Kaun sa puraskar sabse pahle sthapit kiya gaya tha

  1. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
  2. ब्रह्माण्ड से सम्बधित प्रशन हिंदी में (भाग
  3. Duniya mein sabse pahle kaun aaya tha
  4. भारत में सबसे पहले सीमेंट उद्योग कहाँ स्थापित हुआ था? » Bharat Mein Sabse Pehle Cement Udyog Kahan Sthapit Hua Tha
  5. दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
  6. पाठकों द्वारा पूछे गए सामान्य ज्ञान प्रश्न 1 से 500 तक User Asked GK Question in Hindi
  7. भारतीय संस्कृति


Download: Kaun sa puraskar sabse pahle sthapit kiya gaya tha
Size: 53.7 MB

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

प्राचीन समय से ही विदेशी हमलावर हमेशा भारत आने को उत्सुक रहे हैं, फिर चाहे वो आर्य, फारसी, ईरानी, मुगल, चंगेज खान, मंगोलियाई या सिकंदर ही क्यों ना हों। अपनी समृद्धि और खुशहाली के कारण भारत हमेशा से आक्रमणकारियों और शासकों की रुचि का कारण रहा। भारत की आजादी का इतिहास 1757 में पलासी के युद्ध के बाद ब्रिटिश भारत में राजनीतिक सत्ता जीत गए और यही वो समय था जब अंग्रेज भारत आए और करीब 200 साल तक राज किया। 1848 में लाॅर्ड डलहौजी के कार्यकाल के दौरान यहां उनका शासन स्थापित हुआ। उत्तर-पश्चिमी भारत अंग्रेजों के निशाने पर सबसे पहले रहा और 1856 तक उन्होंने अपना मजबूत अधिकार स्थापित कर लिया। 19वीं सदी में अंग्रेजों ने अपने शासन में सबसे उंचाई को छुआ। नाराज़ और असंतुष्ट स्थानीय शासकों, किसानों और बेरोजगार सैनिकों ने विद्रोह कर दिया जिसे आमतौर पर ‘1857 का विद्रोह’ या ‘1857 के गदर’ के तौर पर जाना जाता है। 1857 का विद्रोह यह गदर मेरठ में बेरोजगार सैनिकों के विद्रोह से शुरु हुआ। उनकी बेरोजगारी का कारण वो नई कारतूस थी जो नई एनफील्ड राइफल में लगती थी। इन कारतूसों में गाय और सूअर की चर्बी से बना ग्रीस था जिसे सैनिक को राइफल इस्तेमाल करने की सूरत में मुंह से हटाना होता था। यह हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों के सैनिकों को धार्मिक कारणों से मंजूर नहीं था और उन्होंने इसे इस्तेमाल करने से मना कर दिया था जिसके चलते वो बेरोजगार हो गए। जल्दी ही यह विद्रोह फैल गया खासकर दिल्ली और उसके आसपास के राज्यों में, लेकिन यह विद्रोह असफल रहा और अंग्रेजों की सेना ने इसका जवाब लूट और हत्याएं करके दिया जिसके चलते लोग निराश हो गए। इस विद्रोह ने दिल्ली, अवध, रोहिलखंड, बुंदेलखंड, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ और पश्चिमी बिहार ...

ब्रह्माण्ड से सम्बधित प्रशन हिंदी में (भाग

302. पृथ्वी हमारे ब्रहमांड का केंद्र नही है आज ये बात प्रमाणित हो चुकी है लेकिन सबसे पहले इस बात को किसने माना कि पृथ्वी नही बल्कि सूर्य ब्रहमांड का केंद्र है | prithvi hamaare brahamand ka kendr nahi hai aaj ye baat pramanit ho chuki hai lekin sabse pahale iss baat ko kisne mana ki prithvi nahi balki surya brahamand ka kendr hai

Duniya mein sabse pahle kaun aaya tha

Duniya mein sabse pahle kaun aaya tha | संसार में सबसे पहले कौन आया? दुनिया में सबसे पहले कौन आया था? ये सवाल सुनने में जितना छोटा है वास्‍तव में इसका जवाब उतना ही कठिन है। क्‍योंकि आज तक यह पता नहीं चल सका है कि आखिर इस संसार के बनने की शुरूआत कैसे हुई। यदि आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि Duniya mein sabse pahle kaun aaya tha तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि दुनिया में सबसे कौन आया आया और उसकी उत्‍पत्ति किस प्रकार से हुई। तो चलिए शुरू करते हैं ‘दुनिया में सबसे पहले कौन आया (Duniya mein sabse pahle kaun aaya tha) Related पृथ्‍वी का निर्माण कैसे हुआ था? दुनिया में सबसे पहले कौन आया इस बारे में आपको जानकारी दें इससे पहले आइए आपको जानकारी देते हैं कि इस पृथ्‍वी रूपी पिंड की रचना आखिर किस प्रकार से हुई। ताकि आपको अच्‍छे से समझ आए कि इस दुनिया में सबसे पहले कौन आया। दरअसल बात करोड़ों वर्ष पहले की है। कहा जाता है कि उस दौरान धरती और आकाश के बीच किसी तरह की दूरी नहीं थी। सभी चीजें एक के अंदर ही सम‍ाहित थी। इसके बाद अचानक एक विस्‍फोट हुआ। विस्‍फोट इतना तेज था कि पृथ्‍वी और आकाश एक झटके में एक दूसरे से अलग हो। इन दोनों के टुकड़े बहुत दूर तक बिखर गए। इनमें से एक आग का गोला सूरज भी था। जो कि आज भी हम आकाश में देखते हैं। उस दिन से बाद ये दोनों कभी एक दूसरे से मिले नहीं। इसके बाद समय के साथ इनके अंदर कुछ बदलाव आते गए। जिसे हम आज पृथ्‍वी और आकाश के रूप में देखते हैं। विज्ञान के अनुसार दुनिया में सबसे पहले कौन आया था? यदि हम विज्ञान की बात करें तो विज्ञान अभी इस बात को लेकर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सका है कि इस पृथ्‍वी पर सबसे पहले कौ...

भारत में सबसे पहले सीमेंट उद्योग कहाँ स्थापित हुआ था? » Bharat Mein Sabse Pehle Cement Udyog Kahan Sthapit Hua Tha

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। भारत में सबसे पहले सीमेंट उद्योग कहां स्थापित हुआ इसका आंसर है भारत में सबसे पहले सीमेंट उद्योग 1904 में पोरबंदर गुजरात में स्थापित किया गया था जबकि सीमेंट का उत्पादन 1904 में मद्रास चेन्नई में शुरू किया गया था bharat me sabse pehle cement udyog kaha sthapit hua iska answer hai bharat me sabse pehle cement udyog 1904 me porbandar gujarat me sthapit kiya gaya tha jabki cement ka utpadan 1904 me madras Chennai me shuru kiya gaya tha भारत में सबसे पहले सीमेंट उद्योग कहां स्थापित हुआ इसका आंसर है भारत में सबसे पहले सीमेंट उ

दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?

हमारे इस बड़ी सी दुनिया में बहुत सारे लोग रहते हैं और उन सभी लोगों के साथ उनका धर्म भी रहता हैं जो एक दूसरे से काफी अलग है. तो यह कहा जा सकता है कि इस बड़ी इस दुनिया में जितने अलग-अलग लोग हैं, उतने ही अलग-अलग धर्म भी है. यह धर्म एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं. साथ ही इनकी मान्यताएं और उनका पालन करने का ढंग भी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होता है। लेकिन परेशानी तब आती है जब लोगों से सवाल किया जाता है कि दुनिया सबसे बड़ा धर्म? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब कोई नहीं दे सकता है और अगर कोई इस सवाल का जवाब देता भी है, तो वह अपने धर्म को ही सबसे बड़ा धर्म बताता है। पृथ्वी का सबसे पहला धर्म कौन सा है? दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है? आंकड़े के अनुसार दुनिया का सबसे बड़ा धर्म ईसाई धर्म है. वैसे तो कोई धर्म बड़ा और कोई धर्म छोटा नहीं है. सभी धर्म एक समान है. लेकिन अगर आंकड़े के ऊपर बात करें तो इन धर्मों को मानने वाले लोगों के जनसंख्या के अनुसार यह कहा जा सकता है कि कौन से धर्म बड़ा और कौन सा धर्म छोटा है। चलिए और विस्तार पूर्वक जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है? अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों की जनसंख्या के अनुसार सबसे बड़े धर्म हैं। ईसाई धर्म ईसाई धर्म को दुनिया का सबसे बड़ा धर्म माना जाता है क्योंकि पूरी दुनिया में 31 फ़ीसदी आंकड़ा ईसाई धर्म का पालन करने वाले लोगों का है. 2.2 अरब से भी अधिक लोग ईसाई धर्म का पालन करते हैं। इस्लाम धर्म दुनिया के सबसे बड़े धर्मों में इस्लाम धर्म का नाम दूसरे नंबर पर आता है. इस्लाम धर्म का पालन करने वाले लोग मुसलमानों के नाम से जाने जाते हैं. ईसाइयों के बाद पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्लाम धर्म का पालन किया जाता है. 1.6 अरब मुसलमान ...

पाठकों द्वारा पूछे गए सामान्य ज्ञान प्रश्न 1 से 500 तक User Asked GK Question in Hindi

आपभीअपनाप्रश्नहमेंफेसबुकपर GKGK.in केइनॉक्समेंयानीचेकमेंटकेमाध्यमसेपूछसकतेहैं। <<मुख्यपृष्ठपरलौटें 500. Europe ka garm kambal upnaam se kise jana jata hai? गल्फस्ट्रीमजलधाराको 499. Asia ka sabse garam sthan kon sa hai? मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान) 55.5℃ 498. Asia ka sabse thanda sthan kon sa hai? बर्खोयांस्क (साइबेरिया) -69℃ 497. Shampain sharab sabse adhik kis desh me banti hai? फ्रांसमें 496. Itly ki ganga kise kaha jata hai? पोनदीको 495. Duniya ki sabse badi maganese utpadan ki khan kon si hai? अमापाखान, ब्राजीलमें 494. Fascism ka uday sabse pahle kis desh me hua tha? इटलीमें 493. Manchu kis desh ka rajvansh tha? चीनका 492. Hitler ka janm kaha hua tha? ब्रोना, ऑस्ट्रियामें 491. Dvitiya vishwa yudh ka karan kya tha? जर्मनीकापोलैंडपरआक्रमण 490. Alauddin khilji ke bachpan ka naam kya tha? गुरशास्प 489. Ashok ke kis abhilekh me aatm niyantran ki shiksha di gayi hai? छठेअभिलेखमें 488. Amitraghat ke nam se kise jana jata hai? बिंदुसारको 487. Chandragupt maurya aur Seleucus ke bich huye yudh ka varnan kisne kiya? एप्पीयानसने 486. Seleucus nicator kiska senapati tha? सिकन्दरका 485. Vishwa doorsanchar diwas kab manaya jata hai? 17 मईको 484. Bharat paryatan diwas kab manaya jata hai? 25 जनवरीको 483. Carbonmono oxide shareer ke kis ang ko prbhavit krti hai? लिवरऔरकिडनीको 482. Sahitya academy puraskar jitne wali pratham mahila kon thi? अमृताप्रीतम 481. Rabis me shareer ka kon sa ang prabhavit hota hai? तंत्रिकातंत्र 480. Stranger gas kise kahte hain? जीनॉनको 479. Hamari akashganga ka naam...

भारतीय संस्कृति

vivaran bharatiy sanskriti mukhy bhashaean sahity-darshan dharm kala pratik mukhy tyohar utsav aur mele khan-pan mukhy khel bharatiy sanskriti vishv ki pradhan sanskriti hai, yah koee garvokti nahian, balki vastavikata hai. hazaroan varshoan se bharat ki saanskritik prathaoan, bhashaoan, riti-rivazoan adi mean vividhata bani rahi hai jo ki aj bhi vidyaman hai aur yahi anekata mean ekata bharatiy sanskriti ki mahanh visheshata hai. [[chitr:Indus-Valley-Civilization-Pottery.jpg|thumb|left| 800 ee. se 1200 ee. ka kal arthik aur samajik jivan tatha vanijy aur vyapar uttar kal mean yah kal samanyatah j data tatha hras ka kal mana jata hai. isaka mukhy karan yah tha ki satavian shatabdi aur dasavian shatabdi ke bich vanijy aur vyapar mean gatirodh a gaya tha. isake parinamasvaroop is kshetr mean nagaroan tatha nagarik jivan ka hras hua. vanijy aur vyapar mean gatirodh ka mukhy karan pashchim mean upajatiyoan ka roop us samay ki kahaniyoan ki kitaboan mean yatra ke khataroan ka b da rochak varnan milata hai. gaanvoan mean jivan aur sampatti ki asuraksha se yatra aur bhi kathin thi aur is karan bhi vanijy aur vyapar ka hras hua. isase ek naye samaj ka uday hua jisamean gramin kshetr arthik drishti se adhik atm-nirbhar hote ge. kuchh log samaj ke is vikas ko vanijy aur vyapar ke hras ki jhalak is kal ki vicharadhara mean bhi milati hai. is kal mean rachit kuchh dharmashastroan ne videsh yatra ko nishiddh mana hai. unake anusar us jagah nahian jana chahie jahaan muanj ghas nahian ug...