करवा चौथ का चांद कितने बजे निकलेगा 2022

  1. करवा चौथ का चांद कितने बजे निकलेगा 2022
  2. Karwa Chauth 13 October 2022 Puja Muhurat Moon Rising Time In Your City Mumbai Delhi Jaipur
  3. Karwa Chauth 2022 Moon Timing: At what time will the chand be visible in your city on Karwa Chauth 13 October
  4. Karwa Chauth 2022 Puja Samagri List: करवा चौथ 13 अक्टूबर को, यहां देखिये पूरी सामग्री की लिस्ट
  5. Pt Vinod Pandey: करवा चौथ व्रत का चांद कितने बजे निकलेगा


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करवा चौथ का चांद कितने बजे निकलेगा 2022

Karwa Chauth par kitne baje niklega chand: करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास करती हैं और रात को चांद देखने के बाद ही कुछ खाती हैं. जाहिर है कि करवा चौथ पर पूरे दिन भूखी-प्यासी रहने वाली महिलाओं को चंद्रोदय का बेसब्री से इंतजार रहता है. आइए जानते हैं कि इस साल करवा चौथ पर आज चांद कितने बजे निकलेगा. विषयसूची Show • • • • • करवा चौथ 2022 तिथि (Karwa Chauth 2022 Date) करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस बार कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी गुरुवार, 13 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट से लेकर 14 अक्टूबर सुबह 03 बजकर 08 मिनट तक रहेगी. उदिया तिथि के कारण करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर दिन गुरुवार को ही रखा जाएगा. करवा चौथ पर चांद निकलने का समय (Karwa Chauth 2022 chandra darshan time) करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं चांद को देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं. इसलिए चांद के दीदार का इस दिन सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है. इस साल करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 09 मिनट बताया जाता है. हालांकि अलग-अलग राज्यों और शहरों में चांद निकलने का समय थोड़ा अलग हो सकता है. इसलिए अपने शहर के हिसाब से भी चांद निकलने का समय जरूर देखें. सम्बंधित ख़बरें आपके शहर में कितने बजे निकलेगा चांद? दिल्ली- 8 बजकर 09 मिनट पर (Moon rising timing in Delhi) नोएडा - 8 बजकर 08 मिनट पर (Moon rising in Noida) मुंबई - 8 बजकर 48 मिनट पर (Moon Rising time in Mumbai) जयपुर- 8 बजकर 18 मिनट पर (Moon rising time in Jaipur) देहरादून- 8 बजकर 02 मिनट पर(Moon rising time in Dehradun) ल...

Karwa Chauth 13 October 2022 Puja Muhurat Moon Rising Time In Your City Mumbai Delhi Jaipur

Karwa Chauth 2022 Moon Time in Delhi: करवा चौथ व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं सुबह से अन्न, जल का त्याग कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं. इस साल करवा चौथ का त्योहार 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा है. सुहागिनें इस दिन 16 श्रृंगार कर शुभ मुहूर्त में करवा माता और शंकर पार्वती की पूजा करती हैं और फिर रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है. करवा चौथ पर चांद का दीदार बहुत महत्व रखता है. व्रती इस दिन चंद्रमा निकलने का बेसब्री से इंतजार करती हैं. कहा जाता है कि बिना चांद दर्शन के व्रत का फल नहीं मिलता है. हर शहर में चांद निकलने का समय अलग होता है. आप भी अपने शहर का चंद्रोदय समय यहां देख सकते हैं. कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी आरंभ - 13 अक्टूबर 2022, सुबह 01 बजकर 59 मिनट कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी समाप्त - 14 अक्टूबर 2022, सुबह 03 बजकर 08 मिनट करवा चौथ पूजा मुहूर्त - 13 अक्टूबर 2022, शाम 06.01 - रात 07.15 अवधि - 1 घंटा 14 मिनट चंद्रोदय समय - रात 08.19 (13 अक्टूबर 2022) करवा चौथ महत्व (Karwa Chauth Importance) करवा चौथ पर जो महिलाएं निर्जला व्रत रखकर सुखी दांपत्य जीवन की कामना करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है, इस व्रत के प्रभाव से व्रती का वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है. शास्त्रों के अनुसार सुहागिने इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलती है. कहते हैं यह पर्व पति-पत्नी के रिश्ते में मिठास घोलता है. कहते हैं इस दिन पूजा में करवा माता की कथा जरूर सुननी चाहिए, इससे सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन व्रती को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए तभी पूजा सफल होगी. Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं ...

Karwa Chauth 2022 Moon Timing: At what time will the chand be visible in your city on Karwa Chauth 13 October

Karwa Chauth Ka Chand Kab Niklega 2022: करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खास होता है। वह अपने पति की लंबी आयु के लिए व सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर माता पार्वती व भगवान शिव की व्रती महिलाएं पूजा करती हैं। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, करवा चौथ व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है। 2022 का करवा चौथ व्रत कल, जानें आने वाले 5 सालों में कब-कब रखा जाएगा व्रत व्रत का पारण कब- करवा चौथ व्रत सूर्योदय के बाद से शुरू होता है और चंद्रोदय तक रखा जाता है। इस दिन चंद्रदेव को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। चांद देखने के बाद ही व्रत खोला जाता है। पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत किया जाता है। करवा चौथ 2022 शुभ मुहूर्त- करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस साल चतुर्थी तिथि 12 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट से आरंभ होगी, जो कि 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। रोहिणी नक्षत्र में उदित होगा चंद्रमा, व्रती महिलाएं इन बातों का रखें जरूर ध्यान देश के प्रमुख शहरों में चांद निकलने का समय- लखनऊ- 07 बजकर 59 मिनट पर शिमला- 08 बजकर 03 मिनट पर गांधीनगर- 08 बजकर 51 मिनट पर अहमदाबाद- 08 बजकर 41 मिनट पर कोलकाता- 07 बजकर 37 मिनट पर पटना- 07 बजकर 44 मिनट पर प्रयागराज- 07 बजकर 57 मिनट पर असम - 07 बजकर 11 मिनट पर कानपुर- 08 बजकर 02 मिनट पर चंडीगढ़- 08 बजकर 06 मिनट पर लुधियाना- 08 बजकर 10 मिनट पर जम्मू- 08 बजकर 08 मिनट पर बंगलूरू- 08 बजकर 40 मिनट पर गुरुग्राम- 08 बजकर 21 मिनट पर दिल्ली- 08 बजकर 09 मिनट पर नोएडा- 08 बजकर 08 मिनट पर मुंबई- 08 बजकर 48 मिनट पर जयपुर- 08 बजकर 18 मिनट...

Karwa Chauth 2022 Puja Samagri List: करवा चौथ 13 अक्टूबर को, यहां देखिये पूरी सामग्री की लिस्ट

Karwa Chauth 2022 Pujan Samagri List: करवा चौथ का दिन सुहागन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए उपवास रखती हैं। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ 13 अक्टूबर को है। इस दिन महिलाएं निर्जला उपवास करती हैं। इस उपवास को खत्म करने से पहले महिलाएं भगवान श्रीगणेश की पूजा करती हैं और उसके बाद चंद्रमा की पूजा करती हैं। फिर उपवास पूर्ण होता है। इस उपवास को पूर्ण करने के लिए पूजा की थाली की अहमियत बहुत है। आइए जानते हैं कि पूजा की थाली में क्या क्या होना चाहिए। करवा: करवा मिट्टी का एक गिलास होता है जो करवाचौथ की थाली का अहम हिस्सा है। बिना करवा के उपवास पूरा नहीं होता। करवाचौथ के मौके पर पूजा सामग्री की दुकानों पर ये आसानी से उपलब्ध हो जाता है। करवा में चावल भरकर पूजा की जाती है। अगर आपके पास मिट्टी का करवा मौजूद नहीं हैं तो आप धातु का करवा भी यूज कर सकती हैं। कुमकुम और चावल रखें थाली में: गणेश जी की पूजा के लिए पूजा की थाली में कुमकुम और चावल को भी शामिल करें। कुमकुम और चावल गणेश जी को तिलक लगाने के लिए जरूरी है। लोटा जिसमें पानी भरा हो: चंद्रमा की आरती के बाद उन्हें पानी से अर्घ्य दिया जाता है। अर्घ्य करने के लिए पूजा की थाली में पानी से भरा एक लोटा होना जरूरी है।

Pt Vinod Pandey: करवा चौथ व्रत का चांद कितने बजे निकलेगा

हे श्री गणेश भगवान् , हे माँ गौरी, जिस प्रकार करवा को चिर सुहागन का वरदान प्राप्त हुआ , वैसा ही वरदान संसार की प्रत्येक सुहागिनों को प्राप्त हो। करवा चौथ सनातन हिन्दु धर्म का एक प्रमुख पर्व हैं। यह त्यौहार पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान के साथ-साथ सम्पूर्ण भारत-वर्ष में भिन्न-भिन्न विधि-विधान तथा भिन्न-भिन्न परंपराओं के साथ धूमधाम से मनाया जाता हैं। करवा चौथ को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ शरद पूर्णिमा से चौथे दिवस अर्थात कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के शुभ दिवस मनाया जाता हैं। वहीं गुजरात, महाराष्ट्र तथा दक्षिणी भारत में करवा चौथ आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता हैं। तथा अङ्ग्रेज़ी कैलेंडर के अनुसार यह पर्व अक्तूबर या नवंबर के महीने में आता है। करवा चौथ के व्रत में सम्पूर्ण शिव-परिवार अर्थात शिव जी, पार्वती जी, नंदी जी, गणेश जी तथा कार्तिकेय जी की विधिपूर्वक पूजा करने का विधान हैं। करवा या करक मिट्टी के पात्र को कहा जाता हैं, जिससे चन्द्रमा को जल अर्पण किया जाता है, जल अर्पण करने को ही अर्घ्य देना कहते हैं। करवा चौथ का पावन व्रत सौभाग्यवती स्त्रियाँ अपने पति की दिर्ध आयु तथा अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं तथा अविवाहित कन्याएँ भी उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति हेतु करवा चौथ के दिवस निर्जला उपवास रखती हैं तथा चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही अपने व्रत का पारण करती हैं। यह व्रत प्रातः सूर्योदय से पूर्व ४ बजे से प्रारम्भ होकर रात्रि में चंद्र-दर्शन के पश्चात ही संपूर्ण होता हैं। पंजाब तथा हरियाणा में सूर्योदय से पूर्व सरगी के साथ इस व्रत का शुभारम्भ होता हैं। सरगी करवा चौथ के दिवस सूर्योदय स...