कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018

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  2. Karnataka Election: 2018 में क्या थे कर्नाटक चुनाव के नतीजे, वोट शेयर में कौन था आगे; जानिए फ्लैशबैक
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  4. karnataka assembly election these special 7 seats will be in focus know about history rjh
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  10. Karnataka election results 2018: मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे बीएस येदियुरप्पा, 7 दिन में साबित करना होगा बहुमत


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UT Khader: 4 बार मंगलौर सीट जीती, अब बनेंगे कर्नाटक विधानसभा के पहले मुस्लिम स्पीकर, जानिए कौन हैं यूटी खादर

कर्नाटक में शपथ ग्रहण के बाद अब यहां की असेंबली को पहला मुस्लिम स्पीकर मिलेगा. इसके लिए मंगलौर कांग्रेस विधायक यूटी खादरका नाम लगभग फाइनल हो चुका है. 54 साल के खादर नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार हैं. खादर के नामांकन को मात्र एक औपचारिक प्रक्रिया माना जा रहा है क्योंकि कर्नाटक विधानसभा में कुल 223 मेंबर्स हैं. इसमें से 135 सदस्य कांग्रेस के पाले में हैं. इसलिए अब असेंबली में डिप्टी स्पीकर का पद भी कांग्रेस को मिलना तय है. 2008 से लगातार जीते 1 अक्टूबर 1969 को जन्मे यूटी अब्दुल खादर अली मंगलौर विधानसभा सीट से विधायक हैं और 2008 से लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं. दक्षिण कन्नण क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले खादर विधानसभा में विपक्षी दल के उप नेता भी रहे हैं. 2013 में उन्हें राज्य में स्वास्थ्य मंत्री और 2018-19 में जब जेडीएस और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार बनी थी तो उन्हें आवास और शहरी विकास मंत्री बनाया गया था. पिता की मौत के बाद लड़ा चुनाव लॉ की पढ़ाई करने वाले खादर ने पहली बार चुनाव 2008 में लड़ा. पिता की मौत के बाद उन्होेंने उपचुनाव में जीत हासिल की. इसके बाद से लगातार वो मंगलौर सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं. खादर से पहले इस सीट पर उनके पिता ने चार बार 1972, 1978, 1999 और 2004 में जीत हासिल की थी. रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर दी बधाई Congratulations to our young dynamic leader Sh. Not only would he be the youngest Speaker of Assembly but also the first from Dakshin Kannada. His solid knowledge of law, long — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) सबसे कम उम्र के अध्यक्ष खादर को बधाई देते हुए ट्विटर पर AICC के जनरल सेक्रेटरी रणदीप सुरजेवाला ने लिखा है कि कर्नाटक वि...

Karnataka Election: 2018 में क्या थे कर्नाटक चुनाव के नतीजे, वोट शेयर में कौन था आगे; जानिए फ्लैशबैक

Karnataka Assembly ELection : दक्षिण के दुर्ग यानि कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं। कर्नाटक का 38 साल का इतिहास है कि किसी भी पार्टी को जनादेश दोबारा नहीं मिला। ये अब कुछ ही घंटों में साफ हो जाएगा कि कर्नाटक में किसकी सरकार होगी। कर्नाटक के नतीजे पर पूरे देश की नजर है। कुछ ही घंटों बाद ये साफ हो जाएगा कि कर्नाटक का किंग कौन बनेगा? कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 10 मई को हुए मतदान में 73.29 फीसदी वोटिंग हुई हुई थी। इस बार कुल 2,615 उम्मीदवार मैदान में हैं। भारी सुरक्षा के बीच 34 केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है। मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आज आने वाले नतीजों से पहले 2018 के चुनावी नतीजों पर एक नजर डालते हैं। 2018 विधानसभा चुनाव 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। कर्नाटक में कांग्रेस दूसरे और जेडीएस तीसरे नंबर पर रही थी। 2018 के चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया था। 2018 में • बीजेपी को 104 • कांग्रेस को 80 • JDS को 37 • और अन्य के खाते में 3 सीट गई थी। 2018 का कर्नाटक वोट शेयर कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में वोट शेयर के मामले में भी बीजेपी सबसे आगे थी। बीजेपी को 36.2%, कांग्रेस को 28%, JDS को 18.3% और अन्य को 17.5% वोट हासिल हुए थे। कर्नाटक चुनाव 2023 और लक्ष्य इस बार कर्नाटक में बीजेपी जहां फिर से सरकार बनाने का दावा कर रही है। वहीं, कांग्रेस भी जीत का दावा कर रही है। जानते हैं दोनों पार्टियों के लक्ष्य क्या हैं।

Karnataka election results 2018: मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे बीएस येदियुरप्पा, 7 दिन में साबित करना होगा बहुमत

Karnataka Election Results 2018: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस. येदियुरप्पा ने बुधवार को कर्नाटक में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। येदियुरप्पा ने यहां राज्यपाल वजुभाई आर. वाला से राजभवन में मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमने 104 नए चुने गए विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश किया है।” इससे पहले आज ही भाजपा के नव निर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से येदियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुना। येदियुरप्पा ने कहा, “मैंने राज्यपाल से जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के रूप में मुझे शपथ ग्रहण करने की अनुमति देने का आग्रह किया है और राज्यपाल ने जल्दी ही उचित निर्णय लेने की बात कही है।” येदियुरप्पा को सात दिन में सदन के भीतर बहुमत सिद्ध करना होगा। बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आठ विधायकों की जरूरत होगी। क्योंकि बहुमत के आंकड़े 112 की तुलना में बीजेपी के पास 104 विधायक हैं। 104 सीटों के साथ भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरते देख कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन का ऐलान कर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने की कोशिश की। कांग्रेस ने जेडीएस के कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद ऑफर किया तो उन्होंने शर्त मान ली और राज्यपाल से मिलने पहुंचे। उधर सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है। राज्य के ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) सत्ता में पांच साल रहने के बाद सत्ता से बेदखल हो गई है। भाजपा के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ”हम आश्‍वस्‍त हैं कि कर्नाटक में भाजपा सरकार बनाएगी।” कर्नाटक में भाजपा की जीत की उम्मीदों से घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी...

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कर्नाटक में कुछ एेसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनपर पूरे देश की नजर है और जिनके परिणाम से सरकार गठन की प्रक्रिया प्रभावित होगी. कुछ एेसी ही सीटों में से एक है शिंग्गाव विधानसभा सीट, जहां से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई विधायक हैं. उन्होंने 2018 के चुनाव में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को नौ हजार से अधिक वोटों से हराया था. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया राजनीति में अपनी अंतिम पारी खेल रहे हैं और वे वरुणा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने अपने बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के लिए ये सीट छोड़ दी थी, लेकिन इस बार वे यहीं से चुनाव लड़ेंगे. वरुणा सिद्धारमैया का गृह क्षेत्र है यही वजह है कि वे अपनी पारी की समाप्ति यही से करना चाहते हैं.

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कर्नाटक में कुछ एेसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनपर पूरे देश की नजर है और जिनके परिणाम से सरकार गठन की प्रक्रिया प्रभावित होगी. कुछ एेसी ही सीटों में से एक है शिंग्गाव विधानसभा सीट, जहां से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई विधायक हैं. उन्होंने 2018 के चुनाव में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को नौ हजार से अधिक वोटों से हराया था. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया राजनीति में अपनी अंतिम पारी खेल रहे हैं और वे वरुणा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने अपने बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के लिए ये सीट छोड़ दी थी, लेकिन इस बार वे यहीं से चुनाव लड़ेंगे. वरुणा सिद्धारमैया का गृह क्षेत्र है यही वजह है कि वे अपनी पारी की समाप्ति यही से करना चाहते हैं.

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Karnataka election results 2018: मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे बीएस येदियुरप्पा, 7 दिन में साबित करना होगा बहुमत

Karnataka Election Results 2018: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस. येदियुरप्पा ने बुधवार को कर्नाटक में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। येदियुरप्पा ने यहां राज्यपाल वजुभाई आर. वाला से राजभवन में मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमने 104 नए चुने गए विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश किया है।” इससे पहले आज ही भाजपा के नव निर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से येदियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुना। येदियुरप्पा ने कहा, “मैंने राज्यपाल से जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के रूप में मुझे शपथ ग्रहण करने की अनुमति देने का आग्रह किया है और राज्यपाल ने जल्दी ही उचित निर्णय लेने की बात कही है।” येदियुरप्पा को सात दिन में सदन के भीतर बहुमत सिद्ध करना होगा। बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आठ विधायकों की जरूरत होगी। क्योंकि बहुमत के आंकड़े 112 की तुलना में बीजेपी के पास 104 विधायक हैं। 104 सीटों के साथ भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरते देख कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन का ऐलान कर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने की कोशिश की। कांग्रेस ने जेडीएस के कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद ऑफर किया तो उन्होंने शर्त मान ली और राज्यपाल से मिलने पहुंचे। उधर सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है। राज्य के ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) सत्ता में पांच साल रहने के बाद सत्ता से बेदखल हो गई है। भाजपा के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ”हम आश्‍वस्‍त हैं कि कर्नाटक में भाजपा सरकार बनाएगी।” कर्नाटक में भाजपा की जीत की उम्मीदों से घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी...