कैल्शियम की कमी क्यों होती है

  1. कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan
  2. कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग
  3. बच्चों में कैल्शियम की कमी: कारण, संकेत और उपचार
  4. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें
  5. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें
  6. कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan
  7. कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग


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कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan

ज्यादातर हम सभी को स्कूल में पढ़ाया गया है की दांत और हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम मिनरल सबसे जरुरी है। इसी कारण आपने देखा होगा की टूथपेस्ट बनाने वाली कही बड़ी कंपनिया दावा करती है, उनके टूथपेस्ट से कैल्शियम की कमी के लक्षण दूर होंगे। पर हक़ीक़त में सिर्फ एक प्रोडक्ट से इतने अच्छे रिजल्ट नहीं मिल पाते। जब शरीर को सही मात्रा में कैल्शियम की प्राप्ति नहीं हो पाती। तब कही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।जैसे दांत और हड्डियों में कमजोरी आना, रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, हृदय के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ना। यदि आप चाहते है Calcium ki kami ke lakshan आपमें नजर ना आये, तो रोजाना कैल्शियम फूड्स का सेवन करे। कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan हड्डियों का विकास क्रम कैल्शियम से जुड़ हुआ होता है। ऐसे में किसी छोटे बच्चे को बचपन से जरुरी मात्रा में कैल्शियम ना मिल पाता हो। तो आगे चल कर इस कमी की वजह से उसका कद जल्दी नहीं बढ़ पायेगा, और हड्डियों में भी कमजोरी रहेगी। सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है की कैल्शियम की कमी किस कारण होती है। क्यों की किसी भी उपाय या दवाई अपनाने से पहले कारण और लक्षण समझना जरुरी है। कैल्शियम की कमी के कारण • आहार में विटामिन डी की कमी • अधिक व्यायाम करना • मल-मूत्र द्वारा कैल्शियम निकल जाना • खाद्य पदार्थ के अंदर फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अधिक मात्रा • ज़्यादा सुस्ती लगने से • भरपूर मात्रा में प्रोटीन, शुगर युक्त आहार लेना • अत्यधिक मात्रा में नमक खाना • बहुत ज़्यादा चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक पीना यहाँ बताये गए कारणों से आप भी जुड़े है, तो तुरंत इसको बंद या कम कर दीजिये। क्यों की Calcium ki kami ke lakshan अधिक देखने मिलते है, तो कही बीमारियों का...

कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग

कैल्शियम की कमी क्या है? जब आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं प्राप्त कर पाता, तो आपके शरीर में कुछ विकार विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है, जैसे​कि जिन बच्चों को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिल पाता, उनकी बड़े होने पर लम्बाई कम रह सकती है। जिन लोगों में कैल्शियम की कमी होती है उनमें हलके से गंभीर लक्षण व विकार हो सकते हैं। इसके लक्षणों में हाथों और पैरों का सुन्न होना, झुनझनी महसूस होना, (और पढ़ें - डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर कैल्शियम की कमी की जांच करते हैं। खून में कैल्शियम की मात्रा को मापने के लिए डॉक्टर आपको यदि जांच में कैल्शियम की कमी की समस्या पाई गई है तो आपको रोजाना के खाद्य पदार्थों, सप्लीमेंट्स और रोजाना कैल्शियम की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए? बच्चों से बूढ़ों तक हर किसी को कैल्शियम की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन उम्र, स्वास्थ्य व अन्य कई स्थितियों के अनुसार कैल्शियम की खुराक कम या ज्यादा हो सकती है। नीचे टेबल मेंस्थिति के अनुसार कैल्शियम की सही मात्रा बताई गयी है: उम्र पुरुष महीला गर्भावस्था स्तनपान 0 से 6 महीने 200 एमजी 200एमजी 7 से 12 महीने 260एमजी 260एमजी 1 से 3 साल 700एमजी 700एमजी 4 से 8 साल 1,000एमजी 1,000एमजी 9 से 13 साल 1,300एमजी 1,300एमजी 14 से 18 साल 1,300एमजी 1,300एमजी 1,300एमजी 1,300एमजी 19 से 50 साल 1,000एमजी 1,000एमजी 1,000एमजी 1,000एमजी 51 से 71 साल 1,000एमजी 1,200एमजी 71 साल के ऊपर की उम्र 1,200एमजी कैल्शियम में कमी होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं ? शरीर में कैल्शिम की कमी होने पर लक्षण तुरंतनहीं दिखते हैं, क्योंकि शरीर हड्डियों से कैल्शियम निकालकर खून में कैल्शियम के स्तर को निंयत्रित करता रहता है। हालांकि, यदि कैल्शियम क...

बच्चों में कैल्शियम की कमी: कारण, संकेत और उपचार

यदि आप अपने बच्चे को स्तनपान नहीं करा रही हैं, तो आपको उसकी कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने के बारे में विचार करना चाहिए । शिशु के लिए भोजन के स्रोत सीमित होते हैं, जिससे हो सकता है कि उसे पर्याप्त पोषण न मिल पाए और बच्चे के बेहतर विकास के लिए उसकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं का पूरा होना जरूरी है । इसके अलावा, कई जोखिम कारक हैं जैसे आनुवांशिकी और कुछ दवाओं का प्रभाव, जो बच्चे में कैल्शियम की कमी का कारण बन सकते हैं । इस लेख में आप जानेंगी कि बच्चों में कैल्शियम की कमी होना क्या है, यह आपके बच्चे को कैसे प्रभावित कर सकता है और इसका उपचार करने के लिए आपको क्या करना चाहिए । बच्चों के लिए कैल्शियम क्यों महत्वपूर्ण है कैल्शियम मुख्य रूप से हड्डियों के बेहतर तरीके से समग्र विकास करने में मदद करता है। जैसे-जैसे बच्चा विकास करता है कैल्शियम की मौजूदगी उसकी हड्डियों की मजबूती से विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह आगे चल कर उनकी हड्डियों में मजबूती बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी होता है, एक वयस्क का बोन मास इस बात पर निर्भर करता है कि उसने बचपन से लेकर बड़े होने तक पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन किया हो । इसके अलावा, कैल्शियम मांसपेशियों के उचित कार्य, हृदय के कार्य और तंत्रिका आवेग संचरण में भी मदद करता है। बच्चों में कैल्शियम की कमी के कारण • शिशु के जन्म के दौरान ऑक्सीजन की खराब आपूर्ति। • बैक्टीरियल संक्रमण के लिए दी जाने वाली कुछ दवाएं, जैसे कि जेंटामाइसिन, आपके शिशु के कैल्शियम के स्तर को प्रभावित कर सकती है। • शिशु को सूरज की रोशनी के संपर्क में कम आने से विटामिन डी की कमी हो सकती है। यह आपके बच्चे में कैल्शियम के स्तर को भी कम करता है, क्योंकि विटामिन डी कैल्शियम के...

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Non-Diary Calcium Rich Food: शरीर को फिट रखने के लिए कैल्शियम (Calcium For Health) बहुत जरूरी है. हड्डियों को मजबूत बनाने में भी कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है. कैल्शियम के लिए खान-पान में सबसे पहले दूध-दही की बात दिमाग में आती है. आपने लोगों को अक्सर ये कहते सुना होगा कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. इसकी वजह है कि डेयरी फूड में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. जिससे बोन्स भी मजबूत बनती हैं. लेकिन कुछ लोग डेयरी फूड्स जैसे दूध, दही, पनीर का सेवन नहीं करते हैं. ऐसे लोग कैल्शियम के लिए क्या खाएं ये बड़ी समस्या रहती है. हालांकि डेयरी उत्पाद के अलावा भी ऐसी कई चीजें हैं जिनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. आप इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. 1 तिल- अगर आप दूध-दही का सेवन नहीं करते हैं तो आप कैल्शियम के लिए खाने में तिल जरूर शामिल करें. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए तिल काफी फायदेमंद हैं. एक टेबल स्पून तिल में करीब 88 मिग्रा कैल्शियम पाया जाता है. आप तिल का इस्तेमाल सूप, सीरियल्स या सलाद में डालकर भी कर सकते हैं. सर्दियों में तिल के लड्डू भी आप खा सकते हैं. 2- आंवला- आंवला में भी काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. इसके अलावा आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण काफी होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं. आंवला खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. आप आंवला का जूस या आंवला को पाउडर के रुप में भी खा सकते हैं. 3- जीरा- जीरा सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है. जीरा खाने से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आप 1 गिलास पानी उबाल लें अब उसमें 1 टीस्पून जीरा मिला लें. पानी को ठंडा करके दिन में कम से ...

कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें

कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें कैल्शियम एक प्रकार खनिज है। यह शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाता है। जानकारों की मानें तो हड्डियों और दांतों में शरीर का 99 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है। वहीं 1 फीसदी कैल्शियम शरीर के अन्य मुख्य कार्यों में मदद करता है। नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। शरीर को सेहतमंद रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। आवश्यक पोषक तत्वों में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, ज़िंक, सोडियम, पोटैशियम आदि प्रमुख पोषक तत्व शामिल हैं। इनमें किसी एक चीज की कमी से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर कैल्शियम की कमी से कई प्रकार की बीमारियां होती है। इसकी कमी से बच्चे और बड़े सभी प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो बच्चों के शारीरिक विकास में कैल्शियम की अहम भूमिका होती है। इसकी कमी से शरीर की लंबाई नहीं बढ़ती है। वहीं, वयस्कों में कैल्शियम की कमी से हाथों और पैरों में झुनझुनी, मसल्स यानी मांसपेशियों में दर्द, दांतों में सड़न आदि लक्षण देखे जाते हैं। इसके लिए सही दिनचर्या का पालन, संतुलित आहार और प्रतिदिन एक्सरसाइज जरूरी है। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से परेशान हैं, तो डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें- कैल्शियम एक प्रकार खनिज है। यह शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाता है। जानकारों की मानें तो हड्डियों और दांतों में शरीर का 99 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है। वहीं, 1 फीसदी कैल्शियम शरीर के अन्य मुख्य कार्यों में मदद करता है। डॉक्टर नियमित अंतराल पर कैल्शियम जांच की सलाह देते हैं। इसके लिए ब्लड टेस्ट की जाती है। कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना डेयरी प्र...

कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें

कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना खाएं ये चीजें कैल्शियम एक प्रकार खनिज है। यह शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाता है। जानकारों की मानें तो हड्डियों और दांतों में शरीर का 99 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है। वहीं 1 फीसदी कैल्शियम शरीर के अन्य मुख्य कार्यों में मदद करता है। नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। शरीर को सेहतमंद रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। आवश्यक पोषक तत्वों में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, ज़िंक, सोडियम, पोटैशियम आदि प्रमुख पोषक तत्व शामिल हैं। इनमें किसी एक चीज की कमी से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर कैल्शियम की कमी से कई प्रकार की बीमारियां होती है। इसकी कमी से बच्चे और बड़े सभी प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो बच्चों के शारीरिक विकास में कैल्शियम की अहम भूमिका होती है। इसकी कमी से शरीर की लंबाई नहीं बढ़ती है। वहीं, वयस्कों में कैल्शियम की कमी से हाथों और पैरों में झुनझुनी, मसल्स यानी मांसपेशियों में दर्द, दांतों में सड़न आदि लक्षण देखे जाते हैं। इसके लिए सही दिनचर्या का पालन, संतुलित आहार और प्रतिदिन एक्सरसाइज जरूरी है। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से परेशान हैं, तो डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें- कैल्शियम एक प्रकार खनिज है। यह शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाता है। जानकारों की मानें तो हड्डियों और दांतों में शरीर का 99 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है। वहीं, 1 फीसदी कैल्शियम शरीर के अन्य मुख्य कार्यों में मदद करता है। डॉक्टर नियमित अंतराल पर कैल्शियम जांच की सलाह देते हैं। इसके लिए ब्लड टेस्ट की जाती है। कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना डेयरी प्र...

कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan

ज्यादातर हम सभी को स्कूल में पढ़ाया गया है की दांत और हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम मिनरल सबसे जरुरी है। इसी कारण आपने देखा होगा की टूथपेस्ट बनाने वाली कही बड़ी कंपनिया दावा करती है, उनके टूथपेस्ट से कैल्शियम की कमी के लक्षण दूर होंगे। पर हक़ीक़त में सिर्फ एक प्रोडक्ट से इतने अच्छे रिजल्ट नहीं मिल पाते। जब शरीर को सही मात्रा में कैल्शियम की प्राप्ति नहीं हो पाती। तब कही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।जैसे दांत और हड्डियों में कमजोरी आना, रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, हृदय के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ना। यदि आप चाहते है Calcium ki kami ke lakshan आपमें नजर ना आये, तो रोजाना कैल्शियम फूड्स का सेवन करे। कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan हड्डियों का विकास क्रम कैल्शियम से जुड़ हुआ होता है। ऐसे में किसी छोटे बच्चे को बचपन से जरुरी मात्रा में कैल्शियम ना मिल पाता हो। तो आगे चल कर इस कमी की वजह से उसका कद जल्दी नहीं बढ़ पायेगा, और हड्डियों में भी कमजोरी रहेगी। सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है की कैल्शियम की कमी किस कारण होती है। क्यों की किसी भी उपाय या दवाई अपनाने से पहले कारण और लक्षण समझना जरुरी है। कैल्शियम की कमी के कारण • आहार में विटामिन डी की कमी • अधिक व्यायाम करना • मल-मूत्र द्वारा कैल्शियम निकल जाना • खाद्य पदार्थ के अंदर फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अधिक मात्रा • ज़्यादा सुस्ती लगने से • भरपूर मात्रा में प्रोटीन, शुगर युक्त आहार लेना • अत्यधिक मात्रा में नमक खाना • बहुत ज़्यादा चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक पीना यहाँ बताये गए कारणों से आप भी जुड़े है, तो तुरंत इसको बंद या कम कर दीजिये। क्यों की Calcium ki kami ke lakshan अधिक देखने मिलते है, तो कही बीमारियों का...

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Non-Diary Calcium Rich Food: शरीर को फिट रखने के लिए कैल्शियम (Calcium For Health) बहुत जरूरी है. हड्डियों को मजबूत बनाने में भी कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है. कैल्शियम के लिए खान-पान में सबसे पहले दूध-दही की बात दिमाग में आती है. आपने लोगों को अक्सर ये कहते सुना होगा कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. इसकी वजह है कि डेयरी फूड में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. जिससे बोन्स भी मजबूत बनती हैं. लेकिन कुछ लोग डेयरी फूड्स जैसे दूध, दही, पनीर का सेवन नहीं करते हैं. ऐसे लोग कैल्शियम के लिए क्या खाएं ये बड़ी समस्या रहती है. हालांकि डेयरी उत्पाद के अलावा भी ऐसी कई चीजें हैं जिनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. आप इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. 1 तिल- अगर आप दूध-दही का सेवन नहीं करते हैं तो आप कैल्शियम के लिए खाने में तिल जरूर शामिल करें. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए तिल काफी फायदेमंद हैं. एक टेबल स्पून तिल में करीब 88 मिग्रा कैल्शियम पाया जाता है. आप तिल का इस्तेमाल सूप, सीरियल्स या सलाद में डालकर भी कर सकते हैं. सर्दियों में तिल के लड्डू भी आप खा सकते हैं. 2- आंवला- आंवला में भी काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. इसके अलावा आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण काफी होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं. आंवला खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. आप आंवला का जूस या आंवला को पाउडर के रुप में भी खा सकते हैं. 3- जीरा- जीरा सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है. जीरा खाने से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आप 1 गिलास पानी उबाल लें अब उसमें 1 टीस्पून जीरा मिला लें. पानी को ठंडा करके दिन में कम से ...

कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, होने वाले रोग

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Non-Diary Calcium Rich Food: शरीर को फिट रखने के लिए कैल्शियम (Calcium For Health) बहुत जरूरी है. हड्डियों को मजबूत बनाने में भी कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है. कैल्शियम के लिए खान-पान में सबसे पहले दूध-दही की बात दिमाग में आती है. आपने लोगों को अक्सर ये कहते सुना होगा कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. इसकी वजह है कि डेयरी फूड में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. जिससे बोन्स भी मजबूत बनती हैं. लेकिन कुछ लोग डेयरी फूड्स जैसे दूध, दही, पनीर का सेवन नहीं करते हैं. ऐसे लोग कैल्शियम के लिए क्या खाएं ये बड़ी समस्या रहती है. हालांकि डेयरी उत्पाद के अलावा भी ऐसी कई चीजें हैं जिनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. आप इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. 1 तिल- अगर आप दूध-दही का सेवन नहीं करते हैं तो आप कैल्शियम के लिए खाने में तिल जरूर शामिल करें. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए तिल काफी फायदेमंद हैं. एक टेबल स्पून तिल में करीब 88 मिग्रा कैल्शियम पाया जाता है. आप तिल का इस्तेमाल सूप, सीरियल्स या सलाद में डालकर भी कर सकते हैं. सर्दियों में तिल के लड्डू भी आप खा सकते हैं. 2- आंवला- आंवला में भी काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. इसके अलावा आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण काफी होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं. आंवला खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. आप आंवला का जूस या आंवला को पाउडर के रुप में भी खा सकते हैं. 3- जीरा- जीरा सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है. जीरा खाने से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आप 1 गिलास पानी उबाल लें अब उसमें 1 टीस्पून जीरा मिला लें. पानी को ठंडा करके दिन में कम से ...