जनरल टिकट फाइन इन स्लीपर

  1. जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में कर सकेंगे यात्रा, जानिए क्या है रेलवे का प्लान
  2. रेलवे टिकट को लेकर जारी हुआ नया नियम, अब जनरल टिकट वाले भी कर पाएंगे स्लीपर में यात्रा, जानें कैसे?
  3. जनरल टिकट से स्लीपर में बैठने पर नहीं लगेगा फाइन
  4. Delhi News Passengers Will Be Able To Travel In Sleeper Coach On General Ticket In Winter Season
  5. जनरल टिकट लेकर बिना चालान कटाए स्लीपर में ऐसे कर पाएंगे सफर
  6. जनरल टिकट लेकर बिना चालान कटाए स्लीपर में ऐसे कर पाएंगे सफर
  7. Indian Railways:ट्रेन यात्री जनरल टिकट पर कर सकेंगे स्लीपर क्लास में सफर, नहीं देना होगा कोई एक्स्ट्रा चार्ज


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जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में कर सकेंगे यात्रा, जानिए क्या है रेलवे का प्लान

मुरादाबादः ट्रेनों में खाली चल रहे स्लीपर कोच में रेल प्रशासन जनरल टिकट वाले यात्रियों को सफर करने की अनुमति देने जा रहा है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी रेल मंडल से 80% से कम यात्री संख्या पर चल रहे स्लीपर कोच की सूचना मांगी है. सभी मंडलों से सूची मिलने के बाद इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा. कोहरा व भीषण ठंड में स्लीपर के स्थान पर एसी-तृतीय कोच में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिसके चलते रेल प्रशासन भी पुराने कोच के स्थान पर नए कोच लगा रहा है. जिसमें स्लीपर कोच की संख्या कम कर उनके स्थान पर एसी तृतीय के कोच लगाए जा रहे हैं. कुछ समय पहले ही नई दिल्ली-मालदा टाउन एक्सप्रेस में नई व्यवस्था के तहत एसी-तृतीय कोच की संख्या बढ़कर छह कर दी गई है. जबकि स्लीपर कोच की संख्या कम कर दी गई है. सीट उपलब्ध कराने की व्यवस्थाकोच खाली होने पर स्लीपर के यात्रियों के टिकट को उचित रखकर एसी-तृतीय में सीट उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. वहीं दूसरी और जनरल कोच में यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. उसके बाद भी जनरल कोच की संख्या बढ़ाई नहीं गई है. लेकिन अब जल्द ही रेलवे बोर्ड जनरल टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए स्लीपर कोच में सफर करने की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा हैं. इन ट्रेनों के एक या दो स्लीपर कोच को अनारक्षित कर दिया जाएगा. जिसके बाद यात्री जनरल टिकट लेकर स्लीपर में भी सफर कर पाएंगे. स्लीपर कोच के बाहर लिखा होगा अनारक्षितऐसे स्लीपर कोच के बाहर अनारक्षित लिखा होगा. पहले आने वाले यात्री ऊपर की बर्थ पर सो सकते हैं. जबकि बीच की बर्थ खोलने की अनुमति नहीं होगी. रेलवे बोर्ड ने सभी रेल मंडलों से अपने मंडल में चलाई जा रही ट्रेनों के स्लीपर कोच में यात्रियों के संख्या क...

रेलवे टिकट को लेकर जारी हुआ नया नियम, अब जनरल टिकट वाले भी कर पाएंगे स्लीपर में यात्रा, जानें कैसे?

ये तो आपको पता ही है कि ट्रेनों में जनरल कोच की टिकट से लेकर स्लीपर क्लास में सफर करना आपको जोखिम में डाल सकता है। इसके लिए आपको भारी जुर्माना भी भरना पड़ सकता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप लंबी दूरी की ट्रेनों में स्लीपर कोच में सामान्य श्रेणी के टिकट पर बिना किसी पेनल्टी के यात्रा कर सकते हैं? अगर आप किसी लंबी दूरी पर जा रहे हैं तो आपको इसका फायदा अवश्य उठाना चाहिए। ठंडी की वजह से अधिकतर लोग स्लीपर की जगह पर एसी कोच का चयन कर रहे हैं, यही कारण है कि स्लीपर कोच में तकरीबन 80 प्रतिशत से अधिक सीट खाली रह जाती है। इस वजह से जो लोग जनरल टिकेट से यात्रा करने करते हैं वो अब वो स्लीपर का इस्तेमाल कर सकते हैं तथा इस के लिए उन्हें अतिरिक्त पैसे देने की जरुरत नहीं पड़ेगी। जनरल टिकट लेकर स्लीपर क्लास में कर पाएंगे सफर जी हां, ये जल्द ही एक वास्तविकता बन सकता है, क्योंकि भारतीय रेलवे इस संबंध में एक नई पहल की घोषणा कर सकता है। सर्दी के चलते यात्री स्लीपर कोच की जगह एसी कोच का चुनाव कर रहे हैं। इसके चलते स्लीपर कोच में एसी कोच की बर्थ खाली रह जा रही हैं। वहीं, जनरल कोच में टिकट की बुकिंग बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने सामान्य टिकट धारकों के लिए खाली स्लीपर कोचों का उपयोग करने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे के सभी मंडलों से अनुरोध किया है कि वे उन ट्रेनों के बारे में जानकारी एकत्र करें, जिनके स्लीपर क्लास के कोच कुल बर्थ के 80 प्रतिशत से कम भरे हुए हैं। यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाने के लिए रेलवे अधिकारी उन सभी स्लीपर कोच को नियमित कोच में बदलने पर विचार कर रहे हैं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब भारतीय रेलवे ने इस तरह की पहल की है। इसस...

जनरल टिकट से स्लीपर में बैठने पर नहीं लगेगा फाइन

रेलवे प्रशासन ने सेकंड क्लास का अनारक्षित टिकट लेकर स्लीपर क्लास में यात्रा करने वालों के लिए टिकट लेने और बर्थ आरक्षित कराने की सुविधा छह माह और बढ़ा दी है। हालांकि यह सुविधा कुछ शर्तों के साथ दी जा रही है। लेकिन इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। इसे छह माह पहले ही कुछ स्टेशन पर लागू किया गया था, जिसे लोगों का अच्छा रिस्पांस मिला। कई यात्री सेकंड क्लास का अनारक्षित टिकट लेकर स्लीपर में यात्रा करते हैं। जब टिकट चेकिंग स्टाफ या टीटीई जांच करते तो उन पर फाइन लगाते हैं. इस नियम से उन्हें राहत मिलेगी। इन शर्तों के आधार पर जारी किए जाएंगे टिकट अनारक्षित टिकटधारी सीट या बर्थ के लिए दावा नहीं कर सकते। सीट या बर्थ खाली रहने की स्थिति में आरक्षण शुल्क लेकर टिकट चेकिंग स्टॉफ द्वारा सीट का आवंटन किया जाएगा। स्लीपर क्लास टिकिट चिह्नित ट्रेनों में एवं चिह्नित स्टेशनों के लिए जारी किए जाएंगे। इसकी सूची स्टेशन पर उपलब्ध होगी। समय-समय पर रेलवे द्वारा जारी नियम या सर्कुलर इन टिकटों पर प्रभावी होंगे। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच गुजरने वाली गाडियों के लिए ही इस प्रकार का टिकट जारी किया जाएगा।

Delhi News Passengers Will Be Able To Travel In Sleeper Coach On General Ticket In Winter Season

Delhi News:भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को बेहतर सुविधा देने का एक नया तरीका अपनाया है. इसके तहत सर्दी के मौसम में जनरल टिकट पर यात्री स्लीपर क्लास में सफर कर पाएंगे. भारतीय रेलवे ने देशभर में कड़ाके की सर्दी को देखते हुए ये फैसला लिया है कि जनरल टिकट लेने वाले यात्री भी अब स्लीपर डिब्बे में सफर कर पाएंगे. खासबात ये है कि इसके लिए यात्रियों कोई अतिरिक्त शुल्क की मांग भी नहीं की जाएगी. रेलवे का ये नया फैसला, गरीब और खासकर के बुजुर्ग यात्रियों के लिए बेहद मददगार साबित होगा. रेलवे ने मांगी खाली चल रहे स्लीपर कोच की सूचना रेलवे प्रशासन ने तय किया है कि सर्दी के मौसम में खाली चल रहे स्लीपर कोच में जनरल टिकट के यात्रियों को सफर कराया जाए. इसी के मद्देनजर रेलवे बोर्ड ने सभी मंडल रेल प्रशासन से 80 प्रतिशत से कम यात्री के साथ चल रहे स्लीपर कोच की सूचना मांगी है, ताकि उन स्लीपर कोच को जनरल में बदला जाए. सर्दी में स्लीपर की बजाय एसी कोच से यात्रा कर रहे यात्री दरअसल, सर्दी की वजह से ज्यादातर यात्री स्लीपर कोच के बजाए एसी कोच में सफर कर रहे हैं. इस वजह से ट्रेनों में एसी कोच भी बढ़ाए गए हैं. इसके बाद से कई ट्रेनों में तो एसी और स्लीपर श्रेणी के कोच की संख्या लगभग बराबर हो गई है. सर्दी का आलम ये है कि स्लीपर कोच में 80 प्रतिशत तक सीट खाली रह रही हैं. इसके विपरीत जनरल टिकट से यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ रही है. इसे देखते हुए रेलवे इस पर विचार कर रहा है कि स्लीपर कोच में यात्री कम रहने वाली ट्रेनों में स्लीपर को जनरल कोच का दर्जा दिया जाएगा. इसी के तहत अब ऐसे कोच के बाहर अनारक्षित लिखा होगा लेकिन जनरल कोच में बदले गए इन कोचों में बीच की बर्थ खोलने की अनुमति नहीं दी जायगी. यह भी पढ़...

जनरल टिकट लेकर बिना चालान कटाए स्लीपर में ऐसे कर पाएंगे सफर

यह कोई गलत खबर नहीं, ना कोई वायरल सूचना है. खबर बिलकुल पक्की है. इस खबर को अधिकारिक तौर से प्राप्त जानकारी व नियम कानून के आधार पर आपको दिया जा रहा है ताकि विकट परिस्थिति में आप टीटीई के झमेले से बच सकें. इसे ना केवल आपको सफर करने का फायदा मिलेगा बल्कि ज्यादा पैसा ऐंठने वाले टीटीई से बचाव हो जाएगा. चाहें तो उस टीटीई को इन जानकारियों को देकर बाकि लोगों की भी मदद कर सकते हैं. हमारे देश में रेलवे के हाल से हर कोई वाकिफ है. रेल में सीट मिल पाना कितना मुश्किल है, जनरल बोगी को देखकर बताया जा सकता है. जब महिनों पहले टिकट करने पर भी सीट कंफर्मेशन की गारंटी नहीं होती है तो फिर तत्काल में आपको कहां से मिलेगी. ऐसी स्थिति में यह जानकारी आपको भले सीट ना दिलाए लेकिन आपकी काफी हद तक मदद कर सकती है. अगर आप लंबी दूरी की यात्रा अचानक करनी पड़ जाए. टिकट कंफर्म नहीं है तो फिर घबराने की बात है लेकिन घबराएं नहीं क्योंकि हम आपके लिए खास जानकारी लेकर आए हैं जो कि अचानक सफर को भी मंगलमय बना देगी. इन उपायों को अपनाएं- • स्टेशन पहुंचने के बाद ट्रेन की जानकारी लें. • यदि आपकी ट्रेन उसी स्टेशन से खुलती है तो फिर पता कर लें कि क्या वेटिंग टिकट मिल रहा है. • यदि आपको वेटिंग टिकट मिल गया तो आप स्लीपर में यात्रा कर पाएंगे लेकिन यदि ना मिलें तो इन उपायों को अपनाएं. जनरल टिकट लेकर स्लीपर में यात्रा- • यदि वेटिंग टिकट भी नहीं मिलता है तो जनरल टिकट लेना ना भूलें. • ख्याल रखें कि टिकट सुपरफास्ट का ही लें ताकि किसी भी एक्सप्रेस में भी सफर कर पाएं. • अब यदि जनरल बोगी भरा हुआ है तो आप स्लीपर में जा सकते हैं. • इसके बाद खासकर ख्याल रखें कि आरक्षित सीट वालों को परेशान ना करें. यदि वह अपनी सीट पर बैठने नहीं देते हैं...

जनरल टिकट लेकर बिना चालान कटाए स्लीपर में ऐसे कर पाएंगे सफर

खबर बिलकुल पक्की है. इस खबर को अधिकारिक तौर से प्राप्त जानकारी व नियम कानून के आधार पर आपको दिया जा रहा है ताकि विकट परिस्थिति में आप टीटीई के झमेले से बच सकें. इसे ना केवल आपको सफर करने का फायदा मिलेगा बल्कि ज्यादा पैसा ऐंठने वाले टीटीई से बचाव हो जाएगा. चाहें तो उस टीटीई को इन जानकारियों को देकर बाकि लोगों की भी मदद कर सकते हैं. हमारे देश में रेलवे के हाल से हर कोई वाकिफ है. रेल में सीट मिल पाना कितना मुश्किल है, जनरल बोगी को देखकर बताया जा सकता है. जब महिनों पहले टिकट करने पर भी सीट कंफर्मेशन की गारंटी नहीं होती है तो फिर तत्काल में आपको कहां से मिलेगी. ऐसी स्थिति में यह जानकारी आपको भले सीट ना दिलाए लेकिन आपकी काफी हद तक मदद कर सकती है. जनरल टिकट लेकर स्लीपर में यात्रा- • यदि वेटिंग टिकट भी नहीं मिलता है तो जनरल टिकट लेना ना भूलें. • ख्याल रखें कि टिकट सुपरफास्ट का ही लें ताकि किसी भी एक्सप्रेस में भी सफर कर पाएं. • अब यदि जनरल बोगी भरा हुआ है तो आप स्लीपर में जा सकते हैं. • इसके बाद खासकर ख्याल रखें कि आरक्षित सीट वालों को परेशान ना करें. यदि वह अपनी सीट पर बैठने नहीं देते हैं तो आप जबरन ना बैठें नहीं तो मुसीबत में पड़ सकते हैं. • अब आप टीटीई या टीसी से मिलकर आपका अतिरिक्त किराए एफटी (एक्सेस फेयर टिकट) की रसीद कटा लें. यदि वह फाइन या कुछ अन्य प्रकार से डराने व पैसे ऐंठने की बात करता है तो डरें नहीं. उसे केवल लागत किराया दें. क्योंकि अगर आपके पास है जनरल टिकट तो टीसी कानूनन तौर से चालान नहीं काट सकता है. • रसीद कटने पर अब आप आऱाम से स्लीपर में खड़े या नीचे बैठकर यात्रा कर सकते हैं. Whatsapp update kaise kare ? Janiye simple tarika Dosto, “whatsapp update kaise kare” ye...

Indian Railways:ट्रेन यात्री जनरल टिकट पर कर सकेंगे स्लीपर क्लास में सफर, नहीं देना होगा कोई एक्स्ट्रा चार्ज

रोजाना करोड़ों लोग भारतीय रेलवे में सफर करते हैं। यात्रियों को सफर का शानदार अनुभव देने के लिए भारतीय रेलवे ने कई नियमों को बना रखा है, ताकि सफर करते समय उनको किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। भारतीय रेलवे से जुड़े ऐसे कई नियम हैं, जिनके बारे में यात्रियों को पता नहीं है। अगर आप ट्रेन में नियमित तौर पर सफर करते हैं। ऐसे में आपको भारतीय रेलवे से जुड़े इन नियमों के बारे में पता होना चाहिए। आपको बता दें कि रेलवे जनरल टिकट पर यात्रियों को स्लीपर क्लास में सफर करने की सुविधा देने को लेकर विचार कर रहा है। इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने मंडल प्रशासन से रिपोर्ट की मांग भी की है। इस फैसले को भारतीय रेलवे ने सर्दियों के सीजन में यात्रियों को अच्छी सुविधा देने के लिए पेश किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से -