क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे

  1. क्रिप्स मिशन भारत कब आया था?
  2. क्रिप्स मिशन के समय भारत के वायसराय कौन थे? – ElegantAnswer.com
  3. क्रिप्स मिशन के मुख्य सुझाव क्या थे?
  4. क्रिप्स योजना
  5. क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। cripps mission in hindi pdf – 11th , 12th notes In hindi
  6. क्रिप्स मिशन भारत कब आया था – Studywhiz
  7. Cripps Mission 1942 in Hindi, क्रिप्स मिशन 1942
  8. कृष्ण मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे?
  9. क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। cripps mission in hindi pdf – 11th , 12th notes In hindi
  10. कृष्ण मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे?


Download: क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे
Size: 59.64 MB

क्रिप्स मिशन भारत कब आया था?

क्रिप्स मिशन भारत कब आया – नमस्कार दोस्तों आपका हमारे ब्लॉग Krips Mision Bharat Kab Aaya के बारे में बात करने जा रहे है जहा आप ने भी क्रिप्स मिशन का नाम बहुत बार सुना होगा परन्तु यदि आपको पूरी तरह से नहीं पता आखिर क्रिप्स मिशन क्या है और क्रिप्स मिशन भारत कब आया था तब आप हमारा यह पोस्ट पूरा ध्यान से पढ़े जहा आज मेने आपको इस पोस्ट के माध्यम से सभी चीज़े विस्तार से समझने की कोशिश की है। जैसा की आप जानते ही है भारत एक समय पर बहुत सारी विदेशी ताकतों की गुलामी से आज़ाद हुआ है और इसे आज़ाद करने में बहुत सारे क्रांतिकारियों और स्वतंत्र सेनानियों की अहम् भूमिका रही है इस को देखते हुए भारत को आजाद करने के लिए ऐसे बहुत सारे कार्य भी किये जिसने एक क्रिप्स मिशन भी था। तो क्रिप्स मिशन भारत क्यों आया और इसके पीछे का मुख्या उद्देश्य क्या था जानने की कोशिश करते है तो बिना समय गवाए पोस्ट को शुरू करते है। क्रिप्स मिशन क्या है? (cripps mission kya hai in hindi) क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे? | cripps mission 1942 in hindi भारत में जिस समय ब्रिटिश सरकार थी उस समय लेबर पार्टी के मंत्री जिनका नाम सर स्टेफोर्ड क्रिस्प के नेतृत्व में भारत में आया है जिसके कारन भारत में खुद का शासन होगा इस बात को दर्शाता था। और स्टेफोर्ड के नाम पर ही इस मिशन का नाम क्रिप्स मिशन रखा गया था। और उस समय स्टेफोर्ड भारत में गाँधी जी और मुश्लिम लीग के अध्यक्ष अली जिन्ना से बातचीत करने आया था। जहा भारतीय कांग्रेस के द्वारा इस क्रिप्स मिशन को मानने से मन कर दिया था। और इसके बाद ही भारत में गाँधी जी के द्वारा भारत छोड़ो आंदोलन को शुरू करने की तैयारी की गई। इस मिशन की स्वीकृति न करने पर बहुत सारे कांग्रेस के नेताओ को गि...

क्रिप्स मिशन के समय भारत के वायसराय कौन थे? – ElegantAnswer.com

इसे सुनेंरोकेंवर्ष 1946 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री एटली ने भारत में एक तीन सदस्यीय उच्च-स्तरीय शिष्टमंडल भेजने की घोषणा की। इस शिष्टमंडल में ब्रिटिश कैबिनेट के तीन सदस्य- लार्ड पैथिक लारेंस, सर स्टेफर्ड क्रिप्स तथा ए. वी. अलेक्जेंडर थे। क्रिप्स मिशन को महात्मा गांधी ने क्या कहा? इसे सुनेंरोकेंकान्ग्रेस व लीग के अतिरिक्त अन्य दलों ने भी प्रांतों को संघ से पृथक होने का अधिकार दिये जाने का विरोध किया। गांधी जी ने क्रिप्स के प्रस्तावों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “यह आगे की तारीख का चेक था, जिसका बैंक नष्ट होने वाला था।” 3 क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे? इसे सुनेंरोकेंसवाल: क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे? क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव इस प्रकार थे, की द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद भारत को डोमिनियन का दर्जा दिया जाएगा। सभी प्रांतों और रियासतों को भारतीय डोमिनियन में शामिल होने का अधिकार बरकरार रहेगा या स्वतंत्र रहने का विकल्प चुना जाएगा। कैबिनेट मिशन द्वारा प्रस्तावित अंतरिम सरकार में कुल कितने सदस्य थे? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम लीग के इस तर्क का अंग्रेजों ने समर्थन किया। आरंभिक बातचीत के बाद मिशन ने 16 मई 1946 को नई सरकार के गठन का प्रस्ताव रखा। संविधान सभा में 389 सीटें रखी गई। जिसमें से 292 ब्रिटिश प्रांत के प्रतिनिधि, 4 कमिश्नर एवं 93 देशी रियायतें थी। सन 1942 के क्रिप्स मिशन द्वारा प्रस्तुत प्रमुख प्रस्ताव क्या थे? इसे सुनेंरोकेंक्रिप्स मिशन में मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान की माँग को एक कदम और आगे बढ़ा दिया गया. इसमें देशी राज्यों और मुस्लिम लीग को प्रसन्न रखने के लिए उन राज्यों और प्रान्तों को यह छूट दी गई कि वे स्वेच्छानुसार भारतीय संघ में सम्मिल...

क्रिप्स मिशन के मुख्य सुझाव क्या थे?

क्रिप्स मिशन क्या था? (cripps mission kya tha) krips mission 1942, kya tha, karan, sujhav asafhalta;विश्व मे द्वितीय विश्व युद्ध की घटनायें चल रही थी और इसमे इंग्लैंड की दशा बिगड़ती जा रही थी, फिर भी वह भारत को स्वतंत्र नही करना चाहता था। भारत मे भारतीयों के स्वतंत्रता संघर्ष को कम करने के लिये तथा अपनी सत्ता को बनाये रखने के लिए और भविष्य मे स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने का अवसर एवं समय पाने के लिये स्टेकाॅर्ड क्रिप्स को 22 मार्च, 1942 को भारत भेजा गया। विषयसूची Show • • • • • • • • • भारत मे क्रिप्स मिशन के आगमन के कारण क्रिप्स योजना के आगमन के कारण इस प्रकार से है-- 1. इंग्लैंड के कुछ उदारवादी राजनीतिज्ञ ने सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि उसको भारत की राजनीतिक समस्या का समाधान करने के लिए निश्चय ही कोई संतोषजनक कदम उठाना चाहिए, किन्तु ब्रिटिश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया। 2. अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने ब्रिटिश सरकार पर दबाव डाला कि भारत की समस्या का समाधान होना आवश्यक है, क्योंकि अटलांटिक घोषणा समान रूप से सारे विश्व पर लागू होती है। 3. इसी समय आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने यह स्पष्ट रूप से कह दिया कि यदि इंग्लैंड भारत से जापान के विरुद्ध युद्ध मे पूर्ण सहायता प्राप्त करना चाहता है तो उसको स्वराज्य प्रदान कर देना चाहिये। 4. इसके अतिरिक्त 24 फरवरी, 1942 ई. को इंग्लैंड की लोकसभा मे भारत की समस्या पर काफी वाद-विवाद हुआ। लोकसभा के अधिकांश सदस्यों ने भारत मे विद्यमान प्रतिरोध को जल्द से जल्द समाप्त कर देने की आवश्यकता पर बल दिया। 5. 8 मार्च, 1942 ई. को जापान ने बर्मा की राजधानी रंगून पर अधिकार कर लिया और यह सम्भावना की जाने लगी कि अब वह भारत पर आक्रमण करेगा। 6....

क्रिप्स योजना

द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रथम दो वर्ष ब्रिटिश साम्राज्य के लिए बहुत संकटपूर्ण थे. जर्मनी की निरंतर सफलता और इंग्लैंड पर आक्रमण की आशंका से इंग्लैंड अपनी रक्षा के लिए खुद प्रयत्नशील था. जापानी आक्रमण से भारतीय साम्राज्य पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे थे. इस प्रकार युद्ध की दोहरी मार से ब्रिटिश साम्राज्य की शांति और सुरक्षा खतरे में पड़ गयी थी. परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए ब्रिटिश सरकार भारतीयों का सहयोग प्राप्त करना चाहती थी. चलिए जानते हैं क्रिप्स योजना के बारे में Details in Hindi. What is Cripps Mission? इस मिशन को भारत में कब और क्यों लाया गया? क्रिप्स-योजना में क्या कमी थी और यह क्यों असफल हुआ? इस योजना की प्रमुख बातें भी जानेंगे और क्रिप्स-योजना की प्रस्तुतीकरण के कारण को भी समझेंगे. विंस्टन चर्चिल की घोषणा 11 मार्च, 1942 ई. को इंग्लैंड के प्रधानमन्त्री विंस्टन चर्चिल ने यह घोषणा की कि – “ जापानियों की प्रगति के कारण भारत के लिए जो भय और संकट उप्तन्न हो गया है, उसे देखते हुए हम यह आवश्यक समझते हैं कि आक्रमणकारियों से भारत की रक्षा के लिए हमें उसके समस्त वर्गों को संगठित करना चाहिए. अगस्त, 1940 ई. में हमने भारत के सम्बन्ध में अपने उद्देश्यों और नीति के विषय में पूर्णरूप से प्रकाश डालते हुए एक घोषणा की थी, जिसका संक्षेप में यह आशय था कि युद्ध के समाप्त होने पर यथासंभव शीघ्र भारत को पूर्ण औपनिवेशिक स्वराज प्रदान किया जायेगा. हमने युद्ध मंत्रिमंडल के एक सदस्य को भारत भेजने का निश्चय किया है जिससे कि वह भारत जाकर भारतीय नेताओं से विचार-विनिमय करने के उपरान्त इसकी तसल्ली कर ले कि हमने भारत के सम्बन्ध में जो निर्णय लिया है, वह भारतीयों को स्वीकृत है. इस कार्य के लिए सर स्ट...

क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। cripps mission in hindi pdf – 11th , 12th notes In hindi

cripps mission in hindi pdf क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। प्रश्न: क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रावधान क्या थे ? कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। उत्तर: भारतीयों का युद्ध में सहयोग प्राप्त करने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री चर्चिल ने सर स्टेफर्ड क्रिप्स मिशन मार्च, 1942 में भारत भेजा। मिशन ने 29 मार्च, 1942 को दो भागों में निम्न प्रस्ताव रखे। भाग – 1 युद्ध समाप्ति के बाद एक निर्वाचित संविधान सभा (ब्रिटिश भारत ़ देशी राज्य) संघीय संविधान का निर्माण करेगी। सभा का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से प्रांतीय विधान सभाओं के निम्न सदनों द्वारा किया जाएगा। जो प्रांत या देशी राज्य इस संविधान से संतुष्ट नहीं है, वे अपना अलग संविधान बना सकते हैं। संविधान निर्माण का भार ब्रिटिश सरकार पर होगा। अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की जाएगी। भाग – 2 भारत को डोमिनियन स्टेटस का दर्जा दिया जाएगा। एक भारतीय संघ की स्थापना की जाएगी। संघ विदेश नीति के मामले म स्वतंत्र होगा। भारत संघ को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल से संबंध विच्छेद का हक होगा। जब तक संविधान न बने तब तक गवर्नर-जलरल की तत्कालीन स्थिति बनी रहेगी और अंग्रेज ही भारत की रक्षा के लिए उत्तरदायी होंगे। संविधान निर्माण केवल भारतीयों द्वारा संविधान सभा के गठन की ठोस योजना, भारतीयों को प्रशासन में पूर्ण भागीदारी आदि अच्छे प्रावधान थे। लेकिन भारत युद्ध में पूर्ण सहयोग देगा व यह सब व्यवस्था युद्ध के बाद लागू होगी। प्रांतो या देशी राज्यों को पृथक संविधान का अधिकार दिया जाना भारत के विभाजन को स्वीकार करना था। विभिन्न दलों की प्रतिक्रिया कांग्रेस: कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू एवं म...

क्रिप्स मिशन भारत कब आया था – Studywhiz

क्रिप्स मिशन (22 मार्च, 1942 ई.) अमेरिका, रूस और फ्रांस के द्वारा संवैधानिक गतिरोध को दूर करने के लिये दबाव देने पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री चर्चिल ने स्टैफोर्ड क्रिप्स की अध्यक्षता में एक मिशन 22 मार्च, 1942 को भारत भेजा जिसे ‘क्रिप्स मिशन’ कहा जाता है। इसके अन्य सदस्य थे ए.वी अलेक्जेण्डर तथा पैथिक लारेंस। इसके प्रमुख प्रस्ताव थे- युद्ध के बाद एक नये भारतीय संघ की व्यवस्था होगी। इस संघ में ब्रिटिश भारतीय प्रान्तों के साथ देसी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल किये जायेंगे। युद्ध समाप्त होने पर एक निर्वाचित संविधान निर्मात्री सभा का गठन किया जायेगा, परन्तु अल्पसंख्यकों पर जबरदस्ती यह संविधान नहीं थोपा जायेगा। जिन प्रान्तों को यह संविधान पसंद नहीं होगा, वे अपनी वर्तमान संवैधानिक स्थिति को बनाए रख सकेंगे या फिर उन्हें भी अपने लिए संविधान बनाने का अधिकार होगा। कांग्रेस ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि यह भारतीय एकता एवं अखण्डता के लिये घातक था। गाँधीजी ने इस प्रस्ताव को “दिवालिया बैंक के नाम भविष्य की तिथि में भुनाने वाला चेक” कहा तथा नेहरू ने कहा कि “क्रिप्स प्रस्ताव एक ऐसे बैंक के नाम चेक है जो टूट रहा है।” मुस्लिम लीग ने भी इसे अस्वीकार कर दिया क्योंकि इसमें ‘पाक’ का उल्लेख नहीं था। Post navigation

Cripps Mission 1942 in Hindi, क्रिप्स मिशन 1942

22 मार्च 1942 को ब्रिटिश सरकार द्वारा क्रिप्स मिशन (Cripps Mission) को भारत भेजा गया था। जिसका प्रमुख उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के लिए भारतियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त करना था। क्रिप्स मिशन के अध्यक्ष सर स्टैफोर्ड क्रिप्स थे जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के मंत्रिमंडल में साम्यवादी दाल के एक वरिष्ट राजनेता एवं मंत्री थे। इस लेख में हम आपको क्रिप्स मिशन (Cripps Mission) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। उम्मीदवार नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके क्रिप्स मिशन (Cripps Mission) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी का पीडीएफ़ हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं। क्रिप्स मिà...

कृष्ण मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे?

krips mission 1942, kya tha, karan, sujhav asafhalta;विश्व मे द्वितीय विश्व युद्ध की घटनायें चल रही थी और इसमे इंग्लैंड की दशा बिगड़ती जा रही थी, फिर भी वह भारत को स्वतंत्र नही करना चाहता था। भारत मे भारतीयों के स्वतंत्रता संघर्ष को कम करने के लिये तथा अपनी सत्ता को बनाये रखने के लिए और भविष्य मे स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने का अवसर एवं समय पाने के लिये स्टेकाॅर्ड क्रिप्स को 22 मार्च, 1942 को भारत भेजा गया। विषयसूची Show • • • • • • • • • भारत मे क्रिप्स मिशन के आगमन के कारण क्रिप्स योजना के आगमन के कारण इस प्रकार से है-- 1. इंग्लैंड के कुछ उदारवादी राजनीतिज्ञ ने सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि उसको भारत की राजनीतिक समस्या का समाधान करने के लिए निश्चय ही कोई संतोषजनक कदम उठाना चाहिए, किन्तु ब्रिटिश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया। 2. अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने ब्रिटिश सरकार पर दबाव डाला कि भारत की समस्या का समाधान होना आवश्यक है, क्योंकि अटलांटिक घोषणा समान रूप से सारे विश्व पर लागू होती है। 3. इसी समय आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने यह स्पष्ट रूप से कह दिया कि यदि इंग्लैंड भारत से जापान के विरुद्ध युद्ध मे पूर्ण सहायता प्राप्त करना चाहता है तो उसको स्वराज्य प्रदान कर देना चाहिये। 4. इसके अतिरिक्त 24 फरवरी, 1942 ई. को इंग्लैंड की लोकसभा मे भारत की समस्या पर काफी वाद-विवाद हुआ। लोकसभा के अधिकांश सदस्यों ने भारत मे विद्यमान प्रतिरोध को जल्द से जल्द समाप्त कर देने की आवश्यकता पर बल दिया। 5. 8 मार्च, 1942 ई. को जापान ने बर्मा की राजधानी रंगून पर अधिकार कर लिया और यह सम्भावना की जाने लगी कि अब वह भारत पर आक्रमण करेगा। 6. कांग्रेस ने यह प्रतिज्ञा कर ली थी कि जब तक ब्र...

क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। cripps mission in hindi pdf – 11th , 12th notes In hindi

cripps mission in hindi pdf क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रस्ताव क्या थे , प्रावधान कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। प्रश्न: क्रिप्स मिशन के मुख्य प्रावधान क्या थे ? कांग्रेस तथा लीग ने इसे क्यों अस्वीकार कर दिया। उत्तर: भारतीयों का युद्ध में सहयोग प्राप्त करने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री चर्चिल ने सर स्टेफर्ड क्रिप्स मिशन मार्च, 1942 में भारत भेजा। मिशन ने 29 मार्च, 1942 को दो भागों में निम्न प्रस्ताव रखे। भाग – 1 युद्ध समाप्ति के बाद एक निर्वाचित संविधान सभा (ब्रिटिश भारत ़ देशी राज्य) संघीय संविधान का निर्माण करेगी। सभा का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से प्रांतीय विधान सभाओं के निम्न सदनों द्वारा किया जाएगा। जो प्रांत या देशी राज्य इस संविधान से संतुष्ट नहीं है, वे अपना अलग संविधान बना सकते हैं। संविधान निर्माण का भार ब्रिटिश सरकार पर होगा। अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की जाएगी। भाग – 2 भारत को डोमिनियन स्टेटस का दर्जा दिया जाएगा। एक भारतीय संघ की स्थापना की जाएगी। संघ विदेश नीति के मामले म स्वतंत्र होगा। भारत संघ को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल से संबंध विच्छेद का हक होगा। जब तक संविधान न बने तब तक गवर्नर-जलरल की तत्कालीन स्थिति बनी रहेगी और अंग्रेज ही भारत की रक्षा के लिए उत्तरदायी होंगे। संविधान निर्माण केवल भारतीयों द्वारा संविधान सभा के गठन की ठोस योजना, भारतीयों को प्रशासन में पूर्ण भागीदारी आदि अच्छे प्रावधान थे। लेकिन भारत युद्ध में पूर्ण सहयोग देगा व यह सब व्यवस्था युद्ध के बाद लागू होगी। प्रांतो या देशी राज्यों को पृथक संविधान का अधिकार दिया जाना भारत के विभाजन को स्वीकार करना था। विभिन्न दलों की प्रतिक्रिया कांग्रेस: कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू एवं म...

कृष्ण मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे?

krips mission 1942, kya tha, karan, sujhav asafhalta;विश्व मे द्वितीय विश्व युद्ध की घटनायें चल रही थी और इसमे इंग्लैंड की दशा बिगड़ती जा रही थी, फिर भी वह भारत को स्वतंत्र नही करना चाहता था। भारत मे भारतीयों के स्वतंत्रता संघर्ष को कम करने के लिये तथा अपनी सत्ता को बनाये रखने के लिए और भविष्य मे स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने का अवसर एवं समय पाने के लिये स्टेकाॅर्ड क्रिप्स को 22 मार्च, 1942 को भारत भेजा गया। विषयसूची Show • • • • • • • • • भारत मे क्रिप्स मिशन के आगमन के कारण क्रिप्स योजना के आगमन के कारण इस प्रकार से है-- 1. इंग्लैंड के कुछ उदारवादी राजनीतिज्ञ ने सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि उसको भारत की राजनीतिक समस्या का समाधान करने के लिए निश्चय ही कोई संतोषजनक कदम उठाना चाहिए, किन्तु ब्रिटिश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया। 2. अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने ब्रिटिश सरकार पर दबाव डाला कि भारत की समस्या का समाधान होना आवश्यक है, क्योंकि अटलांटिक घोषणा समान रूप से सारे विश्व पर लागू होती है। 3. इसी समय आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने यह स्पष्ट रूप से कह दिया कि यदि इंग्लैंड भारत से जापान के विरुद्ध युद्ध मे पूर्ण सहायता प्राप्त करना चाहता है तो उसको स्वराज्य प्रदान कर देना चाहिये। 4. इसके अतिरिक्त 24 फरवरी, 1942 ई. को इंग्लैंड की लोकसभा मे भारत की समस्या पर काफी वाद-विवाद हुआ। लोकसभा के अधिकांश सदस्यों ने भारत मे विद्यमान प्रतिरोध को जल्द से जल्द समाप्त कर देने की आवश्यकता पर बल दिया। 5. 8 मार्च, 1942 ई. को जापान ने बर्मा की राजधानी रंगून पर अधिकार कर लिया और यह सम्भावना की जाने लगी कि अब वह भारत पर आक्रमण करेगा। 6. कांग्रेस ने यह प्रतिज्ञा कर ली थी कि जब तक ब्र...