जन्माष्टमी के व्रत में चाय पी सकते हैं

  1. Janmashtami 2022 Vrat Parana Time When And How To Open Krishna Janmashtami Fast
  2. जन्माष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए
  3. Janmashtami 2022 By Keeping Janmashtami Fast You Can Please Goddess Lakshmi Like This Know Krishna Janmashtami Vrat Rules
  4. जन्माष्टमी के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं / जन्माष्टमी व्रत विधि बताओ
  5. Janmashtami 2022 Niyam: जन्माष्टमी पर करें इन जरूरी नियमों का पालन, मां लक्ष्मी भी होंगी प्रसन्न
  6. Janmashtami 2021: Try These Amazing Vart Recipes This Time
  7. Janmashtmai Vrat Niyam 2021 Do Not Drink Water After Sunset On Janmashtami


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Janmashtami 2022 Vrat Parana Time When And How To Open Krishna Janmashtami Fast

Krishna Janmashtami 2022: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 19 अगस्त यानी कि आज धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन व्रत रखकर कान्हा की पूजा करने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है. जन्माष्टमी व्रत के भी कुछ नियम है. आइए जानते हैं इस व्रत में क्या खा सकते हैं और क्या नहीं. साथ कब और कैसे करना चाहिए जन्माष्टमी व्रत का पारण. जन्माष्टमी 2022 मुहूर्त (Janmashtami 2022 Muhurat) भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि शुरू- 18 अगस्त 2022 गुरुवार 09:21 PM भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त - 19 अगस्त 2022 शुक्रवार 10.50 PM गोधूलि मुहूर्त - 06.47 PM - 07.11 PM जन्माष्टमी 2022 व्रत पारण समय (Janmashtami 2022 Vrat parana time) 19 अगस्त को जन्माष्टमी व्रत रखने वाले 20 अगस्त को शुभ मुहूर्त में व्रत खोलें. जन्माष्टमी व्रत का पारण अष्टमी तिथि के समापन के बाद किया जाता है, हालांकि कुछ जगह रात्रि में बाल गोपाल की पूजा करके व्रत का पारण कर लेते हैं. आपकी मान्यता अनुसार व्रत का पारण करें. व्रत पारण समय- 19 अगस्त, रात्रि 10 बजकर 59 मिनट के बाद व्रत पारण समय - 20 अगस्त को प्रातः 05:45 बजे के बाद कैसे खोले जन्माष्टमी व्रत ? जन्माष्टमी पर कई लोग निराहार व्रत रखते हैं, इसलिए व्रत का पारण कान्हा को भोग में अर्पित की पंजीरी और माखन से करें. शास्त्रों के अनुसार बाल गोपाल के प्रसाद से व्रत का पारण करने पर कान्हा का पूजा पूर्ण मानी जाती है. ये स्वास्थ के लिहाज से भी ठीक है. जन्माष्टमी व्रत में क्या खा सकते हैं ? जन्माष्टमी पर जो लोग व्रत रखते हैं उन्हें रसीले फलों का सेवन करना चाहिए. पानी की कमी शरीर में न हो इसका भी व्रत के दौरान ध्यान रखना चाहिए. अन्य फलों को भी ग्रहण कर सकते हैं. Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सि...

जन्माष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए

केवल हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि विश्वभर में कई जगहों पर जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रभु श्रीकृष्ण के चाहने वाले केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में फैले हुए हैं और जो भी भगवान श्रीकृष्ण का भक्त है वो जन्माष्टमी का त्योहार जरूर मनाता है। साल 2022 में जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा और इस वजह से अगर आप भी इस साल जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो यहां जान लें कि इस व्रत में आपको क्या खाना चाहिए (जन्माष्टमी के व्रत में क्या खाना चाहिए)। साथ ही आप यहां पर Table of Contents • • जन्माष्टमी के व्रत में क्या खाना चाहिए जन्माष्टमी का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक होता है और इसमें खानपान के कुछ विशेष नियम का भी ध्यान रखा जाता है और इन नियमों का पालन करना हर एक व्रती के लिए जरूरी होता है। कई लोग जन्माष्टमी का व्रत निर्जला रखते हैं और इस वजह से वो व्रत खोलने तक पानी नहीं पीते हैं। वहीं कुछ अन्य लोग व्रत रखकर शाम के वक्त फलाहार करते हैं। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो दिन में दो बार फलाहार खाकर जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि जन्माष्टमी (जन्माष्टमी के व्रत में क्या-क्या खाना चाहिए) के व्रत में आप क्या खा सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो यहां • ड्राई फ्रूट्स • फल • दही • कुट्टू का आटा • गुड़ • पानी ड्राई फ्रूट्स अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो पूरा दिन खुद को थकान से बचाने के लिए और एनर्जेटिक रखने के लिए जरूरी है कि आप ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। सबसे अहम बात, ड्राई फ्रूट्स ऐसी चीज है, जिसे आप किसी भी व्रत में आसानी से खा सकते हैं। इसके लिए सुबह के वक्त पूजा करने के बाद अखरोट या बादाम खा सकते हैं, ता...

Janmashtami 2022 By Keeping Janmashtami Fast You Can Please Goddess Lakshmi Like This Know Krishna Janmashtami Vrat Rules

Janmashtami 2022: जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) के भक्तों के लिए बेहद खास महत्व रखता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) का उत्सव आने में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इस पर्व को खास बनाने के लिए लोग तैयारियां शुरू कर दिए हैं. मथुरा और वृंदावन में तो लोग दिन-रात जन्माष्टमी की तैयारी में लगे हैं. जन्माष्टमी के दिन कुछ लोग व्रत भी रखते हैं. हालांकि जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtami Vrat 2022) अन्य व्रतों से बिल्कुल अलग होता है. कहा जाता है कि जन्माष्टमी के दिन अगर विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाए तो उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. इसके अलावा इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है. आइए जानते हैं जन्माष्टमी व्रत और पूजा से जुड़े खास नियम. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और हाथ में तुलसी (Tulsi) के पत्ते और गंगाजल लेकर व्रत के दौरान होने वाली किसी भी भूल के लिए पहले ही क्षमा मांगकर व्रत का संकल्प लें. ब्रह्मचर्य का पालन जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtami Vrat 2022) रखने के लिए एक दिन पहले ही व्रत का पालन करना अनिवार्य होता है. एक दिन पूर्व 12 बजे राते के बाद व्रत शुरू हो जाता है और अगले दिन रात 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना चाहिए. विशेष लाभ के लिए पूजा अगर आप जन्माष्टमी पर विशेष फल पाना चाहते हैं तो इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें तिल अर्पित करें. साथ ही दोपहर के समय जल में तिल मिलाकर उससे स्नान करें. धार्मिक मान्यता है कि इस समय कान्हा जी की माता देवकी को प्रसव पीड़ी शुरू हुई थी और फिर देर रात में श्री...

जन्माष्टमी के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं / जन्माष्टमी व्रत विधि बताओ

जन्माष्टमी के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं / जन्माष्टमी व्रत विधि बताओ –हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार पुरे देश में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता हैं. इस दिन भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता हैं. इस दिन काफी लोग व्रत आदि करते हैं. और रात्रि को 12 बजे बाद कृष्ण जन्मोत्सव जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता हैं. इस दिन कुछ लोग निर्जला व्रत रखते हैं. जिसमें कुछ भी खाने पीने की मनाई होती हैं. इस दिन खानपान पर भी विशेष ध्यान रखा जाता हैं. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की जन्माष्टमी के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं तथा जन्माष्टमी के व्रत में क्या खाना चाहिए . इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. Table of Contents • • • • • जन्माष्टमी के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं जी हां आप जन्माष्टमी का व्रत रखते है. तो आप इस दिन फलहार में नमक डालकर खा सकते हैं. लेकिन इस दिन आपको सादा सफ़ेद नमक नहीं खाना हैं. इस दिन आपको सिर्फ सेंधा नमक ही खाने में इस्तेमाल में लेना हैं. सोमवार के व्रत कितने करने चाहिए / सोमवार व्रत कब से शुरू करना चाहिए जन्माष्टमी के व्रत में क्या खाना चाहिए जन्माष्टमी के व्रत में आप फलाहार करते हैं. तो साबूदाना की खिचड़ी, साबूदाना पापड़, कट्टु से बने पराठे तथा सेंधा नमक खा सकते हैं. इसके अलावा आप इस दिन फ्रूट से बना मिल्क शेक या फ्रूट भी खा सकते हैं. आप चाहे तो दही से बनी मीठी लस्सी का भी सेवन इस दिन कर सकते हैं. प्रति सोमवार व्रत में क्या खाना चाहिए /...

Janmashtami 2022 Niyam: जन्माष्टमी पर करें इन जरूरी नियमों का पालन, मां लक्ष्मी भी होंगी प्रसन्न

नई दिल्ली: जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) का त्योहार कृष्ण भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. ये उत्सव (janmashtami festival) आने वाला है. लोगों ने जन्माष्टमी आने से पहले ही इसे खास बनाने के लिए इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. जैसे कि पूजा पाठ के लिए लोग विशेष इंतजाम (janmashtami 2022 vrat) करते हैं. कान्हा को भोग लगाने के लिए अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते हैं. कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं. जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtami Vrat Niyam) अन्य व्रतों से कुछ अलग होता है. आज हम आपको जन्माष्टमी के इस विशेष व्रत के बारे में कुछ नियम (Janmashtami 2022 niyam) बताने जा रहे हैं. यह भी पढ़े : लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना - जन्माष्टमी के दिन श्री हरि विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए. इस दिन देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए अपने घर के दरवाजे को कमल के फूलों से सजाएं. कमल का फूल श्री हरि को अतिप्रिय होता है, क्योंकि इसमें मां लक्ष्मी का वास माना जाता है. दिन में खीरा न कांटें - जन्माष्टमी के दिन व्रत में सभी तरह के फलों को खा सकते हैं. लेकिन, इस दिन कान्हा जी के जन्म से पहले खीरा काटना सही नहीं माना जाता है. दरअसल, खीरे की स्टेम कट करके ही श्री कृष्ण जी का जन्म होता है. ऐसा कहा जाता है कि खीरे को बच्चे की नाल समझकर कान्हा के जन्म के समय काटा जाता है. यह भी पढ़े : ब्रह्मचर्य का पालन करें - अगर आप शादीशुदा हैं तो, व्रत रखने के लिए आपको एक रात पहले ही ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. विशेष तौर पर रात के 12 बजे के बाद से ही व्रत शुरू हो जाता है और अगले दिन रात को 12 बजे श्री कृष्ण के जन्म के बाद खुलता है. ऐसे में आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए. प्रसाद - जन्माष्ट...

Janmashtami 2021: Try These Amazing Vart Recipes This Time

जन्माष्टमी सबसे पुराने हिंदू त्योहारों में से एक है, और यह भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है - जिन्हें भगवान विष्णु के आठ अवतार माना जाता है. इस बार जन्माष्टमी 30 अगस्त 2021 को पड़ रही है. इस अवसर पर भक्त अपने प्रिय देवता के लिए तरह-तरह के प्रसाद तैयार करते हैं, जिनमें खीर, पूरी से लेकर मिठाई शामिल होते हैं. इसके अलावा भगवान कृष्ण के भक्त इस दिन व्रत करते हैं और रात 12 बजे कृष्ण जन्म के बाद ही भोजन ग्रहण करते हैं. अन्य व्रतों की तुलना में जन्माष्टमी का व्रत लंबा होता है, इसलिए लोग बीच-बीच फल, दूध, दही के अलावा कुट्टू, साबुदाना और राजगीरा से बनने वाले व्यंजनों को सेवन करते हैं. हालांकि, बुर्जुगों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को व्रत न रखने की सलाह दी जाती है, और हो सकता है कुछ लोग ऐसे भी हो जो इस साल पहली बार जन्माष्टमी का व्रत करने जा रहे हों. ऐसे में यह आर्टिकल उनके काफी काम आ सकता है. हमने यहां व्रत में खाएं जाने वाले व्यंजनों की एक लिस्ट तैयार की है जिन्हें आपको देखना चाहिए. यह भी पढ़ें • Krishna Janmashtami 2021: इन पांच भोग के बिना अधूरी होती है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा • Happy Janmashtami 2021: श्री कृष्ण को पसंद हैं छप्पन भोग, जानें कौन से छप्पन आहार होते हैं शामिल • Krishna Janmashtami 2021: कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा की थाली में रखना न भूलें ये 5 वस्तुएं, प्रसन्न हो जाएंगे बालगोपाल यह व्रत के लिए एक बहुत ही बढ़िया रेसिपी है. कुट्टू आटा और सेंधा नमक मिलाकर इन दही भल्लों को तैयार​ किया जाता है. यह खाने में बहुत ही स्वाद लगते हैं. किसी भी व्रत में आलू और साबुदाना खूब खाया जाता है इसलिए हम आपको आज साबुदाने और आलू से तैयार होने वाला बेहतरीन स्नैक बताने जा रहे हैं. साबुद...

Janmashtmai Vrat Niyam 2021 Do Not Drink Water After Sunset On Janmashtami

Janmashtami Vrat Niyam 2021: देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मंदिरों को सजाया जाता है. श्री कृष्ण के जन्म के समय रात्रि 12 बजे तक लोग जागरण करते हैं और भगवान श्री कृष्ण और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन बाल गोपाल के जन्म दिवस पर लोग उपवास करते हैं. हिंदू धर्म में जन्माष्टमी के व्रत का भी बड़ा महत्व है. पूरा दिन फलाहार करते हैं. और रात 12 बजे भगवान के जन्म के बाद व्रत पारण करते हैं. इस दिन व्रत रखने वाले के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूरा दिन तो जल ग्रहण करने की छूट होती है, लेकिन सूर्यास्त के बाद भगवान के जन्म के समय तक जल ग्रहण करना वर्जित होता है. आइए जानते हैं जन्माष्टमी के दिन व्रत के कुछ नियम- जन्माष्टमी व्रत नियम (Janmashtami Vrat Niyam) जन्माष्टमी के दिन व्रत (janmashtami vrat) की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर, स्नान करके करें. साफ वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें. इस दिन आप फलाहार या जलाहार ले सकते हैं. व्रत के दौरान सात्विक रहें और शाम को पूजा करने से पहले एक बार फिर से स्नान कर लें. यूं करें कान्हा जी का अभिषेक विधि (Kanha ji Abhishek Vidhi) भगवान श्री कृष्ण के जन्म बाद के बाद उनकी धातु की प्रतिमा को पात्र में रखें. कान्हा जी की प्रतिमा को पहले दूध, दही, शहद, शर्करा और आखिर में घी से स्नान कराएं. कान्हा जी के इसी स्नान को पंचामृत स्नान कहते हैं. पंचामृत स्नान के बाद कान्हा जी को जल से स्नान करवाएं. इसके बाद पीताम्बर, पुष्प और प्रसाद अर्पित करें. कान्हा जी को अर्पित करने वाली सभी चीजें शंख में डालकर ही अर्पित करें. पूजा करने वाल...