जीवाश्म ऊर्जा के स्रोत क्या है

  1. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत क्या है
  2. ऊर्जा संसाधन क्या है
  3. MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 14 उर्जा के स्रोत – MP Board Solutions
  4. ऊर्जा का प्रमुख स्रोत कौन सा है?
  5. पारंपरिक ऊर्जा स्रोत क्या हैं? प्रकार, जानकारी
  6. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत पर निबंध


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ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत क्या है

वैकल्पिक ऊर्जा (Alternative energy) क्या है : ऊर्जा के उन सभी स्रोतों को वैकल्पिक ऊर्जा कहते हैं जो जीवाश्म ऊर्जा के विकल्प हों। ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत : यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों (alternative energy sources) के नामों से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है... • सौर ऊर्जा • पवन ऊर्जा • ज्वारीय एवं लहरीय ऊर्जा • भूतापीय ऊर्जा • समुद्री ताप ऊर्जा • बायोगैस इन विकल्पों का उद्देश्य जीवाश्म ईंधन, जैसे कि उच्च कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन, ग्लोबल वार्मिंग में एक महत्वपूर्ण कारक के बारे में चिंताओं को संबोधित करना है। समुद्री ऊर्जा, जलविद्युत, हवा, भू-तापीय और सौर ऊर्जा ऊर्जा के सभी वैकल्पिक स्रोत हैं। यह बात भी सच है की वर्तमान समय में पारम्परिक ऊर्जा (energy sources) खत्म होते जा रहे है। जिस कारण से वैज्ञानिक अपने रिसर्च से गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को भी उपयोग में ला रहे हैं। जिससे पारंपरिक उर्जा स्रोतों का उपयोग कम होगा, और गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत से लोगो को फायदा होगा। वर्तमान समय में उर्जा के परम्परागत स्रोत (types of energy) महत्वपूर्ण हैं, और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता, तथापि ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्रोतों अथवा वैकल्पिक स्रोतों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इससे एक ओर जहां ऊर्जा की मांग एवं आपूर्ति के बीच का अन्तर कम हो जाएगा, वहीं दूसरी ओर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों का संरक्षण होगा, पर्यावरण पर दबाव कम होगा, प्रदूषण नियंत्रित होगा, ऊर्जा लागत कम होगी और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सामाजिक जीवन स्तर में भी सुधार हो पाएगा। वैसे बात हम भारत की करें तो भारत ने 2022 तक अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1.75 लाख मेगावाट बिजली बन...

ऊर्जा संसाधन क्या है

• पारंपरिक स्रोत (जैसे कोयला, पेट्रोलियम और परमाणु ऊर्जा)। • गैर-पारंपरिक स्रोत (जैसे सौर ऊर्जा, जल ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा, आदि) पारंपरिक स्रोत:- जीवाश्म ईंधन या ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत प्रकृति में विस्तृत हैं और पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं; दूसरी ओर, गैर-पारंपरिक स्रोत:– ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोत जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, आदि ऊर्जा के अक्षय स्रोत हैं और वे पर्यावरण के अनुकूल भी हैं (क्योंकि वे पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करते हैं)। कोयला • भारत में लगभग 80% कोयला जमा बिटुमिनस प्रकार का है और नॉन कोकिंग ग्रेड का है। • भारत के सबसे महत्वपूर्ण गोंडवाना कोयला क्षेत्र दामोदर घाटी क्षेत्र में स्थित हैं। • रानीगंज, झरिया, बोकारो, गिरिडीह, और करनपुरा झारखंड-बंगाल कोयला बेल्ट के प्रमुख कोयला क्षेत्र हैं। • झरिया रानीगंज के बाद सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है। • अन्य महत्वपूर्ण कोयला खदानें सिंगरौली (मध्य प्रदेश में और आंशिक रूप से उत्तर प्रदेश में) हैं; छत्तीसगढ़ में कोरबा; ओडिशा में तलचर और रामपुर; महाराष्ट्र में चंदा-वर्धा, कैम्पटी और बैंडर; तेलंगाना में सिंगरेनी; और आंध्र प्रदेश में पांडुर। • मेघालय में मुख्य रूप से दारागिरी, चेरापूंजी, मेवलोंग और लैंग्रिन में तृतीयक कोयला क्षेत्र स्थित हैं; माकुम, जयपुर, और ऊपरी असम में नाज़िरा; नामचिक – अरुणाचल प्रदेश में नामफुक; और जम्मू और कश्मीर में कालाकोट। • भूरा कोयला या लिग्नाइट तमिलनाडु, पांडिचेरी, गुजरात और जम्मू और कश्मीर के तटीय क्षेत्रों में पाया जाता है। पेट्रोलियम • रासायनिक संरचना, रंग और विशिष्ट गुरुत्व में तरल और गैसीय राज्यों के हाइड्रोकार्बन को सामूहिक रूप से पेट्रोलियम संसाधन के रूप में जाना जाता ...

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 14 उर्जा के स्रोत – MP Board Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 14 उर्जा के स्रोत MP Board Class 10th Science Chapter 14 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 273 प्रश्न 1. ऊर्जा का उत्तम स्रोत किसे कहते हैं? उत्तर: एक उत्तम ऊर्जा स्रोत वह कहलाता है जो – • सतत् अनवरत रूप से प्रचुरता में आसानी से उपलब्ध हो। • नवीकरणीय हो। • पर्यावरण के लिए हानि रहित (पर्यावरण-मित्र) हो। • मितव्ययी हो। प्रश्न 2. उत्तम ईंधन किसे कहते हैं? उत्तर: उत्तम ईंधन: “अधिक कैलोरी मान वाला आसानी से कम मूल्य पर सर्वदा उपलब्ध, संग्रहण एवं परिवहन में प्ररक्षित ईंधन उत्तम ईंधन या आदर्श ईंधन कहलाता है।” प्रश्न 3. यदि आप अपने भोजन को गर्म करने के लिए किसी भी ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं तो आप किसका उपयोग करेंगे और क्यों? उत्तर: हम भोजन को गर्म करने के लिए गैसीय जीवाश्म ईंधन (LPG या प्राकृतिक गैस) का प्रयोग करेंगे क्योंकि यह एक उत्तम एवं प्रयोग में आसान ईंधन है। प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 279 प्रश्न 1. जीवाश्मी ईंधन की क्या हानियाँ हैं? उत्तर: जीवाश्म ईंधन से हानियाँ: • इनके दहन से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर के ऑक्साइड, नाइट्रोजन के ऑक्साइड, लेड ऑक्साइड आदि अनेक वायु प्रदूषक उत्पन्न होते हैं। • ठोस जीवाश्म ईंधन से राख आदि अपशिष्ट बचते हैं। • वायु में हानिकारक गैसों के अतिरिक्त कार्बन के कण एवं धुआँ उत्पन्न होता है। • इसके अतिरिक्त यह एक अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। प्रश्न 2. हम ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों की ओर क्यों बढ़ रहे हैं? उत्तर: परम्परागत ऊर्जा स्रोत हमारी जीवन शैली के बढ़ते स्तर के कारण उत्पन्न ईंधन की अत्यधिक आवश्यकता की आपूर्ति के लिए पर्याप्त नहीं है इसलिए हम ऊर्जा के वैकल्पिक (...

ऊर्जा का प्रमुख स्रोत कौन सा है?

Table of Contents Show • • • • • • • • • • • किसी भी वस्तु मे गति उत्पन्न करने के लिए किसी बाह्य प्रभाव या कारक की आवश्यकता होती है। इस बाहरी प्रभाव या कारक को ही बल कहा जाता है। कार्य की परिभाषा – जब हम किसी वस्तु पर बल का प्रयोग करते हैं या बल को आरोपित करते है, तो उस वस्तु की स्थिति में परिवर्तन हो जाता है या परिवर्तन होने लगता है। इस क्रिया को एक कार्य कहते हैं। ऊर्जा की परिभाषा किसी वस्तु के कार्य करने की क्षमता उस वस्तु की उर्जा कहलाती हैं। हर वस्तु जिसमें कुछ न कुछ कार्य करने की क्षमता होती है, उसमें ऊर्जा अवश्य होती है। पृथ्वी पर ऊर्जा के प्रमुख स्रोत – हमारी पृथ्वी पर ऊर्जा का प्रमुख स्रोत सूर्य है। पृथ्वी पर हमें सूर्य से ऊष्मा और प्रकाश के रूप में ऊर्जा मिलती है। पेड और पौधे सूर्य के प्रकाश में भोजन बनाते हैं। और हमारा भी मुख्य भोजन पौधे ही हैं। मनुष्य सूर्य के प्रकाश से अनेक कार्य करता है। आज सूर्य की ऊर्जा को विद्युत उर्जा मे बदलकर अनेक उपकरण चलाया जा सकता है। के अलावा ऊर्जा के प्रमुख स्रोतों में वायु ऊर्जा जल ऊर्जा ऐसी ऊर्जा ध्वनि ऊर्जा आदि प्रमुख है। ऊर्जा के परंपरागत स्रोत कौन-कौन से हैं – जीवाश्म ईंधन ऊर्जा के प्रमुख परं परागत स्रोत जाने जाते है। जीवाश्म ईंधन जीव जंतुओं और वनस्पतियों के जमीन यानी मिट्टी के अंदर या समुद्र के नीचे अधिक दाब एवं ऊष्मा के कारण बनने वाले ईंधन को जीवाश्म ईंधन कहते हैं। ये निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं – १.कोयला २.पेट्रोलियम ३.प्राकृतिक गैस कोयला – कोयला मुख्य रूूप से कार्बन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के यौगिक होते हैं। कोयला में कुछ स्वतंत्र कार्बन, नाइट्रोजन और सल्फर के योगिक भी मिलते हैं। यह काफी वायुप्रदूषण फैलाता है। पेट्रोलियम...

पारंपरिक ऊर्जा स्रोत क्या हैं? प्रकार, जानकारी

विषय-सूचि • • • • • • ऊर्जाहमारेजीवनकाअभिन्नअंगहै।आजकेयुगमेंसबकुछऊर्जापरहीनिर्भरकरताहै।फिरचाहेवहगृहस्थीमेकामआनेवालेउपकरणजैसेफ्रिज, टीवी, याचूल्हाहो, उद्योगोंमेंलगेहुएयंत्रयाविद्यालयतथाअस्पतालोंमेंचलनेवालेविद्युतउपकरणहों, ऊर्जाकीआवश्यकताहरजगहहै। यहाँतककीकिसीदेशकेआर्थिकविकासकोभीउसकीऊर्जाकीखपतद्वाराहीनापाजाताहै।जितनाअधिकप्रतिव्यक्तिऊर्जाकासेवन, उतनाहीविकसितवहदेश। वर्तमानमें, भारतकीऊर्जाकासेवनअन्यदेशोंसेबहुतकमहै। ऊर्जाकेस्रोतदोप्रकारकेहोसकतेहैं- 1) पारंपरिकऊर्जास्रोत (Conventional sources of energy) 2) गैरपारंपरिकऊर्जास्रोत (Non conventional sources of energy) इसलेखमेंहमकेवलपारंपरिकऊर्जापरहीचर्चाकरेंगे। पारंपरिकऊर्जास्रोतकीविशेषता (qualities of Conventional sources of energy in hindi) पारंपरिकऊर्जास्रोतवेहैं, जोलंबेसमयसेप्रयोगमेंहैं।येप्रकृतिमेंतयतथासीमितमात्रामेंउपलब्धहोतेहैं- • येगैरनवीकरणीय (non renewable) होतेहैं। • पारंपरिकस्रोतकुछसमयपश्चातलुप्तहोजाएँगे (exhaustible), यानीख़त्महोजाएँगे। • इनस्रोतोंसेप्रदूषणहोताहै- जल, वायुतथाथलप्रदूषण। • यहप्रदूषणप्रकृतिकोबड़ेस्तरपरप्रभावितकरताहैतथाग्लोबलवार्मिंगकाएकबहुतबड़ाकारणभीहै। • मुख्यरूपसेयेस्रोतऔद्योगिकतथाव्यावसायिकउद्देश्योंकीपूर्तिकेलिएप्रयोगहोतेहैं। • येबहुतहीमहंगेहोतेहैं। • इनकेउदाहरणहैं–कोयला, पेट्रोल , डीजल, कच्चातेलआदि। पारंपरिकऊर्जाकेस्त्रोत (Conventional sources of energy in hindi) • जीवाश्मईंधन (fossil fuels) • ऊष्मीयशक्तिऊर्जा (thermal power plant) • जलविद्युतऊर्जा (hydropower plant) • बायोमास (Biomass) • पवनऊर्जा (wind energy) गैरनवीकरणीयहोनेकाकारण (Reason for being Non renewable) कोयलापेड़पौधोंसेतथापेट्रोलसमुद्रीजीवोंसेबन...

ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत पर निबंध

वैकल्पिक ऊर्जा (Alternative energy) क्या है : ऊर्जा के उन सभी स्रोतों को वैकल्पिक ऊर्जा कहते हैं जो जीवाश्म ऊर्जा के विकल्प हों। इनको बेहतर उदाहरण से समझे - पवन ऊर्जा, जलविद्युत और सौर ऊर्जा इन विकल्पों का उद्देश्य जीवाश्म ईंधन, जैसे कि उच्च कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन, ग्लोबल वार्मिंग में एक महत्वपूर्ण कारक के बारे में चिंताओं को संबोधित करना है। समुद्री ऊर्जा, जलविद्युत, हवा, भू-तापीय और सौर ऊर्जा ऊर्जा के सभी वैकल्पिक स्रोत हैं। यह बात भी सच है की वर्तमान समय में पारम्परिक ऊर्जा (energy sources) खत्म होते जा रहे है। जिस कारण से वैज्ञानिक अपने रिसर्च से गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को भी उपयोग में ला रहे हैं। जिससे पारंपरिक उर्जा स्रोतों का उपयोग कम होगा, और गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत से लोगो को फायदा होगा। वर्तमान समय में उर्जा के परम्परागत स्रोत (types of energy) महत्वपूर्ण हैं, और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता, तथापि ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्रोतों अथवा वैकल्पिक स्रोतों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इससे एक ओर जहां ऊर्जा की मांग एवं आपूर्ति के बीच का अन्तर कम हो जाएगा, वहीं दूसरी ओर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों का संरक्षण होगा, पर्यावरण पर दबाव कम होगा, प्रदूषण नियंत्रित होगा, ऊर्जा लागत कम होगी और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सामाजिक जीवन स्तर में भी सुधार हो पाएगा। वैसे बात हम भारत की करें तो भारत ने 2022 तक अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1.75 लाख मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा से 60 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा से, 60 हजार मेगावाट पवन ऊर्जा से, 10 मेगावाट जैव ऊर्जा से और 5 मेगावाट लघु पनबिजली ऊर्जा से बनाना शामिल है। हालाँकि अपतट...