करवा चौथ कब मनाई जाती है

  1. Karva Chauth Vrat Katha
  2. Karva Chauth क्यों मनाया जाता है
  3. आखिर क्यों और कब मनाई जाती है करवाचौथ
  4. 2023 में करवा चौथ कब हैं जानिए दिनांक, पूजा मुहूर्त एवं चंद्रोदय का समय
  5. Karva Chauth 2021
  6. करवा चौथ क्यों और कब मनाया जाता है?(महत्‍व, विशेषता, पूजा विधि, कथा)
  7. Karwa Chauth 2022 : करवा चौथ कब है? जानें चांद निकलने का समय और मुहूर्त
  8. 2023 में करवा चौथ कब है New Delhi, India में
  9. Karwa Chauth 2021: जानें कब मनाई जाएगी करवाचौथ, क्या है पूजा सामग्री लिस्ट और चंद्रोदय का समय


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Karva Chauth Vrat Katha

करवा चौथ का पर्व पति-पत्नी के आत्मिक प्रेम, परस्पर विश्वास और मजबूत रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। भारत में करवा चौथ का व्रत सुहागिन स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए पूर्ण विश्वास एवं श्रद्धा के साथ रखती हैं। प्राचीन काल से चला आ रहा करवा चौथ व्रत वास्तव में सिर्फ एक पर्व न होकर पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते का शानदार जश्न है। नवविवाहिताओं के लिए यह व्रत बहुत महत्व रखता है। अगर देखा जाए तो यह महज एक त्यौहार है, परंतु वास्तव में यह त्यौहार नारी-शक्ति, नारी-क्षमता और उसकी इच्छाशक्ति का शानदार उदाहरण है। यह व्रत नारी शक्ति की ओर संकेत करते हुए इस बात की ओर भी इशारा करता है कि नारी ही वह शक्ति है जो यमराज से भी अपने पति के प्राण वापस ला सकती है। नमस्कार दोस्तों, संजीवनीहिंदी में एक बार फिर आपका स्वागत है । दोस्तों, आज हम आपको karva chauth vrat katha के माध्यम से इस महत्वपूर्ण व्रत के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, करवा चौथ व्रत की कथा, पूजा विधि, करवा चौथ का महत्व, करवा चौथ मनाने का कारण, नियम, इस व्रत में क्या करें- क्या न करें इत्यादि की सविस्तार जानकारी आप इस लेख Karva Chauth Vrat Katha | करवा चौथ क्यों मनाई जाती है | 2022 में करवा चौथ कब है के माध्यम से जान सकेंगे, तो आइए शुरू करते हैं karva chauth vrat katha Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • करवा चौथ क्यों मनाई जाती है | 2022 में करवा चौथ कब है | karva chauth vrat katha बिन्दु जानकारी पर्व का नाम करवा चौथ अन्य नाम करक चतुर्थी (संस्कृत में ), अट्ल तद्दि (तेलुगू ) मनाने वाले लोग हिन्दू, प्रवासी भारतीय, भारतीय उद्देश्य पति की लंबी उम्र के लिए तिथि कार्तिक मास के ...

Karva Chauth क्यों मनाया जाता है

क्या आप जानते हैं की Karva Chauth क्यूँ मनाया जाता है? यदि आपका जवाब नहीं है तब आज का यह article आपके लिए काफी जानकारी भरा होने वाला है. हिन्दू धर्म में “पति को परमेश्वर के समान माना गया है” और इसलिए पत्नी द्वारा पति की सेवा करना परम् कर्तव्य होता है! इसलिए सभी शादी-शुदा महिलाएं अपने पति की लम्बी एवं सुखद आयु हेतु सच्चे दिल से भगवान की पूजा-अर्चना करती है! वैसे तो हर घर में पति-पत्नी के बीच छोटी-मोटी नोक-झोंक रोजाना चलती रहती है. लेकिन एक पतिव्रता नारी के जीवन में हर साल एक विशेष दिन “ करवा चौथ” क्या होता है? जिस दिन सभी सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र हेतु उपवास रखती है। हिंदु समुदाय के विशेष पर्व “ करवा चौथ” को भारत के अनेक राज्यों में मनाया जाता है. अतः पति-पत्नी के बीच प्यार को कायम रखने के लिए मनाये जाने वाले इस पावन पर्व के बारे में आप भी विस्तारपूर्वक जानकारी पाना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए ही है. तो आइये शुरू करते हैं और जानते है के करवा चौथ क्यों मनाते है? करवा चौथ (Karwa Chauth) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है. इसे मुख्य रूप से उत्तरी और मध्य भारत में मनाया जाता है. यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। मुख्य रूप से यह पर्व सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियाँ मनाती हैं. यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले करीब ४ बजे के बाद शुरू होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद संपूर्ण होता है. पति के सौभाग्य एवं लंबी उम्र हेतु हिंदू समुदाय की महिलाओं द्वारा प्रति वर्ष एक दिन करवा चौथ का मनाया जाता है। इस व्रत के दौरान महिलाओं को भूखे पेट अर्थात बिना जलपान ग्रहण किए बिना इस व्रत को रखना पड़ता है! अतः करवा चौथ पति-पत्नी के लिए साल का सबसे विशेष दिन होता है जिससे उ...

आखिर क्यों और कब मनाई जाती है करवाचौथ

आखिर क्यों और कब मनाई जाती है करवाचौथ.. सृष्टि के प्रथम पुरुष जो अति भोला था व दुनिया जिसे भोलेनाथ के नाम अर्थात शिव के नाम से जानती है, जो दुनिया की सभी बुराइयों, कष्टों व दुर्गतियों के विष के अपने कंठ में धारण कर नीलकंठ कहलाते हैं। उस शिव के परिवार को मान-सम्मान, श्रद्धा और भक्ति द्वारा आम समाज से जोड़ने के लिए हमारे विद्धान ऋषियों ने ज्योतिषीय गणना अनुसार भारतीय वर्ष के सृष्टि के प्रथम पुरुष जो अति भोला था व दुनिया जिसे भोलेनाथ के नाम अर्थात शिव के नाम से जानती है, जो दुनिया की सभी बुराइयों, कष्टों व दुर्गतियों के विष के अपने कंठ में धारण कर नीलकंठ कहलाते हैं। उस शिव के परिवार को मान-सम्मान, श्रद्धा और भक्ति द्वारा आम समाज से जोड़ने के लिए हमारे विद्धान ऋषियों ने ज्योतिषीय गणना अनुसार भारतीय वर्ष के 12 महीनों में से बीच के 4 महीने अर्थात पांचवां सावन, छठा भाद्रपक्ष, सातवां अश्रि्वन व आठवां कार्तिक माह शिव परिवार के उत्सवों के लिए बनाए हैं। श्रावण के पूरे माह शिव की भक्ति का अनूठा जलाभिषेक समारोह होने के बाद, भाद्रपक्ष के शुक्त पक्ष की चतुर्थी से अनंत चौदस तक दस दिन शिव पुत्र गणेश का उत्सव मनाया जाता है। अश्रि्वन माह के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि से नौ दिन का नवदुर्गा या नवरात्रि महोत्सव पार्वती जी के लिए मनाने के बाद कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी जो भारतीय पद्धति में करवा चौथ के नाम से जानी जाती है। इस वर्ष अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 22 अक्टूबर मंगलवार को है एक दिन के इस उत्सव में शिव पुत्र कार्तिकेय सहित पूरे शिव परिवार के पूजन के रूप में मनाते हैं। सूर्य अपनी कन्या राशि में स्थित होकर कन्याओं को मान-सम्मान दिलाने के लिए नवरात्रि महोत्सव के बाद जब सौर मंडल में भ्रमण...

2023 में करवा चौथ कब हैं जानिए दिनांक, पूजा मुहूर्त एवं चंद्रोदय का समय

करवा चौथ का व्रत आज भी पुराणिक रीति रिवाजों के साथ मनाया जाता हैं जो न केवल हिन्दू धर्म की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है बल्कि यह अपने पति के प्रति प्रेम औऱ नारी शक्ति को दिखाता हैं। लड़कियों की शादी के बाद करवा चौथ का व्रत सबसे पवित्र व्रत होता हैं और हर सुहागिन बहुत ही चाव औऱ आस्था के साथ इस व्रत का पालन करती हैं तो चलिए जानते है कि करवा चौथ कब हैं और कौनसी तारीख़ को है। Seconds तिथि समय करवा चौथ व्रत समय सुबह 06:36 – रात 08:26 करवा चौथ पूजा मुहूर्त शाम 05:44 – रात 07:02 पूजा अवधि 01 घंटा 17 मिनट चांद निकलने का समय रात 08:26 (1 नवंबर 2023) करवा चौथ क्या है करवा चौथ का व्रत हिन्दू, सिक्ख और जैन घरों में मनाया जाता है औऱ पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत है यह कार्तिक कृष्ण पक्ष के चंद्रयोदय शापिनी चतुर्थी या चतुर्थी को मनाया है। इसी दिन संकष्टी चतुर्थी भी पड़ता है यह व्रत सुहागिन महिलाएं, अपने सुहाग, श्रृंगार को अखंड बनाने के लिए करती हैं अर्थात् पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है जिसमें चाँद का दीदार करके इस व्रत को सम्पूर्ण किया जाता हैं। करवा चौथ क्यों मनाया जाता है एक कथा है कि जब अर्जुन नीलगिरी पर तपस्या में लीन थे तथा वह तपस्या ब्रह्मास्त्र के लिए कर रहे थे तब द्रोपती यानी पांचाली ने उनकी चिंता में भगवान वासुदेव से इसका निदान पूछा। भगवान कृष्ण ने द्रोपती को एक कथा सुनाई कि बहुत पहले एक करवा नाम की ब्राह्मण स्त्री थी जिसके सात भाई थे। वह मायके आई थी और उसने अपने पति की उम्र के लिए व्रत रखा था औऱ व्रत को चंद्रमा के निकलने के बाद खोलना था। लेक़िन भाइयों ने मोह में पड़कर एक वृक्ष के ऊपर चढ़कर एक चलनी के सामने दीपक रख दिया जो उनकी बहन को वह चंद्रमा जैसा प्रतीत...

Karva Chauth 2021

हेलो फ्रेंड्स, हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत (Karva Chauth 2021) का विशेष महत्व होता है. करवा चौथ का व्रत सभी व्रतों से कठिन व्रत माना जाता है. इस व्रत में चद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है. अगर इस दिन आप चंद्रमा का दर्शन नहीं करेंगे तो यह व्रत अधूरा रह जाएगा. करवा चौथ का व्रत पूरे दिन निर्जला और निराहार रखा जाता है. आइए जानते है करवा चौथ का व्रत किस तिथि को रखा जाएगा. पूजा करने का शुभ मुहूर्त कब से कब तक है. पूजा करने की विधि और चंद्र दर्शन करने का समय क्या है. चंद्र देव को अर्घ्य देने का शुभ समय कब से कब तक रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. कैलेंडर के अनुसार इस साल यह व्रत 24 अक्टूबर दिन रविवार को रखा जायेगा. सुहागिन महिलायें इस व्रत को पति की लंबी आयु और उनके सुखमय जीवन के लिए रखती हैं. यह व्रत निर्जला व निराहार रखा जाता है. व्रत में व्रती महिलाएं पूरे दिन बिना अन्न- जल ग्रहण किये हुए व्रत रखकर शाम को माता पार्वती, भगवान शिव, गणेश जी, भगवान कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा करती है. उसके बाद चंद्रमा का छलनी के अंदर से दर्शन करती हैं. इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर अपना व्रत पूरा करती हैं. यह भी पढ़ें – करवा चौथ व्रत कार्तिक कृष्ण की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को प्रात: 03 बजकर 01 मिनट पर प्रारंभ हो रहा है. यह चतुर्थी तिथि 25 अक्टूबर 2021 दिन सोमवार को प्रात: काल 05 बजकर 43 मिनट तक रहेगी. पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि में चन्द्रोदयव्यापिनी मुहूर्त 24 अक्टूबर को प्राप्त हो रहा है, इसलिए करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर दिन रविवार ...

करवा चौथ क्यों और कब मनाया जाता है?(महत्‍व, विशेषता, पूजा विधि, कथा)

Karwa Chauth Kyu Manaya Jata Hai : भारत की स्त्रियां प्राचीन काल से ही पतिव्रता रही हैं। वे अपने पति को भगवान के समान समझती हैं और पति के दीर्घायु के लिए किसी भी परीक्षा से गुजर सकती है। हर साल महिलाएं अपने पति के दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। यह हिंदू समुदाय का विशेष पर्व होता है जो पति-पत्नी के बीच के प्यार को कायम रखने और उनके रिश्ते को मजबूत बनाता है। Image: Karwa Chauth Kyu Manaya Jata Hai पति पत्नी के बीच के प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्ठा पूर्वक एवं श्रद्धा भाव से रखा जाने वाला यह व्रत विशेष रुप से उतरी भारत की महिलाएं रहती हैं लेकिन अब धीरे-धीरे अन्य राज्यों की महिलाएं भी व्रत को रखने लगी है। इस व्रत से जुड़ी कई सारी कथाएं हैं। इस व्रत को रखने का भी विधि-विधान होता है जिसके बारे में हम आज के इस लेख में विस्तार पूर्वक जानेगें। विषय सूची • • • • • • • • • • • • करवा चौथ क्यों और कब मनाया जाता है?| Karwa Chauth Kyu Manaya Jata Hai करवा चौथ क्या है और कब मनाया जाता है? करवा चौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष दिन होता है। यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है। करवा चौथ के व्रत को हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह व्रत महिलाओं के लिए विशेष दिन होता है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं। लाल रंग की साड़ी में वह पूरी तरीके से तैयार हो जाती हैं और आलता और मेहंदी अपने हाथों एवं पांव में लगाती हैं। इस दिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान शिव पार्वती एवं गणेश जी की पूजा करती हैं। संध्याकाल में चंद्रमा को जल अर्पण करने के पश्चात ही इस व्रत का पारण करती हैं। करवा चौथ का व...

Karwa Chauth 2022 : करवा चौथ कब है? जानें चांद निकलने का समय और मुहूर्त

क्या है इस पोस्ट में ? 1 • • • • • • • • • हेलो दोस्तों, जैसे के आपको पता है अभी हाल में ही करवा चौथ आने वाला है। तो आपके मन यह सवाल होगा के Karwa Chauth Kab Hai ? तो बता दे के इस वर्ष का करवा चौथ 13 अक्टूबर 2022 गुरुवार को मनाया जाएगा। आइए जानते है के आने वाला करवा चौथ 2022 कब है और करवा चौथ शुभ महूर्त कब है ? करवा चौथ पूजा Date and Time क्या है ? जानते है इस आर्टिकल में । करवा चौथ कब है ? Karwa Chauth 2022 Puja अगर इस वर्ष Karwa Chauth Vart 2022 Date की बात करे या यु कहे के Karwa Chauth Kab Hai ? तो आने वाले 13 अक्टूबर को ही है। अपने सुहाग की रक्षा के लिए विवाहित महिलाएं हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी में करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस साल करवा चौथ गुरुवार 13 अक्टूबर 2022 (Karwa chauth 2022 date) के दिन मनाया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से महिलाओं को निरंतर सौभाग्य की प्राप्ति होती है। करवा चौथ में गणेश जी, शंकर-पार्वती और करवा माता के अलावा चंद्र पूजा का विशेष महत्व है। सुखी वैवाहिक जीवन के लिए महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं और उसके बाद ही चंद्रमा को देखकर अपना व्रत खोलती हैं। इस साल करवा चौथ में कई अत्यंत दुर्लभ योग बनेंगे, जिनमें व्रत का फल कई गुना बढ़ जाएगा। इस साल 2022 Karwa Chauth Start Time 13 अक्टूबर को रात 1 बजकर 59 मिनट से प्रारंभ होगी, जो 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 08 मिनट तक रहेगी। Karwa Chauth Vart 13 अक्टूबर को रखा जाएगा Diwali 2022 Date : दिवाली कब है? Deepawali 2022 Shubh Mahurat | Diwali 2022 Pooja Date and Time करवा चौथ 2022 मुहूर्त – Karwa chauth 2022 Shubh Muhurat कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी आरंभ 13 अक्टूबर 2022, सुब...

2023 में करवा चौथ कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में करवा चौथ कब है व करवा चौथ 2023 की तारीख व मुहूर्त। करवा चौथ का त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित स्त्रियाँ अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती है। साथ ही अच्छे वर की कामना से अविवाहिता स्त्रियों के करवा चौथ व्रत रखने की भी परम्परा है। यह पर्व पूरे उत्तर भारत में ज़ोर-शोर से मनाया जाता है। करवा चौथ व्रत के नियम 1. यह व्रत सूर्योदय से पहले से शुरू कर चांद निकलने तक रखना चाहिए और चन्द्रमा के दर्शन के पश्चात ही इसको खोला जाता है। 2. शाम के समय चंद्रोदय से 1 घंटा पहले सम्पूर्ण शिव-परिवार (शिव जी, पार्वती जी, नंदी जी, गणेश जी और कार्तिकेय जी) की पूजा की जाती है। 3. पूजन के समय देव-प्रतिमा का मुख पश्चिम की तरफ़ होना चाहिए तथा स्त्री को पूर्व की तरफ़ मुख करके बैठना चाहिए। करवा चौथ कथा करवा चौथ व्रत कथा के अनुसार एक साहूकार के सात बेटे थे और करवा नाम की एक बेटी थी। एक बार करवा चौथ के दिन उनके घर में व्रत रखा गया। रात्रि को जब सब भोजन करने लगे तो करवा के भाइयों ने उससे भी भोजन करने का आग्रह किया। उसने यह कहकर मना कर दिया कि अभी चांद नहीं निकला है और वह चन्द्रमा को अर्घ्य देकर ही भोजन करेगी। अपनी सुबह से भूखी-प्यासी बहन की हालत भाइयों से नहीं देखी गयी। सबसे छोटा भाई एक दीपक दूर एक पीपल के पेड़ में प्रज्वलित कर आया और अपनी बहन से बोला - व्रत तोड़ लो; चांद निकल आया है। बहन को भाई की चतुराई समझ में नहीं आयी और उसने खाने का निवाला खा लिया। निवाला खाते ही उसे अपने पति की मृत्यु का समाचार मिला। शोकातुर होकर वह अपने पति के शव को लेकर एक वर्ष तक बैठी रही और उसके ऊपर उगने वाली घास को इकट्ठा करती रही। अगले साल कार्तिक कृष्ण चत...

Karwa Chauth 2021: जानें कब मनाई जाएगी करवाचौथ, क्या है पूजा सामग्री लिस्ट और चंद्रोदय का समय

Karwa Chauth 2021 : हिंदू धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth) पर्व का बहुत ही खास महत्व (Importance) होता है. हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए दिन भर निर्जला व्रत (Fast) रखती हैं. तो बहुत जगह पर इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी मनचाहा जीवन साथी पाने के लिए करती हैं. इस दिन महिलाएं दिन भर निर्जला व्रत रख कर, रात को चन्द्रमा की पूजा-अर्चना करती हैं. इसके बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. इस वर्ष करवा चौथ का पर्व किस दिन मनाया जायेगा और चंद्रोदय किस समय होगा, साथ ही पूजन सामग्री की लिस्ट क्या होगी, आइये जानते हैं. करवा चौथ पर चंद्रोदय (चांद निकलने का समय) रात्रि 8 बजकर 7 मिनट पर होगा. लेकिन अलग-अलग शहरों में इसके समय में बदलाव भी हो सकता है. करवा चौथ पूजन का समय करवा चौथ पूजन का समय 24 अक्टूबर शाम 5:43 बजे से शाम 6:59 तक रहेगा. करवा चौथ व्रत पूजा सामग्री लिस्ट करवा चौथ पर व्रत एवं पूजा सामग्री की लिस्ट में जिन चीजों को शामिल करना होगा उनमें, मिठाई, गंगाजल, अक्षत (चावल), सिंदूर, मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, जल का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, चलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलुआ, दक्षिणा (दान) के लिए पैसे, चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी और दही शामिल हैं. ये भी पढ़ें: करवा चौथ पर्व का महत्त्व हिन्दू धर्म में करवा चौथ पर्व का विशेष महत्त्व है. इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. सुहागिनें जहां अखंड सौभाग्य के लिए इस व्रत को...