Laxmi ka swagat ekanki class 9

  1. Punjabi Essay on "Police Station", “ਪੁਲਿਸ ਸਟੇਸ਼ਨ ਤੇ ਲੇਖ ਪੰਜਾਬੀ”, Punjabi Lekh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and 10
  2. लक्ष्मी का स्वागत कक्षा 9 किताब हिंदी में सारांश क्या है? » Laxmi Ka Swaagat Kaksha 9 Kitab Hindi Mein Saransh Kya Hai
  3. लिख धातु के रूप संस्कृत में – Likh Dhatu Roop In Sanskrit
  4. Lakshmi Narayan Mishra Ekanki Pdf Hindi Download
  5. UP BOARD CLASS 9TH HINDI SOLUTION CHAPTER 4 LAXMI KA SWAGAT एकांकी खण्ड – UP BOARD INFO


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Punjabi Essay on "Police Station", “ਪੁਲਿਸ ਸਟੇਸ਼ਨ ਤੇ ਲੇਖ ਪੰਜਾਬੀ”, Punjabi Lekh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and 10

Essay on Police Station in Punjabi Language: In this article, we are providing ਪੁਲਿਸ ਸਟੇਸ਼ਨ ਤੇ ਲੇਖ ਪੰਜਾਬੀfor students. Punjabi Essay/Paragraph on Police Station. Punjabi Essay on "Police Station", “ਪੁਲਿਸ ਸਟੇਸ਼ਨ ਤੇ ਲੇਖ ਪੰਜਾਬੀ”, Punjabi Lekh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and 10 ਕਿਸੇ ਨਗਰ ਜਾਂ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਸਕੂਲ, ਹਸਪਤਾਲ, ਬੈਂਕ, ਡਾਕਖ਼ਾਨੇ ਆਦਿ ਵਾਂਗ ਪੁਲਿਸਸਟੇਸ਼ਨ ਦਾ ਹੋਣਾ ਵੀ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ।ਉੱਥੋਂ ਦੇ ਵਸਨੀਕਾਂ ਦੇ ਜਾਨ-ਮਾਲ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਅਤੇ ਅਮਨ-ਸ਼ਾਂਤੀ ਲਈ ਪੁਲਿਸ ਸੇਵਾ ਦੀ ਵੱਡੀ ਲੋੜ ਹੈ | ਪੁਲਿਸ-ਸਟੇਸ਼ਨ ਨੂੰ ਆਮ ਬੋਲੀ ਵਿੱਚ ਠਾਣਾ ਆਖਦੇ ਹਨ। ਅੰਗਰੇਜ਼ਾਂ ਦੇ ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਪੁਲਿਸ ਦਾ ਭੈ ਚੱਲਿਆ ਆਉਂਦਾ ਹੈ। ਉਂਵ ਪੁਲਿਸ-ਸਟੇਸ਼ਨ ਦਾ ਨਾਂ ਸੁਣ ਕੇ ਡਰਨ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਪੁਲਿਸ ਜਨਤਾ ਦੇ ਜਾਨ-ਮਾਲ ਦੀ ਰਾਖੀ ਕਰਦੀ ਹੈ। ਇਲਾਕੇ ਵਿੱਚ ਕਨੂੰਨ ਨੂੰ ਉਚਿਤ ਢੰਗ ਨਾਲ ਲਾਗੂ ਕਰਵਾਉਣ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਦੀ ਮਦਦ ਵੀ ਕਰਦੀ ਹੈ। ਜਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫ਼ੌਜ ਦੇਸ਼ ਦੀਆਂ ਸਰਹੱਦਾਂ ਦੀ ਰਖਵਾਲੀ ਕਰਦੀ ਹੈ, ਉਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੀ ਪੁਲਿਸ ਕਿਸੇ ਵੀ ਦੇਸ ਦੇ ਅੰਦਰ ਚੋਰਾਂ, ਡਾਕੂਆਂ ਤੇ ਕਨੂੰਨ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਨਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਤੋਂ ਜਨਤਾ ਦੀ ਰਾਖੀ ਕਰਦੀ ਹੈ।ਮੁਜਰਮਾਂ ਨੂੰ ਉਹਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤੇ ਗਏ ਗੁਨਾਹਾਂ ਦੀ ਸਜ਼ਾ ਦਿਵਾਉਣ ਦਾ ਕੰਮ ਵੀ ਪੁਲਿਸ ਹੀ ਕਰਦੀ ਹੈ। ਭੁਚਾਲ, ਹੜ੍ਹ, ਤੁਫ਼ਾਨ, ਅੱਗਜ਼ਨੀ ਜਾਂ ਸੰਕਟ-ਕਾਲੀਨ ਸਥਿਤੀ ਸਮੇਂ ਪੁਲਿਸ, ਫੌਜ ਅਤੇ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਰਲ ਕੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸਦਮੇ ਤੋਂ ਉਭਾਰਨ ਦੀ ਕੋਸ਼ਸ਼ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਅੱਜ-ਕੱਲ੍ਹ ਪੁਲਿਸ ਵਿਭਾਗ ਦੇ ਕਰਮਚਾਰੀ /ਅਧਿਕਾਰੀ ਸਮੇਂ-ਸਮੇਂ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਲੋਕ-ਮਿਲਨੀਆਂ ਵੀ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਬੀਤੇ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਨਾਢੂ ਖਾਂ ਪੁਲਿਸ-ਸਟੇਸ਼ਨ ਦੇ ਨਾਂ ਤੋਂ ਡਰਦੇ ਸਨ। ਅਜੋਕੇ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਹਰ ਨਾਗਰਿਕ ਨੂੰ ਇਹ ਅਧਿਕਾਰ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਬੇਝਿਜਕ ਹੋ ਕੇ ਪੁਲਿਸ ਤੋਂ ਸਹਾਇਤਾ ਲੈਣ ਲਈ ਪੁਲਿਸ ਸਟੇਸ਼ਨ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਪੁਲਿਸ-ਸਟੇਸ਼ਨ ਦੇ ਮੁਖੀ ਨੂੰ ਐੱਸ. ਐੱਚ. ਓ. ਜਾਂ ਸਟੇਸ਼ਨ ਹਾਊਸ ਅਫ਼ਸਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਸਬ-ਇਨਸਪੈੱਕਟਰ, ਅਸਿਸਟੈਂਟ ਸਬ-ਇਨਸਪੈੱਕਟਰ, ਹੌਲਦਾਰ, ਸਿਪ...

लक्ष्मी का स्वागत कक्षा 9 किताब हिंदी में सारांश क्या है? » Laxmi Ka Swaagat Kaksha 9 Kitab Hindi Mein Saransh Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। लक्ष्मी का स्वागत क्लास 9 बुक हिंदी में अग्रसर आंसर चाहिए यह लक्ष्मी का स्वागत एकांकी उपेंद्र नाथ अश्क द्वारा लिखित सामाजिक विद्रूप अदाओं पर चोट करने वाले एक सशक्त रचना है इस एकांकी की कथावस्तु पारिवारिक होते हुए भी दूषित सामाजिक मान्यताओं और परंपराओं की ओर संकेत करती है आप अगर आप चाहते हैं तो आपको यह जो है आपको ऑनलाइन आप देख सकते हैं इसका सारांश जो कि आपको हिंदी व्याकरण डॉट कॉम परेशानी से मिल जाएगा या ऑफिस की बुक ले सकते हैं कि इसकी काफी बड़ी है पूरी स्टोरी है जो कि आपको ज्यादा अच्छे से समझ में आएगी आपको laxmi ka swaagat class 9 book hindi mein agrasar answer chahiye yah laxmi ka swaagat ekanki upendra nath ashk dwara likhit samajik vidrup adaon par chot karne waale ek sashakt rachna hai is ekanki ki kathavastu parivarik hote hue bhi dushit samajik manyataon aur paramparaon ki aur sanket karti hai aap agar aap chahte hain toh aapko yah jo hai aapko online aap dekh sakte hain iska saransh jo ki aapko hindi vyakaran dot com pareshani se mil jaega ya office ki book le sakte hain ki iski kaafi badi hai puri story hai jo ki aapko zyada acche se samajh mein aayegi aapko लक्ष्मी का स्वागत क्लास 9 बुक हिंदी में अग्रसर आंसर चाहिए यह लक्ष्मी का स्वागत एकांकी उपें

लिख धातु के रूप संस्कृत में – Likh Dhatu Roop In Sanskrit

• लट् लकार - वर्तमान काल • लोट् लकार - आदेशवाचक • लङ् लकार - भूतकाल • विधिलिङ् लकार - चाहिए के अर्थ में • लृट् लकार - भविष्यत् काल लिख धातु रूप लट् लकार - वर्तमान काल (Present Tense) पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथम पुरुष लिखति लिखतः लिखन्ति मध्यम पुरुष लिखसि लिखथः लिखथ उत्तम पुरुष लिखामि लिखावः लिखामः लिख धातु रूप लोट् लकार - आदेशवाचक (Command) पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथम पुरुष लिखतु लिखताम् लिखन्तु मध्यम पुरुष लिख लिखतम् लिखत उत्तम पुरुष लिखानि लिखाव लिखाम लिख धातु रूप लङ् लकार - भूतकाल (Past Tense) पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथम पुरुष अलिखत् अलिखताम् अलिखन् मध्यम पुरुष अलिखः अलिखतम् अलिखत उत्तम पुरुष अलिखम् अलिखाव अलिखाम लिख धातु रूप विधिलिङ् लकार - चाहिए के अर्थ में (Should) पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथम पुरुष लिखेत् लिखेताम् लिखेयुः मध्यम पुरुष लिखेः लिखेतम् लिखेत उत्तम पुरुष लिखेयम् लिखेव लिखेम लिख धातु रूप लृट् लकार - भविष्यत् काल (Future Tense) पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथम पुरुष लेखिष्यति लेखिष्यतः लेखिष्यन्ति मध्यम पुरुष लेखिष्यसि लेखिष्यथः लेखिष्यथ उत्तम पुरुष लेखिष्यामि लेखिष्यावः लेखिष्यामः Related Dhatu Roop in Sanskrit

Lakshmi Narayan Mishra Ekanki Pdf Hindi Download

नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Lakshmi Narayan Mishra Ekanki Pdf Hindiदेने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Lakshmi Narayan Mishra Ekanki Pdf Hindi Download कर सकते हैं। लक्ष्मी नारायण मिश्र के एकांकी का अध्ययन पीडीएफ डाउनलोड करें। यहां से साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी पीडीऍफ़ डाउनलोड करें। चार दिन नाटक पीडीएफ डाउनलोड करें। एक दिन’ एकांकी लक्ष्मीनारायण मिश्र पीडीएफ डाउनलोड यहां से करे। सिंदूर की होली नाटक डाउनलोड करें। यहां से Ekanki Natak Pdf Download करें। यहां से दस एकांकी नाटक पीडीएफ डाउनलोड करें। यहां से आठ एकांकी नाटक पीडीएफ डाउनलोड करें। यहां से बेस्ट एकांकी नाटक पीडीएफ डाउनलोड करें। यहां से हिंदी नाटक और रंगमंच बुक PDF डाउनलोड करें। Note- इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी पीडीएफ बुक, पीडीएफ फ़ाइल से इस वेबसाइट के मालिक का कोई संबंध नहीं है और ना ही इसे हमारे सर्वर पर अपलोड किया गया है। यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी Pdf Books से कोई भी परेशानी हो तो हमें [email protected] पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे। मित्रों यह पोस्ट Lakshmi Narayan Mishra Ekanki Pdf Hindiआपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और इस तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें और इसे शेयर भी करें। Categories Tags

UP BOARD CLASS 9TH HINDI SOLUTION CHAPTER 4 LAXMI KA SWAGAT एकांकी खण्ड – UP BOARD INFO

1- रोशन की मन:स्थिति क्या है? उत्तर— रोशन की मन: स्थिति बड़ी खराब है ।। उसकी पत्नी का देहांत हो चुका है जिससे वह बहुत प्रेम करता था तथा उसका पुत्र डिफ्थीरिया नामक बीमारी से ग्रस्त है और अपने जीवन की अंतिम साँसें ले रहा है ।। रौशन के माता-पिता उसके दुःख को नहीं समझते व उसका विवाह कराना चाहते हैं ।। जिसके कारण वह बहुत दुःखी है ।। 2- अरुण किस रोग से पीड़ित है? उत्तर— अरुण डिफ्थीरिया रोग से पीड़ित है ।। उसे तेज ज्वर है, साँस बहुत कष्ट से आ रही है तथा वह अचेत अवस्था में पड़ा है ।। उत्तर— रौशन अरुण को बाजार में डॉक्टर जीवाराम के पास लेकर जाता है ।। 4- रौशन अपने पिता के कहने पर भी लड़की वालों से आकर क्यों नहीं मिलता है? स्पष्ट कीजिए ।। उत्तर— रौशन अपने पिता के कहने पर भी लड़की वालों से आकर नहीं मिलता है क्योंकि वह पुनर्विवाह नहीं करना चाहता है और उसका पुत्र अरुण डिफ्थीरिया जैसी भयंकर बीमारी से ग्रस्त है ।। वह अपने जीवन की अंतिम साँसें ले रहा है, इसलिए रौशन बहुत परेशान व दु:खी है ।। इसलिए वह अपने पिता के बार-बार कहने पर भी लड़की वालों से आकर नहीं मिलता है ।। 5- ‘लक्ष्मी का स्वागत’ भावना प्रधान, मर्मस्पर्शी,सामाजिक एकांकी हैं ।। इस कथन पर अपने विचार व्यक्त कीजिए ।। उत्तर—‘लक्ष्मी का स्वागत’ एकांकी एक सामाजिक एकांकी है ।। सामाजिक यथार्थ के घटनाक्रम पर आधारित इसका संपूर्ण कथानक भावनाप्रधान और अत्यंत मर्मस्पर्शी है ।। एकांकी के संपूर्ण कथानक में एक तरफ रौशन का चरित्र है जो पत्नी वियोग व पुत्र की गंभीर बीमारी के कारण परेशान व दु:खी है ।। पत्नी के देहांत के कारण वह घोर अवसाद की स्थिति में है ।। विगत जीवन की याद आते ही उसकी मनःस्थिति अत्यंत व्यथापूर्ण हो जाती है ।। उसके दुःख की इस स्थिति...