लाया थारी चुनरी लिरिक्स

  1. ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन लिरिक्स
  2. थारी चुनड़ली रा चटका है दिन चार पुराणी पड़सी चुनडली भजन लिरिक्स
  3. लाया थारी चुनरी लिरिक्स
  4. थारा सेवक लाया माँ तारा री चुनड़ी माजीसा भजन लिरिक्स
  5. लायो थारी चुनरी कर लो मैया श्रृंगार
  6. भजन: लाया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार
  7. ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs


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ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन लिरिक्स

ल्याया थारी चुनड़ी, करियो माँ स्वीकार, इमें साँचा साँचा हीरा, इमें साँचा साँचा हीरा, और मोत्यां की भरमार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। तर्ज – देना हो तो दीजिये। चुनरी को रंग लाल चटक है, तारा भी चिपकाया माँ, बढ़िया पोत मंगाया जामे, गोटो भी लगवाया माँ, थे तो ओढ़ दिखाओ मैया, थारो मानूंगा उपकार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। बस इतनी सी कृपा कर द्यो, सेवा में लग जावा माँ, म्हाने तो इ लायक कर द्यो, चुनरी रोज चढ़ावा माँ, बस टाबरिया पर बरसे, माँ हरदम थारो प्यार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। एक हाथ से भक्ति दीजो, एक हाथ से शक्ति माँ, एक हाथ से धन दौलत और, एक हाथ से मुक्ति माँ, थे तो हर हाथा से दीजो, माँ थारा हाथ हज़ार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। गर थे थारो बेटो समझो, सेवा बताती रहिजो माँ, ‘बनवारी’ गर लायक समझो, काम उडाती रहिजो माँ, थारो ‘अमरचंद’ बैठ्यो है, थारी सेवा में तैयार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। ल्याया थारी चुनड़ी, करियो माँ स्वीकार, इमें साँचा साँचा हीरा, इमें साँचा साँचा हीरा, और मोत्यां की भरमार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। Singer – Raju Mehra Ji Popular Posts • मत बण दास लुगाई को चेतावनी भजन लिरिक्स • सुर में तेरे ढल जाऊँ मैं सुध ले रे साँवरे उमा लहरी भजन लिरिक्स • जय रघुनन्दन जय सियाराम भजन लिरिक्स • ना ही किनारा ना ही सहारा किसी की ना दरकार भजन लिरिक्स • अवगुण छोड़ो भाई गुण ने पकड़ो भजन लिरिक्स • तू तो काली ने कल्याणी रे माँ जहाँ जोऊ त्या जोग माया लिरिक्स • पार्वती बोली शंकर से लिरिक्स – Parvati Boli Shankar Se Lyrics • तेरी सेवा की बस ऐ कन्हैया तुमसे इतनी सी कीमत मैं चाहूँ • श्याम ऐसी कृपा बरसा दे भजन लिरिक्स...

थारी चुनड़ली रा चटका है दिन चार पुराणी पड़सी चुनडली भजन लिरिक्स

आख्या सु सूझे नहीं रे , सुणे नहीं दोनु कान। दांत बतीसी बाहर आ गई , बिगड़ी चुनडली री शान। थारी चुनडली रो चटको दिन चार , पुराणी पड़सी चुनडली। टेर। … सळ पड़िया शरीर में रे , अब तो भज भगवान। रंग गुलाबी उड़ गयो रे , बिगड़ी चुनडली री शान। थारी चुनडली रो चटको दिन चार , पुराणी पड़सी चुनडली। टेर। … सुध बुध भूल्यो शरीर री रे , थोड़ो भावे धान। डगमग डगमग नाड चाले , क्यों तू भूल्यो भगवान। थारी चुनडली रो चटको दिन चार , पुराणी पड़सी चुनडली। टेर। … खाले पीले और खर्च ले , कर चुनड़ी रो मान। प्रतापगिरि यु कहे बंदा , लागे गुरूजी रो ज्ञान। थारी चुनडली रो चटको दिन चार , पुराणी पड़सी चुनडली। टेर। … जरूर पढ़ें :- जरूर पढ़ें :- rajasthani marwadi chetawani bhajan lyrics ~ thari chunadli ra chatka hai din char ~ Thari chundali ro chatko din char, Purani padsi chunadali. Aakhya su sujhe nhi re, Sune nhi donu kaan. Dat batisi bahar aa gai, Bigadi chunadli ri shan. Thari chundali ro chatko din char, Purani padsi chunadali. Sal padiya sharir me re, Ab to bhaj bhagwan. Rang gulabi ud gayo re, Bigadi chunadali ri shan. Thari chundali ro chatko din char, Purani padsi chunadali. Sudh budh bulyo sharir ri re, Thodo bhave dhan. Dagmag dagmag nad chale , Kyu tu bhulyo bhagwan. Thari chundali ro chatko din char, Purani padsi chunadali. Khale pile or kharch le, Kar chunadi ro maan. Pratapgiri yu kahe bandha, Lage guruji ro gyan. Thari chundali ro chatko din char, Purani padsi chunadali. जरूर पढ़ें :- जरूर पढ़ें :- मारवाड़ी चेतावनी भजन लिरिक्स ~ थारी चुनड़ली रा चटका है दिन चार ~ थारी चुनडली रो चटको दिन चार ,पुराणी पड़सी चु...

लाया थारी चुनरी लिरिक्स

चुनरी को रंग लाल चटक है तारा भी चिपकाया माँ बढियां पोत मंगायो जामे गोटो भी लगवाया माँ थे तो ओढ दिखाओ मैया थारो मानंगा उपकार ल्याया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार बस इतनी सी कृपा कर दे सेवा में लग-जावाँ माँ म्हने तू इ लायक करदे चुनरी रोज चदावा माँ बस टाबरिया पर बरसे माँ हरदम थारो प्यार ल्याया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार एक हाथ स भक्ति दीजे एक हाथ स शक्ति माँ एक हाथ स धन दौलत और एक हाथ स मुक्ति माँ तू तो हर हाथां स दीजे माँ थारा हाथ हज़ार ल्याया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार गर तू थारो बेटो समझे सेवा बताती रह्ज्ये माँ, बनवारी क्यां लायक समझो काम उडाती रह्य्जे माँ म्हे तो रात-दिना बेठ्या हाँ थारी सेवा में तैयार ल्याया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार हमें उम्मीद है की लाया थारी चुनरी लिरिक्स | Lyaya Thari Chunri Lyrics”+ Video + Audio बहुत पसंद आया होगा।“ Lyaya Thari Chunri Lyrics”पर आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे। सभी प्रकार के नए भजन • श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया लिरि… • श्री बांके बिहारी लाल गोपाल लिरिक्स… • Heri Sakhi Mangal Gao Ri Lyrics • फिर ना पूछो की हम क्या करेंगे लिरिक… • बहती हैं अखियों से धार लिरिक्स | Be… • धरती प्यारी माँ हमारी लिरिक्स | Dha… • दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी भजन… • श्री हयग्रीव कवचम् हिंदी में | Haya… • सताओ ना हमें लोगों हमें दिल की बीमा… • Happy Ho Jao Aa Gayi Diwali Lyrics • Sankat Mochan Hanuman Ashtak Lyrics… • O Saware Mujhe Teri Jarurat Hai Lyr… • Pawan Tanay Sankat Mochan Kalyan Ka… • Radha Chalisa Lyrics | राधा चालीसा … ...

थारा सेवक लाया माँ तारा री चुनड़ी माजीसा भजन लिरिक्स

माजीसा म्हारी आकर ओडो जी, स्वरूपा रानी आकर ओडो जी, थारा सेवक लाया माँ तारा री चुनड़ी, थारा भगत लाया माँ तारा री चुनडी।। माजीसा म्हारी जसोल बिराजो जी, माजीसा म्हारी जसोल बिराजो जी, माँ दर्शन आया आज थारोडे बारने, माँ दर्शन आया आज थारोडे बारने।। माजीसा म्हारी तेरस चांदनी ओ, माजीसा म्हारी तेरस चांदनी ओ, थारे द्वारे आया माँ नर ने नार जी, थारे द्वारे आया माँ नर ने नार जी।। माजीसा म्हारी सात बायोसा ओ, माजीसा म्हारी सात बायोसा ओ, ज्यारे संग मे खेले आज माताजी खेतलो, ज्यारे संग मे खेले आज माताजी खेतलो।। माजीसा म्हारी ढोल थाली ओ, माजीसा म्हारी ढोल थाली ओ, बाजे माँ थारे द्वार थे रमता आवजो, बाजे माँ थारे द्वार थे रमता आवजो।। माजीसा म्हारी भाटी कुल मे ओ, माजीसा म्हारी भाटी कुल मे ओ, थे जन्म लिनो माँ स्वरूपा म्हारी माँ, थे जन्म लिनो माँ स्वरूपा म्हारी माँ।। माजीसा म्हारी कर जोड्या मै तो आज, माजीसा म्हारी कर जोड्या मै तो आज, थारे द्वारे ऊबा माँ भटियाणी सा म्हारी माँ, थारे द्वारे ऊबा माँ माजीसा म्हारी माँ।। माजीसा म्हारी दलपत सिंह भाटी ओ, माजीसा म्हारी सौरभ कंवर री ओ, थे अरजी सुनलो आज माजीसा म्हारी माँ, थे अरजी सुनलो आज माजीसा म्हारी माँ।। माजीसा म्हारी आकर ओडो जी, स्वरूपा रानी आकर ओडो जी, थारा सेवक लाया माँ तारा री चुनड़ी, थारा भगत लाया माँ तारा री चुनडी।। गायक – श्याम पालीवाल जी। प्रेषक – मनीष सीरवी। (रायपुर जिला पाली राजस्थान) 9640557818

लायो थारी चुनरी कर लो मैया श्रृंगार

लायो थारी चुनरी कर लो मैया श्रृंगार.. कोडरमा श्री राणी सती मंदिर झुमरीतिलैया में बुधवार को भादो महोत्सव के दूसरे दिन सस्वर मंगलपाठ का आयोजन किया गया। 6 घंटे तक चले इस मंगलपाठ में 201 महिलाएं राजस्थानी वेशभूषा में शामिल हुईं। मंगलपाठ को लेकर मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया एवं संवारा गया। मंगलपाठ में मंगल भवन अमंगल हारी नारायणी तेरो जय दादी के गगनभेदी नारों से मंदिर परिसर गूंजता रहा। संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): श्री राणी सती मंदिर झुमरीतिलैया में बुधवार को भादो महोत्सव के दूसरे दिन सस्वर मंगलपाठ किया गया। छह घंटे तक चले इस मंगलपाठ में 201 महिलाएं राजस्थानी वेशभूषा में शामिल हुईं। मंगलपाठ को लेकर मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया था। मंगल भवन अमंगल हारी नारायणी तेरो, जय दादी के भजनों से मंदिर परिसर गूंजता रहा। कटक, ओडिशा के श्याम भक्त मंडल के गायकों ने श्री राणीसती की महिमा के गीत गाए। गायकों ने बधाई हो सरे भक्तों को तनधन बाबा सेठ नारायणी सेठानी है ये झुनझुनु की महारानी है..तेरी चुनरी के आगे झुक गए बड़े-बड़े सरकार. जय भवानी जय भवानी..लाया थारी चुनरी कर लो मैया लायो थारी चुनरी कर लो मैया श्रृंगार..जैसे गीत पेश किए। आयोजन श्री राणीसती भक्त समिति एवं श्री राणीसती मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। समिति के अध्यक्ष कैलाश चौधरी, सचिव गोपीकृष्ण अग्रवाल संरक्षक अनूप खाटुवाला, कार्यक्रम संयोजक अशोक पिलायानियां, शंकरलाल चौधरी, श्यामसुंदर सिघानिया, प्रदीप केडिया, प्रदीप कंदोई, जगदीश संघई, विनोद बजाज, नरेश झुनझुनवाला, विपुल चौधरी, आयुष पोद्दार, संदीप हिसारिया, सुनील लोहिया, गोपाल चौधरी, सुनील गुटगुटिया, विपुल पिलानियां, सुजीत लोहानी, संजय नरेड़ी, राकेश सुरेका, संजय खे...

भजन: लाया थारी चुनरी करियो माँ स्वीकार

।। श्री शिवाष्टक ।। आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आगम-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जिनके गुन गावैं। बड़भागी नर-नारि सोई जो साम्ब-सदाशिव कौं नित ध्यावैं॥ 1 ॥ सृजन सुपालन-लय-लीला हित जो बिधि-हरि-हर रूप बनावैं। एकहि आप बिचित्र अनेक सुबेष बनाइ कैं लीला रचावैं॥ सुंदर सृष्टि सुपालन करि जग पुनि बन काल जु खाय पचावैं। बड़भागी नर-नारि सोई जो साम्ब-सदाशिव कौं नित ध्यावैं॥ 2 ॥ अगुन अनीह अनामय अज अविकार सहज निज रूप धरावैं। परम सुरम्य बसन-आभूषन सजि मुनि-मोहन रूप करावैं॥ ललित ललाट बाल बिधु बिलसै रतन-हार उर पै लहरावैं। बड़भागी नर-नारि सोई जो साम्ब-सदाशिव कौं नित ध्यावैं॥ 3 ॥ अंग बिभूति रमाय मसानकी बिषमय भुजगनि कौं लपटावैं। नर-कपाल कर मुंडमाल गल, भालु-चरम सब अंग उढ़ावैं॥ घोर दिगंबर, लोचन तीन भयानक देखि कैं सब थर्रावैं। बड़भागी नर-नारि सोई जो साम्ब-सदाशिव कौं नित ध्यावैं॥ 4 ॥ सुनतहि दीनकी दीन पुकार दयानिधि आप उबारन धावैं। पहुँच तहाँ अविलंब सुदारून मृत्युको मर्म बिदारि भगावैं ।। श्री गीता सार।।।। Shri Geeta Saar।। क्यों व्यर्थ चिन्ताकरते हो? किससे व्यर्थ डरते हो? कौन तुम्हें मार सकताहै? अात्मा ना पैदा होती है, न मरती है। जो हुअा, वह अच्छा हुअा, जो हो रहा है, वह अच्छा हो रहा है, जो होगा, वह भी अच्छा ही होगा। तुम भूत का पश्चाताप न करो। भविष्य की चिन्ता न करों। वर्तमान चल रहा है। तुम्हारा क्या गया, जो तुम रोते हो? तुम क्या लायेथे, जो तुमने खो दिया? तुमने क्या पैदा किया था, जो नाश हो गया? न तुम कुछ लेकर लाये।जो लिया, यहीं से लिया। जो दिया, यहीं पर दिया। जो लिया, इसी भगवान से लिया। जो दिया, इसी को दिया। खाली हाथ अाए, खाली हाथ चले जाओगे...

ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन लिरिक्स Lyaya Thari Chunari Kariyo Maa Swikar ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार भजन लिरिक्स (हिन्दी) ल्याया थारी चुनड़ी, करियो माँ स्वीकार, इमें साँचा साँचा हीरा, इमें साँचा साँचा हीरा, और मोत्यां की भरमार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। तर्ज देना हो तो दीजिये। चुनरी को रंग लाल चटक है, तारा भी चिपकाया माँ, बढ़िया पोत मंगाया जामे, गोटो भी लगवाया माँ, थे तो ओढ़ दिखाओ मैया, थारो मानूंगा उपकार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। बस इतनी सी कृपा कर द्यो, सेवा में लग जावा माँ, म्हाने तो इ लायक कर द्यो, चुनरी रोज चढ़ावा माँ, बस टाबरिया पर बरसे, माँ हरदम थारो प्यार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। एक हाथ से भक्ति दीजो, एक हाथ से शक्ति माँ, एक हाथ से धन दौलत और, एक हाथ से मुक्ति माँ, थे तो हर हाथा से दीजो, माँ थारा हाथ हज़ार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। गर थे थारो बेटो समझो, सेवा बताती रहिजो माँ, बनवारी गर लायक समझो, काम उडाती रहिजो माँ, थारो अमरचंद बैठ्यो है, थारी सेवा में तैयार, ल्याया थारी चुनरी, करियो माँ स्वीकार।। chunarI ko raMga lAla chaTaka hai, tArA bhI chipakAyA mA.N, baढ़iyA pota maMgAyA jAme, goTo bhI lagavAyA mA.N, the to oढ़ dikhAo maiyA, thAro mAnUMgA upakAra, lyAyA thArI chunarI, kariyo mA.N svIkAra|| basa itanI sI kRRipA kara dyo, sevA meM laga jAvA mA.N, mhAne to i lAyaka kara dyo, chunarI roja chaढ़AvA mA.N, basa TAbariyA para barase, mA.N haradama thAro pyAra, lyAyA thArI chunarI, kariyo mA.N svIkAra|| eka hAtha se bhakti dIjo, eka hAtha se shakti mA.N, eka hAtha se dhana daulata aura, eka hAtha se...