जयप्रकाश

  1. जयप्रकाश कर्दम
  2. जयप्रकाश नारायण
  3. जयप्रकाश निषाद
  4. Jayaprakash Narayan
  5. जयप्रकाश नारायण की जीवनी, मार्क्सवादी, राजनीतिक विचार, आंदोलन एवं सम्पूर्ण क्रांति


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जयप्रकाश कर्दम

अनुक्रम • 1 कृतियाँ • 2 पुरस्कार/सम्मान • 3 सन्दर्भ • 4 बाहरी कडियाँ कृतियाँ [ ] डॉ जयप्रकाश कर्दम की 50 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। उन्होंने कविताएं, कहानियां, लेख, उपन्यास, आलोचना, बाल साहित्य और खंड काव्य (राहुल) लिखे हैं। उनका पहला उपन्यास 'छप्पर' हिन्दी दलित साहित्य का भी पहला उपन्यास माना जाता है। उन्हों ‘द चमार’ का हिन्दी में अनुवाद किया। हिन्दी दलित साहित्य वार्षिकी का आप वर्षों से संपादन कर रहे हैं। विद्यालयों-म्हाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में उनकी रचनाएं पढ़ाई जा रही हैं। छात्र-छात्राएं उन पर पीएचडी कर रहे हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं- ‘गूँगा नहीं था मैं’, ‘तिनका-तिनका आग’, ‘बस्तियों से बाहर’, 'दुनिया के बाजार में, 'लाशों के शहर में' (कविता संग्रह),‘राहुल’ (खंडकाव्य); ‘करुणा’, ‘छप्पर', 'उत्कोच्'(उपन्यास); ‘तलाश’, ‘खरोंच’ (कहानी-संग्रह); ‘जर्मनी में दलित साहित्य: अनुभव और स्मृतियाँ’ (यात्रा-संस्मरण); ‘मेरे संवाद’ (साक्षात्कार); ‘श्रीलाल शुक्ल कृत 'राग दरबारी' का समाजशास्त्रीय अध्ययन’, ‘इक्कीसवीं सदी में दलित आन्दोलन: साहित्य एवं समाज चिन्‍तन’, ‘दलित विमर्श: साहित्य के आईने में’, ‘वर्तमान दलित आन्दोलन: दशा और दिशा’, ‘हिन्दुत्व और दलित: कुछ प्रश्न कुछ विचार’, ‘डॉ. अम्बेडकर, दलित और बौद्धधर्म’, ‘समाज, संस्कृति और दलित’, ‘दलित साहित्य: सामाजिक बदलाव की पटकथा’, ‘दलित कविता: समकालीन परिदृश्य’, दलित साहित्य: समकालीन परिदृश्य', 'हिन्दी: भाषा, संस्कृति और राष्ट्रीयता', 'प्रतिरोधी साहित्य और संस्कृति: युगीन संदर्भ', 'तीसरी आँख', 'डॉ अंबेडकर और आधुनिक भारत', 'दलित और बहुजन साहित्य: विमर्श के आयाम', 'लोक साहित्य में दलित संस्कृति'(आलोचना और वैचारिक पुस्तकें); ‘चमार...

जयप्रकाश नारायण

अनुक्रम • 1 शिक्षा • 2 जीवन • 3 सम्पूर्ण क्रान्ति का आह्वान • 4 सम्मान • 5 सन्दर्भ • 6 इन्हें भी देखें • 7 बाहरी कड़ियाँ शिक्षा [ ] जीवन [ ] जयप्रकाश नारायण का जन्म उत्तर प्रदेश के सिताब दियारा में 1939 में उन्होंने मुझे अपने लिए चिन्ता नहीं है, किन्तु देश के लिए मुझे चिन्ता है। — बिहार विभूति डॉ॰ अनुग्रह नारायण सिन्हा उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हथियारों के उपयोग को सही समझा। उन्होंने 1948 में उन्होंने कांग्रेस के समाजवादी दल का नेतृत्व किया और बाद में गांधीवादी दल के साथ मिलकर 1960 के दशक के अंतिम भाग में वे राजनीति में पुनः सक्रिय रहे। वे इंदिरा गांधी की प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध थे। गिरते स्वास्थ्य के बावजूद उन्होंने बिहार में सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन किया। उनके नेतृत्व में पीपुल्स फ्रंट ने जयप्रकाश नारायण का निधन उनके निवास स्थान पटना में 8 अक्टूबर 1979 को हृदय की बीमारी और सम्पूर्ण क्रान्ति का आह्वान [ ] १५ जून सन् १९७५ को पटना के गांधी मैदान में छात्रों की विशाल समूह के समक्ष 'सम्पूर्ण क्रान्ति' का उद्घोष पाँच जून के पहले छात्रों - युवकों की कुछ तात्कालिक मांगें थीं, जिन्हें कोई भी सरकार जिद न करती तो आसानी से मान सकती थी। लेकिन पाँच जून को जे॰ पी॰ ने घोषणा की— "भ्रष्टाचार मिटाना, बेरोजगारी दूर करना, शिक्षा में क्रांति लाना, आदि ऐसी चीजें हैं जो आज की व्यवस्था से पूरी नहीं हो सकतीं; क्योंकि वे इस व्यवस्था की ही उपज हैं। वे तभी पूरी हो सकती हैं जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए और सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए क्रान्ति, ’सम्पूर्ण क्रान्ति’ आवश्यक है।" सम्पूर्ण क्रान्ति के आह्वान उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी की सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए ...

जयप्रकाश निषाद

जयप्रकाश निषाद, भारत के उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहे है। 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की चौरी-चौरा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, (निर्वाचन संख्या-326) से चुनाव जीता था। उन्होंने 2007 का चुनाव मनीराम विधानसभा (निर्वाचन संख्या-170) से लड़ा था जहाँ वो तीसरे स्थान पर रहे थे। 2017 में भी उन्होंने चौरी चौरा से विधानसभा से चुनाव लड़ा परंतु

Jayaprakash Narayan

• • Jayaprakash Narayan ( ( help· info); 11 October 1902– 8 October 1979), popularly referred to as JP or Lok Nayak ( People's leader"), was an Jayaprakash, was written by his nationalist friend and the writer of Early life [ ] JJayprakash Narayan Srivastava was born on 11 October 1902 He came from a In October 1918, Narayan married Braj Kishore Prasad's elder daughter [ citation needed] Higher education in the United States [ ] After exhausting the courses at the Vidyapeeth, Jayaprakash decided to continue studies in the United States. Janus while Prabhavati remained at Sabarmati. Jayaprakash reached California on 8 October 1922 and was admitted to After a semester studying chemistry In Wisconsin, Jayaprakash was introduced to Cultural Variation, Politics [ ] Narayan returned from the US to India in late 1929 as a Marxist. Kadam Kuan in After being jailed in 1930 for [ citation needed] When Anugrah Smarak Nidhi (Anugrah Narayan Memorial Fund). After Freedom [ ] Between 1947 and 1953, Jayaprakash Narayan was President of Bihar Movement and Total Revolution [ ] This section does not Please help ( December 2011) ( Narayan returned to prominence in State politics in the late 1960s. 1974 ushered in a year of high inflation, unemployment and lack of supplies and essential commodities. The Bihar government used brutal force to suppress the movement and on 18 March 1974, police fired on unarmed demonstrators and eight people were killed in police firing. On 8 April 1974, aged 72,...

जयप्रकाश नारायण की जीवनी, मार्क्सवादी, राजनीतिक विचार, आंदोलन एवं सम्पूर्ण क्रांति

जयप्रकाशनारायणएकऐसेराजनेताथेजिनकाभारतीयस्वतंत्रतासंग्राममेंअहमयोगदानहै।इन्हें 1970 मेंइंदिरागांधीकेविरुद्धविपक्षकानेतृत्वकरनेकेलिएजानाजाताहै।इन्दिरागांधीकोपदच्युतकरनेकेलियेउन्होने‘ सम्पूर्णक्रांति‘नामकआन्दोलनचलायाथा।वेसमाज-सेवकथे, जिन्हें‘लोकनायक’केनामसेभीजानाजाताहै। भारतकेसमाजवादीविचारकोंमेंजयप्रकाशनारायणकाविशिष्टस्थानहै।वेएकसमाजवादी, गांधीवादीऔरसर्वोदयवादीथे, लेकिनइनमेंसेकिसीकेसाथवेजीवनभरबंधकरनरहसके।वस्तुतःउनकेजीवनऔरचिन्तनकाएकहीलक्ष्यथाऔरवहथा, आर्थिक-सामाजिकन्यायऔरनैतिकतापरआधारितव्यवस्थाकीस्थापनाकरना। जयप्रकाशनारायणकीजीवनी जयप्रकाशनारायणकाजन्म 11 अक्टूबर, 1902 कोबिहारकेसितावदियारागांवमेंहुआथा, जोवर्तमानमेंउत्तरप्रदेशकेअंतर्गतआताहै।उनकीप्रारम्भिकशिक्षापटनामेंहुई।बचपनसेहीनैतिकतत्वोंकेप्रतिउनकाआकर्षणरहाऔर‘भगवद्गीता’नेउन्हेंप्रेरणादी। वेजबकॉलेजमेंथे, तभी 1921 मेंगांधीजीकेनेतृत्वमेंचलरहेअसहयोगआन्दोलनमेंकूदपड़े। सन् 1922 मेंउनकाविवाहप्रभादेवीकेसाथहुआ। 1922 मेंहीवेअध्ययनकेलिएअमरीकागयेऔरउन्होंनेवहांआठवर्षतकअध्ययनकिया।वेवर्कलेकेकैलिफोर्नियाविश्वविद्यालयमेंप्रविष्टहुए।अमरीकामेंउन्हेंअपनेअध्ययनकोसुचारुरूपसेचलानेकेलिएअर्थोपार्जनकरनाथा, अतःबूटपालिशऔरघरेलूसफाईआदिकार्यकरतेहुएउन्होंनेश्रमिकजीवनकेअनुभवप्राप्तकिये। जयप्रकाशनारायणमार्क्सवादीकबबने? जयप्रकाशनारायणअमरीकामेंहीमार्क्सवादकेप्रभावमेंआयेऔरवहींउन्होंनेएम. एन. रायकीरचनाओंकाभीअध्ययनकिया।भारतआनेपरवेमहात्मागांधीकेप्रभावऔरजवाहरलालनेहरूकेसम्पर्कमेंआये।समाजवादकीओरउनकाझुकावयुवावस्थासेहीथा। 1934 ई. मेंउन्होंनेआचार्यनरेन्द्रदेवऔरअन्यसाथियोंकेसहयोगसेकांग्रेसकेअन्दरही‘कांग्रेससमाजवादीपार्टी’कीस्थापनाकी। भारतकेस्वाधीनतासंग्रामकेवेएकप्रमुखसेनानी...