसमें और खरीदारी करनी चाहिए, जिससे मेरी औसत लागत कम हो जाये, या इसे छोड़ दें? ताजा स्थिति : शुक्रवार 22 नवंबर 2019 का बंद भाव 2.12 रुपये (0.93% नीचे) संजीव भसीन, ईवीपी, आईआईएफएल सिक्योरिटीज : सबको पता है कि अभी जयप्रकाश एसोसिएट्स में किस तरह की समस्याएँ चल रही हैं। मेरा यह सुझाव होगा कि इस शेयर में कोई तेजी आने पर आप इससे बाहर निकल जायें। लेकिन यदि आपको पैसा निकालने की हड़बड़ी नहीं हो तो इसमें बैठे रहें। देर-सबेर एनबीसीसी को जेपी इन्फ्रा की परियोजनाओं के लिए बिल्डर नियुक्त कर दिया जायेगा। उनको काफी रियायतें दी गयी हैं, तमाम शुल्क माफ कर दिये गये हैं, और ब्याज सबवेंशन की भी माफी मिल जायेगी। इसके बाद सम ऑफ द पार्ट्स में बैंकों को काफी पैसा वापस मिल जायेगा। इसलिए जब भी इसका समाधान होगा, तो जेपी एसोसिएट्स की बाजार पूँजी (मार्केट कैप) केवल 500 करोड़ रुपये की नहीं होनी चाहिए। मुझे लगता है कि तब इसका भाव 6-8 रुपये पर जा सकता है। इसलिए अगर आप इस निवेश को 1 साल के लिए रखे रह कर बैठ सकते हैं, तो इसमें बने रहें। अगर नहीं रुक सकते, तो इसमें से निकल कर आप वह पैसा फेडरल बैंक में लगा दें, तो आपका पैसा धीरे-धीरे वापस आ जायेगा। लेकिन अभी मैं जेपी एसोसिएट्स में आपको नयी खरीदारी करने की सलाह नहीं दूँगा, क्योंकि एक गिरते हुए शेयर में औसत लागत घटाने के लिए नीचे खरीदने की रणनीति कभी नहीं अपनानी चाहिए। यह आपका सिद्धांत होना चाहिए। अस्वीकरण (Disclaimer): शेयरों में हमारे सौदे होते रहते हैं। अभी फेडरल बैंक में हमारा निवेश है और हम इसके बारे में लोगों को...

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है • • • • • • रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अपने विभिन्न बिजनेसों में वित्त वर्ष 2022 से 2024 के दौरान अपने करीब 3.6 लाख करोड़ रुपये (करीब 45 अरब डॉलर) के निवेश और कैपिटल एक्सपेंडिटर की योजना पर काम कर रही है। विदेशी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म जेपी मॉर्गन (JP Morgan) का कहना है कि रिलायंस के इस कैपिटल एक्सपेंडिचर का लाभ वित्त वर्ष 2025 के वित्तीय नतीजों से दिखना शुरू होगा। जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है। सिंगापुर बेंचमार्क रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट आई है और स्पॉट GRM इस समय 2.2 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि चौथी तिमाही के दौरान यह औसतन 7.6 डॉलर प्रति बैरल था। हालांकि पारेख के मुताबिक, मांग को लेकर संकेत लचीला बना हुआ है और मोबिलिटी फ्यूल की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो GRM को ऊपर आने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, 'हम RIL पर ओवरवेट बने हुए हैं और शेयर प्राइस को आकर्षक रिस्क-रिवॉर्ड ऑफर करते हुए देख रहे हैं।"

Dalmia Bharat का बड़ा एलान, 5666 करोड़ रुपये में खरीदेगी जेपी ग्रुप का सीमेंट कारोबार

Dalmia Bharat to Acquire Cement Assets of Jaypee Group : डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Ltd) ने सोमवार को जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd) और सहयोगी कंपनियों के सीमेंट कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की. यह अधिग्रहण 5666 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू यानी उद्योग मूल्य पर किया जाएगा. डालमिया भारत ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी पूर्ण सब्सिडियरी कंपनी डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड (Dalmia Cement Bharat Limited-DCBL) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उसकी संबद्ध कंपनियों से क्लिंकर (clinker), सीमेंट (cement) और पॉवर प्लांट (power plants) के अधिग्रहण को लेकर पक्का समझौता किया है. डालमिया भारत की डील में ये है शामिल डील में सालाना 94 लाख टन कैपेसिटी की सीमेंट, 67 लाख टन कैपेसिटी की क्लिंकर और 280 मेगावॉट का थर्मल पॉवर प्लांट शामिल है. यह डील 5,666 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर किया गया है. डालमिया भारत लिमिटेड ने बताया कि ये संपत्तियां मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में स्थित हैं. इस अधिग्रहण से डालमिया को देश के मध्य क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी. यह कंपनी के वित्त वर्ष 2026-27 तक 7.5 करोड़ टन और 2030-31 तक 11 से 13 करोड़ टन क्षमता की सीमेंट कंपनी बनने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. सूत्रों के मुताबिक सौदा जांच-पड़ताल, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के कर्जदाताओं यानी संयुक्त उद्यम भागीदार और रेगुलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी पर निर्भर है. जेपी एसोसिएट्स की सालाना क्षमता है 60 लाख टन बता दें कि जय प्रकाश एसोसिएट्स की कुल क्षमता वर्तमान में करीब 60 लाख टन सालाना है जबकि जयप्...

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan

Reliance Industries के कैपिटल एक्सपेंडिचर का वित्त वर्ष 2025 से दिखेगा लाभ, शेयर प्राइस आकर्षक: JPMorgan जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है • • • • • • रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अपने विभिन्न बिजनेसों में वित्त वर्ष 2022 से 2024 के दौरान अपने करीब 3.6 लाख करोड़ रुपये (करीब 45 अरब डॉलर) के निवेश और कैपिटल एक्सपेंडिटर की योजना पर काम कर रही है। विदेशी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म जेपी मॉर्गन (JP Morgan) का कहना है कि रिलायंस के इस कैपिटल एक्सपेंडिचर का लाभ वित्त वर्ष 2025 के वित्तीय नतीजों से दिखना शुरू होगा। जेपी मॉर्गन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और अभी इसे रिस्क-रिवॉर्ड के लिए लिहाज से एक आकर्षक दांव के रूप में देख रही है। इसने RIL के लिए 2,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसमें मौजूदा स्तर से करीब 19 फीसदी की उछाल की संभावना जताता है। सिंगापुर बेंचमार्क रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट आई है और स्पॉट GRM इस समय 2.2 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि चौथी तिमाही के दौरान यह औसतन 7.6 डॉलर प्रति बैरल था। हालांकि पारेख के मुताबिक, मांग को लेकर संकेत लचीला बना हुआ है और मोबिलिटी फ्यूल की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो GRM को ऊपर आने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, 'हम RIL पर ओवरवेट बने हुए हैं और शेयर प्राइस को आकर्षक रिस्क-रिवॉर्ड ऑफर करते हुए देख रहे हैं।"