K2 ki unchai kitni hai

  1. आयन मंडल की ऊंचाई कितनी है?
  2. समताप मंडल की ऊंचाई कितनी होती है?
  3. पारसनाथ पहाड़ की ऊंचाई कितनी है?
  4. क्या आप बता सकते हैं कि कैलाश पर्वत पर आज तक कोई क्यों नहीं चढ़ पाया है?


Download: K2 ki unchai kitni hai
Size: 59.20 MB

आयन मंडल की ऊंचाई कितनी है?

Explanation : आयन मंडल की ऊंचाई 640 किमी तक है यानि मध्यमंडल के ऊपर 80 से 640 किमी तक आयनमंडल (Ionosphere) का विस्तार होता है। आयनमंडल, तापमंडल का सबसे निचला भाग है। इसमें विद्युत आवेशित कणों की अधिकता होती है। इसी भाग में विस्मयकारी विद्युतीय व चुंबकीय घटनाएँ घटित होती हैं, तथा ब्रह्मांड किरणों (Cosmic Rays) का परिलक्षण होता है। रेडियो तरंगें इसी मंडल से परावर्तित होकर संचार को संभव बनाती हैं। यदि यह मंडल न होता, तो रेडियो तरंगें भूतल पर न आकर आकाश में असीमित ऊँचाई तक चली जाती। Explanation : चाय बोर्ड (Tea Board) का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है। इसके दो क्षेत्रीय कार्यालय उत्तर-पूर्व क्षेत्र में असम के जोरहाट में और तमिलनाडु में कुन्नूर में दक्षिण क्षेत्र में है। इसके अलावा, सभी प्रमुख चाय उत्पादक राज्यों और चार महा • उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात कब होती है?

समताप मंडल की ऊंचाई कितनी होती है?

Explanation : समताप मंडल की ऊंचाई 50 किमी तक होती है। समतापमंडल (Stratosphere) वायुमंडल में क्षोभमंडल के ऊपर पाया जाता है। इसकी ऊँचाई विषुवत् रेखा पर 18 किमी से लेकर 50 किमी तक पाई जाती है। इस मंडल के ऊपरी भाग में ओजोन अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसे 'ओजोन परत' के नाम से जाना जाता है। ओजोन परत सूर्य के पराबैगनी किरणों से पृथ्वी की रक्षा करती है यदि किसी क्षेत्र में ओजोन परत नष्ट हो जाती है तो उसे 'ओजोन छिद्र' के नाम से जाना जाता है। ओजोन को सर्वाधिक क्षति पहुंचाने वाली गैस क्लोरीन है जो मिश्रित रूप से क्लोरो-पलोरो कार्बन (CFC), हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो कार्बन (HCFC) में पायी जाती है। इसके अतिरिक्त हैजोजन गैसे (क्लोरीन, ब्रोमीन, आयोडीन) तथा नाइट्रस आक्साइड भी ओजोन परत को क्षति पहुंचाती है।

पारसनाथ पहाड़ की ऊंचाई कितनी है?

पारसनाथ पहाड़ी, झारखंड राज्य के गिरीडीह जिले में​ स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 1365 मीटर है। इसके शिखर पर शिखरजी जैन मंदिर यह पहाड़ी छोटानागपुर पठार के पूर्वी छोर पर स्थित है। केन्द्रीय एवं राज्य सिविल सेवा परीक्षाओं में राज्य आधारित इसी तरह के अनेक प्रश्न पूछे जाते रहे है। जिसमें राज्य की सम-सामयिक घटनाऐं, राज्य की अर्थव्यवस्था, राज्य का भूगोल, कला एवं संस्कृति, जनजातियां, सामाजिक विकास, पुरस्कार एवं सम्मान आदि प्रमुख है। विभिन्न परीक्षाओं में दुहराव की प्रवृत्ति के दृष्टिगत यह प्रश्न आगामी परीक्षाओं हेतु निश्चित ही लाभकारी सिद्ध होगा। Tags : मध्य प्रदेश में सबसे अधिक क्षेत्र में सोयाबीन फसल बोई जाती है। सोयाबीन एक तिलहन फसल है। मध्य प्रदेश में देश का लगभग 88% सोयाबीन पैदा किया जाता है। इसलिए इसे सोया राजधानी भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश में लगभग 62 लाख हैक्टर में सोयाबीन की खेती की जाती ह • राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

क्या आप बता सकते हैं कि कैलाश पर्वत पर आज तक कोई क्यों नहीं चढ़ पाया है?

भारत कई खूबसूरत प्राकृतिक संसाधनों का देश है. यहां पर घाटियों से लेकर, खूबसूरत झरने, जंगल, समंदर और पहाड़ तक मौजूद हैं. कई पहाड़ आज भी पूजनीय हैं और लोग उन्‍हें आस्‍था की दृष्टि से देखते हैं. इन्‍हीं कुछ पहाड़ों में एक है कैलाश पर्वत जो भारत में तो नहीं है लेकिन करोड़ों भारतीयों की आस्‍था का प्रतीक है. 6,656 मीटर की ऊंचाई वाले कैलाश पर्वत को लोगों ने बस दूर से ही देखा है. माउंट एवरेस्‍ट से इसकी ऊंचाई 2000 किलोमीटर कम है मगर अभी तक कोई भी इस पर चढ़ नही सका है. इस वजह से लोग इसे रहस्‍यमयी पर्वत भी करार देते हैं. पहाड़ पर हैं सुपरनैचुरल ताकतें! माउंट एवरेस्‍ट से इसकी ऊंचाई कम होने के बाद भी कोई अब तक इस पर नहीं जा सका है. बड़े-बड़े पर्वातारोही, इस पर चढ़ने से इनकार कर चुके हैं. कई लोग कहते हैं कि इस पहाड़ पर कई सुपरनैचुरल शक्तियां रहती हैं और इस तर्क के आगे वैज्ञानिक भी खामोश रह जाते हैं. इस पर्वत पर चढ़ने के कई प्रयास भी किए गए हैं मगर अभी तक किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी. कई लोग कहते हैं कि मौसम की वजह से यहां पर कोई भी पैर नहीं रख पाया है. कई लोग यह दावा करते हैं कि यहां पर नेविगेशन बहुत मुश्किल है क्‍योंकि अक्‍सर यहां दिशाभ्रम हो जाता है. कुछ लोग तो यहां तक कह डालते हैं कि यहां पर स्थित सुपरनैचुरल ताकतें यहां की दिशाओं को मोड़ देती हैं. भगवान शिव का घर हिंदु धार्मिक मान्‍यताओं के मुताबिक कैलाश पर्वत, भगवान शिव का घर है. वह अपने परिवार के साथ यहां पर रहते हैं और यही वजह है कि यह पहाड़ कई लोगों के लिए मोक्ष प्राप्ति की जगह भी है. कई श्रद्धालु यहां पर आते हैं और कई लोगों की मानें तो उन्‍होंने सुपरनैचुरल ताकतों को अनुभव किया है. कुछ यहां तक दावा करते हैं उन्‍हें यहां पर साक्ष...