कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम को गोपियों ने किस प्रकार अभिव्यक्त किया है

  1. कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम को गोपियों ने किस प्रकार अभिव्यक्त किया है? Krishna ke prati apne ananya prem ko gopiyon ne kis prakaar abhivyakt kiya hai?
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कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम को गोपियों ने किस प्रकार अभिव्यक्त किया है? Krishna ke prati apne ananya prem ko gopiyon ne kis prakaar abhivyakt kiya hai?

भगवान श्री कृष्ण के प्रति गोपियों ने अपने अनन्य प्रेम को अपने विचारों तथा कार्यों से अभिव्यक्त किया हैं। गोपियों के अनुसार श्री कृष्ण उनके लिए हारिल पक्षी की लकड़ी के समान है, जिस तरह से हरिल पक्षी अपने पंजों में एक लकड़ी को पकड़ कर ले जाता है, ठीक उसी तरह से गोपियों ने भी श्री कृष्णा के प्रति प्रेम को गोपियों ने अपने हृदय में पूरी आस्था के साथ पकड़ रखा है। गोपिया दिन रात सोते जागते स्थापना स्वर्ण में भी भगवान श्री कृष्ण के नाम की रट लगाती हैं। जिस तरह कोई चींटी गुड से चिपकी रहती हैं, उसी तरह गोपिया भी श्री कृष्ण के प्रेम में लिप्त हैं।

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Answer गोपियाँ श्री कृष्ण के प्रेम में रात दिन सोते जागते सिर्फ श्री कृष्ण का नाम ही रटती रहती थी कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम को गोपियाँ ने चीटियों और हारिल की लकड़ी के उदाहरण द्वारा व्यक्त किया था उन्होंने स्वय की तुलना चीटियों से और श्री कृष्ण की तुलना गुड से की थी वह उसे किसी भी दशा में नहीं छोड़ता था I Popular Questions of Class 10 Hindi - Kshitij • Q:- लक्ष्मण ने वीर योद्धा की क्या-क्या विशेषताएँ बताईं ? • Q:- पाठ में आए किन प्रसंगों के आधार पर आप कह सकते हैं कि (क) बिस्मिल्ला खाँ मिली-जुली संस्कृति के प्रतीक थे। (ख) वे वास्तविक अर्थों में एक सच्चे इनसान थे। • Q:- पाठ के आधार पर तुलसी के भाषा सौंदर्य पर दस पंक्तियाँ लिखिए। • Q:- पाठ के आधार पर बालगोबिन भगत के मधुर गायन की विशेषताएँ लिखिए। • Q:- परशुराम ने अपने विषय में सभा में क्या-क्या कहा, निम्न पद्यांश के आधार पर लिखिए बाल ब्रह्मचारी अति कोही बिस्वबिदित क्षत्रियकुलद्रोही॥ भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही। बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही ।। सहसबाहुभुज छेदनिहारा। परसु बिलोकु महीपकुमारा॥ मातु पितहि जनि सोचबस करसि महीसकिसोर। गर्भन्ह के अर्भक दलन परसु मोर अति घोर ॥ • Q:- बिना विचार, घटना और पात्रों के भी क्या कहानी लिखी जा सकती है। यशपाल के इस विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं? • Q:- उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की’- कथन के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है? • Q:- इस पूरे प्रसंग में व्यंग्य का अनूठा सौंदर्य है। उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए। • Q:- किन महत्त्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सुई-धागे का आविष्कार हुआ होगा? • Q:- साहस और शक्ति के साथ विनम्रता हो तो बेहतर है। इस कथन पर अपने विचार लिखिए। Recently Viewed Question...

JAC Class 10 Hindi Solutions Kshitij Chapter 1 सूरदास के पद – Jharkhand Board Solution

Jharkhand Board JAC Board Class 10 Hindi Solutions Kshitij Chapter 1 सूरदास के पद JAC Class 10 Hindi सूरदास के पद Textbook Questions and Answers प्रश्न 1. गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में क्या व्यंग्य निहित है? उत्तर : गोपियों के द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में व्यंग्य का भाव छिपा हुआ है। उद्धव मथुरा में श्रीकृष्ण के साथ ही रहते थे, पर फिर भी उनके हृदय में पूरी तरह से प्रेमहीनता थी। वे प्रेम के बंधन से पूरी तरह मुक्त थे। उनका मन किसी के प्रेम में डूबता नहीं था। श्रीकृष्ण के निकट रहकर भी वे प्रेमभाव से वंचित थे। प्रश्न 2. उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किस से की गई है? उत्तर : उद्धव के व्यवहार की तुलना कमल के पत्ते और तेल की मटकी से की गई है। कमल का पत्ता पानी में डूबा रहता है, पर उस पर पानी की एक बूंद भी दाग नहीं लगा पाती। उस पर पानी की एक बूंद भी नहीं टिकती। इसी तरह तेल की मटकी को जल में डुबोने से उस पर एक बूंद भी नहीं ठहरती। उद्धव भी पूरी तरह से अनासक्त था। वह श्रीकृष्ण के निकट रहकर भी प्रेम के बंधन से पूरी तरह मुक्त था। प्रश्न 3. गोपियों ने किन-किन उदाहरणों के माध्यम से उद्धव को उलाहने दिए हैं? उत्तर : गोपियों ने उद्धव को अनेक उदाहरणों के माध्यम से उलाहने दिए हैं। उन्होंने उसे बडभागी’ कहकर प्रेम से रहित माना है, जो श्रीकृष्ण के निकट रहकर भी प्रेम का अर्थ नहीं समझ पाया। उद्धव के द्वारा दिए जाने वाले योग के संदेशों के कारण गोपियाँ वियोग में जलने लगी थीं। विरह के सागर में डूबती गोपियों को पहले आशा थी कि वे कभी-न-कभी तो श्रीकृष्ण से मिल जाएँगी, पर उद्धव के द्वारा दिए जाने वाले योग-साधना के संदेश के बाद तो प्राण त्यागना ही शेष रह गया था। गोपियों के अनुसार उद्धव का ...

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 1 पद – MCQ Books

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 1 पद We hope you have all started your preparation for the upcoming tests. Well, these NCERT Solutions for class 10 Hindi क्षितिज भाग 2 can surely help you with the preparation and scoring better than your classmates. Make sure to check these प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) प्रश्न 1. गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में क्या व्यंग्य निहित है? उत्तर गोपियाँ उद्धव को व्यंग्य करती हैं कि तुम्हारे भाग्य की कैसी बिडंबना है कि श्रीकृष्ण के निकट रहते हुए भी प्रेम से वंचित रहे। श्रीकृष्ण के निकट रहकर भी उनके प्रति अनुराग नहीं हुआ, वह तुम जैसा ही भाग्यवान हो सकता है। इस तरह गोपियाँ उनको भाग्यवान कहकर यही व्यंग्य करती हैं कि तुमसे बढ़कर दुर्भाग्य और किसका हो सकता प्रश्न 2. उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किससे की गई है? उत्तर उद्धव के व्यवहार की तुलना निम्नलिखित से की गई है • कमल के पत्तों से, जो जल में रहकर भी उससे प्रभावित नहीं होते। • जल में पड़ी तेल की बूंद से, जो जल में घुलती-मिलती नहीं। उद्धव भी इनके समान हैं। वे कृष्ण के संग रहकर भी उसके प्रेम से प्रभावित नहीं हो सके। प्रश्न 3. गोपियों ने किन-किन उदाहरणों के माध्यम से उद्धव को उलाहने दिए हैं? उत्तर गोपियाँ उद्धव को निम्नलिखित उलाहने देकर उनको आहत करती हैं • हम गोपियाँ तुम्हारी तरह उस कमल-पत्र और तेल की मटकी नहीं हैं जो श्रीकृष्ण के पास रहकर भी उनके प्रेम से अछूती रह सकें। • हम तुम्हारी तरह निष्ठुर नहीं हैं जो समीप बहती हुई प्रेम-नदी का स्पर्श तक भी न करें। • तुम्हारे योग-संदेश हम गोपियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। • हमने कृष्ण को मन, वचन और कर्म से हारिल की लकड़ी की तरह जकड़ ...