कपास की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त है

  1. कपास के लिए कौन सी मिट्टी अच्छी होती है? – ElegantAnswer.com
  2. Kapas Cotton ki Kheti Kaise Kare
  3. मालवा क्षेत्र में कौन सी मिट्टी पाई जाती है?
  4. कपास फसल की खेती
  5. मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी में क्या मिलाया जाता है? – ElegantAnswer.com
  6. कपास की à¤


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कपास के लिए कौन सी मिट्टी अच्छी होती है? – ElegantAnswer.com

कपास के लिए कौन सी मिट्टी अच्छी होती है? इसे सुनेंरोकेंमिट्टी – कपास की अच्छी पौध वृद्धि के लिए बलुई दोमट एवं गहरी काली मिट्टी वाले ऐसे खेत जिसमें जीवांश की पर्याप्त मात्रा हो तथा बारानी दशाओं मे अच्छी पैदावार के लिए पर्याप्त जल संरक्षण के साथ उचित निकास की व्यवस्था हो, उपयुक्त रहते ही। कपास के रेशे की लम्बाई कितनी होती है? इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक रेशा प्रदान करने वाली कपास भारत की सबसे महत्वपूर्ण रेशेवाली नकदी फसल है। जिसका देश की औद्योगिक व कृषि अर्थव्यवस्था में प्रमुख स्थान है। विश्व में निरंतर बढ़ती खपत और विविध उपयोग के कारण कपास की फसल को सफेद सोने के नाम से जाना जाता है। विश्व में कपास उत्पादन में भारत का कौन सा स्थान है? इसे सुनेंरोकेंदुनिया भर में प्रति वर्ष 26,172,678 टन कपास का उत्पादन होता है। भारत प्रति वर्ष 6,188,000 टन उत्पादन मात्रा के साथ दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक है। चीन 6,178,318 टन वार्षिक उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर आता है। इंडोनेशिया 987 के साथ 68 वें स्थान पर है। कपास की खेती के लिए कौन सी मिट्टी चाहिए? इसे सुनेंरोकेंकपास की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त होती है? Notes: कपास के लिए काली मिट्टी सर्वोत्तम होती है, भारत में दक्कन पठार में काली मिट्टी के कारण वहां कपास की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। भारत में कपास की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात और आंध्र प्रदेश में की जाती है। कपास के लिए उपयुक्त जलवायु कौन सी है? इसे सुनेंरोकेंजलवायु की आवश्यकता उत्तम जमाव हेतु न्यूनतम 16 डिग्री सेन्टीग्रेट तापमान फसल बढ़वार के समय 21 से 27 डिग्री सेन्टीग्रेट तापमान व उपयुक्त फलन हेतु दिन में 27 से 32 डिग्री सेन्टीग्रेट तापमान तथा रात्रि में ठंडक...

Kapas Cotton ki Kheti Kaise Kare

नए साइंटिफिक ढंग से कपास की खेती कैसे की जाएं. साथ जानते हैं कि भारत में नए-नए कौन से किस्म हैं जिससे ज्यादा फायदा हो सकता है. Kapas Cotton ki Kheti Kaise Kare क्या आप कपास की खेती करने की सोच रहे है? आइये जानते है की Cotton farming kaise India mein ek profitable business hai. इससे जुडी जानकारी, कीटो से बचाव के उपाय. उत्पादन-संबंधी रूप में कपास यानि की “रूई” को स्वेत स्वर्ण (white gold) के नाम से भी जाना जाता है। पूरे देश भर में Large scale पर कपास उत्पादन की जरुरत है। विदेशो में भी कपास यानि की रूई की अव्यश्कता पड़ती है। इसलिए इसकी खेती में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन की अव्यश्कता भी जरुरी है। Modern technology को अपनाकर अगर कपास की खेती की जाए तो किसानो को रूई यानि की कपास की ज्यादा उपज मिल सकती है। आइये जानते है कैसे “कपास की खेती” करने से अच्छे फसल की प्राप्ति हो सकती है। Kapas ki kheti ki jankari कपास की खेती करने की जानकारी / Cotton Farming in India – Agar hamare kisan bhai ke pass badi jamin ho to us par kapas yani cotton ki kheti kar ke lakhon kamaya jaa sakta hai, basarte ki aap scientific tarike se kare. Apako jamin se le kar, khad prabandhan aur kido se kapas ko bachana hoga. To chaliye jante hai aakhir kaise ki jati hai kapas ki farming step by step: भूमि का चयन व तैयारी / Selection of Land कपास की खेती के लिए सबसे उचित मिट्टी कौन सी है? कपास की खेती को सभी तरह की ज़मीन पर की जा सकती है फिर भी दोमट भूमि को कपास की खेती के लिए सबसे सर्वोत्तम माना गया है। बलुई ज़मीन, क्षारीय भूमि और कंकड़ से भरी हुई ज़मीन पर कपास की खेती नहीं की जा सकती है। भूमि की तैयारी करने समय सबसे प...

मालवा क्षेत्र में कौन सी मिट्टी पाई जाती है?

Explanation : मालवा क्षेत्र में काली मिट्टी पाई जाती है, जो मुख्य रूप से कपास की खेती के लिए अधिक उपयुक्त होती है। मध्य प्रदेश में लगभग 47% भाग में काली मिट्टी का विस्तार है। यह मालवा पठार, निमाड़ नर्मदा घाटी, सोन घाटी, सतपुड़ा श्रेणी, मेकाल क्षेत्र, छिंदवाड़ा, विन्ध्याचल, सिवनी, बैतूल, सीधी, पन्ना, दतिया, ग्वालियर एवं शिवपुरी में विस्तृत है। काली मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस एवं जैव पदार्थों की मात्रा कम पाई जाती है, जबकि इसमें मुख्यतः लोहा, चूना, पोटाश, मैग्नीशियम एवं एल्युमीनियम तत्व होते हैं। Explanation : मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा गुफा समूह भीम बेटा की गुफाएँ हैं। भीमबेटका की गुफाएँ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 कि.मी. दूर रायसेन जिले में स्थित हैं तथा चारों ओर से विंध्य पर्वत मालाओं से घिरी हुई हैं, जिनका संबंध 'नवपाषाण काल' • मध्य प्रदेश के किस जिले को ‘दक्षिण का प्रवेश द्वार’ कहा जाता है?

कपास फसल की खेती

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मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी में क्या मिलाया जाता है? – ElegantAnswer.com

मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी में क्या मिलाया जाता है? इसे सुनेंरोकेंमूर्ति बनाने लायक मिट्टी तैयार करने के लिए उसमें दूसरी मिट्टी मिलानी पड़ती है। जैसे मिट्टी चिकनी है तो उसमें थोड़ी रेतीली मिट्टी, राख या रेत मिलानी पड़ेगी। मिट्टी को साफ़ करके (यानी उसमें से कंकड़, पत्थर या और कोई कचरा आदि हो तो निकाल दो) किसी बर्तन, होद या तसले में पानी के साथ गला दो। मिट्टी के खिलौने बनाने के लिए क्या साधन आवश्यक है? इसे सुनेंरोकेंसामग्री- काठ का पटरा, मूंगरी, छलनी, नाँद, तसला अथवा पत्थर की घटिया, चाकू, पटरियाँ, कौड़ियाँ, टप्पे, रंग, मुड़ा तार, कूची तवा आदि। मूर्ति का सांचा कैसे बनाया जाता है? इसे सुनेंरोकेंपहले मिट्टी को घोला जाता है, फिर उसे सांचे में डाला जाता है। फिर उसे बाहर निकालकर हफ्ते भर धूप में सुखाते हैं, सूखने के बाद उसे कलर डिस्टेंपर में डुबोया जाता है। रंग सूखते ही फिर से कलर करके मूर्ति को स्वरूप देते हैं मिट्टी के बर्तन को कैसे पकाते हैं? इसे सुनेंरोकेंआप मिट्टी के किनारों को एक आकार पर रख दें। उस आकार पर हल्का खाना पकाने वाले तेल का लेप लगा दें या एक प्लास्टिक थैली का प्रयोग करें जिससे ये सतह पर चिपक न जाये। सूखने पर इसे ढांचे से उठा लें, ये सिकुड़ हुआ होगा और संभवतः बर्तन के ऊपर ढंका हुआ छोड़ने से इसमें दरारें पड़ी होंगी परंतु इसका आकार बना रहेगा। मिट्टी से क्या क्या वस्तुएं बनती है? “मिट्टी से बनी वस्तुएँ” श्रेणी में पृष्ठ • कलश (बासन) • क्रातेर (बासन) मूर्ति का सांचा कितने का मिलता है? इसे सुनेंरोकेंछोटी मूर्ति का सांचा 200 रुपये, जबकि बड़ी मूर्ति का पांच सौ रुपये में मिलता है चूंकि मूर्ति में रंग भरने में अधिक कारीगरी करनी पड़ती है, इसलिए समूह में उन महिलाओं को भी जोड़...

कपास की à¤

कपास की खेती के लिए काली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है क्योंकि काली मिट्टी अधिक समय तक नमी रखती है और इसमें ह्यूमस की प्रचुर मात्रा होती है। काली मिट्टी का निर्माण दक्कन के पठार (Deccan Plateau) में पाई जाने वाली ज्वालामुखीय चट्टानों से होता है। काली मिट्टी को "रेगुर" (Regur) के नाम से भी जाना जाता है और यह महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश आदि के लावा से ढके क्षेत्रों में पाई जाती है। Summary: कपास की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त होती है? कपास की खेती के लिए उपयोग की जाने वाली मिट्टी कार्बन से समृद्ध होती है और आमतौर पर काली मिट्टी में अधिक कार्बन पाया जाता है। इसीलिए कपास की खेती ...