खाटू श्याम के गाने

  1. खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता (बस और ट्रेन की पूरी जानकारी)
  2. कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है लिरिक्स


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खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता (बस और ट्रेन की पूरी जानकारी)

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम राजस्थान के सीकर जिले में स्थित Khatu Shyam Jane Ka Rasta के बारे में पूरा विस्तार से बताने वाला हूं| आप भारत के किसी भी कोने में क्यों ना हो, इस आर्टिकल को पढ़कर बड़ी आसानी से बस अथवा ट्रेन द्वारा खाटू श्याम जी महाराज मंदिर का दर्शन करने जा सकते हैं| खाटू श्याम जी का दर्शन करने के लिए आपको जाने से पहले खाटू श्याम खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता कौन-कौन सा है| इसे भी पढ़ें Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • खाटू श्याम का इतिहा स I Khatu Shyam Jane Ka Rasta Khatu Shyam Maharaj जी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है| इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के साथ पांडव पुत्र भीम के पोते बर्बरीक की पूजा की जाती है| खाटू श्याम मंदिर पर हर साल फागुन महीने की एकादशी से पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है| इस मेले में देश-विदेश के श्रद्धालु खाटू श्याम महाराज जी का दर्शन करने आते है| अगर आपने महाभारत देखा होगा तो आप जरूर पांडु पुत्र भीम के पोते बर्बरीक का नाम जानते होंगे, जिसने अपनी तप साधना से भगवान शिव को प्रसन्न किया था| भगवान शिव प्रसन्न होकर उसे तीन ऐसे बाण दिए थे, जिससे वह किसी भी को हरा सकता था| इसीलिए जब कौरव और पांडव के बीच युद्ध हुआ तो बर्बरीक पांडवों की तरफ से लड़ने की इच्छा जाहिर की| लेकिन भगवान श्री कृष्ण जानते थे अगर बर्बरीक इस युद्ध में भाग लेगा तो पांडव आसानी से जीत जाएंगे, मगर यह धर्म विरुद्ध युद्ध माना जाएगा| इसीलिए भगवान श्री कृष्ण ब्राह्मण का वेश रखकर बर्बरीक से दान में उसका सिर मांग लेते हैं, बर्बरीक बिना देरी किए उस ब्राह्मण को अपना सिर दान कर देता है| बर्बरीक द्वारा सिर दान किए जाने पर भगवान श्री कृष्ण अति प्रसन्न...

कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है लिरिक्स

कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है लिरिक्स फ़िल्मी तर्ज - कुछ तुम बोलो कुछ हम बोले वो ढोलना वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है, जिसकी रेहमत से होता हर इक काम है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, हर चाहत पूरी करे दिल की आवाज को सुन कर, फूलो की सहज सजा दी राहो से कांटे चुन कर, ये किसी किरपा से हर सुख हर आराम है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, मुझे याद है बीते दिन वो जब खुशिया थी ओजल सी, हर दिन था दुःख से मिलना हर घड़ियाँ थी मुश्किल सी, फिर किसने आकर उनको दिया आराम है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, पत्थर को मोती करदे पत्थर में फूल खिलाये, इस जग में एक ही है जो मिटी में नाव चलाये, वो कौन है जो गिरते को लेता थाम है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, हम ने तो वो भी पाया जो न था हमारे हक़ में, सोनू का नाम लिखा है तूने आज फलक पे. ये किसी बदौलत चेहरे पे मुश्कान है, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है,