कोटा डोरिया साड़ी

  1. सोने के तार से बनी कोटा डोरिया की साड़ियां चोरी, गैंग कई जगह कर चुका वारदात
  2. इन कोटा डोरिया और कोटा सिल्क साड़ियों में देखिये भारत के बुनकरों का हुनर
  3. Kota got the gift of Kota Doria saree market UDH Minister Shanti Dhariwal gave a big gift


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सोने के तार से बनी कोटा डोरिया की साड़ियां चोरी, गैंग कई जगह कर चुका वारदात

कोटा के गुमानपुरा थाना इलाके में एक साड़ी के शोरूम से एक महिलाओं की गैंग ने करीब 12 लाख की साडियां चोरी कर ली। महिलाएं साडियां खरीदने के बहाने दुकान में घुसी और साड़ियां चुरा कर फरार हो गई। पड़ताल करने पर सामने आया कि यह गिरोह कोटा में कई जगह वारदात कर चुका है। वहीं हैदराबाद में भी इसी तरह की वारदात की थी, जिसके फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। दुकानदार ने इस संबध में गुमानपुरा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। मामले के अनुसार गुमानपुरा न्यू कॉलोनी में वैभव मेहता की रंगोली साड़ी सेंटर के नाम से साड़ी का शोरूम हैं। उन्होंने दी शिकायत में बताया कि 8 जून को सात आठ महिलाएं और एक युवक उनकी दुकान में आए। आते ही उन्होंने कोटा डोरिया की महंगी साडिया दिखाने को कहा। सेल्समेन उन महिलाओं को साड़ियां दिखाने लगा। इसी दौरान उन्होंने कई साडियां देखी और सेल्समेन को बातों में उलझाकर इन महिलाओं ने एक एक साड़ी अपने बैग और साडी के अंदर छिपा ली। काफी देर तक शोरूम में साडियां देखने का नाटक करती रही और बाद में कुछ खरीदे बिना चली गई। जब दुकानदार ने वापस साडियों को रखना शुरू किया तो पता लगा कि करीब 12 साड़ियां कम थी। यह कोटा डोरिया की साडियां थी, जो हस्तनिर्मित थी और इनमें सोने के तार से काम हुआ था। ऐसे में इनकी कीमत एक साडी की एक लाख से ज्यादा थी। इस तरह इस गिरोह ने शोरूम से करीब 12 लाख की साड़ियां चुरा ली। साड़ियां कम मिलने पर जब सीसीटीवी चेक किया तो महिलाएं साड़ी चुराती नजर आई। कई जगह की वारदातें वैभव की तरफ से जब गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता लगा कि इस गिरोह ने कोटा में क्लाथ मार्केट और रामपुरा में भी साडीयां चोरी की है। इसी तरह पहले यह एमपी के चंदेरी और राजकोट में साडियां चोरी कर च...

इन कोटा डोरिया और कोटा सिल्क साड़ियों में देखिये भारत के बुनकरों का हुनर

राजस्थान में एक शहर है कोटा। जो आजकल आई.आई. टी की कोचिंग में भारत का गढ़ बना हुआ है। इसी कोटा शहर और इसके आसपास के गांवों में बुनकर धागों की बुनाई कर के जो सुंदर बनाते हैं, उन्हीं का नाम पड़ गया कोटा डोरिया साड़ी। डोरी यानि धागे। चलिये फिर, अब दिखाते हैं आपको राजस्थान की इन कोटा डोरिया साड़ियों के कुछ सुंदर नमूने। साथ ही कुछ कोटा सिल्क साड़ियाँ भी। available on www.utsavfashion.com 4. Magenta Color Zari Work Kota Silk Saree राजस्थान कई तरह की वस्त्र-कलाओं के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं कलाओं में से एक है गोटा पत्ती। इस कोटा साड़ी की शोभा को दोगुना कर रही है इस पर किया गया गोटा पत्ती का काम। गोटे के काम वाली साड़ियों के दो फायदे हैं – यह आपकी साड़ी को एक रिच और हेवी लूक प्रदान करता है। पर साड़ी को भारी नहीं बनाता। साड़ी लाइट वेट ही रहती है और पहनने में आरामदायक। available on www.utsavfashion.com 7. Gold Beige Saree With Red Blouse पेश है बेज और गोल्ड, दो दमकते रंगों वाली यह आकर्षक कोटा डोरिया साड़ी। रेशम की इस साड़ी पर ज़री का काम है। साड़ी के पालू पर सुंदर लटकनें इस परिधान की शोभा और भी बढ़ा रहे हैं। साड़ी की बार्डर पर एक गुलाबी पट्टी है और ब्लाउज़ के रंग को इसी के साथ मेच कर के चुना गया है। available on www.kalkifashion.com 8. Geometric Print Kota Doria Saree With Yellow Designer Blouse कथिया रंग वाली यह साड़ी तो वैसे भी हमें बेहद प्यारी लगी। इस साड़ी में एक सादगी भी है पर साथ ही एक रिच लूक भी। साड़ी के रंग से बिलकुल ही बेमेल रंग वाला यह येल्लो डिजाइनर ब्लाउज़ पूरे परिधान को एक स्टाइलिश मॉडर्न गेटप दे रहा है।

Kota got the gift of Kota Doria saree market UDH Minister Shanti Dhariwal gave a big gift

Kota: कोटा की पहचान है कोटा डोरिया साड़ी. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा में कोटा डोरिया साड़ी बाजार की सौगात दी है. सरोवर टॉकीज के पास कोटा डोरिया मार्केट में नवनिर्मित दुकानों के आवंटन पुस्तिका का मंत्री धारिवाल ने विमोचन किया. खास बात ये रही की 10 साल का इंतजार दुकानों के आवंटन के लिए कोटा डोरिया के व्यवसायिओं को करना पड़ा. वजह ये की इन दुकानों के लिए 4070 वर्ग प्रति वर्ग फिट तय किया गया था. जिसे बीजेपी सरकार के दौरान 12000 प्रति वर्ग फिट कर दिया गया. जिसके बाद इस बाजार में तैयार हुई दुकानों को कोटा डोरिया व्यवसायिओं ने लेने से इनकार कर दिया था. अब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इस पूरे मामले में बड़ा फैसला करते हुए 4070 वर्ग फीट की दर से बड़ा तोहफा देते हुए दुकानों के आवंटन का फैसला किया है और इस योजना के पुस्तक का विमोचन किया. इस कार्यक्रम के दौरान UIT विशेषाधिकारी आरडी मीणा जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, यूआईटी सचिव राजेश जोशी कांग्रेस जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. ये भी पढ़ें- अपने जिले की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.