कन्याकुमारी क्यों प्रसिद्ध है

  1. कन्याकुमारी - Vaidic Jyotish
  2. कन्याकुमारी का दूसरा नाम क्या है? – ElegantAnswer.com
  3. कन्याकुमारी : सुदूर दक्षिण जहां से शुरू होता है भारत...
  4. कन्याकुमारी नाम क्यों रखा गया? – ElegantAnswer.com


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कन्याकुमारी - Vaidic Jyotish

कन्याकुमारी (Kanyakumari) का जितना महत्व पर्यटन की दृष्टि है उससे ज्यादा महत्व धार्मिक रूप से है। भारत के तमिलनाडु राज्य के दक्षिण तट पर बसा कन्याकुमारी शहर प्राचीन काल से कला, संस्कृति, सभ्यता और अध्यात्म का केंद्र रहा है। कन्याकुमारी के दर्शनीय स्थलों में सबसे पहला स्थान भगवती अम्मन मंदिर का है तो वहीं दूसरा स्थान पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल का है। इसके अलावा कवि तिरूवल्लुवर की मूर्ति और थानुमलायन मंदिर भी दर्शनीय स्थान हैं। माना जाता है कि यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा बहुत ही आकर्षक है। आगे हम कन्याकुमारी के पौराणिक व धार्मिक महत्व रखने वाले दर्शनीय स्थलों के बारे में जानेंगे। • अयोध्या • अमृतसर • बद्रीनाथ • दिल्ली • द्वारका • गंगासागर • गंगोत्री • गया • हरिद्वार • हेमकुंड साहिब • कांचीपुरम • कन्याकुमारी • कटरा • केदारनाथ • खाटू श्याम • कोलकाता • मथुरा • मुंबई • नैनीताल • प्रयागराज • पुरी • पुष्कर • रामेश्वरम • ऋषिकेश • शनि शिंगणापुर • शिरडी • उज्जैन • वाराणसी • वृंदावन • यमुनोत्री कन्याकुमारी का पौराणिक महत्व कन्‍याकुमारी (Kanyakumari) का कन्याकुमारी नाम क्यों और कैसे पड़ा इसके पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है। लोक मान्यता है कि बहुत समय पहले बानासुरन नाम का दैत्य हुआ था। उसने भगवान शिव की तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया और वरदान मांगा कि उसकी मृत्यु कुंवारी कन्या के अलावा किसी से न हो। शिव ने बानासुरन को मनोवांछित वरदान दे दिया। जिसके बाद बानासुरन का अत्याचार बढ़ता गया। उस समय भारत पर शासन करने वाले राजा भरत को आठ पुत्री व एक पुत्र था। राजा भरत ने अपना साम्राज्य नौ बराबर भागों में बांट कर अपनी संतानों को दे दिया। दक्षिण का हिस्सा उनकी पुत्री कुमारी को मिला। जिन्ह...

कन्याकुमारी का दूसरा नाम क्या है? – ElegantAnswer.com

कन्याकुमारी का दूसरा नाम क्या है? इसे सुनेंरोकेंइसलिए दक्षिण भारत के इस स्थान को कन्या कुमारी कहा गया। मान्यता है कि जब शिव और कुमारी का विवाह अधूरा रह गया तो वहां जो भी विवाह के लिए तैयारियां की गईं थी वो सब रेत में बदल गईं। और इस तरह आधुनिक कन्याकुमारी शहर की नींव रखी गई। कोडाईकनाल कितनी ऊंचाई वाला सुंदर स्थान है? इसे सुनेंरोकेंसमुद्र तल से 2133 मीटर ऊंचा तमिलनाडु का कोडईकनाल हिल रिजॉर्ट अपनी सुन्दरता और शान्त वातावरण से सबको सम्मोहित कर देता है। पलनि हिल के बीच बसा यह जगह दक्षिण भारत का प्रमुख हिल स्टेशन है। कन्याकुमारी कौन से स्टेट में? तमिल नाडु कन्याकुमारी/राज्य कन्याकुमारी का क्या पूरे विश्व में प्रसिद्ध है? इसे सुनेंरोकेंस्वामी विवेकानंद स्मारक कन्याकुमारी के दर्शनीय स्थल में सबसे अधिक प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल कन्याकुमारी के एक छोटे से द्वीप पर स्थित है। यहा के सुरम्य हिंद महासागर में इसकी पृष्ठभूमि है और इसलिए पूरे विश्व से आने वाले पर्यटकों के लिए एक शांतिपूर्ण और शांत गंतव्य के रूप में जाना जाता है। तमिलनाडु कौन से राज्य में है? इसे सुनेंरोकेंदेश के दक्षिणी हिस्से में स्थित तमिलनाडु भारत के प्रसिद्ध राज्यों में से एक और एक प्रमुख राज्य है। आंध्र प्रदेश प्रांत इसकी उत्तरी सीमा बनाता है जबकि कर्नाटक और केरल क्रमशः उत्तर-पश्चिम और पश्चिम में स्थित हैं। जो दो जल संरचनाएं इस राज्य के पास हैं वे दक्षिण की ओर हिंद महासागर और पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी हैं। ऊटी कौन से प्रदेश में है? ऊटी/राज्य पल्लव वंश के संस्थापक कौन था? इसे सुनेंरोकेंसिंह विष्णु (575-600 ई०) सिंह विष्णु पल्लव वंश का एक प्रतापी शासक था। इसी कारण इसे पल्लवों का वास्तविक संस्थापक भी कहा जाता है। इ...

कन्याकुमारी : सुदूर दक्षिण जहां से शुरू होता है भारत...

विवेकानंद रॉक और संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा कन्याकुमारी : दक्षिण भारत का बेहतरीन पर्यटन स्थल कल्पना कीजिए आप भारत में लेह से दक्षिण की ओर सीधी रेखा में चलना शुरू करते हैं और चलते रहते हैं। अंत में आपको ऐसे स्थान पर जाकर रुकना पड़ता है जहां से आगे हिलोरें लेता अथाह समंदर होता है। यही है कन्याकुमारी, जहां भारत देश की जमीनी सीमा खत्म होती है और समुद्र का अथाह विस्तार आरंभ होता है। हिंद महासागर के रूप में समुद्र का यह विशाल फैलाव पृथ्वी के दक्षिणी छोर दक्षिण-ध्रुव तक जारी रहता है। हममें से बहुतों ने कन्याकुमारी का जिक्र पहली बार ‘कश्मीर से कन्याकुमारी’ के रूप में सुना होता है। स्वाभाविक है कि यह नाम हमारे लिए भारत के भौगोलिक विस्तार के एक महत्वपूर्ण संकेत या कीवर्ड जैसा है। यह शब्द यात्रा-प्रेमियों के अंदर एक कमाल का अहसास भरता है। केवल भारत नहीं, विशाल भारतीय-उपमहाद्वीप के दक्षिणी शीर्ष बिंदु का यह रोमांचक भाव भारत के अलावा कई अन्य देशों के यात्रा-पसंद लोगों के मन में भी जरूर आता होगा। लेकिन याद रखिए भारत के मानचित्र का यह अंतिम दक्षिणी सिरा नहीं है, क्योंकि हमारे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का विस्तार इंदिरा पॉइंट के रूप में दक्षिण में इससे भी आगे तक है। यूं तो कन्याकुमारी जाने के कई आकर्षण हो सकते हैं लेकिन भारत के उस आखिरी बंदु पर हिमालय की ओर खड़े होकर संपूर्ण भारत को महसूस करने का जो अनुभव आप यहां कर सकते हैं, वह कहीं और नहीं हो सकता! केवल यही एक कारण आपको कन्याकुमारी बार-बार ले जा सकता है। चट्टानों से टकराती लहरें भारत के सुदूर उत्तर में कारगिल से शुरू कर कन्याकुमारी तक की यात्रा यदि आप सड़क के रास्ते करें तो आपका यह सफर कम से कम 3890 किमी लंबा होगा! शानदार 4-6 लेन हाई...

कन्याकुमारी नाम क्यों रखा गया? – ElegantAnswer.com

इसे सुनेंरोकेंकुमारी को शक्ति देवी का अवतार माना जाने लगा और वाणासुर के वध के बाद कुमारी की याद में ही दक्षिण भारत के इस स्थान को ‘कन्याकुमारी’ कहा जाने लगा। यह भी कहा जाता है कि शहर का नाम देवी कन्या कुमारी के नाम पर पड़ा है, जिन्हें भगवान कृष्ण की बहन माना गया है। 8. कन्याकुमारी में कौन से भगवान है? इसे सुनेंरोकेंकुमारी को देवी पार्वती का अवतार माना जाता था। कुमारी ने दक्षिण भारत के हिस्से पर अच्छी तरह से शासन किया। कुमारी भगवान शिव से विवाह करना चाहती थी उसके लिए वो बहुत पूजा, तप भी करती और एक बार भगवान शिव प्रसन्न होकर कुमारी से विवाह करने के लिए तैयार हो गए और विवाह की तैयारियां भी शुरू हो गयी। कन्याकुमारी में सबसे ज्यादा क्या प्रसिद्ध है? इसे सुनेंरोकेंकन्याकुमारी के दर्शनीय स्थल में सबसे अधिक प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल कन्याकुमारी के एक छोटे से द्वीप पर स्थित है। यहा के सुरम्य हिंद महासागर में इसकी पृष्ठभूमि है और इसलिए पूरे विश्व से आने वाले पर्यटकों के लिए एक शांतिपूर्ण और शांत गंतव्य के रूप में जाना जाता है। कन्याकुमारी का इतिहास क्या है? इसे सुनेंरोकेंपौराणिक कथा के अनुसार कन्याकुमारी एक ऐसी कन्या थी, जिनका जन्म एक राक्षस को मारने के लिए हुआ था लेकिन उन्हें शिव से प्रेम हो गया. अंत में समस्त सृष्टि की रक्षा के लिए उनका विवाह शिव से नहीं हो पाएगा और वो आजीवन कुंवारी रह गई. कन्याकुमारी में क्या प्रसिद्ध था? इसे सुनेंरोकेंकन्याकुमारी मंदिर, विवेकानंद रॉक मेमोरियल, कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति, वट्टाकोट्टई किला, और गांधी स्मारक कन्याकुमारी के कुछ सबसे महत्वपूर्ण स्थल हैं। यह सबसे अच्छे कन्याकुमारी के पर्यटन स्थल में से एक है। तमिलनाडु राज्य में एक छोटा तटीय शहर, क...