कर्पूर गौरम करुणावतारं आरती pdf

  1. कर्पूरगौरं करूणावतारं श्लोक अर्थ
  2. कर्पूर गौरम करूणावतारम
  3. कर्पूर गौरम करुणावतारम्
  4. [Free PDF] शिव जी की आरती


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कर्पूरगौरं करूणावतारं श्लोक अर्थ

कर्पूरगौरं करूणावतारम: – Karpur Gauram Karunavtaram सनातन हिंदू धर्म मे पूजा के दौरान मंत्र उच्चारण करना शुभ माना जाता है, वैसे तो हर देवी देवता के लिये अलग-अलग मंत्र है, लेकिन पूजा आरती खत्म करने के दौरान कर्पूर गौरम करूणावतारम श्लोक का उच्चारण करना शुभ माना जाता है। इस मंत्र से हम भगवान शिव जी का स्तुति करते है। और कर्पूर गौरम करुणावतारं मंत्र का अर्थ जानेंगे। कर्पूरगौरं करूणावतारं पूर्ण मंत्र कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारम् भुजगेन्द्रहारम् । सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि ।। ॐ नम: शिवाय कर्पूर गौरम करुणावतारं मंत्र का अर्थ : जो करपूर्ण गौर वर्ण वाले है, जो करुणा के अवतार है, इस समस्त संसार के पालनहार है, जो सर्प को हार के समान गले मे धारण करते है, वे भगवान शिव व माता पार्वती के साथ सदा हमारे हृदय मे निवास करे। ऐसे भोले भण्डारी को हम सत्-सत् नमन करते है। ॐ नम: शिवाय का अर्थ जाने विषय सूची • • • भगवान शिव कौन है ? भगवान शिव जिन्हे देवों के देव महादेव कहा जाता है, ये हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं मे से एक है। भगवान शिव को – महाकाल, भोलेनाथ, महादेव, शिवा, नीलकण्ठ, गंगाधर, रुद्र, महेश, शंकर आदि नामों से जाना जाता है। भगवान शिव जो सभी जीवो के चेतना के अंतर्यामी है, इन्हे तंत्र साधना मे रुद्र के नाम से जाना जाता है।, भगवान शिव की मूर्ती व शिवलिंग दोनों रुपो मे पूजा की जाती है, इनके गले मे नाग देवता, हाथों मे डमरु व त्रिशुल होता है। भगवान शिव की अष्टमुर्ति • पृथ्वीमूर्ति – शर्व • अग्निमूर्ति – पशुपति • सूर्यमूर्ति – ईशान • जलमूर्ति – भव • वायुमूर्ति – उग्र • आकाशमूर्ति – भीम • तेजमूर्ति – रूद्र • चन्द्रमूर्ति – महादेव Credit: Boldsky YouTube Channel Karpur gauram K...

कर्पूर गौरम करूणावतारम

– Karpur Gauram Karunavtaram Sansar Saram (Kapoor Aarti) आज आपण या लेखाच्या माध्यमातून मंदिरात किंवा आपल्या घरी देवांची पूजा अर्चना केल्यानंतर आरतीचे पठन केल्यानंतर म्हटल्या जाणाऱ्या कापूर आरतीचे लिखाण करणार आहोत. तसचं,या कापूर आरतीचे महत्व समजून घेणार आहोत. भगवान शंकर यांना प्रसन्न करण्यासाठी ही आरती अत्यंत महत्वाची असून आपण या आरतीचे नियमित पठन केलं पाहिजे. कर्पूर गौरम करूणावतारम – Karpur Gauram Karunavtaram Sansar Saram (Kapoor Aarti) Kapoor Aarti करपूर गौरम करूणावतारम संसार सारम भुजगेन्द्र हारम| सदा वसंतम हृदयारविंदे भवम भवानी सहितं नमामि|| मंगलम भगवान् विष्णु मंगलम गरुड़ध्वज| मंगलम पुन्डरी काक्षो मंगलायतनो हरि|| सर्व मंगल मांग्लयै शिवे सर्वार्थ साधिके| शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते|| त्वमेव माता च पिता त्वमेव त्वमेव बंधू च सखा त्वमेव त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्वं मम देव देव कायेन वाचा मनसेंद्रियैर्वा बुध्यात्मना वा प्रकृतेः स्वभावात करोमि यध्य्त सकलं परस्मै नारायणायेति समर्पयामि|| श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव| जिब्हे पिबस्व अमृतं एत देव गोविन्द दामोदर माधवेती|| हिंदू धार्मिक वेद ग्रंथांमध्ये मंत्र उच्चारण करण्यास विशेष महत्व दिल गेल आहे. पौराणिक ग्रंथांमध्ये वर्णिल्याप्रमाणे प्रत्येक देवी देवतांसाठी विशेष अश्या मंत्राचा उल्लेख करण्यात आला आहे. मंदिरात गेल्यास आपल्या दृष्टीस पडते की, पुजारी मंत्र उच्चारण करीत देवाची पूजा अर्चना करीत असतात. प्रत्येक मंदिरात मंत्र उच्चारण हे वेगवेगळ्या प्रकारे केलं जाते. जसे, गणपती बाप्पांच्या मंदिरात गणपती यांच्याच मंत्रांचे उच्चारण करण्यात येते तर महादेवाच्या मंदिरात महादेव मंत्राचे उच्चारण ...

कर्पूर गौरम करुणावतारम्

Karpur Gauram Karunavtaram Lyrics ‘Karpur Gauram Karunavtaram’ मंत्र का जाप करने के लाभ: 1) यह शिव मंत्र एक शक्तिशाली सुरक्षा मंत्र के रूप में कार्य करता है, जो खतरों, नकारात्मकता, खतरों और दुश्मनों से बचाता है। २) इस शिव मंत्र के नियमित जाप से हमारे शरीर के अंदर और हमारे आस-पास की कंपन ऊर्जाएं बदलती हैं, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता और समृद्धि आती है। हमें उम्मीद है की सभी भगवान् कर्पूर गौरम करुणावतारम् | Karpoora Gauram Karunaavataaram Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “Karpur Gauram Karunavtaram Lyrics” के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। सभी प्रकार के नए भजन • राम जपते रहो काम करते रहो लिरिक्स |… • Ghate Wale Baba Ne Sakhi Jivan Jogi… • शिवाष्टक स्तोत्र जय शिव शंकर जय गंग… • Mere Ghar Ke Aage Sai Nath Lyrics • जननी लिरिक्स | Janani Song Lyrics (… • मुझे दास बनाकर रख लेना लिरिक्स | Mu… • राम भजन लिरिक्स | Ram Bhajan Lyrics • मुझे राधे नाम सुनाई दे लिरिक्स | Mu… • अमृत की बरसे बदरिया लिरिक्स | Amrit… • मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो शिव… • बाबो म्हाने भोलाय गयो लिरिक्स | Bab… • गुलशन कुमार के शिव भजन | Gulshan Ku… • राम दुलारे हनुमान लिरिक्स | Ram Dul… • मुझे वृंदावन धाम बसा ले रसिया भजन ल… • होली खेल रहे नंदलाल ब्रिज की गलियों…

[Free PDF] शिव जी की आरती

Free download शिवजी की आरती “ॐ जय शिव ओंकारा लिरिक्स PDF” | Shiv Aarti PDF “Om Jai Shiv Omkara Aarti Lyrics in Hindi & English”, scroll down & click on the download link given below. भगवान् शिवजी की पूजा-अर्चना करने से पूर्व उनकी स्तुति करके उनका आव्हान करना चाहिए। ऐसा कर हम भगवान् को पूजा स्थल पर प्रत्यक्ष उपस्थित मानकर पूजा करते है, तो पूजा-अर्चना से विशेष लाभ होता है। शिव स्तुति– Shiv Stuti कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् । सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भवं भवानी सहितम नमामि ।। इस मंत्र के द्वारा भगवान् शिवजी की स्तुति की जाती हैं| इस मंत्र का अर्थ है: कर्पूरगौरं– जिनका कर्पूर के समान गौर वर्ण है। करुणावतारं– जो साक्षात् करुणा के हैं। संसारसारं– जो समस्त सृष्टि के सार हैं। भुजगेंद्रहारम्– सांप को जिन्होंने हार के रूप में गले में धारण किया हुआ हैं। सदा वसतं हृदयाविन्दे भवं भवानी सहितम नमामि– मै उन शिव व शिवजी की आरती लिरिक्स– ॐ जय शिव ओंकारा / Shiv Aarti PDF Lyrics in Hindi आरती को ऑफलाइन पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल कर Shiv Aarti PDF डाउनलोड करे। Please scroll down, if you want to read Aarti Lyrics in English. ।। शिव आरती ।। ।। ॐ श्री गणेशाय नमः ।। ॐ जय शिव ओंकारा स्वामी हर शिव ओंकारा, ॐ हर हर हर महादेव ।। एकानन चतुरानन पंचानन राजे, हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे ।। ॐ हर हर हर महादेव ।। दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे, तीनो रूप निरखता त्रिभुवन जन मोहे ।। ॐ हर हर हर महादेव ।। अक्षमाला बनमाला रूण्डमाला धारी, चंदन मृगमद चंदा भाले शुभकारी ।। ॐ हर हर हर महादेव ।। श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगे, सनकादिक ब्रम्हादिक भूतादिक संगे ।। ॐ हर हर हर महादेव ।। कर मध्ये कमण्ड...