जयललिता मुख्यमंत्री थी

  1. जयललिता के बारे में अन्नामलाई के बयान को लेकर भाजपा और अन्नाद्रमुक के बीच तकरार – ThePrint Hindi
  2. जयललिता की दूसरी पुण्यतिथि: जानिए, अभिनेत्री से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर
  3. Jayalalitha Profile, j Jayalalitha
  4. कौन हैं तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल, ED ने गिरफ्तार किया तो बिगड़ी तबीयत, अब होगी बायपास सर्जरी
  5. Jayalalithaa returns as Tamil Nadu CM, Rajinikanth, Ilayaraja attend swearing in


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जयललिता के बारे में अन्नामलाई के बयान को लेकर भाजपा और अन्नाद्रमुक के बीच तकरार – ThePrint Hindi

अन्नाद्रमुक के महासचिव के. पलानीस्वामी ने मंगलवार को आक्रोश प्रकट करते हुए अन्नामलाई के “गैर-जिम्मेदाराना और अपरिपक्व बयान” के लिए उन पर निशाना साधा। पलानीस्वामी ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बदनीयती के साथ दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता पर आक्षेप लगाया। अन्नाद्रमुक की नेता जयललिता की आलोचना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पलानीस्वामी ने कहा, “अन्नामलाई का बयान गैर-जिम्मेदाराना और राजनीतिक अनुभव व परिपक्वता से रहित है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।” राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने यहां पत्रकारों से कहा कि पार्टी के जिला सचिवों ने “क्रांतिकारी नेता और ‘इधाया देवम’ की प्रतिष्ठा को योजनाबद्ध तरीके से धूमिल करने के लिए” अन्नामलाई के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। जयललिता के समर्थक उन्हें ‘इधाया देवम’, बुलाते थे, जिसका अर्थ दिलों की देवी होता है। यह पहली बार है जब अन्नाद्रमुक ने इतने कड़े शब्दों में अन्नामलाई की निंदा की है और उनके खिलाफ एक प्रस्ताव भी पारित किया है। भाषा जोहेब नरेश नरेश यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

जयललिता की दूसरी पुण्यतिथि: जानिए, अभिनेत्री से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

तमिल फिल्मों की सुपर स्टार और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री बचपन से ही था एक्टिंग का क्रेज आजादी के एक साल बाद 24 फरवरी 1948 को कर्नाटक के मैसूर जिले के मेलूकोट शहर में जयललिता का जन्म हुआ था. बचपन से ही एक्टिंग का शौक रखने वाली 'जया' ने 1961 में 13 साल की उम्र में पहली बार अंग्रेजी फिल्म 'एपीसल' में एक बाल कलाकार के तौर पर सुनहरे पर्दे पर कदम रखा. 1965 में एमजी रामचंद्रन के साथ तमिल फिल्म 'वेनिरा आदाई' में बतौर अभिनेत्री उन्होंने काम किया. बाद में रामचंद्रन के मार्गदर्शन में ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. जयललिता की दिलचस्पी तमिल फिल्मों में काम करने से अधिक राजनीति में बढ़ती जा रही थी. 1980 में उन्होंने अपनी अंतिम तमिल फिल्म 'थेड़ी वंधा कादला' में बतौर अभिनेत्री काम किया. रामचंद्रन के मार्गदर्शन में रखा राजनीति में कदम अपने फिल्मी करियर को अलविदा कहने के बाद एम जी रामचंद्रन के नेतृत्व में पहली बार 1982 में 'जया' ने राजनीति में कदम रखा और अन्नाद्रमुक की सदस्यता ग्रहण की. जयललिता की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब उन्होंने तमिलनाडु के कुद्दालोर में पहली बार रैली की तो लोगों की भारी भीड़ उन्हें देखने के लिए उमड़ पड़ी. जयललिता की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें 1983 में अन्नाद्रमुक की प्रचार टीम का हिस्सा बनाया गया. उन्हें प्रचार प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई. पहली बार थिरुचेंदुर सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार भी किया. ये भी पढ़ें: कद बढ़ने के साथ-साथ रामचंद्रन से भी बढ़ती गई दूरी जयललिता की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ती गई पार्टी प्रमुख रामचंद्रन के साथ उनके रिश्तो में भी दरार बढ़ने लगी. 1984 में 'जया' को पार्टी के ...

Jayalalitha Profile, j Jayalalitha

वे ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कजगम (एआईएडीएमके) की वर्तमान महासचिव थी। उनके समर्थक उन्हें अम्मा (मां) और कभी कभी पुरातची तलाईवी ('क्रांतिकारी नेता') कहकर बुलाते थे। हालांकि इस बात के दावे किए जाते रहे हैं कि एमजी रामचंद्रन ने उन्हें राजनीति से परिचित कराया था, लेकिन जयललिता इन दावों को नहीं मानती हैं। 1984-1989 के दौरान जयललिता ने तमिलनाडु से राज्यसभा के लिए राज्य का प्रतिनिधित्व किया। पर रामचंद्रन की मौत के बाद उन्होंने खुद को रामचंद्रन की राजनीतिक विरासत का वारिस घोषित कर दिया था। जयललिता का जन्म एक ‍तमिल परिवार में 24 फरवरी, 1948 में हुआ था और वे पुरानी मैसूर स्टेट (जो कि अब कर्नाटक का हिस्सा है) के मांडया जिले के पांडवपुरा तालुक के मेलुरकोट गांव में पैदा हुई थीं। उनके दादा तत्कालीन मैसूर राज्य में एक सर्जन थे और उनके परिवार के बहुत से लोगों के नाम के साथ जय (विजेता) का उपसर्ग लगाया जाता है जो कि परिवार का मैसूर के महाराजा जयचामराज वाडियार के साथ संबंध को दर्शाता है। जयललिता के पिता का तब निधन हो गया था जब वे केवल दो वर्ष की थीं। उनकी मां जयललिता को साथ लेकर बेंगलुरू चली गई थीं जहां उनके माता-पिता रहते थे। बाद में उनकी मां ने तमिल सिनेमा में काम करना शुरू कर दिया और अपना फिल्मी नाम संध्या रख लिया। जया ने पहले बेंगलुरू और बाद में चेन्नई में अपनी शिक्षा प्राप्त की थी। चेन्नई के स्टेला मारिस कॉलेज में पढ़ने की बजाय उन्होंने सरकारी वजीफे से आगे पढ़ाई की। जब वे स्कूल में ही पढ़ रही थीं तब उनकी मां ने उन्हें फिल्मों में काम करने को राजी किया। जब वे स्कूल में ही पढ़ रही थीं तभी उन्होंने 'एपिसल' नाम की अंग्रेजी फिल्म में काम दिया। 15 वर्ष की आयु में कन्नड फिल्मों में मुख्‍...

कौन हैं तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल, ED ने गिरफ्तार किया तो बिगड़ी तबीयत, अब होगी बायपास सर्जरी

कौन हैं तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल, ED ने गिरफ्तार किया तो बिगड़ी तबीयत, अब होगी बायपास सर्जरी Job For Cash Scam: सेंथिल बालाजी तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के खास माने जाते थे, लेकिन उनके निधन के बाद वे अन्नाद्रमुक छोड़कर द्रमुक में आ गए थे. उन्हें जॉब फॉर कैश घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. डीएनए हिंदी: तमिलनाडु में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के कारण पूरे देश की राजनीति गर्मा गई है. ED ने तमिलनाडु की द्रमुक सरकार के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी (Tamil Nadu Electricity Minister Senthil Balaji) को करीब 18 घंटे पूछताछ के बाद बुधवार सुबह गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी राज्य के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में हुए जॉब फॉर कैश घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई है. आरोप है कि यह घोटाला बालाजी के अन्नाद्रमुक की सरकार में साल 2011 से 2016 के दौरान ट्रांसपोर्ट मंत्री रहने के दौरान हुआ है. हालांकि गिरफ्तारी के तत्काल बाद बालाजी के सीने में दर्द की शिकायत करने पर उन्हें चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ट्विटर पर आरोप लगाया है कि ED ने बालाजी को टॉर्चर किया है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की इन धमकियों से DMK (द्रमुक) नहीं घबराएगी और इसका जवाब लोग 2024 में सबक सिखाकर देंगे. उन्होंने आरोप लगाया है कि बालाजी का स्वास्थ्य जानने गए तमिलनाडु सरकार के मंत्रियों को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई है. गरीब किसान से प्रदेश के प्रभावी मंत्री बने हैं बालाजी 47 साल के सेंथिल बालाजी तमिलनाडु की करुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. गरीब किसान परिवार से संबंध रखने वाले बालाजी को पश्चिमी तम...

Jayalalithaa returns as Tamil Nadu CM, Rajinikanth, Ilayaraja attend swearing in

तमिलनाडु में एआईएडीएमके की महासचिव जे. जयललिता ने शनिवार को पांचवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल के. रोसैया ने मद्रास यूनिवर्सिटी सेंटीनरी ऑडिटोरियम में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह में 67 वर्षीया जयललिता को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। तमिलनाडु की 14वीं विधानसभा में जयललिता बतौर मुख्यमंत्री 29 सदस्यीय मंत्रिमंडल का नेतृत्व करेंगी। शपथ ग्रहण के लिए मंच तक पहुंचने से पहले और शपथ-ग्रहण के बाद जयललिता का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया गया। समारोह स्थल खचाखच भरा था। जयललिता के समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। जिस मार्ग से जयललिता शपथ-ग्रहण समारोह स्थल तक पहुंचीं, वहां सड़क के दोनों ओर लोगों की लंबी कतार देखी गई। एआईएडीएमके ने वर्ष 2011 में विधानसभा चुनाव जीता था और तब जयललिता मुख्यमंत्री बनी थीं। लेकिन पिछले साल सितंबर में बेंगलुरू की एक अदालत ने उन्हें 18 साल पुराने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने उन्हें चार साल कैद की सजा सुनाई थी और उन पर 100 करोड़ रुपये का जुर्माना भी किया था। बाद में हालांकि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के इस फैसले के खिलाफ जयललिता की अपील स्वीकार करते हुए उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। न्यायालय के आदेश के 15 दिन के भीतर उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। एआईएडीएमके के विधायकों ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में उन्हें अपना नेता चुना था, जिसके बाद ओ.पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए जयललिता को सरकार बनाने का आमंत्रण ...