जीवन

  1. Garuda Purana These Teachings Of Lord Vishnu Niti Improve Life Know What To Do
  2. जीवन क्या है? What is Life In Hindi
  3. भारतीय ग्रामीण जीवन की झलक
  4. प्रेमचंद
  5. मैथिलीशरण गुप्त कविताएं
  6. कुछ ऐसे विचार जो जीवन को बदल दे
  7. जीवन का पर्यायवाची
  8. क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय (जन्म, परिवार, कास्ट, रिकार्ड्स)


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Garuda Purana These Teachings Of Lord Vishnu Niti Improve Life Know What To Do

Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: गरुड़ पुराण ग्रंथ का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इसलिए इसे 18 महापुराणों में एक माना गया है. गरुड़ पुराण वैष्णव संप्रदाय से संबंधित ग्रंथ है, जिसमें कुल 271 अध्याय और 18 हजार श्लोक हैं. गरुड़ पुराण को लोग किसी की मृत्यु के बाद पढ़ा जाने वाला ग्रंथ मानते हैं. लेकिन बता दें कि गरुड़ पुराण को दो भागों में बांटा गया है. इसका पहला भाग ‘पूर्वखण्ड’ और दूसरा भाग ‘उत्तरखण्ड’ है.पहले भाग में भगवान विष्णु की उपासना से संबंधित विधियों के बारे में उल्लेख मिलता है और दूसरे भाग में मृत्यु के बाद मिलने वाले कई तरह के नरकों के बारे में बताया गया है. गरुड़ पुराण में धर्म,ज्ञान और नीति-नियम से संबंधित बातों का भी उल्लेख मिलता है, जिसका अनुसरण करने पर व्यक्ति सुखी जीवन जीता है. इसमें योगाध्याय, विष्णु ध्यान, सूर्य पूजा, शिवार्चा गोपाल पूजा, श्रीधर पूजाके साथ ही सांख्य सिद्धांत, ब्रह्माज्ञान, गीतासार आदि के बारे में भी बताया गया है. जीवन को बेहतर बनाने के लिए आप गरुड़ पुराण में बताई इन शिक्षाओं के बारे में जरूर जानना चाहिए. गरुड़ पुराण की शिक्षाएं • गरुड़ पुराण के नीतिसार में कहा गया है कि, अपने शत्रुओं से हमेशा सतर्क रहना चाहिए. • गरुड़ पुराण के अनुसार, सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए. इससे व्यक्ति की आयु कम होती है और वह अस्वस्थ्य रहता है. • रात के वक्त या सूर्योदय के बाद दही का सेवन नहीं करना चाहिए. यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है. • व्यक्ति को हमेशा साफ-सुथरे और सुंगधित कपड़े पहनने चाहिए और प्रतिदिन स्नान करना चाहिए. इससे सामाजिक में मान-सम्मान बढ़ता है और आत्मिक रूप से शांति मिलती है. • किसी के अंतिम संस्कार में जाएं तो श्मसान में जब शरीर को जलाय...

जीवन क्या है? What is Life In Hindi

Life – जीवन विलियम शेक्सपियर ( William Shakespeare) ने कहा था कि जिंदगी एक रंगमंच है और हम लोग इस रंगमंच के कलाकार | सभी लोग जीवन (Life) को अपने- अपने नजरिये से देखते है| कोई कहता है जीवन एक खेल है (Life is a game), कोई कहता है जीवन ईश्वर का दिया हुआ उपहार है (Life is a gift), कोई कहता है जीवन एक यात्रा है (Life is a journey), कोई कहता है जीवन एक दौड़ है (Life is a race) और बहुत कुछ| मैं आज यहाँ पर “जीवन” के बारें में अपने विचार share कर रहा हूँ और बताने की कोशिश करूंगा की जीवन क्या है? (What is Life)| My Thoughts on Life in Hindi जीवन क्या है? – What is Life मनुष्य का जीवन एक प्रकार का खेल है – Life is a Game और मनुष्य इस खेल का मुख्य खिलाडी| यह खेल मनुष्य को हर पल खेलना पड़ता है| इस खेल का नाम है “Game of Thoughts (विचारों का खेल)”| इस खेल में मनुष्य को दुश्मनों से बचकर रहना पड़ता है| मनुष्य अपने दुश्मनों से तब तक नहीं बच सकता जब तक मनुष्य के मित्र उसके साथ नहीं है| मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र “विचार (thoughts)” है, और उसका सबसे बड़ा दुश्मन भी विचार (Thoughts) ही है| मनुष्य के मित्रों को सकारात्मक विचार (Positive Thoughts) कहते है और मनुष्य के दुश्मनों को नकारात्मक विचार (Negative Thoughts) कहा जाता है| मनुष्य दिन में 60, 000 से 90, 000 विचारों (Thoughts) के साथ रहता है| यानि हर पल मनुष्य एक नए दोस्त (Positive Thought) या दुश्मन (Negative Thought) का सामना करता है| मनुष्य का जीवन विचारों के चयन (Selection of Thoughts) का एक खेल है| इस खेल में मनुष्य को यह पहचानना होता है कि कौनसा विचार उसका दुश्मन है और कौनसा उसका दोस्त, और फिर मनुष्य को अपने दोस्त को चुनना होता है| हर एक दोस्त...

भारतीय ग्रामीण जीवन की झलक

ग्रामीण जीवन की झलक , ग्रामीण जीवन शैली , ग्रामीण खान-पान तथा पहनावा , ग्रामीण संस्कृति , ग्रामीण पर्व तथा त्यौहार , गांव में मनोरंजन का साधन , ग्रामीण विकास की और अग्रसर भारत. ग्रामीण बाहुल्य भारत हमारा देश एक विशाल जनसँख्या वाला देश है जिसकी अधिकतर जनसँख्या गाँवो में रहती है। और अत्यधिक गांव कृषि तथा पशुपालन में सबसे ज्यादा भूमिका निभाते है। भारत भी एक कृषि प्रधान देश है। इसलिए भारत के गांव इसकी अर्थव्यवस्था में अहम् भूमिका निभाते है। तो चलिए आज हम आपको ग्रामीण जीवन की एक झलक दिखाने की कोशिश करते है। ग्रामीण जीवन की झलक :- जब भी हमारे मन में ग्रामीण जीवन का विचार आता है तो हमेशा एक सादगी ,सहजता और पारिवारिकता से भरे एक जीवन की छवि मन में बन जाती है। सीधे सादे जीवन व्यतीत करने वाले लोग, जिसमे ज्यादातर किसान एवं पशुपालक होते हैं। दूर दूर तक लहलहाते खेतों के सुंदर नजारे, कच्चे मिट्टी के घर बाहर बाड़े में बंधे पशु, खेतो में हल चलाते किसान ,गांव की चौपाल में खेलते बच्चे ,सर पर पगड़ी बांधे सुस्ताते वृद्ध एवं घर का कामकाज सभालती गाँव की महिलाएं और खेतो में काम करते मजदुर, पानी के बर्तन ढोती महिलाए। ग्रामीण जीवन शैली :- गांव के कुछ लोग तो बहुत गरीब होने के वजह से झुग्गी या झोपडी में रहते है। गांव के लोग हमेशा आस पड़ोस से मिलजुल के रहते है। महिलाये सुबहः जल्दी उठकर चक्की पीसना ,पशुओं को चारा डालना ,घर के काम करना आदि करती है। जबकि गाओं के व्यक्ति किसी चौक में बैठकर ताश खेलना ,ठिठोली करना ,आपस में बातें करना आदि करते रहते है। बच्चे हमेशा घर के कच्चे आँगन में या किसी मिटटी के बाड़े में खेल रहे होते है। ग्रामीण खान-पान तथा पहनावा :- गांव में रहने वाले अधिकतर परिवारों की आर्थिक स्थिति का...

प्रेमचंद

डाक टिकट पर प्रेमचंद जन्म 31 जुलाई 1880 लमही, वर्तमान - लमही, मृत्यु 8 अक्टूबर 1936 ( 1936-10-08) (उम्र56) व्यवसाय अध्यापक, लेखक, पत्रकार राष्ट्रीयता अवधि/काल विधा कहानी और उपन्यास विषय साहित्यिक आन्दोलन , उल्लेखनीय कार्य हस्ताक्षर धनपत राय श्रीवास्तव ( ३१ जुलाई १८८० – ८अक्टूबर १९३६ जो प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं, वो जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन भी किया। इसके लिए उन्होंने सरस्वती प्रेस खरीदा जो बाद में घाटे में रहा और बन्द करना पड़ा। प्रेमचंद फिल्मों की पटकथा लिखने मुंबई आए और लगभग तीन वर्ष तक रहे। जीवन के अंतिम दिनों तक वे साहित्य सृजन में लगे रहे। महाजनी सभ्यता उनका अंतिम निबन्ध, साहित्य का उद्देश्य अन्तिम व्याख्यान, कफन अन्तिम कहानी, गोदान अन्तिम पूर्ण उपन्यास तथा मंगलसूत्र अन्तिम अपूर्ण उपन्यास माना जाता है। अनुक्रम • 1 जीवन परिचय • 2 साहित्यिक जीवन • 3 रचनाएँ • 3.1 उपन्यास • 3.2 कहानी • 3.3 नाटक • 3.4 कथेतर साहित्य • 3.5 अनुवाद • 3.6 विविध • 4 संपादन • 5 विशेषताएँ • 6 विचारधारा • 7 विरासत • 8 प्रेमचंद संबंधी रचनाएँ • 8.1 जीवनी • 8.2 आलोचनात्मक पुस्तकें • 8.3 प्रेमचंद और सिनेमा • 9 स्मृतियाँ • 10 विवाद • 11 हिन्दी विकिस्रोत पर उपलब्ध प्रेमचन्द साहित्य • 12 सन्दर्भ • 12.1 सहायक पुस्तकें जीवन परिचय प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई इस बात की पुष्टि रामविलास शर्मा के इस कथन से होती है कि- "सौतेली माँ का व्यवहार, बचपन में शादी, पण्डे-पुरोहित का कर्मकाण्ड, किसानों और क्लर्कों का दुखी जीवन-यह सब प्रेमचंद ने सोलह साल की उम्र में ही देख लिया था। इसीलिए उनके ये अनुभव एक जबर्दस्त सचाई लिए हुए उनके कथा-साहित्य में झलक उठे थे।" प्रेमचंद घर में शीर्षक पुस्तक भी लि...

मैथिलीशरण गुप्त कविताएं

मैथिलीशरण गुप्त हिंदी खड़ बोली के महत्वपूर्ण और प्रसिद्धि कवि थे। उनकी कला और राष्ट्र प्रेम के कारण उन्हें राष्ट्र कवि का दर्जा प्राप्त है। उनकी कविताओं की विशेष बात ये भी थी वे खड़ी बोली में लिखने वाले पहले कवि थे जिसकी वजह से कवियों में उनका एक अलग स्थान रहा। मैथिलीशरण गुप्त की कविताओं ने स्वतंत्रा में बहुत बड़ा योगदान दिया है उनका देश के प्रति इसी अपार प्रेम के कारण उनके जन्म दिवस को राष्ट्र कवि दिवस के रूप मनाया जाता है। आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से मैथिलीशरण गुप्त के जीवन परिचय , उनकी साहित्यिक और काव्यगत विशेषताएँ , मैथिलीशरण गुप्त कविताएं और उनकी रचनाओं के बारे में जानेंगे। मैथिलीशरण गुप्त बारे में यह सभी बातें जानने के लिए हमारे ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें। This Blog Includes: • • • • • • • • • • • • ये भी पढ़ें : मैथिलीशरण गुप्त जीवन परिचय राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म झाँसी के चिरगाँव में 3 अगस्त, सन 1866 ई० में हुआ था। इनके पिताजी भी एक बेहतरीन कवी थे जिनसे प्रेरित होकर बचपन से ही मैथिलीशरण गुप्त की लेखन में रूचि हुई। मैथिलीशरण गुप्त की पढाई घर पर ही हुई जिसके साथ ही उन्होंने अपना लेखन भी जारी रखा। इन्होने हिंदी के अतिरिक्त बंगला ,मराठी भाषाओं का भी अध्ययन किया।जैसे जैसे समय बीता महावीर प्रसाद उनके प्रेरणास्तोत्र बन गए जिसकी झलक आपको उनके लेखन में भी देखने को मिल सकती है। मैथिलीशरण गुप्त ने अपने जीवन काल में अपने लेखन द्वारा कई लोगो को देश प्रेम के लिए प्रेरित किया और एक मज़बूत प्रभाव डाला। सन 1907 में अपनी पत्रिका सरस्वती में उनका पहली बार खड़ी बोली में “हेमंत शीर्षक” से प्रकाशित हुआ। ‘भारत-भारती’ उनकी बेहतरीन देश प्रेम में से एक है जो गुप्ता जी के स्वदेश प्रेम को ...

कुछ ऐसे विचार जो जीवन को बदल दे

जीवन यानि जिसे Success के तराजू से मापा जाता है जो व्यक्ति अपने जीवन में जितना अधिक सफल होता है उसे ही बेस्ट माना जाता है इसलिए जीवन में आगे बढ़ने के लिए Success का होना बहुत जरुरी है और जीवन में वही लोग सफल होते है जो महान लोगो के महान विचारो से प्रभावित होकर अपने जीवन को भी सफलता के उसी राह पर ढाल लेते है, तो चलिए कुछ ऐसे ही प्रेरक अनमोल विचारो | Inspirational Quotes about Life को जानते है जो की जीवन को सफलता के रास्ते पर ले जा सकते है. अगर आगे बढ़ना है तो समय और लोगो का इंतजार करने के बजाय खुद आगे बढ़ते जाओ, पीछे पीछे सारी दुनिया आपका अनुसरण करने लगेगी Inspirational Hindi Quotes: -3 लोगो का क्या है लोग तो कहते ही रहते है आपको लोगो की नही खुद की सुनने की जरूरत है यदि जिस दिन खुद की सुनना शुरू कर दोंगे सारी दुनिया आपको सुनने लगेगी. Inspirational Hindi Quotes: -4 लोग कहते है की ये दुनिया बदल नही सकती है हम कहते है की पहले खुद खुद को बदलो सारी दुनिया आपकी तरह बदल जाएगी. Inspirational Hindi Quotes: -5 जीवन में कोई काम तभी तक कठिन लगता है जबतक उसकी शुरुआत नही की जाय, जिस दिन आप अपने मन से उस कार्य को शुरू कर देते है फिर वही कार्य सबसे आसान लगता है. Inspirational Hindi Quotes: -6 दुसरो का दोष निकालना आसान है जिस दिन आप अपनी गलतिया ढूढने लगते है फिर उन्ही गलतियों से सीख लेते हुए आगे बढ़ने वालो को सफल होने से कोई रोक नही सकता. Inspirational Hindi Quotes: -7 याद रखना बने बनाये रास्ते पर चलना आसान होता है लेकिन जिन्हें मंजिले तय करनी होती है वे अपने रास्ते खुद से बनाते है. Inspirational Hindi Quotes: -8 सबसे पहले मन से निकाल दो की इस दुनिया में कुछ असम्भव नाम की कोई चीज भी है अगर आप स...

जीवन का पर्यायवाची

जीवन का पर्यायवाची | Synonyms of Jivan शब्द पर्यायवाची जीवन 1. जिंदगी | जिंदगानी | जान | प्राण | लाइफ | 2. जल | पानी | अमृत | 3. वायु 4. वीर्य | शुक्र | Jivan 1. Jindagī | Jindagānī | Jāna | Prāna | Life |2. Jala | Pānī | Amrita | 3. Vāyu 4. Vīrya | Shukra | इसे भी जानें ⇓ ‘ पर्याय ’ शब्द की व्युत्पत्ति(निर्वचन) ‘पर्याय’ शब्द की व्युत्पत्ति परि उपसर्ग पूर्वक इण् गतौ(परावनुपात्यय इणः, अष्टाध्यायी-3/3/38) धातु में घञ् प्रत्यय लगकर निष्पन्न होता है, जिसका तात्पर्य होता है- परितः ईयते गम्यते शब्दार्थः अनेन इति पर्यायः अर्थात् जिसके द्वारा चारो ओर से शब्दार्थ का बोध होता है। ‘ पर्याय ’ शब्द का सामान्य अर्थ 1. समानार्थक शब्द। समान अर्थ को प्रकट करने वाला शब्द। समान अर्थ का वाचक शब्द। समानार्थवाची शब्द। पर्यायवाची 2. परम्परा। क्रम। सिलसिला। अनुक्रम। 3. प्रकार। भेद। तरह। ढंग। 4. प्रणाली। व्यवस्था। 5. सदृश। समान। बराबर। 6. तरीका। प्रक्रिया की प्रणाली। रीति। 7. एक प्रकार का अलंकार(अर्थालंकार) जिसमें एक वस्तु अनेक आश्रय ग्रहण करता है। घुमाफिरा कर कहना। वक्रोक्ति या वाक्प्रपंच से कहने की रीति। 8. अवसर। मौका। 9. द्रव्य(वस्तु) का धर्म। द्रव्य(वस्तु) का अंश। 10. बारी। उत्तराधिकार। उचित या नियमित क्रम। 11. सृष्टि। निर्माण। तैयारी। रचना। ‘ पर्याय ’ शब्द का पर्यायवाची समानार्थी। समार्थी। पर्यायवाची। एकार्थवाची। एकार्थवाचक। एकार्थबोधक। एकार्थी। पर्यायवाचक। ‘ पर्यायवाची ’ शब्द के विपरीतार्थक शब्द विपर्याय। अपर्याय। विपरीतार्थ। विलोम। The word synonym means that it is similar or nearly identical to any other word or phrase in the same language. समान अर्थ का वाचक पर्यायवाची कहलाता है । पर्यायवा...

क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय (जन्म, परिवार, कास्ट, रिकार्ड्स)

Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi ऐसे में हम में से बहुत ही कम लोग यशस्वी जायसवाल के बारे में जानते हैं। इसी विषय को बहुत ही स्पष्ट करने के लिए आज का यह लेख हमने आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। इस लेख के माध्यम से हम बताएंगे कि यशस्वी जायसवाल, जो कि इंडियन टीम के बहुत ही अच्छे क्रिकेट के खिलाड़ी है। यशस्वी जायसवाल वर्ष 2019 में दोहरा शतक लगाने वाली लिस्ट में सबसे ऊपर आ गये क्योंकि इन्होंने बहुत कम उम्र में ही दोहरा शतक लगा दिया था। इसी कारण इन्हें कम उम्र में ही दोहरा शतक लगाने वाले पहले व्यक्ति का खिताब हासिल है। इस लेख में यशस्वी जायसवाल का जन्म कब हुआ था, उनके माता पिता का नाम क्या है, इन्होंने क्रिकेट में अपने करियर बनाने से पहले क्या-क्या कार्य किया और उनके निजी मामलों के विषय में हम विस्तार से जानेंगे। यदि आप यशस्वी जायसवाल के बारे में संपूर्ण जानकारी (Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi) प्राप्त करना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। हमारे द्वारा लिखे गए इस महत्वपूर्ण लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय (जन्म, परिवार, कास्ट, रिकार्ड्स) | Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi विषय सूची • • • • • • • • • यशस्वी जयसवाल की जीवनी एक नज़र में नाम यशस्वी जायसवाल जन्म और स्थान 28 दिसंबर 2001, सुरियावां गांव, भदोही (उत्तर प्रदेश) पिता का नाम भूपेंद्र जायसवाल माता का नाम कंचन जायसवाल पेशा क्रिकेटर Biography of Yashasvi Jaiswal in Hindi यशस्वी जायसवाल कौन है? यशस्वी जायसवाल एक बहुत ही अच्छे क्रिकेट प्लेयर हैं। यशस्वी जयसवाल टीम मुंबई के लिए खेलते हैं, वर्ष 2019 में उन्होंने दोहरा शतक लगाया था। यशस्वी जायसवाल ने दोहरा शतक बहुत ही...