कर्मनाशा की हार कहानी के लेखक हैं

  1. [Solved] निम्न में से कौन सा सुम�
  2. Up Board Class 12 Hindi Paper (302 ZM) 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 विषय हिन्दी का पेपर हल सहित – UP BOARD INFO
  3. UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi Chapter 5
  4. कहानी और कहानीकार
  5. कर्मनाशा की हार' की कथावस्तु या सारांश/karmnasha ki har ka saransh
  6. राजपूत की हार के लेखक कौन हैं?
  7. चोट के लेखक कौन हैं?
  8. UP Board Class 12 Hindi Model Papers Paper 2 – UP Board Solutions


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[Solved] निम्न में से कौन सा सुम�

सुमेलित नहीं है- विपथगा - जैनेन्द्र विपथगा- • रचनाकार-अज्ञेय • विधा-कहानी संग्रह • प्रकाशन वर्ष-1937ई. Key Points जैनेन्द्र- • जैनेन्द्र की कहानियों में चरित्र वैशिष्ट्य,मानसिक द्वन्द्व,स्त्री-पुरुष के संबंधों को लेकर सूक्ष्म एवं गहन स्तरों का स्पर्श आदि का चित्रण मिलता है। • जैनेन्द्र जी बाह्य जीवन-यथार्थ को महत्त्व नहीं देते। • वे मन स्थिति में ही परिस्थिति को भी संश्लिष्ट मानते है। • कहानी संग्रह- • फाँसी(1929 ई.) • वातायन(1930 ई.) • नीलम देश की राजकन्या(1933 ई.) • पाजेब(1942 ई.) • जयसंधि(1949 ई.) आदि। • प्रमुख कहानियाँ- • स्पद्र्धा • पत्नी • एक कैदी • गदर के बाद • बाहुबली • लाल सरोवर • जान्ह्वी आदि। Important Points इलाचन्द्र जोशी- • इलाचन्द जोशी जी कथा-साहित्य में मनोविश्लेषण की एक विशिष्ट धारा के प्रवर्तक के रूप में प्रसिद्ध है। • जोशी जी ने अपने कहानियों में दमित कामवासना,तज्जनित मानसिक विकृति,एवं दमित काम-ग्रन्थि के आधार को स्पष्ट करते हुए व्यक्ति के मानसिक उन्नयन पर बल देते है। • कहानी संग्रह- • धूपरेखा(1938ई.) • दीवाली और होली(1942ई.) • आहुति(1945ई.) • खण्डहर की आत्माएँ(1948ई.) • डायरी के नीरस पृष्ठ(1951ई.) • कंटीले फूल लजीले कांटे(1957ई.) आदि। ​ यशपाल- • ये मार्क्सवादी दृष्टिकोण से सामाजिक यथार्थ को प्रस्तुत करते हैं। • कहानी संग्रह- • पिंजरे की उड़ान(1939ई.) • अभिशप्त(1943 ई.) • तर्क का तूफान(1944 ई.) • उत्तमी की माँ(1955ई.) आदि। • प्रमुख कहानियाँ- • साग • मनु की लगाम • धर्मरक्षा • ज्ञानदान • प्रतिष्ठा का बोझ • दूसरी नाक आदि। शिवप्रसाद सिंह- • समकालीन कहानी लेखकों में प्रसिद्ध है। • कहानी संग्रह- • आर पार की माला(1955 ई.) • कर्मनाशा की हार(1958 ई.) • इन्हें भी इ...

Up Board Class 12 Hindi Paper (302 ZM) 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 विषय हिन्दी का पेपर हल सहित – UP BOARD INFO

कक्षा 12 सामान्य हिन्दी 2023 निर्देश : (i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं। (ii) इस प्रश्न पत्र में दो खण्ड हैं। दोनों खण्डों के सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है । खण्ड क प्रश्न 1 (क) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र द्वारा सम्पादित पत्रिका हैं : (i) हिन्दी प्रदीप (ii) कवि वचन सुधा (iii) आनन्द कादम्बिनी (iv) ब्राह्मण (ख) ‘श्रद्धा-भक्ति’ निबन्ध के लेखक हैं : (i) श्यामसुन्दर दाम (ii) गुलाबराय (iii) रामचन्द्र शुक्ल (iv) विद्यानिवास मिश्र (ग) ‘रंगभूमि’ उपन्यास के लेखक हैं : (i) वृन्दावनलाल वर्मा (ii) जयशंकर प्रसाद (ii) प्रेमचन्द्र (iv) चतुरसेन शास्त्री (घ) ‘कर्मनाशा की हार’ कहानी के लेखक हैं : (i) शिवप्रसाद सिंह (ii) जैनेन्द्र कुमार (iii) यशपाल (iv) काशीनाथ सिंह (ङ) ‘राष्ट्र का स्वरूप’ निबन्ध वासुदेवशरण अग्रवाल के किस निबन्ध संग्रह से लिया गया है ? (i) पृथिवीपुत्र (ii) कल्पवृक्ष (iii) भारत की एकता (iv) कला और संस्कृति 2-(क) गिरिजाकुमार माथुर किस काल के कवि हैं ? (ii) भक्तिकाल (i) आदिकाल (iii) रीतिकाल (iv) आधुनिककाल (ख) ‘प्रगतिवादी काव्यधारा’ के प्रमुख कवि हैं: (i) केदारनाथ अग्रवाल (ii) सूरदास (III) तुलसीदास (iv) चन्दबरदायी (ग) ‘लहर’ काव्यकृति के रचनाकार है। (G) महादेवी वर्मा (ii) जयशंकर प्रसाद (iii) धर्मवीर भारती (iv) ‘अज्ञेय’ (घ) ‘उर्मिला का विरह वर्णन’ साकेत के किस सर्ग में है ? (i) प्रथम सर्ग (iii) नवम सर्ग (ii) द्वितीय सर्ग (iv) चतुर्थ सर्ग (ङ) ‘परिवर्तन’ किस कवि की रचना है ? (i) सुमित्रानंद पन्त (ii) ‘निराला’ (iii)रत्नाकर (iv) ‘भूमि’ प्रश्न 3 — दिए गए गद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए: यह प्रणाम भाव ही भूमि और जन ...

UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi Chapter 5

भैरो पाण्डे एवं उनका भाई कुलदीप कर्मनाशा नदी के किनारे नई डीह नामक एक गाँव है, जिसमें पैरों से अपाहिज मैरो पाण्डे नामक एक पण्डित रहता है। उनका छोटा भाई कुलदीप जब दो वर्ष का था, भी उन दोनों के माता पिता की मृत्यु हो गई। मैरों पाण्डे ने ही छोटे भाई कुलदीप का पालन-पोषण अपने पुत्र की तरह किया। कुलदीप अब 16 वर्ष का युवक हो गया है। भैरो पाण्डे का अपना पुश्तैनी मकान, जिसमें से हुए मैरों पाण्डे सूत कातकर जनेऊ धनाते, जजमानी चलाते हैं। इसके अतिरिक्त कथा बाँचते और अपना एवं अपने भाई का भरण-पोषण करते हैं। कुलदीप एवं विधवा फुलमत के बीच प्रेम एक दिन चाँदनी रात में मल्लाह परिवार की विधवा फुलमत मैरो पाण्डे के यहाँ अपनी बाल्टी माँगने आती है। बाल्टी देते समय कुलदीप फुलमत से टकरा जाता है। फुलमत मुस्कुराती है और कुलदीप उसकी और मुग्ध दृष्टि से देखता है। इसके बाद दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगते हैं। भैरो पाण्डे के गुस्सा करने पर कुलदीप का घर से चले जाना एक दिन चाँदनी रात में कर्मनाशा के तट पर कुलदीप एवं फुलमत मिलते हैं। पहले से ही दोनों पर नजर रख रहे मैरो पाण्डे को कुलदीप पर इतना क्रोध आता है कि वह उसके गाल पर थप्पड़ जड़ देता है। इस घटना के बाद कुलदीप घर से भाग जाता है और बहुत ढूँढने पर भी नहीं मिलता। कर्मनाशा नदी में बाढ़ का आना कुलदीप को घर से भागे 4-5 महीने बीत चुके हैं। कर्मनाशा नदी में बाढ़ आती हैं, जिससे होने वाली तबाही की आशंका से सभी भयभीत हैं। गाँव वालों में यह अन्धविश्वास प्रचलित है कि कर्मनाशा जब उमड़ती है, तो मानव-बलि अवश्य लेती हैं। फुलमत द्वारा बच्चे को जन्म देने की खबर गाँव में फैल जाती है और गाँव वाले कर्मनाशा की बाढ़ का कारण फुलमत को ही समझने लगते हैं। उसके बच्चे को उसका पाप स...

कहानी और कहानीकार

हिंदी की कहानियाँ और कहानीकार हिन्दी की पहली हिंदी की प्रमुख कहानी और कहानीकार एवं उनके लेखक की सूची निम्नलिखित है- कहानियाँ और कहानीकार (List & table) क्रम कहानी/रचना कहानीकार 1. रानी केतकी की कहानी इंशाअल्ला खाँ 2. राजा भोज का सपना राजा शिवप्रसाद ‘सितारे-हिंद’ 3. अद्भुत अपूर्व सपना भारतेंदु 4. दुलाईवाली राजा बाला घोष (बंगमहिला) 5. इंदुमती, गुलबहार किशोरीलाल गोस्वामी 6. मन की चंचलता माधवप्रसाद मिश्र 7. प्लेग की चुडैल भगवानदीन 8. ग्यारह वर्ष का समय रामचंद्र शुक्ल 9. इ कानों में कंगना राधिकारमण प्रसाद सिंह 10. सुखमय जीवन, बुद्ध का काँटा, उसने कहा था चंद्रधारी शर्मा गुलेरी 11. राखीबंद भाई वृंदावनलाल वर्मा 12. रक्षाबंधन, ताई, चित्रशाला (दो भाग), गल्प मंदिर, मंगली, प्रेम प्रतिमा, कल्लोल, मणिमाला विश्वंभरनाथ शर्मा ‘कौशिक’ 13. पंचपरमेश्वर, सौत, बेटों वाली विधवा, सज्जनता का दण्ड, ईश्वरीय न्याय, रानी सारंधा, आत्माराम, बूढ़ी काकी, ईदगाह, पूस की रात, शतरंज के खिलाड़ी, कजाकी, अलग्योझा, तावान, ठाकुर का कुआँ, कफन, सप्त सरोज (कहानी-संग्रह), मान सरोवर-8 भागों में (कहानी-संग्रह) मुंशी प्रेमचंद 14. ग्राम, छाया (कहानी-संग्रह), इंद्रजाल, आकाशदीप, आँधी, सुनहरा साँप, सालवती, मधुवा, गुंडा, पुरस्कार, चूड़ी वाली नीरा, प्रतिध्वनि, देवरथ जयशंकर प्रसाद 15. सुदर्शन सुधा, तीर्थयात्रा, पुष्पलता, गल्पमंजरी, पनघट, हार की जीत, कवि की स्त्री सुदर्शन 16. दुखवा मैं कासों कहूँ मोरी सजनी, अंबपालिका, भिक्षुराज, हल्दीघाटी में, बाणवधू चतुरसेन शास्त्री 17. चिनगारियाँ, शैतान मंडली, इंद्रधनुष, बलात्कार, चाकलेट, दोज़ख की आग, निर्लज्जा, जब सारा आलम सोता है। पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ 18. हत्या, खेल, अपना-अपना भाग्य, जय...

कर्मनाशा की हार' की कथावस्तु या सारांश/karmnasha ki har ka saransh

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेब साइट subhansh classes.com पर यदि आप गूगल पर कर्मनाशा की हार ' का सारांश सर्च कर रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आ गए हैं हम आपको इस पोस्ट में कर्मनाशा की हार कहानी के बारे में सारी जानकारी देने वाले है तो आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें यदि पसन्द आए तो अपने दोस्तो को भी शेयर करें यदि आप कुछ पूछना चाहते हैं तो आप हमारे youtube chennal Subhansh classes पर कॉमेंट करके ज़रूर पूछ लीजिएगा। कर्मनाशा की हार' का सारांश प्रस्तुत कहानी 'कर्मनाशा की हार' में इसके लेखक श्री शिवप्रसाद सिंह ने भारत के गाँवों में व्याप्त अन्धविश्वास, ईर्ष्या-द्वेष एवं ऊँच-नीच की भावना को व्यक्त किया है। कहानी का सारांश निम्नवत् है कर्मनाशा एक नदी का नाम है, जिसके किनारे नयी डीह नाम का एक गाँव था। पैरों से अपाहिज भैरो पाण्डे इस गाँव के एक ब्राह्मण थे। भैरो पाण्डे का एक छोटा भाई था कुलदीप । माता-पिता की मृत्यु के समय कुलदीप दो वर्ष का दुधमुँहा बालक था। भैरो ने कुलदीप का लालन-पालन बड़े स्नेह से किया। इस प्रकार कुलदीप सोलह वर्ष का सुन्दर छरहरा युवक बन गया। भैरो के पास पुश्तैनी मकान था। एक दिन गाँव के एक मल्लाह की विधवा पुत्री फुलमत अपनी बाल्टी माँगने आयी। बाल्टी देते समय कुलदीप का शरीर फुलमत से टकरा गया। टक्कर लगने से दोनों मुस्कराने लगे। भैरो ने यह सब देख लिया तथा वह कुलदीप पर निगाह रखने लगा। एक दिन चाँदनी रात में कुलदीप और फुलमत कर्मनाशा नदी के तट पर एकान्त में चले गये। भैरो को इसकी सूचना मिल गयी। वह भी वहाँ पहुँच गया और उसने दोनों को खूब डाँटा तथा कुलदीप को एक चाँटा भी मारा। लज्जा और भय के कारण कुलदीप घर से भाग गया। भैरो ने कुलदीप को बहुत ढूँढा, परन्तु वह नहीं मिला। भैर...

राजपूत की हार के लेखक कौन हैं?

राजपूत की हार के लेखक/एकांकीकार/रचयिता राजपूत की हार (Rajapoot Kee Haar) के लेखक/एकांकीकार/रचयिता (Lekhak/Ekankikar/Rachayitha) " सुदर्शन" ( Sudarshan) हैं। Rajapoot Kee Haar (Lekhak/Ekankikar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में राजपूत की हार के लेखक/एकांकीकार/रचयिता को लेखक/एकांकीकार तथा एकांकी के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। राजपूत की हार के लेखक/एकांकीकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/एकांकी लेखक/एकांकीकार/रचयिता राजपूत की हार सुदर्शन Rajapoot Kee Haar Sudarshan राजपूत की हार किस विधा की रचना है? राजपूत की हार (Rajapoot Kee Haar) की विधा का प्रकार " एकांकी" ( Ekanki) है। आशा है कि आप " राजपूत की हार नामक एकांकी के लेखक/एकांकीकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको राजपूत की हार के लेखक/एकांकीकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

चोट के लेखक कौन हैं?

चोट के लेखक/कहानीकार/रचयिता चोट (Chot) के लेखक/कहानीकार/रचयिता (Lekhak/Kahanikar/Rachayitha) " काशीनाथ सिंह" ( Kaasheenaath Singh) हैं। Chot (Lekhak/Kahanikar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में चोट के लेखक/कहानीकार/रचयिता को लेखक/कहानीकार तथा कहानी के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। चोट के लेखक/कहानीकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/कहानी लेखक/कहानीकार/रचयिता चोट काशीनाथ सिंह Chot Kaasheenaath Singh चोट किस विधा की रचना है? चोट (Chot) की विधा का प्रकार " कहानी" ( Kahani) है। आशा है कि आप " चोट नामक कहानी के लेखक/कहानीकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको चोट के लेखक/कहानीकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

UP Board Class 12 Hindi Model Papers Paper 2 – UP Board Solutions

UP Board Class 12 Hindi Model Papers Paper 2 are part of Board UP Board Textbook NCERT Class Class 12 Subject Hindi Model Paper Paper 2 Category UP Board Class 12 Hindi Model Papers Paper 2 समय 3 घण्टे 15 मिनट पूर्णांक 100 नोट • प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं। • सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है। • सभी प्रश्नों हेतु निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं। खण्ड ‘क’ प्रश्न 1. (क) समय-सारथी’ के लेखक हैं [1] (i) मोहन राकेश । (ii) राहुल सांकृत्यायन (iii) डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी (iv) कशिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ (ख)‘आवारा मसीहा’ नामक रचना किस विधा से सम्बन्धित है? ) इ-पास [1] (i) उपन्यास (ii) जीवनी (iii) आत्मकथा (iv) कहनि (ग) भक्तमाल’ के रचनाकार है। [1] (i) विट्ठलनाथ (ii) अग्रदा (iii) नाभादास (iv) गोकुलनाथ (घ) निम्न में से कौन भारतेन्दु युग का नाटक है। [1] (i) लहरों के राजहंस (ii) अम्पाती (iii) धुवस्वामिनी (iv) नल-दमयन्ती (इ) निम्नलिखित में से कौन-सी रचना रीतिकालीन कवि भूषण की। नहीं है? [1] (i) सुजान सागर । (ii) शिवा बागनी । (iii) छत्रसाल दशक (iv) शिवराज सुवर्ण प्रश्न 2. (क)‘दिनकर’ को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला है। [1] (i) कुस्त्र पर (ii) रश्मिरथी (iii) धर्वशी (iv) इंकार (ख) प्रियप्रवास महाकाव्य के रचयिता हैं। [1] (i) रामधारी हि दिनकर (ii) या प्रसाद (iii) जगन्नाथदास रत्नाकर (iv) परोक्त में से कोई नहीं (ग) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ युग के कवि है [1] (i) भारतेन्दु-युग (ii) प्रगतिवाद-युग (iii) द्विवेदी-युग (iv) छायावाद-युग (घ) द्वापर’ रचना है [1] (i) सूरदास की (ii) सुमित्रानन्दनपन्त (iii) महादेवी वर्मा की (iv) मैथिलीशरण गुप...