Kali chalisa

  1. Learn New Mantra! MahaKali Chalisa
  2. काली चालीसा पाठ करें
  3. Maha Kali Chalisa : महाकाली चालीसा
  4. काली चालीसा का पाठ
  5. Kali Chalisa
  6. Kali Chalisa Lyrics in English


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Learn New Mantra! MahaKali Chalisa

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काली चालीसा पाठ करें

शव आरूढ़ नृत्य तुम साजा, बजत मृदंग भेरी के बाजा। रक्त पान अरिदल को कीन्हा, प्राण तजेउ जो तुम्हिं न चीन्हा। लपलपाति जिव्हा तव माता, भक्तन सुख दुष्टन दुःख दाता। लसत भाल सेंदुर को टीको, बिखरे केश रूप अति नीको। मुंडमाल गल अतिशय सोहत, भुजामाल किंकण मनमोहत। प्रलय नृत्य तुम करहु भवानी, जगदम्बा कहि वेद बखानी। तुम अनन्त औदार्य विभूषण, कीजिये कृपा क्षमिये सब दूषण। दास जानि निज दया दिखावहु, सुत अनुमानित सहित अपनावहु। जननी तुम सेवक प्रति पाली, करहु कृपासब विधि माँ काली। पाठ करै चालीसा जोई, तापर कृपा तुम्हारी होइ। ॥ दोहा॥ जय तारा, जय दक्षिणा, कलावती सुखमूल। शरणागत भक्त है, रहहु सदा अनुकूल॥ एक अमेज़न एसोसिएट के रूप में उपयुक्त ख़रीद से हमारी आय होती है। यदि आप यहाँ दिए लिंक के माध्यम से ख़रीदारी करते हैं, तो आपको बिना किसी अतिरिक्त लागत के हमें उसका एक छोटा-सा कमीशन मिल सकता है। धन्यवाद! विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर काली चालीसा (Kali Chalisa) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें काली चालीसा रोमन में– Read Kali Chalisa in Hindi ॥ dohā ॥ jaya kālī jagadamba jaya, harani ogha agha puṃja। vāsa karahu nija dāsa ke, niśadina hṛdaya-nikuṃja॥ jayati kapālī kālikā, kaṃkālī sukhadāni। kṛpā karahu varadāyinī, nija sevaka anumāni ॥ ॥caupāī॥ jaya jaya, jaya kālī kaṃkālī, jaya kapālinī, jaya karālī। śaṃkara priyā, aparṇā, ambā, jaya kapardinī, jaya jagadambā। āryā, halā, ambikā, māyā, kātyāyanī umā jagajāyā। girijā gaurī durgā caṇḍī, dākṣāṇāyinī śāmbhavī pracaṃḍī। pārvatī maṃgalā bhavānī, viśvakāriṇī satī mṛḍānī। sarvamaṃgalā śaila...

Maha Kali Chalisa : महाकाली चालीसा

Devotional hymn to Kali Mata, of 40 verses Maha Kali Chalisa : महाकाली चालीसा ।। चौपाई ।। जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार । महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार ॥ अरि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥ भाल विशाल मुकुट छवि छाजै । कर में शीश शत्रु का साजै ॥ दूजे हाथ लिए मधु प्याला । हाथ तीसरे सोहत भाला ॥ चौथे खप्पर खड्ग कर पांचे । छठे त्रिशूल शत्रु बल जांचे ॥ सप्तम करदमकत असि प्यारी । शोभा अद्भुत मात तुम्हारी ॥ अष्टम कर भक्तन वर दाता । जग मनहरण रूप ये माता ॥ भक्तन में अनुरक्त भवानी । निशदिन रटें ॠषी-मुनि ज्ञानी ॥ महशक्ति अति प्रबल पुनीता । तू ही काली तू ही सीता ॥ पतित तारिणी हे जग पालक । कल्याणी पापी कुल घालक ॥ शेष सुरेश न पावत पारा । गौरी रूप धर्यो इक बारा ॥ तुम समान दाता नहिं दूजा । विधिवत करें भक्तजन पूजा ॥ रूप भयंकर जब तुम धारा । दुष्टदलन कीन्हेहु संहारा ॥ नाम अनेकन मात तुम्हारे । भक्तजनों के संकट टारे ॥ कलि के कष्ट कलेशन हरनी । भव भय मोचन मंगल करनी ॥ महिमा अगम वेद यश गावैं । नारद शारद पार न पावैं ॥ भू पर भार बढ्यौ जब भारी । तब तब तुम प्रकटीं महतारी ॥ आदि अनादि अभय वरदाता । विश्वविदित भव संकट त्राता ॥ कुसमय नाम तुम्हारौ लीन्हा । उसको सदा अभय वर दीन्हा ॥ ध्यान धरें श्रुति शेष सुरेशा । काल रूप लखि तुमरो भेषा ॥ कलुआ भैंरों संग तुम्हारे । अरि हित रूप भयानक धारे ॥ सेवक लांगुर रहत अगारी । चौसठ जोगन आज्ञाकारी ॥ त्रेता में रघुवर हित आई । दशकंधर की सैन नसाई ॥ खेला रण का खेल निराला । भरा मांस-मज्जा से प्याला ॥ रौद्र रूप लखि दानव भागे । कियौ गवन भवन निज त्यागे ॥ तब ऐसौ तामस चढ़ आयो । स्वजन विजन को भेद भुलायो ॥ ये बालक लख...

काली चालीसा का पाठ

By Aug 8, 2020 कालीमांहिन्दूधर्मकीएकप्रमुखदेवीहैं।कालीशब्दकाअर्थकालऔरकालेरंगसेहै।मांकालीकोदेवीदुर्गाकीदसमहाविद्याओंमेंसेएकमानाजाताहै।पराशक्तिभगवतीनिराकारहोकरभीदेवताओंकादु:खदूरकरनेकेलियेयुग-युगमेंसाकाररूपधारणकरकेअवतारलेतीहैं।हिंदूमान्यतानुसारकालीजीकाजन्मराक्षसोंकेविनाशकेलिएहुआथा।कालीमांकोखासतौरपरबंगालऔरअसममेंपूजाजाताहै।कालीमाताकोबलऔरशक्तिकीदेवीमानाजाताहै।इनकीमहिमाअनंतहै, इन्हींसेसृष्टिहैयानीसम्पूर्णब्रह्मांडकीसंचालिकायेहीहैं।मानाजाताहैकिमहादेवकेमहाकालअवतारमेंदेवीमहाकालीकेरूपमेंउनकेसाथथीं।मांकालीकागुणगानशब्दोंसेनहीं, भावोंसेकियाजाताहैं।इनकीआराधनासेमनुष्यकेसभीभयदूरहोजातेहैं। श्रीकालीचालीसा ॥॥दोहा॥॥ जयकालीकलिमलहरण, महिमाअगमअपार महिषमर्दिनीकालिका, देहुअभयअपार॥ अरिमदमानमिटावनहारी।मुण्डमालगलसोहतप्यारी॥ अष्टभुजीसुखदायकमाता।दुष्टदलनजगमेंविख्याता॥1॥ भालविशालमुकुटछविछाजै।करमेंशीशशत्रुकासाजै॥ दूजेहाथलिएमधुप्याला।हाथतीसरेसोहतभाला॥2॥ चौथेखप्परखड्गकरपांचे।छठेत्रिशूलशत्रुबलजांचे॥ सप्तमकरदमकतअसिप्यारी।शोभाअद्भुतमाततुम्हारी॥3॥ अष्टमकरभक्तनवरदाता।जगमनहरणरूपयेमाता॥ भक्तनमेंअनुरक्तभवानी।निशदिनरटेंॠषी-मुनिज्ञानी॥4॥ महशक्तिअतिप्रबलपुनीता।तूहीकालीतूहीसीता॥ पतिततारिणीहेजगपालक।कल्याणीपापीकुलघालक॥5॥ शेषसुरेशनपावतपारा।गौरीरूपधर्योइकबारा॥ तुमसमानदातानहिंदूजा।विधिवतकरेंभक्तजनपूजा॥6॥ रूपभयंकरजबतुमधारा।दुष्टदलनकीन्हेहुसंहारा॥ नामअनेकनमाततुम्हारे।भक्तजनोंकेसंकटटारे॥7॥ कलिकेकष्टकलेशनहरनी।भवभयमोचनमंगलकरनी॥ महिमाअगमवेदयशगावैं।नारदशारदपारनपावैं॥8॥ भूपरभारबढ्यौजबभारी।तबतबतुमप्रकटींमहतारी॥ आदिअनादिअभयवरदाता।विश्वविदितभवसंकटत्राता॥9॥ कुसमयनामतुम्हारौलीन्हा।उसकोसदाअभयवरदीन्हा॥ ध्यानधरेंश्रुतिशेषसुरेशा।कालरूपलखितु...

Kali Chalisa

Kali Chalisa in Hindi Lyrics काली चालीसा ॥ दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार । महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई ॥ रि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥ भाल विशाल मुकुट छवि छाजै । कर में शीश शत्रु का साजै ॥ दूजे हाथ लिए मधु प्याला । हाथ तीसरे सोहत भाला ॥ चौथे खप्पर खड्ग कर पांचे । छठे त्रिशूल शत्रु बल जांचे ॥ सप्तम करदमकत असि प्यारी । शोभा अद्भुत मात तुम्हारी ॥ अष्टम कर भक्तन वर दाता । जग मनहरण रूप ये माता ॥ भक्तन में अनुरक्त भवानी । निशदिन रटें ॠषी-मुनि ज्ञानी ॥ महशक्ति अति प्रबल पुनीता । तू ही काली तू ही सीता ॥ पतित तारिणी हे जग पालक । कल्याणी पापी कुल घालक ॥ शेष सुरेश न पावत पारा । गौरी रूप धर्यो इक बारा ॥ तुम समान दाता नहिं दूजा । विधिवत करें भक्तजन पूजा ॥ रूप भयंकर जब तुम धारा । दुष्टदलन कीन्हेहु संहारा ॥ नाम अनेकन मात तुम्हारे । भक्तजनों के संकट टारे ॥ कलि के कष्ट कलेशन हरनी । भव भय मोचन मंगल करनी ॥ महिमा अगम वेद यश गावैं । नारद शारद पार न पावैं ॥ भू पर भार बढ्यौ जब भारी । तब तब तुम प्रकटीं महतारी ॥ आदि अनादि अभय वरदाता । विश्वविदित भव संकट त्राता ॥ कुसमय नाम तुम्हारौ लीन्हा । उसको सदा अभय वर दीन्हा ॥ ध्यान धरें श्रुति शेष सुरेशा । काल रूप लखि तुमरो भेषा ॥ कलुआ भैंरों संग तुम्हारे । अरि हित रूप भयानक धारे ॥ सेवक लांगुर रहत अगारी । चौसठ जोगन आज्ञाकारी ॥ त्रेता में रघुवर हित आई । दशकंधर की सैन नसाई ॥ खेला रण का खेल निराला । भरा मांस-मज्जा से प्याला ॥ रौद्र रूप लखि दानव भागे । कियौ गवन भवन निज त्यागे ॥ तब ऐसौ तामस चढ़ आयो । स्वजन विजन को भेद भुलायो ॥ ये बालक लखि शंकर आए । राह रोक चरनन में धा...

Kali Chalisa Lyrics in English

Jaykaali Kalimalaharan, Mahima Agam Apaar, Mahish Mardini Kaalika, Dehu Abhay Apaar. Ari Mad Maan Mitaavan Haari, Mundamaal Gal Sohat Pyaari. Ashtabhuji Sukhdaayak Maata, Dushtdalan Jag Me Vikhyaata. Bhaal Vishaal Mukut Chhavi Chhajei, Kar Me Shish Shatru Ka Saajei. Dooje Haath Liye Madhu Pyaala, Haath Tiisare Sohat Bhaala. Chauthe Khappar Khadag Kar Paanche, Chhathe Trishul Shatru Bal Jaanche. Saptam Kar Damakat Asi Pyaari, Shobha Adbhut Maat Tumhaari. Ashtam Kar Bhaktan Var Data, Jag Manharan Roop Ye Maata. Bhaktan Me Anurakt Bhavaani, Nishdin Rate Rishi-Muni Gyaani. Mahaashakti Ati Prabal Punita, Tu Hi Kaali Tu Hi Sita. Patit Taarini He Jag Paalak, Kalyaani Paapi Kul Ghaalak. Shesh Suresh Na Paavat Paara, Gauri Roop Dharyo Ek Baara. Tum Samaan Daata Nahi Dooja, Vidhivat Kare Bhaktajan Pooja. Roop Bhayankar Jab Tum Dhaara, Dushtadalan Kinhehu Sanhaara. Naam Anekan Maat Tumhaare, Bhaktajano Ke Sankat Taare. Kali Ke Kasht Kaleshan Harani, Bhav Bhay Mochan Mangal Karani. Mahima Agam Ved Yash Gaavei, Naarad Shaarad Paar Na Paavei. Bhoo Par Bhaar Badhyau Jab Bhaari, Tab Tab Tum Prakati Mahtaari. Aadi Anaadi Abhay Varadaata, Vishvavidit Bhav Sankat Traata. Kusamay Naam Tumhaarau Linha, Usako Sada Abhay Var Dinha. Dhyaan Dhare Shruti Shesh Suresha, Kaal Roop Lakhi Tumaro Bhesha. Kaluaa Bhairo Sang Tumhaare, Ari Hit Roop Bhayaanak Dhaare. Sevak Laangur Rahat Agaari, Chauisath Jogan Agyaakaari. Treta Mein Raghuvar Hit Aai, Dashkandhar Ki Sain Nasaai. Khela Ran Ka Khel Niraala, Bh...