खामोश

  1. 50+ ख़ामोशी शायरी
  2. khamosh (Khamosh) meaning in English
  3. खामोश
  4. खामोशी शायरी
  5. 30+ Alfaaz Shayari in hindi
  6. खामोश अदातल जारी है..!
  7. Khamosh
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भूल

भूल-ग़लती आज बैठी है जिरहबख्तर पहनकर तख्त पर दिल के, चमकते हैं खड़े हथियार उसके दूर तक, आँखें चिलकती हैं नुकीले तेज़ पत्थर सी, खड़ी हैं सिर झुकाये सब कतारें बेजुबाँ बेबस सलाम में, अनगिनत खम्भों व मेहराबों थमे दरबारे-आम में। सामने बेचैन घावों की अज़ब तिरछी लकीरों से कटा चेहरा कि जिस पर काँप दिल की भाफ उठती है पहने हथकड़ी वह एक ऊँचा कद समूचे जिस्म पर लत्तर झलकते लाल लम्बे दाग बहते खून के। वह क़ैद कर लाया गया ईमान सुलतानी निगाहों में निगाहें डालता, बेख़ौफ नीली बिजलियों को फेंकता खामोश!! सब खामोश मनसबदार शायर और सूफ़ी, अलगजाली, इब्ने सिन्ना, अलबरूनी आलिमो फाजिल सिपहसालार, सब सरदार हैं खामोश!! नामंज़ूर उसको ज़िन्दगी की शर्म की-सी शर्त नामंज़ूर हठ इनकार का सिर तान… खुद-मुख्तार कोई सोचता उस वक्त- छाये जा रहे हैं सल्तनत पर घने साये स्याह, सुलतानी जिरहबख्तर बना है सिर्फ़ मिट्टी का, वो-रेत का-सा ढेर-शाहंशाह, शाही धाक का अब सिर्फ़ सन्नाटा!! (लेकिन, ना जमाना साँप का काटा) भूल (आलमगीर) मेरी आपकी कमज़ोरियों के स्याह लोहे का जिरहबख्तर पहन, खूँख्वार हाँ, खूँख्वार आलीजाह, वो आँखें सचाई की निकाले डालता, सब बस्तियाँ दिल की उजाड़े डालता करता हमे वह घेर बेबुनियाद, बेसिर-पैर हम सब क़ैद हैं उसके चमकते तामझाम में शाही मुकाम में!! इतने में हमीं में से अजीब कराह-सा कोई निकल भागा भरे दरबारे-आम में मैं भी सँभल जागा!! कतारों में खड़े खुदगर्ज-बा-हथियार बख्तरबन्द समझौते सहमकर, रह गए, दिल में अलग जबड़ा, अलग दाढ़ी लिये, दुमुँहेपन के सौ तज़ुर्बों की बुज़ुर्गी से भरे, दढ़ियल सिपहसालार संजीदा सहमकर रह गये!! लेकिन, उधर उस ओर, कोई, बुर्ज़ के उस तरफ़ जा पहुँचा, अँधेरी घाटियों के गोल टीलों, घने पेड़ों में कहीं पर खो गया...

50+ ख़ामोशी शायरी

खामोशी चुप रहना ही नहीं होता है खामोशी कई प्रकार की होती है जैसे कि किसी को कुछ बात का धक्का लग जाता है जो कि वह सह नहीं पाता और वह हमेशा के लिए खामोश हो जाता है। इसी प्रकार एक प्रेमी प्रेमिका से प्यार करता है और अगर उसे धोखा मिलता है तो वह भी खामोश हो जाता है और अपने आप में ही खोया रहता है इसी को ही खामोशी कहते है। विषय-सूची 1 • • • • • Sad Emotional Khamoshi Shayari in Hindi (1) खामोसियाँ तेरी मुझसे बाते करती है मेरी हर आह हर दर्द समझती है पता है मजबूर है तू भी और मै भी फिर भी आँखे तेरे दीदार को तरसती है। (2) मेरी खामोशी थी जो सब कुछ सह गयी, उसकी यादे ही अब इस दिल में रह गयी (3) तड़प रहे है हम तुमसे एक अल्फाज के लिए, तोड़ दो खामोशी हमें जिन्दा रखने के लिए। (4) उसने आँसू बहा के अपने सारे दर्द बयां कर दिए हमने खामोश रहकर सारे दर्द छुपा लिए (5) कभी-कभी कुछ सवालों का जवाब खामोशी होती है। (6) खामोशी अच्छी है कई रिश्तो की आबरू ढक लेती है। (7) किसी की खामोशी को उसकी कमजोरी मत समझ लेना क्योंकि एक चिंगारी ही काफी होती है सारे शहर को आग लगाने को (8) बता दो मेरे इश्क को मैं खामोश हूं उसके लिए, जमाने के लिए नहीं Khamoshi Par Shayari (9) अजीब है मेरा अकेलापन ना खुश हूँ, ना उदास हूँ बस अकेला हूँ और खामोश हूँ…!!! (10) खामोशी भी मजा देती है जरा बेतहाशा….. मोहब्बत करके तो देखो (11) खामोशी से बसर हो जाएँ, दर्द की ज़िद हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ। (12) जमाना पूछता है इतनी खामोश क्यों हो मैं कहता हूं खामोशी के बहाने ही उसकी पुरानी यादों से मिल लेता हूं (13) कुछ लोगों को अपनी बात बताने के लिए बोलने की जरूरत नहीं होती उनकी खामोशी ही काफी होती है। (14) दस्तक और आवाज तो कानो के लिए है जो रूह क...

khamosh (Khamosh) meaning in English

Information provided about khamosh ( Khamosh ): khamosh (Khamosh) meaning in English (इंग्लिश मे मीनिंग) is WHISHT (khamosh ka matlab english me WHISHT hai). Get meaning and translation of Khamosh in English language with grammar, synonyms and antonyms by ShabdKhoj. Know the answer of question : what is meaning of Khamosh in English? khamosh (Khamosh) ka matalab Angrezi me kya hai ( khamosh का अंग्रेजी में मतलब, इंग्लिश में अर्थ जाने) Tags: English meaning of khamosh , khamosh meaning in english, khamosh translation and definition in English. English meaning of Khamosh , Khamosh meaning in english, Khamosh translation and definition in English language by ShabdKhoj (From HinKhoj Group). khamosh का मतलब (मीनिंग) अंग्रेजी (इंग्लिश) में जाने |

खामोश

Silent-crevi 1 stalled; Quiet; Immovable 'Nabab Nizam Alikhan and Bhosale Tahal (till now) are silent Do not worry. ' -R 10.182 [F. Khamosh]. Stay calm Peacekeeping In those days silent on Bajirao Your toddy went into the dariya. ' -Hockey 3 Silence Woman Silence; Silence [F.] खामोश—क्रिवि. १ स्तब्ध; शांत; अचल. 'नबाब निजामअल्लीखां व भोसले ताहाल (अद्याप पर्यंत) खामोश ह्याचासबब काय न कळे.' -रा १०.१८२. [फा. खामोश्] ॰करणें-शांत राहाणें; शांति राखणें. 'तेसमयीं बाजीराव यांणीं खामोशकरून आपले खाजगत डेर्‍यांत गेले.' -होकै ३. खामोशी-स्त्री. स्तब्धता; शांतता. [फा.]

खामोशी शायरी

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30+ Alfaaz Shayari in hindi

Trending Morning Shayari Love Shayari Sad Shayari Dosti Shayari Matlabi Shayari Smile Shayari Attitude Shayari Wife Shayari Breakup Shayari Bewafa Shayari Night Shayari Smile Shayari Alfaaz Shayari In Hindi We are sharing the latest collection of Khamosh Alfaaz Par Shayari with Images. Find the best नई अल्फ़ाज़ शायरी इन हिंदी Photos, Messages, Quotes, Status, Videos on our blog. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram. Alfaaz Shayari अल्फ़ाज़ नही मिले ससे मिलने के बाद, अपने दिल का हाल कहे बिना ही लौट आया। अल्फ़ाज़ नही मिले ससे मिलने के बाद, अपने दिल का हाल कहे बिना ही लौट आया। Alfaaz shayari न अहसास बचे हैं, न अल्फ़ाज़ बचे हैं, खो गयी है मुस्कान, बस राज़ बचे हैं। न अहसास बचे हैं, न अल्फ़ाज़ बचे हैं, खो गयी है मुस्कान, बस राज़ बचे हैं। अल्फ़ाज़ शायरी इन हिंदी Alfaaz Shayari in hindi • हम अल्फाजो से खेलते रह गए, और वो दिल से खेल के चली गयी। • एक उम्र कटी दो अलफ़ाज़ में, एक आस मे एक काश में। • एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह। • फासले रख के क्या हासिल कर लिया तूने, रहती तो आज भी तू मेरे दिल में ही है। • कुछ उसे भी दूरियाँ पसंद थीं, और कुछ मैंने भी वक़्त मांगना छोड़ दिया। • न अहसास बचे हैं, न अल्फ़ाज़ बचे हैं, खो गयी है मुस्कान, बस राज़ बचे हैं। • चलो माना कि हमें प्यार का इज़हार करना नहीं आता, जज़्बात न समझ सको इतने नादान तो तुम भी नहीं। • शायर है हम शराबी नहीं, जब तक चाय नहीं पीते, अल्फाज पन्नों पर नहीं बरसते। • मत लगाओ बोली अपने अल्फ़ाज़ों की, हमने लिखना शुरू किया तो तुम नीलाम हो जाओगे। • अब ये न पूछना की मैं अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ, कु...

खामोश अदातल जारी है..!

नाटक परिचय इस नाटक में भारतीय मध्यवर्गीय नैतिकता के छ्ल को बेनकाब किया गया है। मूल मराठी में लिखे इस नाटक का मंचन लगभग सभी महत्त्वपूर्ण भाषाओं में हुआ है। हिन्दी रंगमंच पर भी यह नाटक काफ़ी लोकप्रिय रहा है। ‘खामोश…’ तेंदुलकर ने मूल मराठी में ‘शांतता ! कोर्ट चालू आहे’ के नाम से 1968 में लिखा था जिसे वर्ष के सर्वश्रेष्ठ नाटक के रूप में ‘कमला देवी चट्टोपाध्याय’ पुरस्कार भी मिला था। हिन्दी में इसका अनुवाद कमलाकर सोनटके ने किया था। तेंदुलकर ने इस नाटक के बारे में लिखा था कि “नाटक कैसे ना लिखा जाये, इसका यदि कोई फ़ार्मूला होता तो उसी आधार पर तथा उसी तरह की परिस्थितियों के बीच यह नाटक लिखा गया।” जबकि अलकाज़ी ने नाटक की बेतरतीबी के पीछे छिपी लेखक की पैनी दृष्टि को पहचानते हुए कहा है- “जो कुछ वे देखते और सुनते हैं, उसे ऊपरी तौर पर लापरवाही और सरसरे ढंग से पुनर्नियोजित कर देते हैं, और फ़िर कुछ भी अपनी जगह से बाहर नहीं होता। प्रत्येक सूक्ष्म अर्थ-छाया में ज़हर का सा डंक है। यह नाटक के भीतर नाटक है। असंख्य मंचनों, चर्चाओं और फिल्मांकनों के चलते अधिकांश लोग इस नाटक से परिचित हैं। नाटक के भीतर चलते इस नाटक की मुख्य पात्र लीला बेनारे की जीवन-कथा जैसे-जैसे खुलती है हमें हमारे आसपास के समाज, उसकी सफेद सतह के नीचे सक्रिय स्याह मर्दाना यौन-कुंठाओं और स्त्री के दमन की कई तहें उजागर होती जाती हैं। नाटक का सर्वाधिक आकर्षक पहलू इसका फॉर्म माना गया है। एक अदालत के दृश्य में मानव-नियति की विडम्बनाओं के उद्घाटन को जिस प्रकार नाटककार ने साधा है, वह अद्भुत है। यही कारण है कि रंगकर्मी हों, नाट्यालोचक हों या दर्शक – हर किसी के लिए यह नाटक भारतीय रंगमंच के इतिहास में मील का एक पत्थर है। लेखक परिचय विजय त...

Khamosh

• 14March1986 ( 1986-03-14)(India) Country India Language Hindi Budget ₹8 lakh (US$10,000) Khamosh ( transl. Silent) is 1985 Indian Plot [ ] Soni Razdan is a budding actress. Naseeruddin Shah is a military man. Amol Palekar is an established actor. The filming unit enters The only person who believes that Razdan was murdered is Azmi, who heard Razdan practising her lines until late at night. Azmi realises that Razdan was portraying a village girl who spoke no English, but that she had started shouting something in English before she became silent. She agrees to help Shah catch the culprit, and they join forces but more murders happen—first with Mrs Bhal is killed and then the male housekeeper. Eventually, all clues point to Vachchani, who confesses that his brother Kapoor killed Razdan in a rage when she spurned his advances. Vachchani confesses that he was just covering for him, because his brother was mentally ill. Kapoor goes on a shooting spree, killing Vachchani in the process. It seems like the mystery has been solved but Shah realizes two things: Kapoor's revolver had already been emptied before he "shot" his brother dead, and Vachchani had posted a mysterious letter to his lawyer. Azmi knows where the actual gun used to kill Vachchani is, but finds it missing from the props and costumes box. It is then revealed that it was Amol Palekar who killed Soni as she pestered him and threatened to defame him. While killing Soni he was seen by the producer who became his acc...

50+ ख़ामोशी शायरी

खामोशी चुप रहना ही नहीं होता है खामोशी कई प्रकार की होती है जैसे कि किसी को कुछ बात का धक्का लग जाता है जो कि वह सह नहीं पाता और वह हमेशा के लिए खामोश हो जाता है। इसी प्रकार एक प्रेमी प्रेमिका से प्यार करता है और अगर उसे धोखा मिलता है तो वह भी खामोश हो जाता है और अपने आप में ही खोया रहता है इसी को ही खामोशी कहते है। विषय-सूची 1 • • • • • Sad Emotional Khamoshi Shayari in Hindi (1) खामोसियाँ तेरी मुझसे बाते करती है मेरी हर आह हर दर्द समझती है पता है मजबूर है तू भी और मै भी फिर भी आँखे तेरे दीदार को तरसती है। (2) मेरी खामोशी थी जो सब कुछ सह गयी, उसकी यादे ही अब इस दिल में रह गयी (3) तड़प रहे है हम तुमसे एक अल्फाज के लिए, तोड़ दो खामोशी हमें जिन्दा रखने के लिए। (4) उसने आँसू बहा के अपने सारे दर्द बयां कर दिए हमने खामोश रहकर सारे दर्द छुपा लिए (5) कभी-कभी कुछ सवालों का जवाब खामोशी होती है। (6) खामोशी अच्छी है कई रिश्तो की आबरू ढक लेती है। (7) किसी की खामोशी को उसकी कमजोरी मत समझ लेना क्योंकि एक चिंगारी ही काफी होती है सारे शहर को आग लगाने को (8) बता दो मेरे इश्क को मैं खामोश हूं उसके लिए, जमाने के लिए नहीं Khamoshi Par Shayari (9) अजीब है मेरा अकेलापन ना खुश हूँ, ना उदास हूँ बस अकेला हूँ और खामोश हूँ…!!! (10) खामोशी भी मजा देती है जरा बेतहाशा….. मोहब्बत करके तो देखो (11) खामोशी से बसर हो जाएँ, दर्द की ज़िद हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ। (12) जमाना पूछता है इतनी खामोश क्यों हो मैं कहता हूं खामोशी के बहाने ही उसकी पुरानी यादों से मिल लेता हूं (13) कुछ लोगों को अपनी बात बताने के लिए बोलने की जरूरत नहीं होती उनकी खामोशी ही काफी होती है। (14) दस्तक और आवाज तो कानो के लिए है जो रूह क...

खामोश अदातल जारी है..!

नाटक परिचय इस नाटक में भारतीय मध्यवर्गीय नैतिकता के छ्ल को बेनकाब किया गया है। मूल मराठी में लिखे इस नाटक का मंचन लगभग सभी महत्त्वपूर्ण भाषाओं में हुआ है। हिन्दी रंगमंच पर भी यह नाटक काफ़ी लोकप्रिय रहा है। ‘खामोश…’ तेंदुलकर ने मूल मराठी में ‘शांतता ! कोर्ट चालू आहे’ के नाम से 1968 में लिखा था जिसे वर्ष के सर्वश्रेष्ठ नाटक के रूप में ‘कमला देवी चट्टोपाध्याय’ पुरस्कार भी मिला था। हिन्दी में इसका अनुवाद कमलाकर सोनटके ने किया था। तेंदुलकर ने इस नाटक के बारे में लिखा था कि “नाटक कैसे ना लिखा जाये, इसका यदि कोई फ़ार्मूला होता तो उसी आधार पर तथा उसी तरह की परिस्थितियों के बीच यह नाटक लिखा गया।” जबकि अलकाज़ी ने नाटक की बेतरतीबी के पीछे छिपी लेखक की पैनी दृष्टि को पहचानते हुए कहा है- “जो कुछ वे देखते और सुनते हैं, उसे ऊपरी तौर पर लापरवाही और सरसरे ढंग से पुनर्नियोजित कर देते हैं, और फ़िर कुछ भी अपनी जगह से बाहर नहीं होता। प्रत्येक सूक्ष्म अर्थ-छाया में ज़हर का सा डंक है। यह नाटक के भीतर नाटक है। असंख्य मंचनों, चर्चाओं और फिल्मांकनों के चलते अधिकांश लोग इस नाटक से परिचित हैं। नाटक के भीतर चलते इस नाटक की मुख्य पात्र लीला बेनारे की जीवन-कथा जैसे-जैसे खुलती है हमें हमारे आसपास के समाज, उसकी सफेद सतह के नीचे सक्रिय स्याह मर्दाना यौन-कुंठाओं और स्त्री के दमन की कई तहें उजागर होती जाती हैं। नाटक का सर्वाधिक आकर्षक पहलू इसका फॉर्म माना गया है। एक अदालत के दृश्य में मानव-नियति की विडम्बनाओं के उद्घाटन को जिस प्रकार नाटककार ने साधा है, वह अद्भुत है। यही कारण है कि रंगकर्मी हों, नाट्यालोचक हों या दर्शक – हर किसी के लिए यह नाटक भारतीय रंगमंच के इतिहास में मील का एक पत्थर है। लेखक परिचय विजय त...