कवर्धा छत्तीसगढ़ की 10 दिन की मौसम की जानकारी

  1. मौसम की जानकारी की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi
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  4. छत्तीसगढ़
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मौसम की जानकारी की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi

बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान आने की संभावना को लेकर भारतीय मौसम विभाग के डीजी ने नई जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में आज सुबह 8.30 बजे साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है. इसके प्रभाव से 8 मई की सुबह तक इस इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके 9 मई के आसपास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक दबाव के रूप में केंद्रित होने की संभावना है. • दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है और शहर का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक मौसम स्टेशन सफदरजंग वेधशाला ने लगातार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में रुक-रुक कर बारिश और बादल छाए रहने के कारण पिछले तीन दिन में अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया.

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एक तरफ देश में लोग टकटकी बांधे मॉनसून का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, मौसम विभाग ने मॉनसून में देरी के संकेत दिए हैं। आईएमडी और स्काईमेट वेदर द्वारा जारी रिपोर्ट में बारिश में देरी का अनुमान जतायागया है। इस अनुमान के मुताबिक छह जुलाई के पहले देश में बारिश का हाल बहुत अच्छा नहीं रहने वाला है। स्काईमेट ने सोमवार को फोरकास्ट जारी किया, जिसमें मध्य और उत्तरी पश्चिमी भारत के विभिन्न हिस्सों में छह जुलाई तक सूखा रहने की बात कही गई है। बारिश में होने वाली इस देरी से किसानों के लिए परेशानी बढ़ सकती है, जो फिलहाल धान की नर्सरी तैयार करने में जुटे हुए हैं। उधर देश के विभिन्न हिस्सों में गर्मी और लू का कहर जारी है और तापमान में गिरावट आने के आसार नहीं है। फसल चक्र पर भी असर स्काइमेट वेदर के मुताबिक 9 जून से 6 जुलाई के बीच बारिश को लेकर निराशा जाहिर की गई है। इसके मुताबिक कृषि क्षेत्र में दरार और सूखा दिखाई दे रहा है। जबकि धान की नर्सरी और रोपाई के लिए तैयारी को देखते हुए किसान इस वक्त में अच्छी बारिश की उम्मीद करता है। लेकिन मध्य और पश्चिमी हिस्सों में अपर्याप्त बारिश के आसार बन रहे हैं। यह बुवाई के महत्वपूर्ण समय या कम से कम खेत को तैयार करने के साथ मेल खाता है, आसन्न अच्छी बारिश की उम्मीद के साथ। इसके चलते किसानों को फसल चक्र और फसलों के प्रकार के चयन में परेशानी होगी। आईएमडी के पूर्वानुमान में 30 जून से 6 जुलाई के सप्ताह में हल्की बारिश का संकेत दिया गया है। 1 जून से देश में बारिश में 54 फीसदी कमी हुई है। इसमें दक्षिण प्रायद्वीप में 53 फीसदी की, मध्य भारत में 80 फीसदी की, उत्तर-पश्चिम भारत में 10 और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 53 फीसदी की कमी आई है। बिपरजॉय से बारिश, लेकिन मॉनसून नही...

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Monsoon in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में जल्‍द होगी मॉनसून की बारिश, इस दिन से मिलेगी गर्मी से राहत इससे पहले, भारत में 2005-08 और 2010-13 में सामान्य मॉनसून देखा गया था. महापात्र ने कहा कि निकट भविष्य में भारत में सामान्य मॉनसून देखने को मिल सकता है क्योंकि सामान्य से कम बारिश का दशक समाप्त होने वाला है. देश के कई राज्यों में तेज गर्मी पड़ रही है. यहां के लोग मॉनसून का इंतजार कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में 10 जून के आस-पास मॉनसून के दस्तक देने की संभावना है. प्रदेश में 10 जून तक रायपुर संभाग तक मानसून की बारिश होने के आसार मौसम विभाग ने व्‍यक्‍त किये हैं. वहीं उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में 15 जून तक मानसून की बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने अप्रैल में कहा था कि देश में सामान्य वर्षा होगी जो दीर्घकालिक अवधि औसत का 99 प्रतिशत होगी, जो कि 1971-2020 तक के 50-वर्ष की अवधि में प्राप्त औसत वर्षा है. पूरे देश का दीर्घकालिक अवधि औसत 87 सेंटीमीटर है. महापात्र ने कहा कि मॉनसून के लिहाज से प्रभाव वाले क्षेत्र - गुजरात से लेकर ओडिशा तक के राज्य जो कृषि के लिए वर्षा पर निर्भर हैं - में दीर्घावधि औसत के 106 प्रतिशत से अधिक सामान्य वर्षा का अनुमान है. मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जबकि उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में सामान्य बारिश होने की संभावना है. यह लगातार चौथा वर्ष है जब भारत में सामान्य मॉनसून का अनुभव होने की संभावना है. इससे पहले, भारत में 2005-08 और 2010-13 में सामान्य मॉनसून देखा गया था. महापात्र ने कहा कि निकट भविष्य में भारत में सामान्य मॉनसून देखने को मिल सकता है क्योंकि सामान्य से कम बारिश का द...

छत्तीसगढ़

गान: " ( अरपा और पैरी की धाराएँ)) भारत में छत्तीसगढ़ का स्थान निर्देशांक(छत्तीसगढ़): 21°15′N 81°36′E / 21.25°N 81.60°E / 21.25; 81.60 देश गठन 1 नवंबर 2000 राजधानी सबसे बड़े शहर 33 जिले ( शासन •सभा • [[Bishwa Bhushan Harichandra ]] • • • • • • क्षेत्रफल •कुल 135192किमी 2 (52,198वर्गमील) क्षेत्रदर्जा जनसंख्या (2020) •कुल 2,94,36,231 •दर्जा •घनत्व 220किमी 2 (560वर्गमील) भाषा •राजभाषा •क्षेत्रीय 0.613 ( medium) HDI rank 77.3% (2017) वेबसाइट .gov .in छत्तीसगढ़ वां राज्य है। पहले यह अनुक्रम • 1 नामोत्पत्ति • 2 इतिहास • 3 भूगोल • 3.1 छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण • 4 जिले • 5 कला एवं संस्कृति • 5.1 साहित्य • 5.2 लोकगीत और लोकनृत्य • 6 खेल • 6.1 फुगड़ी • 6.2 लंगड़ी • 6.3 खुडुवा (कबड्डी) • 6.4 डांडी पौहा • 7 जातियां • 8 पर्यटन स्‍थल • 9 बाहरी कड़ियाँ • 10 इन्हें भी देखें • 11 टीका टिप्पणी • 12 सन्दर्भ नामोत्पत्ति [ ] "छत्तीसगढ़" एक प्राचीन नाम नहीं है, इस नाम का प्रचलन १८ सदी के दौरान मराठा काल में शुरू हुआ। प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ "दक्षिण कोशल" के नाम से जाना जाता था। सभी ऐतिहासिक शिलालेख, साहित्यिक और विदेशी यात्रियों के लेखों में, इस क्षेत्र को दक्षिण कोशल कहा गया है। आधिकारिक दस्तावेज में "छत्तीसगढ़" का प्रथम प्रयोग १७९५ में हुआ था। छत्तीसगढ़ शब्द की व्युत्पत्ति को लेकर इतिहासकारों में कोई एक मत नहीं है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि कलचुरी काल में छत्तीसगढ़ आधिकारिक रूप से ३६ गढ़ो में बंटा था, यह गढ़ एक आधिकारिक इकाई थे, नकि किले या दुर्ग । इन्ही "३६ गढ़ो " के आधार पर छत्तीसगढ़ नाम कि व्युत्पत्ति हुई। (१ गढ़ = ७ बरहो = ८४ ग्राम) इतिहास [ ] मुख्य लेख: छत्तीसगढ़ प्राचीनकाल के दक...

Meghdoot Application Will Alert The Farmers Even Before The Weather Turns Bad

Meghdoot App: अब कई गुना आसान हो गई खेती! मौसम खराब होने से पहले ही किसानों को अलर्ट देगा मेघदूत, मिलेंगे बड़े फायदे Weather Alert App: इसकी एडवाइजरी के अनुसार चलकर किसान बड़े नुकसान से बच सकेंगे और उनकी फसलें मौसम के अनिश्चित परिणामों से सुरक्षित रहेंगी. इससे किसानों को समय पर उत्पादन लेने में भी मदद मिलेगी. Meghdoot Mobile Application: भारत में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान मौसम के अनिश्चितताओं के कारण होता है. मेघदूत ऐप मेघदूत मोबाइल एप्लीकेशन भारत मौसम विज्ञान विभाग(India Meteorological Department), भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Tropical Meteorology) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) की संयुक्त सहयोग से विकसित और लॉन्च किया गया है. इस मोबाइल ऐप के जरिए किसानों को मौसम से जुड़े अलर्ट मोबाइल पर ही मिल जाते हैं, जिससे जोखिमों का प्रबंधन करने में आसानी रहती है. इस मोबाइल एप का अपडेटेड वर्जन (Meghdoot Updates Version) ब्लॉक स्तर पर मौसम के अपडेट्स की सुविधाओं को आसान बनाता है. ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी मेघदूत मोबाइल ऐप के तहत 6970 ब्लॉक के लिये ब्लॉक स्तरीय मौसम पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉक के लिए ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की जाती है. यदि किसान मौसम का अपडेट प्राप्त करना चाहते हैं तो इस मोबाइल ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा इसके 330 नेटवर्क की मदद से मंगलवार और शुक्रवार को ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत मौसम का परामर्श जारी किया जाता है. • जिला और ब्लॉक स्तर मौसम पूर्वानुमान (District & Block Level Weather Forecast) के तहत आने वाले 5 दिनों के लिए ताप...

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छत्तीसगढ़

गान: " ( अरपा और पैरी की धाराएँ)) भारत में छत्तीसगढ़ का स्थान निर्देशांक(छत्तीसगढ़): 21°15′N 81°36′E / 21.25°N 81.60°E / 21.25; 81.60 देश गठन 1 नवंबर 2000 राजधानी सबसे बड़े शहर 33 जिले ( शासन •सभा • [[Bishwa Bhushan Harichandra ]] • • • • • • क्षेत्रफल •कुल 135192किमी 2 (52,198वर्गमील) क्षेत्रदर्जा जनसंख्या (2020) •कुल 2,94,36,231 •दर्जा •घनत्व 220किमी 2 (560वर्गमील) भाषा •राजभाषा •क्षेत्रीय 0.613 ( medium) HDI rank 77.3% (2017) वेबसाइट .gov .in छत्तीसगढ़ वां राज्य है। पहले यह अनुक्रम • 1 नामोत्पत्ति • 2 इतिहास • 3 भूगोल • 3.1 छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण • 4 जिले • 5 कला एवं संस्कृति • 5.1 साहित्य • 5.2 लोकगीत और लोकनृत्य • 6 खेल • 6.1 फुगड़ी • 6.2 लंगड़ी • 6.3 खुडुवा (कबड्डी) • 6.4 डांडी पौहा • 7 जातियां • 8 पर्यटन स्‍थल • 9 बाहरी कड़ियाँ • 10 इन्हें भी देखें • 11 टीका टिप्पणी • 12 सन्दर्भ नामोत्पत्ति [ ] "छत्तीसगढ़" एक प्राचीन नाम नहीं है, इस नाम का प्रचलन १८ सदी के दौरान मराठा काल में शुरू हुआ। प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ "दक्षिण कोशल" के नाम से जाना जाता था। सभी ऐतिहासिक शिलालेख, साहित्यिक और विदेशी यात्रियों के लेखों में, इस क्षेत्र को दक्षिण कोशल कहा गया है। आधिकारिक दस्तावेज में "छत्तीसगढ़" का प्रथम प्रयोग १७९५ में हुआ था। छत्तीसगढ़ शब्द की व्युत्पत्ति को लेकर इतिहासकारों में कोई एक मत नहीं है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि कलचुरी काल में छत्तीसगढ़ आधिकारिक रूप से ३६ गढ़ो में बंटा था, यह गढ़ एक आधिकारिक इकाई थे, नकि किले या दुर्ग । इन्ही "३६ गढ़ो " के आधार पर छत्तीसगढ़ नाम कि व्युत्पत्ति हुई। (१ गढ़ = ७ बरहो = ८४ ग्राम) इतिहास [ ] मुख्य लेख: छत्तीसगढ़ प्राचीनकाल के दक...

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Meghdoot App: अब कई गुना आसान हो गई खेती! मौसम खराब होने से पहले ही किसानों को अलर्ट देगा मेघदूत, मिलेंगे बड़े फायदे Weather Alert App: इसकी एडवाइजरी के अनुसार चलकर किसान बड़े नुकसान से बच सकेंगे और उनकी फसलें मौसम के अनिश्चित परिणामों से सुरक्षित रहेंगी. इससे किसानों को समय पर उत्पादन लेने में भी मदद मिलेगी. Meghdoot Mobile Application: भारत में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान मौसम के अनिश्चितताओं के कारण होता है. मेघदूत ऐप मेघदूत मोबाइल एप्लीकेशन भारत मौसम विज्ञान विभाग(India Meteorological Department), भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Tropical Meteorology) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) की संयुक्त सहयोग से विकसित और लॉन्च किया गया है. इस मोबाइल ऐप के जरिए किसानों को मौसम से जुड़े अलर्ट मोबाइल पर ही मिल जाते हैं, जिससे जोखिमों का प्रबंधन करने में आसानी रहती है. इस मोबाइल एप का अपडेटेड वर्जन (Meghdoot Updates Version) ब्लॉक स्तर पर मौसम के अपडेट्स की सुविधाओं को आसान बनाता है. ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी मेघदूत मोबाइल ऐप के तहत 6970 ब्लॉक के लिये ब्लॉक स्तरीय मौसम पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉक के लिए ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की जाती है. यदि किसान मौसम का अपडेट प्राप्त करना चाहते हैं तो इस मोबाइल ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा इसके 330 नेटवर्क की मदद से मंगलवार और शुक्रवार को ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत मौसम का परामर्श जारी किया जाता है. • जिला और ब्लॉक स्तर मौसम पूर्वानुमान (District & Block Level Weather Forecast) के तहत आने वाले 5 दिनों के लिए ताप...

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बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान आने की संभावना को लेकर भारतीय मौसम विभाग के डीजी ने नई जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में आज सुबह 8.30 बजे साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है. इसके प्रभाव से 8 मई की सुबह तक इस इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके 9 मई के आसपास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक दबाव के रूप में केंद्रित होने की संभावना है. • दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है और शहर का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक मौसम स्टेशन सफदरजंग वेधशाला ने लगातार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में रुक-रुक कर बारिश और बादल छाए रहने के कारण पिछले तीन दिन में अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया.