करणी बाधा निवारण मंत्र

  1. तंत्र बाधा निवारण साधना
  2. पितृ स्तोत्र
  3. हनुमान जी के कुछ महत्वपूर्ण मंत्र, जिससे सभी प्रकार के कष्ट का निवारण होता news in hindi
  4. प्रेत बाधा से मुक्ति के उपाय
  5. शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके
  6. GuruKripa
  7. करणी बाधा दूर करण्यासाठी तसेच आपल्या कामात यश येण्यासाठी स्वामीनी सांगितले आहे हा एक साधा उपाय..


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तंत्र बाधा निवारण साधना

तंत्र बाधा निवारण साधना तंत्र बाधा निवारण साधना अक्सर देखा गया है की अपनी तरफ से सब कुछ सही करते हुए भी जीवन काफी अस्त-व्यस्त रहता है। हर वक़्त अशांति सी बनी रहती है। कुछ भी सही नहीं हो रहा होता है और इन सबके चलते जिंदगी काफी परेशानियोंभरी सी हो जाती है। बहुत से लोग इसके पीछे किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा किए जादू-टोटके व तंत्र-मंत्र साधना को जिम्मेदार मानते है। जो हर वक़्त आपको परेशान करते है। पर हम आपको आज तंत्र बाधा से जुड़े कई सारे निवारण बताने जा रहे है, तो अगर आपको कभी लगे की किसी शत्रु ने आप पर तंत्र विद्या का इस्तेमाल किया है तो नीचे बताए गए उपायों से आप अपनी सुरक्षा कर सकते है। तंत्र बाधा निवारण साधना साबर मंत्र: ॐ नमो सूरज चंदा भोम बुध गुरु शुकर शनिदेव , सभी जन किरपा करो नित उठ करता सेव ! राहू केतु किरपा करो धरू आपका ध्यान , भैरो , चोसठ योगिनी , पीर , वीर हनुमान ! जती सती और सुरमा और बस्ती के देव , मनसा पूरी कीजिये रत्ती ना आवे खेव !! तो शुरवात करते है इस साबर मंत्र के साथ, जिसका प्रयोग आप सोमवार की रात को करे। इस विधि को करने से पहले ये सारी सामग्री ले आए जैसे कि: एक नारियल (पानी वाला), 250 ग्राम माह साबुत (काले उड़द साबुत), एक तांबे का पैसा, एक पाँच पैसे जो पहले चलते थे मतलब पंजी, पाँच मेखे (कीलें), एक डली गुड, 250 ग्राम चने की दाल जो घर में बनाते हैं, मौली (कलावा), सिन्दूर, सवा मीटर काला कपडा। अब इन सारी चीज़ों को एक काले कपड़े के ऊपर रख ले जिसे आप ठीक सामने बिछाये। फिर नारियल पर मौली बांधकर उसके ऊपर सिंदूर लगा दे। बताए मंत्र के जप के लिए काले हकीक की माला भी ले। इस साधना को शुरू करने से पहले आपको संकल्प लेना होता है कि मैं (अपना नाम ले), गोत्र बोले, गुरु स्वामी (गु...

पितृ स्तोत्र

Pitru stotra Pdf Download अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् । नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।। इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा । सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् ।। मन्वादीनां मुनीन्द्राणां सूर्याचन्द्रमसोस्तथा । तान् नमस्याम्यहं सर्वान् पितृनप्सूदधावपि ।। नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा। द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि:।। देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान्। अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येsहं कृताञ्जलि:।। प्रजापते: कश्यपाय सोमाय वरुणाय च । योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि:।। नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु । स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।। सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा । नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।। अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् । अग्नीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत:।। ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्निमूर्तय:। जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण:।। तेभ्योsखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतमानस:। नमो नमो नमस्ते मे प्रसीदन्तु स्वधाभुज:। Pitru Stotra in Hindi – पित्र स्तोत्र हिन्दी में • रूचि बोले – जो सबके द्वारा पूजित, अमूर्त, अत्यन्त तेजस्वी, ध्यानी तथा दिव्यदृष्टि सम्पन्न हैं, उन पितरों को मैं सदा नमस्कार करता हूँ। • जो इन्द्र आदि देवताओं, दक्ष, मारीच, सप्तर्षियों तथा दूसरों के भी नेता हैं, कामना की पूर्ति करने वाले उन पितरो को मैं प्रणाम करता हूँ। • जो मनु आदि राजर्षियों, मुनिश्वरों तथा सूर्य और चन्द्रमा के भी नायक हैं, उन समस्त पितरों को मैं जल और समुद्र में भी नमस्कार करता हूँ। • नक्षत्रों, ग्रहों, वायु, अग्नि, आकाश और द्युलोक तथा पृथ्वी के भी जो नेता हैं, उन पितर...

हनुमान जी के कुछ महत्वपूर्ण मंत्र, जिससे सभी प्रकार के कष्ट का निवारण होता news in hindi

मंत्र श्री हनुमान मूल मंत्र: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥ द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र: हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्. फल: से इस मंत्र के बारे शास्त्रो में वर्णित हैं की यह मंत्र स्वतंत शिवजी ने श्रीकृष्ण को बताया और श्रीकृष्ण नें यह मंत्र अर्जुन को सिद्ध करवाया था जिसे अर्जुन ने चर-अचर जगत् को जीत लिया था. प्रेत बाधा दूर करे चमत्कारी हनुमान मंत्र: हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार हनुमानजी का नाम लेने से भूत-प्रेत आदि सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं. यदि आप भी ऐसी ही किसी बाधा से पीडि़त हैं तो नीचे लिखे हनुमान मंत्र से इस समस्या का हल संभव है. यदि इस मंत्र का जप विधि-विधान से किया जाए तो कुछ ही समय में ऊपरी बाधा का निवारण हो सकता है. यह हनुमान मंत्र इस प्रकार है मंत्र :हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।। मुसीबतों को दूर करे हनुमान मंत्र हिन्दू धर्म शास्त्रों श्री हनुमान की इसी शक्ति और महिमा का गान करते हुए उनको शक्ति स्वरूपा माता सीता के शोक का नाश करने वाले देवता बताकर जानकी शोक नाशनम् कहकर पुकारा गया है. संकेत है कि श्री हनुमान की उपासना जीवन से हर शोक दूर रखती है. चूंकि श्री हनुमान मंगलमूर्ति भगवान शिव के अवतार भी हैं. यही कारण है कि संकट और शोक नाश के लिए श्री हनुमान की उपासना परंपराओं में शिव भक्ति की तरह आसान उपाय भी बताए गए हैं. इनको श्री हनुमान की उपासना में आचरण व विचारों की पवित्रता के साथ अपनाना निर्भय और बेदाग जीवन का मंत्र भी माना गया है. नीचे बताई पूजा सामग्री और विशेष छोटे-पर असरदार हनुमान मंत्र से श्री हनुमान की उपासना आज करना न चूकें ! मंत्र : ॐ हं हनुमंताय नम:। संकटों को दूर करे ये हनुमान मंत्र! जीवन में उतार-चढ़ाव आते रह...

प्रेत बाधा से मुक्ति के उपाय

प्रेत बाधा से मुक्ति के उपाय क्या आप भूत प्रेत बाधा से मुक्ति के उपाय पाना चाहते हो ? प्रेत-पिशाच या भूत-प्रेत को एक बड़ा शिक्षित और संभ्रात वर्ग माने-न-माने, लेकिन अधिकतर लोगों की नजर में यह ऊपरी बाधा बहुत ही नुकसान पहुंचाने और मुसीबतों में झोंक देने वाली होती है। विभिन्न धारणाओं व मान्यताओं के अनुसार मृतात्माएं भूत-प्रेत योनि में शामिल एक अदृश्य ताकतवर शक्ति की तरह हैं। प्रेत का होना मनुष्य की अकाल मृत्यु माना गया है। वैसी आत्माओं के प्रभाव को ही भूत के रूप में अनुभव किया जाता है, जो सामान्यतः नकारात्मकता लिए हुए भयभीत करने जैसा होता है। अस्वाभाविक या आकस्मिक होने वाली मृत्यु से मनुष्य की आत्मा भटकती रहती है। ये प्रेत-यानि में चली जाती हैं, हालांकि विभिन्न ग्रंथों में इनका पृथ्वी पर निवास स्थान श्मशान, कब्रिस्तान, बंद पड़े पुराने घर, तालाब या नदी के तट, निर्जन स्थान, पुराने बट या पीपल के पेड़, जंगल आदि होते हैं। कई बार सामान्य मनुष्य इनकी चपेट में आ जाता है और वह बुरी तरह से परेशान हो जाता है। तरह-तरह की हरकतें करने लगता है या उसकी तबीयत खराब हो जाती है। चिकित्सीय इलाज और दवाइयां बअसर हो जाती हैं। उसपर होने वाले दूसरे नकारात्मक प्रभावों में बने-बनाए काम का बिगड़ना, अनावश्यक चैंकाने वाली घटनाएं घटित होना, स्वभाव में बदलाव आ जाना भी है। प्रेत बाधा से मुक्ति के उपाय इसके लक्षण और उपायों के बारे मं चरक संहिता में विस्तार से वर्णन किया गया है, तो ज्योतिष के दूसरे ग्रंथों में इसका कारण ज्योतिषीय योग और ग्र्रहों की बिगड़ी चाल व दशा-दिशा बताई गई है। इसी के साथ अथर्ववेद में भूतों या दुष्ट प्रेतात्माओं के भगाने के कई उपाए दिए गए हैं। उन्हीं में से कुछ इस प्रकार महत्वपूर्ण उपाय इस प्रका...

शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके

शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके हर कोई आज शत्रु बाधा से पीड़ित है और इसके निवारण यंत्र मंत्र उपाय टोटके प्राप्त करना चाहता है|हर कोई आज शत्रु बाधा से पीड़ित है और इसके निवारण मंत्र उपाय टोटके प्राप्त करना चाहता है|व्यक्ति की प्रगति-शीलता से उत्पन्न जलन की भावना उस व्यक्ति के कई शत्रु को जन्म दे देती है। शत्रु कोई बाहर का भी हो सकता है या व्यक्ति का अपना भी और ऐसे मित्र रूपी शत्रु को पहचान कर उससे निपटना आसान नहीं होता है। अतः ऐसे शत्रु पर विजय प्राप्त करने हेतु शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके अपनाया जाए तो बाधा से निवारण पाया जा सकता है। शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके इसी वस्तु-स्थिति को ध्यान में रखते हुए आज इस स्तंभ में आपके लिए पेश है शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके और यह हैं- १) “ओम् ह्वीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भ्य जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशाय ह्वीं ओम् स्वाहा”। जाप शुक्ल पक्ष में प्रारंभ करें, अगर नवरात्रि के दिनों का चयन करें तो अति उत्तम। इस मंत्र को प्रारंभ करने के लिए सबसे पहले एक पीले रंग का आसन ले व उसके ऊपर उत्तर की ओर मुख करके बैठ जाएं। अपने सामने बगलामुखी माता का चित्र तथा बगलामुखी यंत्र एक लकड़ी की चौकी पर स्थापित करें, साथ में अखंड दीपक एवं कलश की भी स्थापना करें। मंत्र जाप प्रारंभ करने के पहले महामृत्युंजय की एक माला का जाप तथा बगुला कवच का पाठ करें। अब माता का ध्यान कर साधना आरंभ करें। इस वक्त ध्यान देने योग्य बात है कि सब चीज पीले रंग की ही हो। साधक को भी पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए तथा पूजा की प्रत्येक सामग्री का रंग भी पीला ही रखे। अब आप अपने शत्रु रूपी बाधा को निवारण के लिए ऊपर दिए गए मंत्र का एक लाख बार जप करें।...

GuruKripa

Tantra Nivaran Shabar Mantra - तंत्र बाधा निवारण साधना 📅 Sep 12th, 2021⌛ By Vishesh Narayan Summary ↬ Tantra Nivaran Shabar Mantra is a sadhana to remove the Tantrik Prayogs. The mantra sadhana eliminates any kind of Tantra Badha in the life of the sadhak. Further, the mantra can also be used to cure another infected person. Tantra Nivaran Shabar Mantra is a sadhana to remove the Tantrik Prayogs. Tantrik prayogs are not easy to perform but nowadays corrupt people and charlatans have become Tantriks. These people don’t have the capability to do good and guide the people but just to fill their coffers they perform Tantrik Prayog on other innocent people. As a result, the entire family of the affected person is destroyed slowly. The person or family faces the loss of wealth, health, and peace. Termination of services, break-up in the family, and even premature death are some of the signs of Tantrik Prayog. The mantra sadhana eliminates any kind of Tantra Badha in the life of the sadhak. Further, the mantra can also be used to cure another infected person. Tantra Nivaran Shabar Mantra सर्व-शाबर मंत्रसिद्धी एवं तंत्र बाधा निवारण साधना शाबर मंत्र कलियुग में कल्पतरु के समक्ष हैं | इनसे तीव्र फल कोई भी मन्त्र साधना प्रदान नहीं कर सकती | यह शाबर मंत्र अपने आप में ही एक अद्वित्या मंत्र है जो किसी भी प्रकार के काले जादू, बुरी नज़र, भूत- प्रेत और तंत्र बाधा को शीघ्र समाप्त करने की क्षमता रखता है | प्रत्येक शाबर मंत्र के जाप से पूर्व निम्न प्रकार की विधि करे तो अवश्य ही सफलता मिलती है ...

करणी बाधा दूर करण्यासाठी तसेच आपल्या कामात यश येण्यासाठी स्वामीनी सांगितले आहे हा एक साधा उपाय..

नमस्कार मित्रांनो भारतीय हिंदू संसृती हि पूर्ण जगामध्ये सर्वश्रेष्ठ मानली जाते. मित्रांनो आपल्या हिंदू संसृतीमध्ये धर्मामध्ये अश्या काही गोष्टींचा उल्लेख केला जातो.ज्यामुळे आजही आपले जीवन जर कठीण होत असेल किंवा त्रासदायक असेल तर हे आपल्याला जीवनामध्ये मार्ग दाखवते. मित्रांनो हिंदू धर्म हा सर्वश्रेठ धर्म आहे. मित्रांनो काही कारणाने आपल्या घरामध्ये सतत कोणी न कोणीतरी आजारी हे पडत असते, कितीही दवाखाने केले तरी की फरक हा पडत नसतो आश्यावेळी आपल्या लक्षात येते कि आपल्यावर कारणी बाधा झाली असावी तर कारणी बाधा दूर करण्यासाठी स्वामीनी काही उपाय सांगितले आहेत त्यातील एक उपाय आज आपण पाहणार आहोत. आपण सर्व तर शास्त्रातील लिंबू चे उपयोग जनताच लिंबू हा खूप आधी पासून नजर काढणे करणी बाधा दूर करणे या साठी वापरला जातो आज आपण या बद्दल सविस्तर चर्चा करणार आहोत.पुरातन काळापासून हिंदू शास्त्रात लिंबूला खूप महत्व आहे लिंबू मध्ये खूप चमत्कारिक ऊर्जा असतात या मुळे तंत्र शास्त्र मध्ये ही खूप महत्व दिले जाते याच प्रमाणे लवंग ही आहे लावंगला सुद्धा शास्त्रात खूप महत्व आहे. मित्रांनो जेव्हा लिंबू आणि लवंग एकत्र येतात त्यावेळी त्याची टाकत ही वाढत असते आपणस जर करणी बाधा , नजरदोष ,नोकरी समस्या अश्या समस्या असतील तर आपण हा उपाय करू शकता.या उपाय साठी आपणास झोपण्या पूर्वी स्वछ अशे २ लिंबू घ्या एक स्वछ भांड्या मध्ये थोडे पाणी घेऊन ते लिंबू रात्रभर त्या पाण्यात ठेवा सकाळी त्यातील एक ताजा लिंबू घ्या व दुसरा लिंबू घर पासून थोडा दूर फेकून द्या. राहिलेले पाणी आपल्या घरच्या भोवती थोडं थोडं शिंपडून घ्या या मुळे घरात नकारात्मक शक्ती येणार नाहीत आता राहिलेला लिंबू घेऊन त्याला कुंकू लावा त्या नंतर त्यात लवंग गुसवायच्या आ...