जेठ का दशहरा कब है 2023

  1. Dussehra 2023: When is Dussehra in 2023 Know the auspicious time worship method and importance of Ravana Dahan
  2. Masik Kalashtami 2023: मासिक कालाष्टमी के दिन करें काल भैरव का पूजन
  3. (ज्येष्ठ) जेठ कब से शुरू है
  4. Dussehra 2023 (दशहरा 2023) : जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और महत्व
  5. गंगा दशहरा कब है 2023: गंगा दशहरा का महत्व, इतिहास और पौराणिक कथा
  6. Jyeshta Month 2023: कब से शुरू होगा जेठ का महीना, जानें इसका धार्मिक महत्व और सभी जरूरी नियम
  7. निर्जला एकादशी 2023 में कब है


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Dussehra 2023: When is Dussehra in 2023 Know the auspicious time worship method and importance of Ravana Dahan

Dussehra 2023 Date: हिंदू धर्म में दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। शारदीय नवरात्रि और दुर्गा पूजा के अंतिम दिन को दशहरा के रूप में मनाया जाता है। दशहरा को विजयदशमी भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, दशहरा को हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर महीने में आता है। राहु-केतु गोचर से इन राशि वालों का बदलेगा भाग्य, करियर व आर्थिक मामलों में होगा बड़ा लाभ दशहरा 2023 तिथि व शुभ मुहूर्त- इस साल दशहरा 24 अक्टूबर 2023 को मनाया जाएगा। विजयदशमी का विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 51 मिनट तक है। पूजन की अवधि 46 मिनट है। विजयदशमी 2023 पूजन मुहूर्त- अपराह्न मुहूर्त का समय दोपहर 01 बजकर 20 मिनट से 03 बजकर 37 मिनट तक है। श्रवण नक्षत्र प्रारंभ 22 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा जो कि 23 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। विजयदशमी तिथि कब से कब तक- दशमी तिथि 23 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होगी जो कि 24 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। होली के 4 दिन बाद ये बड़ा ग्रह करेगा मिथुन राशि में प्रवेश, इन 3 राशियों में होगी जबरदस्त हलचल दशहरा की पूजा विधि- 1. दशहरा की पूजा हमेशा अभिजीत, विजयी और अपराह्न काल में की जाती है। 2. अपने घर के ईशान कोण में दशहरा पूजन करें। 3. पूजा स्थल को गंगा जल से पवित्र करें। 3. कमल की पंखुड़ियों से अष्टदल बनाएं इसके बाद देवी अपराजिता से सुख-समृद्धि की कामना करें। 4. अब भगवान राम और हनुमान जी की पूजा करें। 5. अंत में माता की आरती करें और भोग का प्रसाद वितरित करें।

Masik Kalashtami 2023: मासिक कालाष्टमी के दिन करें काल भैरव का पूजन

• • Faith Hindi • Masik Kalashtami 2023: मासिक कालाष्टमी के दिन करें काल भैरव का पूजन, हर दोष से मिलेगी मुक्ति, जानें शुभ मुहूर्त Masik Kalashtami 2023: मासिक कालाष्टमी के दिन करें काल भैरव का पूजन, हर दोष से मिलेगी मुक्ति, जानें शुभ मुहूर्त Masik Kalashtami 2023: काल भैरव भगवान शिव का ही स्वरूप हैं और धर्म शास्त्रों के अनुसार काल भैरव का पूजन करने से व्यक्ति को जीवन में आ रही हर प्रकार की समस्या से मुक्ति मिलती है. Masik Kalashtami 2023: हिंदू धर्म में प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मासिक जन्माष्टमी के साथ ही मासिक कालाष्टमी का भी व्रत रखा जाता है. मासिक कालाष्टमी के दिन काल भैरव का पूजन किया जाता है और काल भैरव को भगवान शिव का रौद्र अवतार कहा जाता है. पंचांग के अनुसार आज यानि 10 जून को मासिक कालाष्टमी का पर्व है और इस दिन विधि-विधान के साथ काल भैरव का पूजन किया जाता है. आइए जानते हैं कालाष्टमी व्रत का शुभ मुहूर्त, महत्व और इसकी पूजा विधि. Also Read: • • • मासिक कालाष्टमी 2023 शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि आज यानि 10 जून को दोपहर 2 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 11 जून को दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर होगा. ध्यान रखें कि कालाष्टमी व्रत के दिन भगवान काल भैरव का पूजन व उपासना रात्रि के समय किया जाता है. इसलिए दिन भर व्रत रखने के बाद रात्रि के समय के पूरे विधि-विधान के साथ कालभैरव का पूजन करें. मासिक कालाष्टमी का महत्व मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने पापियों का विनाश करने के लिए अपना रौद्र रूप धारण किया था. शिव के दो रूप बताए जाते हैं बटुक ​भैरव और काल भैरव. जहां बटुक भैरव सौमय हैं वही काल भैरव रौद्र रूप में हैं. मासिक...

(ज्येष्ठ) जेठ कब से शुरू है

Contents • 1 जेठ कब से शुरू है • 1.1 ज्येष्ठ कब से लगेगा 2023 में? • 1.2 जेठ कब खत्म होगा? • 1.3 ज्येष्ठ का महीना कब से शुरू है? • 1.4 जेठ किस तारीख को लग रहा है? • 1.5 जेठ किस महीने में आता है? जेठ कब से शुरू है साल 2023 में जेठ का महिना 6 मई 2023 से शुरू है, और ज्येष्ठ मास 4 जून 2023 को खत्म होगा. एक वर्ष में 12 हिंदू महीने होते है, प्रत्येक महीने में 15-15 दिन के दो पक्ष यानि शुक्ल पक्ष व कृष्ण पक्ष होते है. देसी महीनों की गणना सूर्य और चंद्रमा की गति पर आधारित है. Month Date Jyeshta Month Start Date 6 May 2023 Jyeshta Month End Date 4 June 2023 काफी महत्वपूर्ण प्रशन:- Recent Posts • जमीन खरीदने का शुभ दिन – Jamin Kharidne Ka Shubh Din 2023 • रजिस्ट्री कराने का शुभ मुहूर्त – Registry Karane Ka Shubh Muhurat 2023 • 5 ग्राम सोने की कीमत – 5 Gram Sone Ki Kimat 2023 • 2 ग्राम सोने की कीमत – 2 Gram Sone Ki Kimat 2023 • हॉलमार्क गोल्ड रेट – Hallmark Gold Rate Today 2023 • 1 किलो सोना कितने का है – 1 Kilo Sona Kitne Ka Hai 2023 • 1 तोला सोना कितने का है – 1 Tola Sona Kitne Ka Hai 2023 • 10 ग्राम सोने का रेट आज – 10 Gram Sone Ka Rate Today 2023 • 1 ग्राम सोने का रेट आज – 1 Gram Sone Ka Rate Today 2023 • 16 कैरेट सोने का रेट आज का – 16 Carat Sone Ka Rate Today 2023

Dussehra 2023 (दशहरा 2023) : जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और महत्व

दशहरा जिसे विजयदशमी के रूप में भी जाना जाता है। दशहरा देश में हिंदू समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह नवरात्रि के नौ दिनों के लंबे त्योहार के अंत में मनाया जाता है। एक तरह से आप दशहरे को नवरात्रि का अंत मान सकते हैं। हालांकि दशहरा दीपावली के मुख्य त्योहार की शुरुआत भी है, दशहरे से ठीक 15 दिनों के बाद देश में रोशनी का त्योहार दीपावली मनाया जाता है। दशहरा राक्षसी शासक रावण पर भगवान राम की जीत का प्रतीक है, जिसने राम की पत्नी सीता का अपहरण किया था। दशहरा एक संस्कृत शब्द है, हिंदी या अंग्रेजी में इसे दस सिरों वाले रावण की हार का प्रतीक माना जा सकता है। पवित्र ग्रंथ रामायण के अनुसार लंका के राजा रावण के 10 सिर थे, इसीलिए उन्हें दशानन या दस सिरों वाला कहा जाता है। आइए जानें इस साल दशहरा कब है 2023, दशहरा का महत्व, दशहरा शस्त्र पूजा विधि और दशहरे के टोटके या उपाय। दशहरा शस्त्र पूजा विधि प्राचीन काल से ही दशहरे के दिन शस्त्र पूजा की परंपरा जारी है। इस दिन आयुध सामग्री को एकत्रित कर उनके प्रति आभार व्यक्त करने का दिन होता है। प्राचीन काल में राजा अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करने के लिए शस्त्रों की पूजा करते थे। इसी के साथ दशहरे के दिन अपना युद्ध कौशल आजमाने के लिए कई शारीरिक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। दशहरा शस्त्र पूजा विधि की बात करें तो इस दिन अपने राज्य अर्थात देश के लिए लड़ने वाले सभी लोग अपने हथियारों को एकत्र उन्हें किसी पवित्र नदी के पानी से शुद्ध करते हैं। शस्त्रों के शुद्ध होने के बाद इन शस्त्रों पर हल्दी, कुमकुम और अक्षत का टीका लगाकर फूल चढ़ाए जाते हैं। शस्त्र पूजा में शमी के पत्तों का बड़ा महत्व है, शस्त्रों पर पुष्प अर्पित करने क...

गंगा दशहरा कब है 2023: गंगा दशहरा का महत्व, इतिहास और पौराणिक कथा

गंगा दशहरा कब है 2023: गंगा दशहरा का महत्व, इतिहास और पौराणिक कथा। गंगा दशहरा 2023 Ganga Dussehra 2023 date in hindi, Ganga Dussehra history And facts In Hindi, ganga dussehra 2023 kab hai Ganga Dussehra Parv History, Facts In Hindi, Ganga Dussehra 2023 Ganga Dussehra 2023: भारतीय हिंदुओं के जीवन में त्योहर और रीति-रिवाज दोनों अपना विशेष महत्व रखते हैं। भारतीय हिंदुओं के लिए गंगा दशहरा पर्व का भी काफी विशेष महत्व है। भारत में हर साल जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का त्योहार बड़ी श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। Advertisements हिंदुओं की धार्मिक मान्यता के अनुसार गंगा दशहरा के दिन ही गंगा माता पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। इसीलिए गंगा दशहरा का त्योहार गंगा माता को समर्पित है और इस दिन पूरी की पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल 2023 में गंगा दशहरा का त्योहार 30 मई को मनाया जाएगा। गंगा दशहरा के त्यौहार को गंगा दशमी के नाम से भी जानते हैं। विषय–सूची • • • • • • • • • • • • • • • • गंगा दशहरा का पर्व क्या है? इतिहास और महत्त्व (Ganga Dussehra history and facts In Hindi) गंगा दशहरा सनातन धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है इसे जेष्ठ महिने में शुक्ल पक्ष की, दशमी के दिन मनाया जाता है। इस दिन दान-पुण्य किया जाता है इससे हमारे पुर्वजों को तृप्ती व शांति मिलती है। इसके नाम से ही स्पष्ट होता है कि यह त्यौहार गंगा जी से जुड़ा हुआ है हिंदु धर्म में गंगा को सबसे पवित्र नदी कहां गया है जिसमें स्नान करने से सभी प्राणियों के सभी पाप नष्ट हो जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन मां गंगा ब्रह्मा जी के कमंडल से निकलकर पृथ्वी पर अवतरित हुई थी जिसके लिये भगीरथ ने सैकड़ों वर्षों तक घोर तपस...

Jyeshta Month 2023: कब से शुरू होगा जेठ का महीना, जानें इसका धार्मिक महत्व और सभी जरूरी नियम

Jyeshta Month 2023: कब से शुरू होगा जेठ का महीना, जानें इसका धार्मिक महत्व और सभी जरूरी नियम हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास का क्या महत्व है और इसमें किन देवी-देवताओं की पूजा करने का मिलता है पुण्यफल? ज्येष्ठ महीने में किए जाने वाले जप-तप-व्रत तथा दान से जुड़ी सभी जरूरी नियम को जानने के लिए पढ़ें ये लेख. सनातन परंपरा में ज्येष्ठ या फिर कहें जेठ के महीने का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. हिंदी कैलेंडर के अनुसार साल के जिस तीसरे महीने में उत्तर भारत समेत तमाम क्षेत्रों में खूब गर्मी पड़ती है, उसमें कई तीज-त्योहार और पर्व आते हैं. हर महीने में पड़ने वाली एकादशी, प्रदोष, पूर्णिमा आदि के साथ इस महीने में नारद जयंती, शीतलाष्टमी, वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा, जैसे कई बड़े पर्व पड़ेंगे. पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ का महीना 06 मई 2023 से शुरू होकर 04 जून 2023 तक चलेगा. जेठ के इस महीने का पुण्यफल पाने के लिए व्यक्ति को इसमें क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए, आइए इससे जुड़ी सभी नियम और धार्मिक महत्व को विस्तार से जानते हैं. जेठ महीने में इस पूजा से पूरी होगी कामना हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास में भगवान श्री विष्णु और उनके चरणों से निकलने वाली मां गंगा और पवनपुत्र हनुमान की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल या फिर बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले चार बड़ा मंगल की विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है. इसी प्रकार भगवान श्री विष्णु, सूर्य नारायण और मां गंगा की पूजा से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है. ज्येष्ठ मास में इस दान से होगा कल्याण ज्येष्ठ मास में बहु...

निर्जला एकादशी 2023 में कब है

Contents • 1निर्जलाएकादशी 2023 मेंकबहै • 1.1निर्जलाग्यारसकितनीतारीखकोहै? • 1.2निर्जलाग्यारसकिसदिनहै? निर्जलाएकादशी 2023 मेंकबहै वर्ष 2023 मेंनिर्जलाएकादशी 31 मई 2023, बुधवारकोज्येष्ठमासकीशुक्लपक्षकीएकादशीतिथिकोहै. इसदिनकाशुभमुहूर्त 11:57 से 12:50 तकहै. निर्जलाएकादशी 31 मई 2023 तिथि ग्यारस (एकादशी) दिन बुधवार नक्षत्र चित्रा शुभमुहूर्त – राहूकाल 12:25 PM – 02:02 PM कुलिककाल 10:43 AM – 12:26 PM यमगण्डकाल 07:25 AM – 09:06 AM कैलेंडरकेप्रश्न:- इनकोभीदेखें: • योगिनीएकादशी 2023 मेंकबहै - Yogini Ekadashi 2023 Date • संकष्टीगणेशचतुर्थी 2023 मेंकबहै - Sankashti Ganesh… • आषाढ़ीएकादशी 2023 मेंकबहै - Ashadi Ekadashi 2023 Date • मासिकशिवरात्रि 2023 मेंकबहै - Masik Shivaratri 2023 Date • चंद्रदर्शन 2023 मेंकबहै - Chandra Darshan 2023 Date • महेशनवमी 2023 मेंकबहै - Mahesh Navami 2023 Date • प्रदोषव्रत 2023 मेंकबहै - Pradosh Vrat 2023 Date • बकरीद 2023 मेंकबहै - Bakrid 2023 Date • पूरीजगन्नाथरथयात्रा 2023 मेंकबहै - Puri Jagannath Rath… • सोमवारकीअष्टमी 2023 मेंकबहै - Somwar Ki Ashtami 2023… • वरदचतुर्थी 2023 मेंकबहै - Varad Chaturthi 2023 Date • गुप्तनवरात्रि 2023 मेंकबहै - Gupt Navratri 2023 Date लेटेस्टजानकारी • गुरुपूर्णिमा 2023 मेंकबहै– Guru Purnima 2023 Date • बकरीद 2023 मेंकबहै– Bakrid 2023 Date • सोनेकाभावआजका 2023 – Aaj Ka Sone Ka Bhav 2023 • आषाढ़ीएकादशी 2023 मेंकबहै– Ashadi Ekadashi 2023 Date • आजकीतिथिहिन्दूकैलेंडर 2023 जूनका– Aaj Ki Tithi Kya Hai 2023 • गुप्तनवरात्रि 2023 मेंकबहै– Gupt Navratri 2023 Date • रोहिणीव्रत 2023 मेंकबहै– Rohini Vrat 2023 Date • कालाष्टमी 2023 मेंकबहै...