क्या

  1. UPSC क्या है और तैयारी कैसे करे 2023: पूरी जानकारी
  2. हिन्दी व्याकरण
  3. Kya Nirash Hua Jaye Class 8 Summary, Explanation, Question Answers
  4. मुद्रा क्या है? इसके कार्य,प्रकार और विशेषताएँ क्या है?
  5. क्रिया विशेषण
  6. Kya Nirash Hua Jaye Class 8 Summary, Explanation, Question Answers
  7. क्रिया विशेषण
  8. मुद्रा क्या है? इसके कार्य,प्रकार और विशेषताएँ क्या है?
  9. UPSC क्या है और तैयारी कैसे करे 2023: पूरी जानकारी
  10. हिन्दी व्याकरण


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UPSC क्या है और तैयारी कैसे करे 2023: पूरी जानकारी

Upsc एक प्रकार की उच्च स्तर की सिलेक्शन बोर्ड है, जो देश में विभिन्न प्रकार के सरकारी एग्जाम को आयोजित करता है.भारत में आईपीएस, IFS, आईएएस आदि जैसे एग्जाम इसके द्वारा ही आयोजित कराएँ जाते हैं. दरअसल, UPSC अखिल भारतीय सेवाओं, केंद्रीय सेवाओं और संवर्गों के साथ भारतीय संघ के सशस्त्र बलों के लिए भर्ती प्रक्रिया को आयोजित या सुनिश्चित करता है. सामान्यतः UPSC Ka Full Form UPSC क्या है? UPSC में पदों पर नियुक्ति ( UPSC Post List) UPSC के लिए आवेदन कौन कर सकता है उम्र सीमा Syllabus UPSC Full Form UPSC के तहत आने वाले पद UPSC के कार्य UPSC द्वारा आयोजित कुछ परीक्षाएँ Table of Contents • • • • • • • • • • • UPSC क्या है? भारत में, UPSC को 26 जनवरी, 1950 के बाद संघ लोक सेवा आयोग के रूप में मान्यता प्रदान की गई. जिसका मुख्य उदेश्य, Central Level पर परीक्षा आयोजित कर केंद्र और राज्य सरकार को योग्य कर्मचारी जैसे, IAS, IPS, IFS आदि प्रदान करना है. यह संस्था कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए देश में प्रत्येक वर्ष परीक्षा आयोजित करता है. UPSC में भर्ती प्रक्रिया Level A और Level B में पूर्ण की जाती है. अर्थात, संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा आयोग यानी UPSC की ऑफिसियल वेबसाइट ttps://www.upsc.gov.in/है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. कोई भी आवश्यक जानकारी इसके Official Website पर प्राप्त किया जा सकता है. UPSC Ka Full Form Kya Hai यूपीएससी का फुल फॉर्म हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग तथा अंग्रेजी में Union Public Service Commission होता है. • UPSC फुल फॉर्म अंग्रेजी में = Union Public Service Commission • यूपीएससी फुल फॉर्म हिंदी में = संघ लोक सेवा आयोग UPSC परीक्षा के अंतर्गत आने वाले पदों क...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...

Kya Nirash Hua Jaye Class 8 Summary, Explanation, Question Answers

Kya Nirash Hua Jai Notes Class 8 Chapter 7 क्यानिराशहुआजाएपाठसार, व्याख्या, प्रश्नउत्तर क्यानिराशहुआजाएCBSE class 8 Hindi Lesson summary with detailed explanation of the lesson ‘Kya Nirash Hua Jaye’ along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary. All the exercises and Question and Answers given at the back of the lesson कक्षा 8 -पाठ -7 क्यानिराशहुआजाए • • • • Author Introduction लेखकहजारीप्रसादद्विवेदी जन्म 19 अगस्त 1907 मृत्यु 19 मई 1979 क्यानिराशहुआजाएपाठप्रवेश हजारीप्रसादद्विवेदीद्वारालिखित‘क्यानिराशहुआजाए’एकश्रेष्ठनिबंधहै।इसपाठकेद्वारालेखकदेशमेंउपजीसामाजिकबुराइयोंकेसाथ-साथअच्छाइयोंकोभीउजागरकरनेकेलिएकहतेहै।वेकहतेहैसमाचारपत्रोंकोपढ़करलगताहैसच्चाईऔरईमानदारीख़त्महोगईहै।आजआदमीगुणीकमऔरदोषीअधिकदिखरहाहै।आजलोगोकीसच्चाईसेआस्थाडिगनेलगीहै।लेखककहतेहैकिलोभ, मोह, काम-क्रोधआदिकोशक्तिमानकरहारनहींमाननीचाहिएबल्किउनकाडटकरसामनाकरनाचाहिए।आगेवेकहतेहैकिहमेंकिसीकेहाथकीकठपुतलीनहींबननाचाहिए।कानूनऔरधर्मअलग-अलगहैं।परन्तुकुछलोगकानूनकोधर्मसेबड़ामानतेहैं। समाजमेंकुछलोगऐसेहैंजोबुराईकोरसलेकरबतातेहैं।बुराईमेंरसलेनाबुरीबातहै।लेखककेअनुसारसच्चाईआजभीदुनियामेंहैइसकेकईउदहारणउन्होंनेपाठमेंदियाहै। Top क्यानिराशहुआजाएपाठसार लेखकआजकेसमयमेंफैलेहुएडकैती ,चोरी, तस्करीऔरभ्रष्टाचारसेबहुतदुखीहै।आजकलकासमाचारपत्रआदमीकोआदमीपरविश्वासकरनेसेरोकताहै।लेखककेअनुसारजिसस्वतंत्रभारतकास्वप्नगांधी, तिलक, टैगोरनेदेखाथायहभारतअबउनकेस्वप्नोंकाभारतनहींरहा।आजकेसमयमेंईमानदारीसेकमानेवालेभूखेरहरहेहैंऔरधोखाधड़ीकरनेवालेराजकररहेहैं। लेखककेअनुसारभारतीयहमेशाहीसंतोषीप्रवृतिकेरहेंहैं।...

मुद्रा क्या है? इसके कार्य,प्रकार और विशेषताएँ क्या है?

मुद्रा आधुनिक समय में किए गए मनुष्य द्वारा तीन प्रमुख आविष्कारों मुद्रा, पहिया और वोट में से एक है वास्तविकता तो यह है कि मुद्रा के बिना आधुनिक अर्थव्यवस्था की कल्पना ही नहीं की जा सकती यह आर्थिक व्यवहारों को सुचारु रूप से संपादित करने में सहायक होती है । सवाल यह उठता है की मुद्रा क्या है, इसके क्या कार्य हैं, मुद्रा का अर्थ एवं प्रकार क्या है, इसमें हम क्या-क्या सम्मिलित करते हैं या इसकी पूर्ति की अवधारणा क्या है तथा इसकी मांग क्यों की जाती है? यहां इसे संक्षेप में यह स्पष्ट रूप में इनमें संबंधित विभिन्न धारणाओं से आपको परिचित कराएँगे क्योंकि इस अस्पष्ट अवधारणा के प्रभाव में आप Reserve Bank of India की मुद्रा अंग्रेजी भाषा के शब्द ‘Money’ का हिंदी रूपांतरण है। Money तो लैटिन भाषा के ‘Moneta’ शब्द से लिया गया है। मोनेटा रोम की देवी जूनो का प्रारंभिक नाम है। इस देवी को इटली के निवासी ‘स्वर्ग की रानी’ के नाम से जानते थे। इस देवी के मंदिर में ही सिक्के के ढलाई का कार्य किया जाता था, ऐसा कहा जाता था कि देवी जूनो के मंदिर में जो मुद्रा बनाई जाती थी, उसका नाम मोनेटा रखा गया तो बाद में मुद्रा (Money) के रूप में लोकप्रिय हुआ। मुद्रा क्या है? What is Money in Hindi? यदि कोई वस्तु विशेष मूल्य का निर्धारित करने में वस्तुओं तथा सेवाओं का आदान प्रदान करने में तथा अन्य मौद्रिक कार्यों में सामान्य रूप से प्रयोग की जाती है तो वह मुद्रा ही है चाहे इसकी वैधानिक भौतिक विशेषताएँ कुछ भी हो। दूसरे शब्दों में, इसे कह सकते हैं कि यह पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिससे दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय होती है । इसमें सिक्के और कागज के नोट सम्मिलित होते हैं । आमतौर पर किसी देश में प्रयोग की जाने वा...

क्रिया विशेषण

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • क्रियाविशेषणकीपरिभाषा वहशब्दजोहमेंक्रियाओंकीविशेषताकाबोधकरातेहैंवेशब्दक्रियाविशेषणकहलातेहैं।दुसरेशब्दोंमेंकहेंतोजिनशब्दोंसेक्रियाकीविशेषताकापताचलताहै, उनशब्दोंकोहमक्रियाविशेषणकहतेहैं। जैसे:हिरणतेज़भागताहै।इसवाक्यमेंभागनाक्रियाहै।तेज़शब्दहमेंक्रियाकिविशेषताबतारहाहैकिवहकितनीतेज़भागरहाहै।अतःतेज़शब्दक्रियाविशेषणहै। क्रियाविशेषणकेउदाहरण • वह धीरे-धीरेचलताहै। • खरगोश तेज़दौड़ताहै। • शेर धीरे-धीरेआगेबढ़ताहै। ऊपरदिएगएउदाहरणोंमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंधीरे-धीरे, तेज़आदिशब्दचलना, दौड़ना, बढनाआदिक्रियाओंकीविशेषताबतानेकाकामकररहेहै।अतःयहशब्दक्रियाविशेषणकहलातेहैं। क्रियाविशेषणकेभेद अर्थकेआधारपरक्रियाविशेषणकेभेद: अर्थकेआधारपरक्रियाविशेषणकेचारभेदहोतेहैं: • कालवाचकक्रियाविशेषण • रीतिवाचकक्रियाविशेषण • स्थानवाचकक्रियाविशेषण • परिमाणवाचकक्रियाविशेषण 1. कालवाचकक्रियाविशेषण: वोक्रियाविशेषणशब्दजोक्रियाकेहोनेकेसमयकेबारेमेंबतातेहैं, कालवाचकक्रियाविशेषणकहलातेहैं। जैसे: • श्यामू कलमेरेघरआयाथा। • परसोंबरसातहोगी। • मैंने सुबहखानाखायाथा। • मैं शामकोखेलताहूँ। ऊपरदिएगएउदाहरणोंसेहमेंनिश्चितहीक्रियाकेहोनेकेसमयकेबारेमेंपताचलरहाहैऐसेशब्दकालवाचकक्रियाविशेषणकेअंतर्गतआतेहैं। • मैं सुबहजल्दीउठताहूँ। • मैं दोपहरमेंस्कूलसेलौटताहूँ। • हमअक्सर शामकोखेलनेजातेहैं ऊपरदिएगएउदाहरणोंमेंआपदेखसकतेहैंकिक्रियाशब्दजैसेआना, खाना, होना, उठना, लौटनाआदिकेहोनेकसमयकेबारेमेंकल, सुबह, शाम, दोपहरआदिशब्दबतारहेहैं।अतःयहशब्दकालवाचकक्रियाविशेषणकेअंतर्गतआयेंगे। 2. रीतिवाचकक्रियाविशेषण ऐसेक्रियाविशेषणशब्दजोकिसीक्रियाकेहोनेकीविधियातरीकेकाबोधकरातेहैं, वहशब्दरीतिवाचकक्रियाविशेषणकहलातेहैं। जैसे: • सुरेश ध्यानसेचलताहै...

Kya Nirash Hua Jaye Class 8 Summary, Explanation, Question Answers

Kya Nirash Hua Jai Notes Class 8 Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए पाठ सार, व्याख्या, प्रश्न उत्तर क्या निराश हुआ जाए CBSE class 8 Hindi Lesson summary with detailed explanation of the lesson ‘Kya Nirash Hua Jaye’ along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary. All the exercises and Question and Answers given at the back of the lesson कक्षा 8 -पाठ -7 क्या निराश हुआ जाए • • • • Author Introduction लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी जन्म 19 अगस्त 1907 मृत्यु 19 मई 1979 क्या निराश हुआ जाए पाठ प्रवेश हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित 'क्या निराश हुआ जाए' एक श्रेष्ठ निबंध है। इस पाठ के द्वारा लेखक देश में उपजी सामाजिक बुराइयों के साथ-साथ अच्छाइयों को भी उजागर करने के लिए कहते है। वे कहते है समाचार पत्रों को पढ़कर लगता है सच्चाई और ईमानदारी ख़त्म हो गई है। आज आदमी गुणी कम और दोषी अधिक दिख रहा है। आज लोगो की सच्चाई से आस्था डिगने लगी है। लेखक कहते है कि लोभ, मोह, काम-क्रोध आदि को शक्तिमान कर हार नहीं माननी चाहिए बल्कि उनका डट कर सामना करना चाहिए। आगे वे कहते है कि हमें किसी के हाथ की कठ पुतली नहीं बनना चाहिए। कानून और धर्म अलग-अलग हैं। परन्तु कुछ लोग कानून को धर्म से बड़ा मानते हैं। समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो बुराई को रस लेकर बताते हैं। बुराई में रस लेना बुरी बात है। लेखक के अनुसार सच्चाई आज भी दुनिया में है इसके कई उदहारण उन्होंने पाठ में दिया है। Top क्या निराश हुआ जाए पाठ सार लेखक आज के समय में फैले हुए डकैती ,चोरी, तस्करी और भ्रष्टाचार से बहुत दुखी है। आजकल का समाचार पत्र आदमी को आदमी पर विश्वास करने से रोकता है। लेखक के ...

क्रिया विशेषण

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • क्रियाविशेषणकीपरिभाषा वहशब्दजोहमेंक्रियाओंकीविशेषताकाबोधकरातेहैंवेशब्दक्रियाविशेषणकहलातेहैं।दुसरेशब्दोंमेंकहेंतोजिनशब्दोंसेक्रियाकीविशेषताकापताचलताहै, उनशब्दोंकोहमक्रियाविशेषणकहतेहैं। जैसे:हिरणतेज़भागताहै।इसवाक्यमेंभागनाक्रियाहै।तेज़शब्दहमेंक्रियाकिविशेषताबतारहाहैकिवहकितनीतेज़भागरहाहै।अतःतेज़शब्दक्रियाविशेषणहै। क्रियाविशेषणकेउदाहरण • वह धीरे-धीरेचलताहै। • खरगोश तेज़दौड़ताहै। • शेर धीरे-धीरेआगेबढ़ताहै। ऊपरदिएगएउदाहरणोंमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंधीरे-धीरे, तेज़आदिशब्दचलना, दौड़ना, बढनाआदिक्रियाओंकीविशेषताबतानेकाकामकररहेहै।अतःयहशब्दक्रियाविशेषणकहलातेहैं। क्रियाविशेषणकेभेद अर्थकेआधारपरक्रियाविशेषणकेभेद: अर्थकेआधारपरक्रियाविशेषणकेचारभेदहोतेहैं: • कालवाचकक्रियाविशेषण • रीतिवाचकक्रियाविशेषण • स्थानवाचकक्रियाविशेषण • परिमाणवाचकक्रियाविशेषण 1. कालवाचकक्रियाविशेषण: वोक्रियाविशेषणशब्दजोक्रियाकेहोनेकेसमयकेबारेमेंबतातेहैं, कालवाचकक्रियाविशेषणकहलातेहैं। जैसे: • श्यामू कलमेरेघरआयाथा। • परसोंबरसातहोगी। • मैंने सुबहखानाखायाथा। • मैं शामकोखेलताहूँ। ऊपरदिएगएउदाहरणोंसेहमेंनिश्चितहीक्रियाकेहोनेकेसमयकेबारेमेंपताचलरहाहैऐसेशब्दकालवाचकक्रियाविशेषणकेअंतर्गतआतेहैं। • मैं सुबहजल्दीउठताहूँ। • मैं दोपहरमेंस्कूलसेलौटताहूँ। • हमअक्सर शामकोखेलनेजातेहैं ऊपरदिएगएउदाहरणोंमेंआपदेखसकतेहैंकिक्रियाशब्दजैसेआना, खाना, होना, उठना, लौटनाआदिकेहोनेकसमयकेबारेमेंकल, सुबह, शाम, दोपहरआदिशब्दबतारहेहैं।अतःयहशब्दकालवाचकक्रियाविशेषणकेअंतर्गतआयेंगे। 2. रीतिवाचकक्रियाविशेषण ऐसेक्रियाविशेषणशब्दजोकिसीक्रियाकेहोनेकीविधियातरीकेकाबोधकरातेहैं, वहशब्दरीतिवाचकक्रियाविशेषणकहलातेहैं। जैसे: • सुरेश ध्यानसेचलताहै...

मुद्रा क्या है? इसके कार्य,प्रकार और विशेषताएँ क्या है?

मुद्रा आधुनिक समय में किए गए मनुष्य द्वारा तीन प्रमुख आविष्कारों मुद्रा, पहिया और वोट में से एक है वास्तविकता तो यह है कि मुद्रा के बिना आधुनिक अर्थव्यवस्था की कल्पना ही नहीं की जा सकती यह आर्थिक व्यवहारों को सुचारु रूप से संपादित करने में सहायक होती है । सवाल यह उठता है की मुद्रा क्या है, इसके क्या कार्य हैं, मुद्रा का अर्थ एवं प्रकार क्या है, इसमें हम क्या-क्या सम्मिलित करते हैं या इसकी पूर्ति की अवधारणा क्या है तथा इसकी मांग क्यों की जाती है? यहां इसे संक्षेप में यह स्पष्ट रूप में इनमें संबंधित विभिन्न धारणाओं से आपको परिचित कराएँगे क्योंकि इस अस्पष्ट अवधारणा के प्रभाव में आप Reserve Bank of India की मुद्रा अंग्रेजी भाषा के शब्द ‘Money’ का हिंदी रूपांतरण है। Money तो लैटिन भाषा के ‘Moneta’ शब्द से लिया गया है। मोनेटा रोम की देवी जूनो का प्रारंभिक नाम है। इस देवी को इटली के निवासी ‘स्वर्ग की रानी’ के नाम से जानते थे। इस देवी के मंदिर में ही सिक्के के ढलाई का कार्य किया जाता था, ऐसा कहा जाता था कि देवी जूनो के मंदिर में जो मुद्रा बनाई जाती थी, उसका नाम मोनेटा रखा गया तो बाद में मुद्रा (Money) के रूप में लोकप्रिय हुआ। मुद्रा क्या है? What is Money in Hindi? यदि कोई वस्तु विशेष मूल्य का निर्धारित करने में वस्तुओं तथा सेवाओं का आदान प्रदान करने में तथा अन्य मौद्रिक कार्यों में सामान्य रूप से प्रयोग की जाती है तो वह मुद्रा ही है चाहे इसकी वैधानिक भौतिक विशेषताएँ कुछ भी हो। दूसरे शब्दों में, इसे कह सकते हैं कि यह पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिससे दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय होती है । इसमें सिक्के और कागज के नोट सम्मिलित होते हैं । आमतौर पर किसी देश में प्रयोग की जाने वा...

UPSC क्या है और तैयारी कैसे करे 2023: पूरी जानकारी

Upsc एक प्रकार की उच्च स्तर की सिलेक्शन बोर्ड है, जो देश में विभिन्न प्रकार के सरकारी एग्जाम को आयोजित करता है.भारत में आईपीएस, IFS, आईएएस आदि जैसे एग्जाम इसके द्वारा ही आयोजित कराएँ जाते हैं. दरअसल, UPSC अखिल भारतीय सेवाओं, केंद्रीय सेवाओं और संवर्गों के साथ भारतीय संघ के सशस्त्र बलों के लिए भर्ती प्रक्रिया को आयोजित या सुनिश्चित करता है. सामान्यतः UPSC Ka Full Form UPSC क्या है? UPSC में पदों पर नियुक्ति ( UPSC Post List) UPSC के लिए आवेदन कौन कर सकता है उम्र सीमा Syllabus UPSC Full Form UPSC के तहत आने वाले पद UPSC के कार्य UPSC द्वारा आयोजित कुछ परीक्षाएँ Table of Contents • • • • • • • • • • • UPSC क्या है? भारत में, UPSC को 26 जनवरी, 1950 के बाद संघ लोक सेवा आयोग के रूप में मान्यता प्रदान की गई. जिसका मुख्य उदेश्य, Central Level पर परीक्षा आयोजित कर केंद्र और राज्य सरकार को योग्य कर्मचारी जैसे, IAS, IPS, IFS आदि प्रदान करना है. यह संस्था कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए देश में प्रत्येक वर्ष परीक्षा आयोजित करता है. UPSC में भर्ती प्रक्रिया Level A और Level B में पूर्ण की जाती है. अर्थात, संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा आयोग यानी UPSC की ऑफिसियल वेबसाइट ttps://www.upsc.gov.in/है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. कोई भी आवश्यक जानकारी इसके Official Website पर प्राप्त किया जा सकता है. UPSC Ka Full Form Kya Hai यूपीएससी का फुल फॉर्म हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग तथा अंग्रेजी में Union Public Service Commission होता है. • UPSC फुल फॉर्म अंग्रेजी में = Union Public Service Commission • यूपीएससी फुल फॉर्म हिंदी में = संघ लोक सेवा आयोग UPSC परीक्षा के अंतर्गत आने वाले पदों क...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...